webnovel

MY Arrogant professor

Adavan Rajput is a brand in itself, which every child of Delhi knows. There would hardly be any person in Delhi who does not know Adavan Rajput. Be it status or money, he was not behind anyone in anything, but he was full of ego, selfishness and anger. On the other side was Arana Sharma, a calm, playful and innocent girl, who only knew how to share love by being among people. What will happen when two people of different temperaments meet?

Aarushi_Sharma_7900 · Fantasía
Sin suficientes valoraciones
6 Chs

biological practical

अब तक,

अराना अपने कमरे को लॉक कर बेड पर जाकर बैठ गई और अपने दाहिने हाथ के अंगूठे को मुंह में ले चूसने लगी! अराना जब भी गुस्सा होती,,, तो वो अपना दाहिने हाथ का अंगूठा चूसने लगती। जो बात सिर्फ शिवानी को पता थी,,बाकी सब इस बात से अंजान थे। 

अब आगे, 

अराना अभी अपना अंगूठा चूस ही रही थी की उसके डोर पर किसी ने नॉक किया, नॉक की आवाज सुन अराना एकदम से हड़बड़ा गई और इस जल्दबाजी में उसने अपना अंगूठा काट लिया। 

"अराना दरवाजा खोलो बेटा! देखो ऐसे नाराज नही होते,, तुम तो मेरी प्यारी बेटी हो ना! आ बेटा जल्दी से दरवाजा खोलो। रेखा जी आवाज सुन अराना ने जल्दी से अपना अंगूठा साफ़ किया और डोर ओपन करने चली गई। अराना ने जैसे ही डोर ओपन किया की समय उसके पैरो में आ गिरा! जिसे देख अराना शॉक्ड हो गई और उसे घूरने लगी। अराना को देख समय ने अपने दांत दिखा दिए और बोला, "अरे दीदी,,, मुझे तो लगा था की सस्ती गिलहरी  का गुस्सा इतनी जल्दी शांत नही होता! लेकिन तुमने आज प्रूफ कर दिया की तुम एक सस्ती गिलहरी ही हो! वरना मैं तुम्हे महंगा नाम नही देता"। ये बोल समय जल्दी से उठा और बाहर भाग गया। समय ने एक बार फिर अराना को छेड़ा था... जिसकी वजह से अराना का मुंह फिर से फूल गया। 

रेखा जी–"अरे अराना,,, तू भी क्या उसकी बातो पर गुस्सा हो जाती है! अभी वो छोटा है! इसलिए तुझे परेशान करता है! कल को तू शादी करके चली जायेगी तो कोन तुझे परेशान करेगा! चल बेटा आप नीचे आ जा! मैने खाना लगा दिया है"। ये बोल रेखा जी नीचे चली गई और अराना कमरे में। 

अदावन जैसे ही अपने केबिन में पहुंचा की उसकी नजर फोन पर चली गई! जो शायद वो केबिन में ही भूल गया था! "श्याम,, नेक्स्ट मीटिंग कब है"??? 

"बॉस एक घंटे बाद"। श्याम की बात सुन अदावन ने हा में सिर हिलाया और अपनी चेयर पर जाकर बैठ गया! आज का दिन सच में बहुत थकावट भरा था! ये सोच अदावन ने अपना फोन उठा लिया और जैसे ही उसने लॉक खोला की उसे घर से 25 मिस्ड कॉल दिखाई दी। घर से फोन.... ये बोल अदावन ने आए हुए मिस्ड कॉल पर फिर से कॉल लगा दी। 

दूसरी तरफ युक्ता जो इतनी देर से अदावन के कॉल का वेट कर रही थी की उसका फोन बजने लगा! जिसे देख उसने जल्दी से फोन उठा लिया और अपने कान पर लगा लिया, "हेलो भाई! मैं आपको कितनी देर से फोन कर रही हु,, लेकिन आप कोई रिस्पॉन्स ही नही दे रहे"??? 

काम बताओ युक्ता...! अपने भाई का स्ट्रेट फॉरवर्ड बात सुन उसका मुंह बन गया! लेकिन परमिशन लेनी थी,, इसलिए अपनी बातो में चासनी घोलते हुए बोली, "भाई आप तो जानते ही है,,, आज मेरा और दादू, नानू, का बाहर जाने का प्लेन था और अपने मना कर दिया,,, अब आप ही सोचिए की इस उम्र में आप उन्हे मना करेंगे तो बुढ़ापे में आपके बच्चे मना करेंगे, फिर आपको भी ऐसा ही महसूस होगा जैसा इस वक्त उन्हे हो रहा है! इसलिए आप हमे जाने की परमिशन दे और अपने आने वाले बच्चो से बच्चे"। युक्ता हमेशा से ऐसी बात बोलती थी की अदावन को शक होता था की वो उसी की बहन है या किसी और की,,, क्योंकि अदावन एक स्मार्ट, इंटेलिजेंट, और नाप तोल के बोलने वाला इंसान था। और दूसरी तरफ युक्ता,,,, एक नंबर की बड़बोली और नटखट और एक नंबर की शैतान। 

"युक्ता मैने किसी को जाने से नही रोका,, बस ये बोला है की तुम आप अपने साथ बॉडीगार्ड को लेकर जाओगी, अगर मंजूर है तो जाओ वरना घर में ही बैठो"। ये बोल अदावन ने फोन काट दिया, जिसे देख युक्ता ने अपनी नाक फुला ली और उन्हें देखने लगी ! जो इस वक्त उसे बड़े आस से देख रहे थे। 

युक्ता–"नही माने वो जल्लाद, देखना एक दिन उन्हे ऐसी ही बीवी मिलेगी! जो उनका सिर खा जायेगी और सारे बाल नोच गंजा बना देगी"। ये बोल युक्ता कमरे की तरफ भाग गई। 

युक्ता से बात करने के बाद अदावन ने लैपटॉप खोला और उसमें काम करने लगा! इतने में एक लड़की अदावन के पास आकर खड़ी हो गई और उसे ऊपर से नीचे स्कैन करने लगी! व्हाइट शर्ट और ब्लैक पैंट में अदावन इस वक्त हॉट लग रहा था! उपर से उसके लाल होठ,, जो पानी ना पीने की वजह से एकदम सुर्ख लाल हो चुके थे। ये देख माया को अचानक से अपने अंदर गर्मी महसूस होने लगी! जैसे वो किसी भट्टी में आ गई हो। माया का दिल कह रहा था की वो एक बार इन होठों को चूम ले,,, लेकिन ऐसा करने का नतीजा कितना भयानक होगा! ये बात सोच ही उसकी रूह कांप गई। वो जल्दी से अदावन से दूर हो गई,, और सीधी खड़ी हो अदावन के देखने का वेट करने लगी। 

अदावन इस वक्त ऐसे काम में डूबा था की उसे अपने आस पास का कोई होश ही नहीं था! उसकी उंगलियां कीवर्ड पर किसी मशीन की तरफ चल रही थी! अदावन की उगलिया देख माया की नजर अपनी उगलियों पर चली गई, जो अदावन के मुकाबले कम सुंदर थे। लड़का होने के बाद भी अदावन इतना सुंदर था की एक पल को माया को भी अपने लड़की होने पर शक होने लगा। इतने में वहा श्याम आ गया,,, जिसके हाथ में बहुत सारी फाइल थी।

श्याम ने सारी फाइल अदावन के टेबल पर रखी और अदावन के देखने का इंतेजार करने लगा। फाइल देख अदा वन की चलती उगलियां रुक गई और वो अपनी एक एयरब्रो उठा उसे देखने लगा! जिसे पूछ रहा हो की ये क्या है??? अदावन का ऐसा रिएक्शन देख श्याम ने एक लंबी सांस ली और माया को एक नजर देख बोलना शुरू किया, "बॉस ये सारी फाइल बायोलॉजिकल सब्जेक्ट से रिलेटेड है! आप कल से एक प्रोफेसर बनने जा रहे है! इसलिए आपको भी पढ़ने की जरूरत है, ताकि आप सभी स्टूडेंट को अच्छे से हैंडल कर सके,, इसलिए मैं ये सब आपके लिए लेकर आ गया"। श्याम तो चुप हो गया लेकिन माया के दिमाग में एक ही बात घूम रही थी! "बायोलॉजिकल"...। 

माया–"लेकिन अदावन,,, बायोलॉजिकल में तो प्रेटिकल भी तो होते है! उसे कैसे".....! आगे के वार्ड माया के मुंह में ही रह गए! क्योंकि अदावन उसे घूर रहा था और श्याम अपना मुंह दबा हस रहा था। श्याम की नजर से माया ने बिल्कुल सही क्वेश्चन पूछा था। श्याम को देखना था की अदावन क्या जवाब देता है।।

माया अपना दिमाग चलाना बंद करो और जिस काम के लिए बुलाया है, उसपर फोकस करो! ये बोल अदावन ने माया की तरफ बहुत सारी फाइल बढ़ा दी! जिसे देख माया के साथ श्याम की भी आखें बाहर आने को हो गई। फाइल को देख श्याम को अपनी हालत के बारे में सोच रोना आ गया! एक सेकंड,,, एक सेकंड,,, ये तो माया के लिए है ना, फिर वो इतना क्यों परेशान हो रहा है।।

इतनी सारी फाइल देख माया बोल पड़ी, "लेकिन अदावन मैं".....,,, अभी माया ने इतना बोला ही था की अदावन ने उस फाइल की ढेर पर चार फाइल और रख दी। जिसे देख माया का मुंह लगभग रोने जैसा हो गया। माया ने जैसे तैसे कर सारी फाइल उठाई और केबिन से बाहर निकल गई। माया जहा से भी गुजरती की सब उसे देख हस देते! क्योंकि आज तक उन्होंने माया के हाथ में इतनी सारी फाइल नही देखी थी,, लेकिन इसमें गलती भी तो उसी की थी, अगर वो अदावन के बीच में ना बोलती तो आज उसे ये सब ना करना पड़ता। 

"श्याम नेक्स्ट मीटिंग का क्या"??? बॉस वो बाकी की मीटिंग नेक्स्ट वीक के लिए शिफ्ट हो गई है! क्योंकि उन सबको किसी जरूरी काम की वजह से इंडिया से बाहर जाना था। जिसकी वजह से मीटिंग पोस्पोन हो गई और नेक्स्ट वीक के लिए शिफ्ट हो गई"। श्याम की बात सुन अदावन ने उसे जाने का इशारा किया और खुद फाइल ले पढ़ने लगा! क्योंकि कल उसे लेक्चर देना था। बेशक वो एक ब्रिलियंट स्टूडेंट था,,, लेकिन इतने दिनो बाद फिर से पढ़ाना,,, थोड़ा मुस्किल था! इसलिए उसे थोड़ी मेहनत तो करनी ही थी! अदावन ने जैसे ही एक पेज फिनिश किया की उसके दिमाग में माया की बात आ गई! 

अब अदावन इसका सॉल्यूशन कैसे निकलेगा?? ये पढ़ने के लिए बने रहिए!