लिन संजिउ आधुनिक समाज में एक सामान्य लड़की है। हर कोई उसके सुंदर, कोमल और अमीर प्रेमी की प्रशंसा करता है। हालांकि, लिन संजिउ इस "उत्तम" बॉयफ्रेंड से थोड़ा डरती है। उसे हमेशा लगता रहा कि उसका प्रेमी उसे ऐसे देखता है जैसे वह माँस का स्वादिष्ट टुकड़ा हो ... यह परिवर्तन उस रात हुआ। संजिउ का अपने प्रेमी के साथ झगड़ा हो गया और उसने आखिरकार अपने असली रंग दिखा ही दिया। दरसल, उसका प्रेमी एक सर्वनाशक दुनिया का प्राणी था। उसमें कुछ विशेष शक्तियां थीं और वो खुद को विकसित करने के लिए संजिउ को खाना चाहता था।लेकिन उसकी हैरानी का ठिकाना नहीं रहा जब वो खुद संजिउ के हाथों से मारा गया। हालाँकि संजिउ की परेशानियाँ उसके मृत प्रेमी के साथ समाप्त नहीं होती हैं। वास्तव में, वह जिस दुनिया में रहती है वह असामान्य बदलावों से गुजरना शुरू कर रही है। यह दुनिया अब एक चिलचिलाती गर्म नरक में बदल रही है ...
1. विविएन के घर के पास ही एक कॉफी की दुकान थी। पहले महीने विविएन उस काफी की दुकान में सिर्फ दो बार ही गयी। उसने एक सेंडविच और एक कॉफी मंगवाई। कुल मिलाकर उसने कॉफी की दुकान पर मात्र 5 मिनट ही बिताए। अगले महीने विविएन उस कॉफी की दुकान पर लगभग 18 बार गयी और हर बार करीब 12 घंटे वहाँ बिताए। हर बार घर पहुंचने पर वह इतनी बुरी तरीके से थक जाती मानो उसकी कमर उसकी ना रही| तीसरे महीने वह उस कॉफी शॉप पर 47 बार गयी और उसके बाद से उसने इसकी गिनती रखना ही बंद कर दिया|
विविएन का इस तरीके से बार बार कॉफी के लिए उस दुकान पर जाने का कारण था वह आदमी।| जब वह तीसरी बार उस कॉफी की दुकान पर गयी तभी उसकी मुलाक़ात इस आदमी से हुई थी। वह आदमी दिखने में काफी आकर्षक था। विविएन जब भी काफी की दुकान पर जाती वह उस आदमी को उसी एक कोने में बैठा पात। जल्दी ही उसे किसी और से पता चला की उस आदमी का नाम पपेटर था, वह ही उस दुकान का मालिक था|
2. अगर आप पूछें की आखिर उस कॉफी की दुकान और उस आदमी में ऐसा क्या खास था? तो यह तो खुद विविएन को भी नहीं मालूम था,पर एक बात वह अच्छे से जानती थी जो कुछ भी हो पर उसे उस आदमी से प्यार नहीं था। उसे लगता था की अगर किसी को उस आदमी से प्यार होता है तो वह ऐसा होगा मानो कोई मेंढक किसी साँप के प्यार में पड़े या कील को हथोड़े से प्यार हो जाए। वो दोनों बहुत ही अलग थे। उसे ओडेन से भरे कटोरे से कैसे प्यार हो सकता था|
पपेटर देखने में काफी आकर्षक था उसके उपर से निगाहें ही नहीं हटती थी। यह सेक्सुयल आकर्षण था, ऐसा लगता था मानो दुकान के उस कोने में जहां वह आदमी बैठता था, वहाँ ब्लैक होल हो,जो अपनी तरफ सब कुछ खींच लेता था,यहाँ तक की रोशनी की किरण भी।
दुकान के मालिक की वह अकेली दिवानी नहीं थी,इस छोटे से शहर के लोगो की जिंदगी काफी नीरस सी थी,उस में किसी तरीके की कोई स्पार्क ही नहीं थी। इसलिए जब भी आस-पास कुछ नया होता था,तो लोग उसके लिए काफी उत्साहित हो जाते थे। दिन पर दिन शहर के लोग इस कॉफी की दुकान की तरफ आकर्षित होते चले जा रहे थे। यह दुकान अब दिन रात लोगों से भरी रहती थी। कुछ लोगों को पता था की यह एक कॉफी की दुकान थी,पर जो लोगों को नहीं पता था उन्हे यहां लगी भीड़ को देख कर लगता था की किसी कंपनी के प्रमोशन का कुछ कार्यक्रम हो रहा हो।
जल्दी ही कॉफी की दुकान ने नया नियम निकाला, दुकान के मालिक के पास की टेबल पर खाने पीने के लिए पहले से बूकिंग करवाना होगा,उसका अलग से पैसा देना होगा। इसके अलावा खरीदने की न्यूनतम सीमा भी निधारित की गयी, हर टेबल के प्रति घंटे का पैसा भी निर्धारित किया गया|
3. एक कॉफी के लिए इतना पैसा कौन खर्च करेगा?
विविएन ने फोन पर बोलना शुरू किया, "हाई! मुझे एक टेबल बूक करवानी हैं,…. "अगले सोमवार?" ठीक हैं, ठीक है, मैं उस दिन छुट्टी ले लूँगी, आपका धन्यवाद... फिर मिलते हैं सोमवार को।"
4.विविएन खुद को उस कॉफी की दुकान का एक निवेशक समझने लगी थी। हर महीने वह करीब एक से दो हजार डॉलर उस दुकान से सेंडविच और कॉफी खरीदने में खर्च करने लगी थी। इतने दिनों में उसने एक भी बार दुकान के मालिक से बात नहीं की थी, पर यहां से खरीदे सेंडविच की वजह से उसके ऑफिस में उसके साथ काम करने वाले सह कर्मचारियों से उसके संबंध काफी अच्छे हो गए थे।
भगवान हमेशा मजबूत इरादे वाले लोगों की मदद करता हैं। आज विविएन के जीवन का सबसे अच्छा दिन था। आज जैसे ही वह कॉफी की दुकान में घुसी,पपेटर केशियर की कुर्सी के पीछे से उसे बिना किसी भाव के घूरे जा रहा था। यह देख उसे इतना बड़ा झटका लगा की वह अपने ही पैर में उलझ गई। आज पहली बार उसे इस आदमी का चेहरा इतना साफ साफ देखने को मिला, वरना हर बार वह उसे इधर उधर से नजरें चुरा कर ही देखती थी| पहले कभी वह किसी को गोथ {बर्बर} के तरीके के कपड़े पहने हुए देखती थी तो सोचती थी इस आदमी का दिमाग ठिकाने पर नहीं हैं, पर आज पपेटर के संदर्भ में उसके विचार कुछ अलग थे। आज पपेटर को इस तरीके के कपड़ों में देख कर उसकी सांसे ही थम गयी थी। ऐसा क्यों हो रहा था उसे नहीं समझ आ रहा था। शायद इस आदमी की आभा ही वेम्पायर वाली थी।
"हे... हेलो!" उसने गद गद हो कर के ट्रे पपेटर की तरफ बढ़ते हुए पूछा "आप को इस जगह पर पहली बार बैठे देखा?"
रजिस्टर मशीन की आवाज आने लगी जैसे जैसे उस आदमी की उँगलियाँ अंको के पैड पर चलने लगी। निगाहें नीची रखते हुए उसने जवाब दिया "हाँ|"
"आपकी पसंद काफी अलग हैं वैसे, आपकी दुकान की सजावट की तुलना में|।"
पपेटर ने अपनी पलके झपकाते हुए पैनी निगाहों से उसे देखा,एक पल के लिए विविएन को लगा मानों कोई तीखी तलवार उसके माथे पर से गुजर गयी हो,या यूं कहिए की जब आप स्काइ डाइविंग कर रहे हो पर आखिरी मौके पर आपको इस बात का अहसास हो की आपके पास पेराशूट नहीं हैं|
"अगर मुझे आप लोगों की दुनियाँ में घुलना मिलना हैं, तो मुझे अपने बनाए नियमों के साथ कुछ समझौता तो करना ही पड़ेगा|"पपेटर ने लकड़ी की जमीन और लटकते हुए ओरचिड़,पोधों,और हल्की भूरी रंग से पुती दीवालों की तरफ देखते हुए कहा|
"कॉफी?"पपेटर ने पूछा। उसकी आवाज एक दम ठंडी थी। "आज की खास कॉफी जमाइका ब्रीज हैं|"
वीविएन के दिमाग में अचानक एक विचार कौंधा|
"नहीं ठीक है|" बिना सिर उठाए उसने यह जवाब दिया,बोलते वक़्त उसकी निगाहे लगातार पपेटर की कलाई पर बंधे गुलाबी रंग के बैंड पर थी। "मुझे लाटे दीजिये|"
जैसे ही उस आदमी ने टाइप करना शुरू किया विवीएन ने कहा "कम झाग वाली।" जिसके जवाब में पपेटर ने अपनी गरदन हिला दी|
जैसे ही वह आदमी फिर से टाइप करने लगा विवीएन ने एक ओर इच्छा जाता दी, "स्कीम मिल्क।"
पपेटर ने धीरे से उसकी तरफ देखा।
"डबल शॉट….।"
पपेटर ने अभी तक अपना आपा नहीं खोया था|
"व्हिप क्रीम भी डालो।"
पपेटर की पैनी निगाहों के आगे बड़ी हिम्मत से खुद को खड़ा रख पा रही थी विवीयन। जैसे ही उसके होठों से एक एक शब्द निकलता उसका सिर कुछ और झुक जाता। उसने हांलाकि अपना ऑर्डर पूरा किया, "कॉफी के उपर थोड़ी सी दालचीनी भी छिड़क दें।"
"यह तो बहुत ही मजेदार होने वाली है।"
7. पर सबसे ज्यादा उत्साहित करने वाली बात वह थी जब पपेटर ने अपने दोनों हाथ रजिस्टर पर दबाते हुए एक दम शांत ओर निर्भाव से कहा "इस कॉफी का कुल बिल हुआ 380 डॉलर।"
8. पर आखिरी में पपेटर विविएन को एक सादी काली कॉफी का लंबा कप दे देता हैं।"
9. जब वीविएन पपेटर को इस बात की शिकायत करने गयी,तब पपेटर ने उसे ठंडी सी और शैतानी निगाहों से देखा जिस से की वीविएन की दिल की धड़कने बढ़ गयी थी|
"चलो एक खेल खेलते है।" पपेटर ने कहा। "अगर तुम एक साँस में इस कॉफी को खत्म कर दोगी 10 मिनट के अंदर तो मैं तुम्हें पूरे साल कॉफी मुफ्त में दूंगा, पर अगर तुम नहीं कर पायी तो तुम्हें पूरे एक साल तक मेरे आदेश मानने होंगे। दूसरे शब्दों में अगर कहूँ तो तुम्हें एक साल तक मेरी कॉफी की दुकान पर मेरी कठपुतली की तरह काम करना होगा|
10. नौ मिनट के बाद एक नयी कठपुतली ने कॉफी की दुकान के रसोई घर में काम करना शुरू कर दिया था