02-07-2021
People Cafe
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झाँfsसी की सड़कों पर बारिश की बूँदें गिर रही थीं, ये उस साल की पहली बारिश थी। कार्तिक कैफे के छत के नीचे बैठा था, उसकी उंगलियाँ धीरे-धीरे उसकी गिटार की आतारों पर घूम रही थीं। धुंधले मौसम के बावजूद , उसका दिल हल्का महसूस कर रहा था क्योंकि वह म्यूजिक में खो रहा था ।
अचानक एक हवा के झोंके ने सड़क के पेड़ो के पत्तो को झूमर की तरह बिखरा दिया , तभी कार्तिक ने उठकर देखा, की एक लड़की जल्दी-जल्दी सड़क के किनारे में पीले पत्तो के बीच से चलती आ रही है । वह सिर से पैर तक भीगी हुई थी, उसकी हँसी मानो कार्तिक के गिटार की धुन को बारिश से जोड़े जा रही थी ।
उन्होंने एक दूसरे की तरफ देखा और कार्तिक ने महसूस किया, जैसे कि वह उसे कई जन्मों से जानता हो | हिचकिचाहट के बिना, उसने अपनी गिटार को एक कोने में रख दिया और उसके पास गया,
कार्तिक: "आपको आंधी से बचाने की ज़रूरत है?"
( लड़की ने अपने कदम रोक लिए , उसकी आंखें हैरानी में बढ़ गईं। )
स्वाति : ओके थैंक्स
उसकी आवाज़ नरम और संगीतमय थी। कार्तिक को लग रहा था कि उसे इस बारिश से उसे कभी आश्रय नहीं मिलेगा।"
कार्तिक ने कैफे की ओर इशारा किया, और स्वाति को लेने के लिए बाहर चला गया , और उसे अंदर लाया बाहर की ठंडक को दूर करते हुए।
कार्तिक ने बिना रोके उस रहस्यमय लड़की की ओर नज़रें डालीं। वह सभी से भी अलग थी - चमकदार और बेफिक्र, उसकी आंखों में जोश था जो पूरे कमरे को चमका रहा था ।
कार्तिक : "मैं कार्तिक हूँ,"
उसने अपना परिचय दिया, और उसकी तरफ हाथ बढ़ाया
स्वाति : मेरा नाम स्वातिष्ठा माहेश्वरी है |
उसने कार्तिक से हाथ मिलाया और कहा
स्वाति : तुम मुझे स्वाति बुला सकते हो |
इन्ही बातों के बीच में कार्तिक फिर से स्टेज पर चला गया |
खिड़की से टकराती उन पानी की बूंदों और कार्तिक के गिटार की धीमी स्ट्रमिंग जैसे उन दोनो को एक दूसरे से जोड़े जा रही थी |
कार्तिक ( सिंगिंग ) : Will you only be the Light When It's burning low ,
Only miss the Sun When It Start to Snow ,
Only Know you Love her When You Let Her Go ,
So You Let her go
Chapter -2
Love & Rain
बारिश का मौसम झांसी में एक खास चमक लाता था, और उसी चमक कार्तिक और स्वाति का रिश्ता धीरे-धीरे गहरा होता गया।
कार्तिक की गिटार की धुन और स्वाति की मुस्कान उनके मिलने का एक प्रतीक बन गई थी। वे दोनों एक-दूसरे के साथ वक्त बिताते, गीत गाते, हंसते, और साथ में समय का आनंद लेते। स्वाति कार्तिक की मासूमियत और संवेदनशीलता से आकर्षित थी, जबकि कार्तिक स्वाति की ऊर्जा और उसकी देखभाल करने की भावना से प्रभावित था।
हर साल, जब बारिश की पहली बूंदें गिरतीं, स्वाति झांसी में होती और उनका मिलन एक नये सफर की शुरुआत करता। वे दोनों अपने समय को महत्व देते, जानते हुए कि ये पल अनमोल हैं।
लेकिन समय कभी ठहरता नहीं। जैसे-जैसे बारिश का मौसम खत्म होता, स्वाति को वापस जाना पड़ता था। उनके बिछड़ने के पल हमेशा कठिन होते थे।
स्वाति : कार्तिक, वादा करो कि अगले साल फिर मिलेंगे"
स्वाति ने 2021 की अंतिम बारिश के दिन कहा, उसकी आँखों में आँसू चमक रहे थे।
कार्तिक : "वादा करता हूँ, स्वाति,"
कार्तिक ने उसकी आँखों में देखते हुए कहा। "हम हर साल मिलेंगे, जब तक कि हमारे पास यह समय है।"
03-07-2022
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2022 में, उनका पुनर्मिलन और भी ज्यादा भावुक था। उनके बीच का बंधन और भी मजबूत हो गया था। उन्होंने एक-दूसरे के साथ और भी ज्यादा यादें बनाई। कार्तिक ने स्वाति के लिए एक खास गीत लिखा, जिसे उन्होंने बारिश के नीचे गाया, जैसे बारिश की बूँदें उनकी भावनाओं को गहरा कर रही थीं।
Dil thoda sa pagal
Karta Teri ye to khwahish ,
Tere hi liye to Girti Bunde hoti Barish
Dil Thoda Sa pagal
Karta Teri Ye to Khwahish ,
Tere hi liye to Girti Bunde hoti Baarish
Baarish ki bundo ne
Tumko hai bulaya ,
Ab kaise Inko
Samjhoge tum,
Baarishe Fir aa hi gayi hai
Lekin ye batao kab aaoge tum
Baarishe Fir aa hi gayi hai
Lekin ye batao kab aaoge tum"
स्वाति : "यह गाना हमेशा हमारी याद दिलाएगा," उसकी आँखों में प्यार और कृतज्ञता की चमक थी।
लेकिन जब 2022 का बारिश का मौसम खत्म हुआ, विदाई और भी कठिन हो गई। स्वाति के जाने से पहले की रात, वे दोनों चुपचाप बैठे रहे, केवल बारिश की आवाज़ सुनते हुए।
स्वाति : "कार्तिक, तुम्हें पता है न कि यह समय हमारे लिए कितना खास है?"
कार्तिक : "हाँ, स्वाति,हर पल , हर याद, हमारे दिल में हमेशा रहेगी।"
यही कहते हुए वह दोनो एक दूसरे से विदा लेते है |
12-7-2023
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2023 की बारिश का मौसम आया और उनके मिलन ने एक नई उम्मीद जगाई, लेकिन उनके दिलों में एक छुपी हुई चिंता भी थी। इस बार का मिलन अलग था—गहरा, लेकिन एक अनजाने भय के साथ।
Chapter - 3
The Confession
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2023 का बारिश का मौसम झांसी में एक नए सफर की शुरुआत लेकर आया। कार्तिक और स्वाति के लिए यह मौसम हमेशा खास रहा, लेकिन इस बार, कार्तिक के दिल में एक गहरी चिंता छुपी थी। कुछ महीनों पहले, उसे पता चला था कि वह कैंसर से पीड़ित है और उसके पास जीने के लिए ज्यादा समय नहीं बचा था।
कार्तिक ने अपने इलाज के बारे में किसी को नहीं बताया, न ही स्वाति को। वह नहीं चाहता था कि स्वाति उसकी बीमारी के बोझ से दुखी हो। वह जानता था कि उनके पास एक सीमित समय है, और वह हर पल को खुशहाल बनाना चाहता था।
जब स्वाति झांसी पहुंची, तो उसने कार्तिक को मुस्कुराते हुए देखा। उन्होंने एक-दूसरे को गले लगाया, और वह परिचित गर्माहट उनके दिलों को भर गई।
कार्तिक : "स्वाति, चलो आज एक नया गाना लिखते हैं,", उसकी आवाज़ में उत्साह था। "मैंने सोचा है कि यह बारिश हमारे लिए खास होनी चाहिए।"
स्वाति ने उसकी ओर देखा, उसकी आँखों में चमक थी।
स्वाति : "हाँ, कार्तिक, चलो कुछ खास करते हैं।"
वे दोनों पूरे दिन एक साथ बिताते, गाने लिखते, हंसते, और झांसी की गलियों में घूमते। कार्तिक ने हर पल को संजोने की कोशिश की, हर हंसी, हर गीत, हर छोटी-बड़ी बात को।
रात के समय, जब बारिश की बूँदें छत पर टकरा रही थीं, कार्तिक और स्वाति एक छोटे से छत के नीचे बैठे थे। स्वाति ने कार्तिक की ओर देखा और उसके चेहरे पर कुछ गहराई से नोटिस किया।
स्वाति : "कार्तिक, क्या तुम ठीक हो?" तुम कुछ थके हुए लग रहे हो।"
कार्तिक ने उसकी आँखों में देखा और मुस्कुराया। "मैं बिल्कुल ठीक हूँ, स्वाति। शायद थोड़ा सा थका हुआ हूँ, लेकिन यह समय तुम्हारे साथ बिताने के लिए हमेशा की तरह खास है।"
स्वाति ने उसकी बात मान ली, लेकिन उसके दिल में एक अजीब सा डर बना रहा।
कार्तिक : "स्वाति कल मेरे ऑर्फेनेज के बच्चो का बर्थडे है |"
स्वाति : "में जानती हु "
कार्तिक : "स्वाति क्या तुम कुछ कहना चाहती हो ? "
स्वाति : "कार्तिक! ये पल मेरे लिए बहुत खास है |
मैं नहीं जानती की मैं तुम्हे पसंद करती हू या नहीं या फिर ये सच्चा प्यार है , शायद इसलिए क्योंकि मैं कभी इतना सोच भी नहीं सकती लेकिन कार्तिक मैं इतना जानती हु की मैं ये जिंदगी तुम्हारे साथ बिताना चाहती हू |
"कार्तिक Will you marry me"
ये सुनकर कार्तिक की आंखों में आसूं आ गए
कार्तिक : "स्वाति मैं एक बहुत आम लड़का हु | मेरी कोई फैमिली नहीं है | मैं कैफे में गाता हूं क्योंकि मैं चाहता हु की मेरे ऑर्फनेज के बच्चे वो दिन न देखे जो मैंने देखे है | में किसी भी तरह से परफेक्ट नही हूं लेकिन तुम हो , में तुम्हे वो जिंदगी नही दे सकता जो तुम डिजर्व करती हो |
स्वाति : "कार्तिक अभी हम एक सुंदर जगह पर चांद की चांदनी के नीचे बैठे है | यहां हर चीज़ परफेक्ट है , फिर भी ये पल खास है क्योंकि तुम मेरे साथ हो ये चांद , ये जगह , ये एहसास इनका कोई मतलब नहीं है अगर तुम मेरे साथ नहीं हो |
कार्तिक से अब अपने आसूं। छुपाए नहीं जा रहे थे
फिर। भी उसने किसी तरह उन्हें रोका और कहा।
कार्तिक : "स्वाति कल बर्थडे पार्टी में मैं तुम्हारा इंतजार करूंगा" |
स्वाति : " में भी "
इसी के साथ उन दोनो ने एक दूसरे को अलविदा कहा |
Chapter - 4
The Musical Rain
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आज ऑर्फेनेज के बच्चों का बर्थडे था | आज उनके बर्थडे में स्वाति भी आती है |
कार्तिक ने गिटार उठाया और उसकी उंगलियां तारों पर नाचने लगीं। हर धुन, हर राग, उसके दिल की गहराई से निकल रही थी। उसकी आँखें स्वाति की आँखों से मिलीं और उसने गाना शुरू किया, उसकी आवाज़ में सच्चाई और प्यार झलक रहा था।
"Tere vaaste falak se main Chand laaunga
Sola satrah Sitare sang band laaunga
Tere vaaste falak se main Chand laaunga
Sola satrah Sitare sang band laaunga
Chand tari se kaho abhi thehre Zara
Chand tari se kaho abhi thehre Zara
Pehle Ishq Lada lu uske baad laaunga
Pehle Ishq Lada lu uske baad laaunga
स्वाति ने उसकी आवाज़ में उस प्यार को महसूस किया। उसने अपनी डायरी निकाली और धीरे-धीरे कविताओं की पंक्तियां लिखने लगी। हर शब्द, हर पंक्ति, उसके दिल की गहराई से निकल रही थी।
"तू जो है मेरे साथ,
तो हर दिन एक त्योहार,
तेरे बिना यह जीवन,
जैसे बिन बादल की बौछार।"
कार्तिक ने गिटार को एक तरफ रख दिया और स्वाति की कविताओं को ध्यान से सुना। उसकी आँखों में आंसू आ गए, लेकिन उसने उन्हें छुपा लिया। वह जानता था कि उनके पास समय कम है, लेकिन वह चाहता था कि हर पल स्वाति के साथ खुशी से बिताए ।
स्वाति ने उसकी ओर देखा और मुस्कुरा दी।
स्वाति : "कार्तिक, तुम्हारी गिटार की धुनें मेरे दिल को छू जाती हैं,तुम्हारे बिना यह कविताएं अधूरी हैं।"
कार्तिक ने स्वाति का हाथ थाम लिया और उसकी आँखों में देखा।
कार्तिक : "स्वाति, तुम्हारी कविताएं मेरी धुनों को जीती जागती हैं , तुम्हारे बिना मेरा संगीत भी अधूरा है।"
उनके बीच एक गहरा संबंध था, जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल था। बारिश की हर बूंद, उनकी हर मुलाकात, एक नई याद बन जाती।
कार्तिक अपनी बीमारी के बारे में सोचते हुए, अपनी भावनाओं को गिटार की धुनों में डाल देता। वह चाहता था कि स्वाति को कभी यह महसूस न हो कि उसके दिल में कोई दर्द छुपा है।
स्वाति अपनी कविताओं में अपनी भावनाएं व्यक्त करती, हर पंक्ति में उसके दिल की धड़कन छुपी होती।
"तू जो है मेरे पास,
तो हर मौसम हसीन,
तेरे बिना यह जीवन,
जैसे बिन सूरज के दिन।"
कार्तिक ने मुस्कुराते हुए अपनी गिटार की तारों को फिर से छूआ और एक नई धुन छेड़ी। उन्होंने मिलकर गीत और कविताओं का एक संगम रचा, जो उनके प्यार की निशानी बन गया।
उनका रिश्ता शब्दों और धुनों से भी गहरा था, और हर बारिश के मौसम के साथ उनकी भावनाएं और मजबूत हो जाती | '