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tumhari duriyan

'प्रेरणा खुदकुशी करने के लिए प्रयास करती है मगर बच जाती है"। प्रेरणा - एक बेहद ही शांत स्वभाव की लड़की अपनी उच्च शिक्षा के लिए कलकत्ता जाकर पढ़ना चाहती थी । लेकिन उसके माता-पिता उसे मना कर देते हैं और अपने घर के नजदीक ही एक स्कूल में दाखिला करवा देते हैं । वह स्कूल जाती है । जहां उसकी मुलाकात आकाश से होती है । आकाश पढ़ने में तेज लड़का था जिससे प्रेरणा की दोस्ती होती है और यह दोस्ती कुछ ही महीनों में प्यार में बदल जाती है । प्रेरणा अपनी बारहवीं की परीक्षा पास करने के बाद कलकत्ता पढ़ने के लिए चली जाती है और आकाश वहीं की कॉलेज में पढ़ने लगता है । प्रेरणा के कलकत्ता चले आने पर आकाश के मन में अब प्रेरणा के प्रति प्यार कम होने लगता है और वह किसी दूसरी लड़की के साथ एक नये बंधन में जुड़ने लगता है । प्रेरणा अपने और आकाश के बीच प्यार के रिश्ते में खटास देखकर अवसाद में चली जाती है और खुदकुशी करने का प्रयास करती है ।

Ranjanshaw1998 · Ciudad
Sin suficientes valoraciones
12 Chs

इक चोट से दोस्ती

आकाश को कबड्डी खेलना अच्छा लगता था। वह इंटर स्कूल की खेलों में भाग भी लेता था। आकाश अपने स्कूल में ही अपने कुछ दोस्तों के साथ कबड्डी खेल रहा था । उसके कुछ साथी आउट हो चुके थे अब आकाश की जाने बारी थी ।

आकाश कबड्डी कबड्डी करते हुए जाता है लेकिन वह गिर जाता है। उसके घुटनों में काफी चोट लगती है। वह प्राथमिक चिकित्सा करवा कर फिजिक्स कि क्लासरूम में बैठा था ।

प्रेरणा फिजिक्स क्लासरूम के बाहर से जा रही थी । प्रेरणा का ध्यान एक रोते हुए लड़के पर पड़ती है । वह उस लड़के के पास जाती है और देखती है रोने वाला लड़का आकाश है । वह आकाश से पूछती है -

" क्या हुआ , रो क्यूं रहे हो "

" मेरे पैरों में कबड्डी खेलते हुए चोट लग गई " (आकाश रोते हुए प्रेरणा से बोलता है)

" बहुत ज्यादा चोट लगी है " (प्रेरणा कि आवाज में उसके लिए फिक्र पता चल रही थी)

" हां , और देखो न मेरी फिजिक्स के सम्स भी बनाना पूरे नहीं हुए हैं "( आकाश की स्थिति चिंताजनक थी)

" ठीक है तुम रोओ मत , मैं बना देती हुं । तुम अपनी कॉपी दो मुझे "

प्रेरणा आकाश की कॉपी लेकर उसके सारे सम्स बना देती है । आकाश चुपचाप उसे केवल देखता ही रहता है । इस तरह दोनों दोस्त बन जातै है ।