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Poem No 14 खिलखिलाकर हँसो तो ज़रा

खिलखिलाकर हँसो तो ज़रा

ज़िन्दगी को दिखा दो ज़रा

हम भी खुश है ज़माने में

कब तक यूँ आँसू बहाहोगे

कब तक सारा दर्द सहोगे

अब बस करो ज़रा

खिलखिलाकर हँसो तो ज़रा

ज़िन्दगी को दिखा दो ज़रा

----Raj