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Dangerous Monster

मुखौटे वाले इंसान के मुँह से Monster Acadmey का नाम सुनकर शिवराज की रूह अंदर तक काँप गई थी अब उसके पेंट गीले होने के साथ साथ उसने दो नंबर भी करना शुरू कर दिया था ।

इधर वो मुखौटे वाला इंसान स्नेहा से अलग होता है और शिवराज की और बढ़ने लगता है । दूसरे की जान को लेना काफ़ी आसान होता है पर अब तुम्हें सायद जान की क़ीमत पता चल गई होगी मुखौटे वाला इंसान शिवराज के पास बैठकर उससे केहता है और उसकी बातो को सुनकर शिवराज के हाथ पैर थड़- थड़ काँपने लगते है ।

छी छी चाचा आपने तो पूरे वातावरण के हवा को दूषित कर दिया सरकार केहती है खुले मैं सॉच मत करो मगर तुम जैसे लोग मानने का नाम ही नहीं लेते है, अपने नाक को अपने उँगलियों से दाबते हुए वो मुखौटे वाला इंसान शिवराज से केहता है और उठ कर स्नेहा के पास चला जाता है ।

इस बुड्ढे के पास रेह गया तो मर जाऊँगा मै , देखो बेटी मैं जानता हूँ मैंने ग़लत किया है मुझे जाने दो तुम जैसा बोलोगी मैं वैसा करने को तैयार हूँ अपने आवाज़ मैं खोफ के साथ शिवराज केहता है और उसकी बात को सुनकर वो मुखौटे वाला इंसान जोड़ जोड़ से हँसने लगता है ।

तुम्हें क्या लगता है की तुम ये सब बोलकर बच जाओगे ? तुमने जो गलती की है उसकी सजा मौत है वो मुखौटे वाला इंसान केहता है ।

चेयरमैन। इसे मैं मारूँगी, अपने आँखो मैं ग़ुस्से के साथ स्नेहा केहती है और शिवराज की और बढ़ने लगती है और अपनी और स्नेहा को आता देख शिवराज काफ़ी घबरा जाता है ।

एक सेकंड मुखौटे वाला इंसान स्नेहा को रोकता है इसे मारकर अपने हाथों को तुम गंदा क्यों करोगी स्नेहा के दोनों कंधों पर हाथ रखते हुए मुखौटे वाला इंसान केहना जारी रखता है । इसे तुम नहीं क़ानून भी नहीं अब monster acadmey सजा देगी शिवराज की और ग़ुस्से भरी नजरो से देखते हुए मुखौटे वाला इंसान बोलता है ।

तुम एक अच्छी लड़की हो और तुमने कभी कुछ ग़लत नहीं किया है तुम्हारा काम लोगो की जान लेना नहीं लोगो की जान बचाना है , मुखौटे वाले इंसान के मुँह से इस बात को सुनकर स्नेहा फुट फुट कर रोने लगती है और फिर वहाँ से हटा कर मुखौटे वाला इंसान उसे पीछे कार के पास लाकर खड़ा कर देता है अब यहाँ से तुम सब मुझ पर छोड़ दो और फिर वो शिवराज की और बढ़ने लगता है और उसके पास जाकर अपने पैकेट से एक मोबाइल निकलकर वीडियो ऑन कर देता है ।

चलो इसमें अपने सारे गुनाहो को क़बूल कर लो उसके बाद तुम्हें मैं आराम से एक झटके से मार कर ख़त्म कर दूँगा और उसके मुँह से यह बात को सुनकर शिवराज जोड़- जोड़ से पागलों की तरह हँसने लगता है ।

लगता है ,

अपनी मौत को अपने सामने देखकर बुड्ढा सठया गया है । क्या हुआ क्राइम करने के बाद पागल होने की नौटंकी करोगे तो क्या मैं तुम्हें छोड़ दूँगा अगर तुम ऐसा सोच रहे हो तो ग़लत सोच रहे हो मैं तुम्हें मारूँगा उसके बाद तुम्हारी आत्मा को शरीर से निकलकर उसे क़ैद कर लूँगा और रोज़ तुम्हारी आत्मा को रूलाऊँगा तुम्हें नरक से भी बुरी जगहा का शेर करवाऊँगा तुम अपनी आज़ादी के लिए गिर गिराओ गे मगर तुम्हें कोई आजाद करने वाला कोई भी नहीं होगा और जब शिवराज इन सब बातों को सुनता है तो उसकी रूह मानो छटपटाने लगती है जैसे मानो वो आजाद होना चाहती हो लेकिन फिर शिवराज हँसना शुरू कर देता है ।

बुड्ढे तेरी तो , शिवराज को हस्ता देख ग़ुस्से मैं मुखौटे वाला वो इंसान खड़ा होता है और शिवराज के सीने मैं एक जोड़ दार लात मार देता है ।

शिवराज को जैसे ही लात पड़ती है वो रोड पे गिसटता हुआ दूर चला जाता है और अपने मुँह से खून की उल्टी करने लगता है और फिर से हंसने लगता है । तुम्हें क्या लगता है ,मैं पागल हूँ ? मैं बताऊ चाहे ना बताऊ मुझे ऐसे भी मारना है तो क्यों ना मैं इसे साथ लेकर ही मारूँ स्नेहा के तरफ़ हँसकर देखते हुए शिवराज केहता है । जब इसका बच्चा इस दुनिया मैं आकर पाँच सालो का हो जाएगा तो इसे भी क़ानून फाँसी दे देगी मैं भी मारूँगा और तुम भी मारोगी , हस्ते हुए शिवराज केहता है और उसकी बात को सुनकर स्नेहा ख़ुद को काफ़ी बेवस मेहसूस करने लगती है ।

वो ज़िंदा रेहना चाहती थी और अजय के कातिल को पकड़वा कर ख़ुद को बेगुनहा साबित करवा कर अपने बच्चे के साथ बाक़ी की ज़िन्दगी काटना चाहती थी ।

हा ,हा ,हा ,हा ,हा मुखौटे वाला इंसान शिवराज की बात को सुनकर हँस रहा था और अचानक से हँसना बंद कर देता है और उसकी ग़ुस्से से भरी लाल आँखें शिवराज को घूरने लगती है ।

मुझे पता था तुम जैसे दो,, छोड़ो मैं अपने मुँह को गंदा नहीं करना चाहता इतना बोलकर वो मुखौटे वाला इंसान अपने मोबाइल मैं एक वीडियो प्ले कर देता है और शिवराज के हाथो मैं दे देता है ।

शिवराज उसमे चल रहे वीडियो को ध्यान से देखने लगता है । उसमे एक औरत हॉल मैं टीवी देख रही थी और दो बच्चे नीचे किचन मैं बेठ कर वापस मैं खेल रहे थे , वे सब और कोई नहीं शिवराज की बीवी और उसके पोते पोतियाँ था । और तभी घर के जिस कोने से उस वीडियो को रिकॉर्ड किया जा रहा था अचानक से वो केमरा फ्रंट की और हो जाता है और मोबाइल मैं उस शक्स को देख कर शिवराज जोड़ से चिलाता है और मोबाइल को अपने हाथ से फेक देता है ।

उस मोबाइल मैं चल रहे वीडियो को जो रिकॉर्ड कर रहा था वो कोई इंसान नहीं था उसका पूरा शरीर इंसानों के जैसा था पर उसका सिर किसी लाल बॉल के तरह गोल था और उसकी एक ही आँख थी जो बड़े और काले रंग की बिलकुल बीच मैं थी और उसके पूरे सिर मैं कम से कम छोटे - छोटे हज़ारो छेद होगा जिसमें से एक नीले रंग का चिप चिपा सा ग्लू जैसा दिखने वाला परदाथ बाहर निकल रहा था और उसके पूरे सिर को आग के लपटों ने कवर करके था जो देखने मैं एक ख़तरनाक मॉन्स्टर की तरह नज़र आ रहा था ।