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episode 2

खेल को लेकर सभी एक्ससाइटेड हो गए। वे सभी यह जानने के लिए एक्ससाइटेड थे कि पहला हारने वाला कौन होगा।

कबीर ने आरुषि की तरफ अपनी आँखें घुमाई वो पहले से जानता है इसमें सबकी मिलीभगत है

रॉक-पेपर-कैंची बोलने के बाद, सभी ने बर्थडे गर्ल की तरफ देखा , जो पहले से ही हैरान है ।

निया ने उसके हाथ को देखा, जो कैंची का सिंबल है , और फिर सबके हाथों पर नज़र डाली जिनके हाथों में रॉक का सिंबल है ।

यह देख उसकी आँखें चौड़ी हो गईं

"आई हेट यू, आरुषि !"

वो चिल्लाई अंजाम को देख कर बर्थडे गर्ल का रोने का मन कर रहा है । वो पहले से ही नशे में है , और दस गिलास और शराब नहीं पी सकती है

हिम्मत जुटाते हुए उसने दरवाजा खोलने से पहले कई गहरी सांसें लीं।

इंस्ट्रक्शन का पालन करते हुए, वो दाएँ मुड़ी

hallway में खड़ा एक आदमी एक सफेद शर्ट, काले स्लैक और काले चमड़े के जूते पहने हुए था।

वो 27-28 साल का लग रहा है और लगभग 180 सेमी लंबा है । उसका चेहरा उसके गालों से लेकर उसकी जॉलाइन तक सभी angle से परफेक्ट है । उसका लुक ऐसा है जो भीड़ में सबसे अलग दिखाई देता है ।

हालाँकि, उसकी आँखें इतनी कोल्ड है कि निया उसकी ओर देखते ही कांपने लगी।

"wow.. he is one handsome dude ! टॉम्बॉय, जल्दी करो! हम तुम्हे देख रहे हैं,"

आरुषि ने जोर से कानाफूसी में कहा।

निया एक पल के लिए जमी हुई खड़ी रही। वो सोचने में बिजी है ,

'वो आदमी कुछ जाना-पहचाना लग रहा है। मैं उससे पहले कहाँ मिल चुकी हूँ?'

लेकिन आरुषि की आवाज उसके विचारों में आ गई, इसलिए उसने एक गहरी सांस ली और और हिम्मत जुटाई।

फिर भी मन में यह विचार है

'मुझे लगता है कि मैं उससे पहले मिल चुकी हूं। कोई बात नहीं! बेहतर होगा कि मैं इसे जल्दी कर दूं।'

बहादुरी से, वो उस आदमी के पास गई, उसे एक प्यारी सी मुस्कान दी और आगे बढ़ गयी

आदित्य फोन कॉल करने के लिए एक शांत जगह की तलाश में था, लेकिन उसे hallway में एक लड़की ने रोका।

निया के पास आते ही वो झुंझलाहट में डूब गया।

उसके दिमाग में कुछ क्लिक किया।

'वो इतनी जानी-पहचानी क्यों लग रही है? उसकी आँखें...'

आदित्य ने चेहरे को याद करने की कोशिश करते हुए सोचा।

जैसे ही उसने सोचा कि लड़की कौन है , निया ने उसके होठों पर अपने होंठ रख कर किश कर दी और उसे हैरानी में डाल दिया

आदित्य के होठों पर एक किश करने के बाद, निया तुरंत पीछे हट गई, hallway से भाग गई और सीधे कमरे में वापस चली गई।

"निया !"

दरवाज़ा बंद करते ही आरुषि चीख पड़ी।

"तुम कमाल हो, लड़की!"

उसने गर्व से कहा, और उसकी पीठ थपथपाई ।

निया ने राहत की सांस ली।

इस बीच, सरप्राइज किश के बाद आदित्य का चेहरा काला पड़ गया।

वो एक ही जगह खड़ा रहा लेकिन उसने देखा कि लड़की रूम नंबर 501 के अंदर गायब हो गई है.. वो आदमी अपने बॉडीगार्ड से निया को कमरे से बाहर निकालने और उसे समुद्र में फेंकने के लिए कहने ही वाला था कि उसका फोन बज उठा।

रुकावट से नाराज होकर उसने फोन का जवाब दिया। कुछ सेकंड सुनने के बाद, वो बोला,

"ठीक है। मैं वहीं आता हूँ।"

उसने कॉल कट करने के लिए बटन दबाया और फिर कमरा 501 पर नज़र डाली। उसने अपने गुस्से को कण्ट्रोल करने के लिए तेजी से साँस ली। उसकी कंपनी में एक इमरजेंसी आ गयी है , जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत थी

" आज अपने आप को भाग्यशाली समझो.. और भगवान से प्रार्थना करती रहो कि मैं तुम्हे फिर कभी नहीं देखूं। अगली बार जब तुमने मुझे उकसाया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा ,"

इतना कहकर आदित्य जाने के लिए मुड़ा

रूम नंबर 501 के अंदर, निया ने अपने लाल गालों को रगड़ा और उन्हें शर्मिंदगी में जलते हुए महसूस किया। यह उसके जीवन का अब तक का सबसे पागलपन भरा काम था । उसका दिल धड़क रहा है , उसका दिमाग विचारों की गड़गड़ाहट में है ।

(ओह माय गॉड ! यह मेरी पहला किश है , और मैं यह भी नहीं जानती कि वो कौन था..क्या मैंने मेरे पति को धोका दिया है ?)

ओह कोई बात नहीं! मैंने पहले ही डिवोर्स एग्रीमेंट पर सिग्नेचर कर दिए हैं।और यह ठीक है भले ही आदित्य इस पर सिग्नेचर करने को तैयार न हो। कानूनी तौर पर, अगर कपल दो साल से अधिक समय तक साथ नहीं रह रहे तो वे , वैसे भी आटोमेटिक तलाकशुदा माना जाता है

हमारी शादी के तीन साल में मैंने उसे नहीं देखा। तो शायद कानूनी तौर पर, मैं अब उसकी पत्नी नहीं हूँ। इसका मतलब है कि मैं उसे धोखा नहीं दे रही हूँ ।

इसके अलावा, यह सिर्फ एक किश थी ...'

निया अपने आस-पास के सभी लोगों को भूल गई।

अचानक आरुषि तेज़ चिल्लायी ,

"ohhhm myyy goddd"

उसके सभी क्लासमेट अचानक उसके चिल्लाने पर काँप गये

"तुम्हें क्या हुआ है, आरुषि ? तुमने तो तुम्हारे चिल्लाने से मुझे मौत के घाट उतार दिया!"

दिव्या , जो शराब पीने वाली थी, अपने ऊपर ही शराब गिरा दि और शांत होने के लिए अपनी छाती को थपथपा रही है ।

एक्ससाइटेड होकर , आरुषि ने निया के पास कदम रखा, जो अभी भी विचारों में खोई हुई थी, आरुषि ने उसके कंधे हिलाए।

"क्या तुम जानते हो कि वो आदमी कौन है?"

निया ने जिस आदमी को किश किया है वो एक ऐसा आदमी है जिसके सपने हर लड़की देखती है ।वो यंग.. हैंडसम और अमीर और पावरफुल है और वो एक बड़े मल्टीनेशनल ग्रुप का owner है ।

लोग उसे मिस्टर खुराना कहकर बुलाते थे।

"तो, वो कौन है?"

निया ने शैंपेन का एक गिलास लिया और एक बड़ा घूंट लेते हुए मांग की।

"आदित्य खुराना !"

लोगो के चेहरे को देखते हुए आरुषि नाम चिल्लायइ ।

जैसे ही आरुषि ने आदित्य का नाम कहा, निया के मुंह से शैंपेन निकल गया। निया बुरी तरह से खांसने लगी, इस बात से अनजान कि उसने अपने रूममेट के चेहरे पर ड्रिंक थूक दि है । चेहरे पर शैंपेन की बौछार करने के बाद पागल होने के बजाय, आरुषि दंग रह गई।

नाम सुनते ही कबीर भी हैरान रह गया

"मिस्टर खुराना ? टॉम्बॉय, मुझे लगता है कि तुमे अब यह शहर छोड़ देना चाइए ," उसने कहा।

कबीर मुंबई शहर में एक फाइनेंस कंपनी के जनरल मैनेजर का बेटा है , और आदित्य खुराना का नाम गड़गड़ाहट की तरह उसके कानों पर पड़ा ।

परिचित नाम ने दिव्या को भी रुला दिया।

"निया , तुमने मिस्टर खुराना को किश किया ! ओह्ह। मुझे तुम्हें किश करना चाइए .. तुम्हे किश करने से में आदित्य को indirectly किश करूंगी ," उसने अपनी दोस्त को चिढ़ाया।

मुट्ठी भर tissue को पकड़कर, निया अपने दोस्त का चेहरा साफ करने के लिए आगे बढ़ी, लेकिन माफी मांगने की वजह वो अभी भी हैरान है

जब दिव्या आगे आई, तो निया ने टिश्यू को टेबल की ओर फेंका और जितनी तेजी से भाग सकती थी, भाग गई।

अचानक उसे कुछ याद आया और वो रुख गयी

" आरुषि , जब मैं hallway में थी तब क्या तुमने मेरा नाम पुकारा था?".

उसने पूछा।

(dam it ! क्या होगा अगर उसे मेरा नाम याद आ गया )

( यह सोचकर वो कांप उठी।)

आरुषि ने अपना चेहरा सुखाने के लिए टिश्यू छीन लिए और गुस्से वाली आवाज में जवाब दिया,

"हां, मैंने नाम लिया था । क्या तुम इस लिए एक्ससाइटेड हो ? हां मिस्टर खुराना को किश करना interesting रहा होगा, लेकिन तुम केवल ओवरएक्टिंग कर रही हो , ठीक है। ?"

उसने निया को चुपचाप कोसा ,

( you brat )

" ओह माय गॉड ! मेरा चेहरा! और मेरे बाल! हर जगह शैंपेन है!"

माफी मांगते हुए और दिलासा देते हुए निया ने आरुषि की बांह को थपथपाते हुए, अचानक कहा,

"तुम लोग मज़े करो। मुझे अब जाना है ।"

जैसे ही उसने ये शब्द कहे, बर्थडे गर्ल जल्दी से निकल गयी । हर कोई दंग एक्सप्रेशन से उसके घटते फिगर को देख रहा था।

उसके सभी दोस्त एक ही बात सोच रहे थे। वो क्या करने वाली है , मिस्टर खुराना से मिलेगी ?

उन सबने सुना कि बहुत सी लेडीज आदित्य के पीछे पड़ी थीं। और इन लेडीज से छुटकारा पाने के लिए, वो अपने बोडीगार्ड्स से उन्हें समुन्द्र में फेंकने को कहता है

वो उनके दोस्त के साथ भी ऐसा कर सकता है, इसलिए निया को आदित्य के पास जाने से रोकने के लिए उन सभी का एक ही विचार था।

निया को आदित्य खुराना के पास जाने से रोकने के लिए , उसके कई दोस्त कमरे से बाहर भाग गए।

लेकिन लड़की का कहीं पता नहीं चला।

जैसे ही निया ने क्लब से बाहर कदम रखा, उसने एक टैक्सी को रोका और ड्राइवर को इंस्ट्रक्शन दिया कि वो उसे उस विला में ले जाए जहाँ वो रह रही है ।

(मुझे आशा है कि आदित्य ने मुझे नहीं पहचाना और आज रात विला में नहीं आएगा । नहीं तो , वो सोचेगा कि में डिवोर्स नहीं चाहती हूँ और उसकी अटेंशन पाने के लिए यह सब कर रही हूँ और उसकी अटेंशन पाने के लिए उसे किश किया ।)

निया सीट के पीछे की ओर झुककर सोचती रही कि क्या हुआ है।

तीन साल पहले शादी का सर्टिफिकेट मिलने के बाद, आदित्य ने मिस्टर विक्रम को उसके फ़ूड , क्लॉथ और उसकी ज़रूरत की हर चीज़ की देखभाल करने के लिए appoint किया था

लेकिन उसने एक बार भी उस आदमी को नहीं देखा था जिससे उसने शादी की थी।

एक ओर तो वे काम में बिजी था और अपना ज्यादा समय विदेश में बिजनेस की देखभाल के लिए बिताता है ।

दूसरी ओर, जब वो मुंबई शहर में था , तब भी आदित्य दूसरे विला में रहता था । उनके अलग-अलग दोस्त और परिचित थे जिससे , वे उन तीन वर्षों में एक-दूसरे से कभी नहीं मिले, एक बार भी नहीं।

जहां तक ​​मैरिज सर्टिफिकेट की बात है, उसके डैड ने उसे अपने पास तब तक रखा जब वो जिन्दा थे लेकिन अपनी मृत्यु से ठीक पहले, उसने आदित्य को इस डर से दे दिया था कि निया अपने पति को तलाक दे देगी।

इसलिए, अब तक निया को पता नहीं है कि उसका आदित्य कैसा दिखता है।

बैठ कर उसे अचानक कुछ याद आया और उसने अपना माथा थपथपाया।

'ओह, मुझे याद है उसे मैंने एक बार देखा है ,'

निया ने सोचा.. वो एक -दो बार उसके ऑफिस भी गई थी। लेकिन हर बार, आदित्य के अस्सिस्टेंट से ही उसकी मुलाकात हुई पिछली बार जब वो कंपनी में गई थी, निया ने अपना परिचय नहीं दिया था, इसलिए गार्ड ने उसे एंटर होने से रोक दिया

उस समय आदित्य विदेश यात्रा से लौटा था। और बाहर खड़े होकर उसने देखा कि उसका पति दूर से कार से उतर रहा है।

दुर्भाग्य से, वो उस पर एक अच्छी नज़र डालने के लिए बहुत दूर खड़ी थी। और यह बहुत समय पहले की घटना है ।

यहां तक ​​कि वो उसका नाम जानती थी, तब भी उसे इंटरनेट पर आदित्य की कोई तस्वीर नहीं मिली।

आदित्य ने कभी भी मीडिया को इंटरव्यू नहीं दिया और किसी को भी अपनी तस्वीर ऑनलाइन पोस्ट करने की इजाजत नहीं दी

एक समय था जब आदित्य की फोटो पब्लिश हुई थी। उस फोटो में कहा जा रहा था कि उसने एक एक्ट्रेस का हाथ पकड़ रखा है... लेकिन इससे पहले कि निया फोटो की एक झलक पाती, उसे इंटरनेट से हटा दिया गया था।

अब, उसने आखिरकार अपने पति का चेहरा देखा।और उसे किश भी किया है ! अगर उसने तकनीकी रूप से तलाक के कागजात पर सिग्नेचर किये है , तो वो उसका एक्स हस्बैंड हुआ..है ना ।

जबकि आदित्य की कंपनी को महिलाओं की कमी होने के लिए जाना जाता है , वो उन फीमेल स्पीशीज से नफरत करता है जिन्होंने उसके करीब आने की पहल की।

( ओह माय गॉड मैं तो फंस गयी मुझे पूरी उम्मीद है कि उसने मुझे नहीं पहचाना होगा , )

वो चुपचाप pray करती रही।

जब वो विला में पहुंची, तो उसने राहत की गहरी सांस ली जब उसने देखा कि कोई रौशनी नहीं है

"शायद उसने आरुषि को मेरा नाम पुकारते नहीं सुना, और मुझे पहचाना भी नहीं। इसके लिए भगवान का शुक्र है!" वो बड़बड़ायी ।

अपने अभी भी शरमाते हुए चेहरे को थपथपाते हुए, उसने खुद को लिविंग रूम के सोफे पर फेंक दिया और आज रात हुई हर बात को याद किया।

"अगर उसने मुझे पहचान लिया, तो वो बेशक़ मुझे नापसंद करेगा। लेकिन शायद, यह बेहतर है। फिर वो बिना किसी हिचकिचाहट के डिवोर्स एग्रीमेंट पर सिग्नेचर कर देगा ,"

वो फिर बड़बड़ायी

...........

निया इम्पीरियल यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स एंड मैनेजमेंट के फाइनेंसियल डिपार्टमेंट की स्टूडेंट है

उसकी क्लास में 50 से अधिक स्टूडेंट है । इनमें से 40 कॉलेज एंट्रेंस एग्जाम में पास हुए, जबकि बाकी बैक door से पास हुए।

इम्पीरियल यूनिवर्सिटी टॉप 3 लोकल यूनिवर्सिटी में से एक है । यहां तक ​​कि आदित्य ने भी इसी इंस्टीटूशन से ग्रेजुएशन किया है। यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी हुई थी। निया उनमें से एक थी जिसका एडमिशन बैक door से हुआ है

आनंद सिन्हा , एक पुराने प्रोफेसर, अपनी क्लास के सामने मंच पर खड़े थे। उसने अपने चश्मे को अपनी नाक से ऊपर धकेला और अपने स्टूडेंट्स को घूरते हुए एक गहरी सांस ली, जिनमें से ज्यादा स्टूडेंट नींद में थे।

अचानक एक जोरदार धमाका हुआ! प्रोफेसर ने अपनी टेबल पर एक बुक फेंक दी। आवाज ने कई स्टूडेंट को उनके होश में ला दिया, और वे जल्दी से उठ बैठे।

लेकिन उनमें से एक, डेनिम जैकेट में एक लड़की, जो आखिरी बेंच में बैठी थी, अभी भी अपनी टेबल पर सो रही है ।

गुस्से में, आनंद सिन्हा ने दहाड़ते हुए कहा,

"निया मल्होत्रा !"

वो सफेद बालों वाला बूढ़ा हो सकता है, लेकिन उसकी आवाज अभी भी तेज है ।

क्लास में सिर्फ उसकी ही आवाज आ रही है

लेकिन न तो शोर और न ही खामोशी से.. निया को कोई फर्क नहीं पड़ा, जो अभी भी गहरी नींद में थी। हर कोई उसे घूर रहा था क्योंकि वो सपनों की दुनिया में है