रात ढल रही,
लम्हे गुजर रहे,
कैद है अगर कुछ तो,,,,
दिल में तुम्हारी यादें।।
दिल में छुपे कई जजबातें।।
खास तो इस रात में कुछ नहीं,
बस आंखें भीगी सी है,
होंठ सूखे से है,,,
ख्वाब सारे टूटे से है।।
लहर उठ रहा दिल में,
एक पल बगैर तेरे,
नामुमकिन है मेरे लिए,
लेकिन किस्मत साथ नहीं है मेरे।।।
मैं फिलहाल कुछ कर ना सकता,
दर्द बहूत है मगर इजहार कर ना सकता,,
बयां करूँ भी तो कैसे करूँ,
मैं बगैर तेरे जी रहा लेकिन जी नही सकता।।।
दिल टूटा है या किस्मत ने धोखा दिया है,
मैं हारा हुँ या प्यार हारा है,,,
प्रश्न बहूत है दिल में मगर,,,
जवाब कोई दे ऐसा मिल नहीं सकता।।।
तुम्हारे बिन मैं जीकर ही क्या करूँगा,
दिल में रहेंगे हजारो दर्द,
चेहरे पे हंसी लाकर ही क्या करूँगा,,
हा सच है तेरे बिन में यहां रहकर ही क्या करूँगा।।।
जिंदगी के आखरी लम्हें है मेरे अब शायद,,
जब तूम जाओगी मैं पागलो की तरह भटक कर क्या करूँगा,,
तुम खुश रहना अपनी दुनिया में,,,,
मैं तुम्हारे बिन जीकर ही क्या करूँगा।।।