webnovel

New House

आरती होने के बाद इंदर और संजू सभी का आशीर्वाद लेते है ।

 इंदर और संजू ,दादी का आशीर्वाद लेते हैं ।दादी संजू और इंदर को आशीर्वाद देते समय कहती हैं। बेटा तुम लोगों के लिए एक अनमोल तोहफा है।

इंदर कहता है।, दादी आपके आशीर्वाद से बढ़कर और क्या अनमोल तोहफा होगा। 

उर्मिलाजी- नीलेश से कहती हैं ,नीलेश बेटा ।।

वह कागजात ले आना,

इंदर- दादी कागजात कौन से कागजात ?

और नीलेश जी कागजात ले आते हैं।

उर्मिला जी - ले बेटा यह तेरे नए घर के कागजात हैं ।अब से तुम लोग उसी घर में रहोगे ।।

इन्दर- नहीं दादी हम इसी परिवार में रहेंगे ।।

अरे बेटा।, तुम लोग आते-जाते रहना वह घर तुम्हारे मां बाबूजी का है सुशील (इंदर के पिता) रागिनी (इंंदर् की मा) ने यह वह घर तेरे लिए बनवाया था मेरे इंदु बेटा अब वह तो इस दुनिया में है नहीं तो फिर वह घर अब तेरा ही होगा

संजू - लेकिन दादी मैं तो आप लोगों के साथ रहना चाहती हूं

इंदर -हां, दादी ,चाची ,चाचू हमें अपने आप से दूर मत कीजिए

श्रावणीजी- बेटा वह घर है ही कितनी दूर यहां से 10 मिनट की दूरी ही तो है । जब दिल करे हम से मिलने आ जाना।

नक्ष-हम लोग भी आपसे मिलने आ जाया करेंगे इंदर -पर दादी उर्मिला जी आप बेटा कुछ मत बोल दो ।

उर्मिला जी- अब बेटा कुछ मत बोलो ।तु मुझे मना नहीं कर सकता ।

इंदर् -ठीक है दादी लेकिन हम अभी नहीं जाएंगे    नीलेश- बेटा कल बहुत शुभ मुहूर्त है तुम लोगों को कल ही प्रवेश करना होगा।

संजू- लेकिन दादी

उर्मिला जी- नीलेश बेटा वह साफ सफाई करा दिया ।सब कुछ हो गया।

     श्रावणीजी-मां सब चीज बिल्कुल व्यवस्थित करा दी मैंने।

         उर्मिलाजी-  ठीक है मेरे बच्चें ।

इतनी देर में इंदर का फोन बज उठताहै। इंदर के फोन पर इंदर का इंदर का बहुत पुराना दोस्त ऋषभ होता है। जो कि दादी को बिल्कुल अपनी दादी की तरह मानता है और बचपन से ही इंदर के घर आता है घर के सभी लोग उसे बहुत अच्छे से  से जानते हैं ऋषभ के इलावा अनिल ,सचिन और प्रयाग इंदर की बहुत ही करीबी और बिजनेस पार्टनर दोस्त हैं ।

उर्मिलाजी- अरे ऋषभ का फोन है। अब तो यह इन्दर की जान ही ले लेगा।

संजू- क्यों दादी हमने शादी मंदिर में की थी इसीलिए इसके चारों दोस्तों को नहीं बुलाया वह लोग बहुत नाराज हैं इन्दर से।।

   इंदर-हेल्लो,हाँ ऋषभ ठीक है तु ।                  

ऋषभ-(फोन पर )तु कल मिल।

इंदर-बहुत् नाराज है ये मुझसे (सबसे कहते हुए)।     (नये घर मे पूजा हो रही हैं ।सभी लोग पूजा संपन्न होने मे शामिल हैं ।संजू के मायके वाले भी हैं ।)

ऊर्मिला जी -सोमेशजी कैसा लगा आपकी बेटी का घर ।

सोमूजी-अरे माँ जी ।हमारी बेटी के तो भाग्य हि खुल गये।जोकि आपके घर की बहु बनी।

नीलेशजी-ऐसी बातें करके आप हमे पराया  मत कीजीये।

सोनीजी उर्मिलाजी से हाथ जोड़ते हुए धन्यवाद् माजी हमारी बेटी के लिए...!!

श्रावणीजी -बस अब आप लोग फॉर्मेलिटी मत कीजिये। आइये खाना खाइये।

सभी खाना खाते हैं ।।एक तरफ संजू चुप चाप खड़ी थी तभी ।

उर्मिला जी-संजू बेटा सोनी जी को अपना रूम दिखा दो।

संजू -जी दादी आइये माँ।

देवू- दी आप माँ को रूम दिखाए मै जीजू के साथ जाता हु घर देखने।

इधर संजू के रूम में सोनी जी संजू से कहते हैं।बेटा तू क्या हमसे नाराज हो?

संजू- माँ आपने मेरी शादी एक बूढ़े के साथ करा दी जिसे मै जानती तक नहीं ।

सोनी जी- तो क्या तू खुश नहीं है ।

संजू- नहीं मां मैं कभी भी खुश नहीं रह सकती उस बूढ़े के साथ।।

सोमुजि-  यह तो देख उनकी उम्र ज्यादा है लेकिन वह लगते ही नहीं है कि वह 40 के है।

संजू - क्या ना लगने से उनकी उम्र कम हो जाएगी पापा मुझ में क्या कमी थी आखिर ।  जो आपने कहा मैंने वही माना । अब् मुझे मेरी मर्जी करने दीजिए । कुछ दिन बाद हम एक तलाक ले रहे हैं।

ये बात सुनते ही सोमूजी सोनी जी बहुत दुखी हो  गए।

सोनीजी-लेकिन् बेटा। 

संजू - बस माँ अब कुछ मत बोलिए।(ये कह के वहाँ से चली जाति है ।)

सोमू जी - सोनी जी रहने दे अभी वह कुछ नहीं समझेगी।जाने दीजिए उसेआप।।

सभी लोग इंदर के नए घर से चले जाते हैं अब घर मे संजू और इंदर ही बचे हैं।इंदर संजू से कहता है संजू अगर तुम्हें कोई प्रॉब्लम ना हो तो तुम मेरी फ्रेंड  पार्टी में चलना पसंद करोगी।मेरे फ्रेंड ने बहुत ज्यादा जोर दे कर कहा है कि भाभी   को जरूर।लाना ।

संजू - मुझे पार्टी वार्टी करना पसंद नहीं है इसीलिए आप अकेले ही चले जाये।

इंदर -ओके,इतनी ही देर में इंदर का फोन बज उठता है फोन पर इंदर का दोस्त ऋषभ होता है।इंदर -हेलो हां ऋषभ, मैं शाम को टाइम से पहुंच जाऊंगा पार्टी में।

(ऋषभ फोन पर) क्या भाभी नहीं आ रही हैनो यार उन्हें पार्टी में जाना पसंद नहीं है।

ऋषभ - come on,  यार यह पार्टी सिर्फ आप लोगों के लिए है आप लोगों ने तो शादी में बुलाया नहीं भाभी को फोन दे जरा।

इंदर - संजू जी यह लीजिए आपसे बात करना चाहता है।

संजू -मैं क्या बात करूं मैं तो इन्हें जानती भी नहीं हूं।

इनदर् -बात कर लीजिए वरना वह घर पर आ धमकेेगा।

संजना -फोन रिसीव करती है ,हेलो (वहां से आवाज आती है।) भाभी आपको जरूर आना है अगर आप नहीं आई तो मैं घर से आकर आपको ले जाऊंगाअब संजना कुछ नहीं बोल पाती हैं और ओके कह देती है।

थोड़ी ही देर में वहाँ एक पार्शल् आता है ।उस पर लिखा होता है ।पार्टी थीम क्लॉथस।

इंदर- यह फ्रेंड्स भी ना।

संजू- क्या है यह

इंदर -यह शाम की पार्टी के लिए कपड़े हैं ।

शाम को इंदर ने ब्लैक कलर का सूट और वाइट कलर की शर्ट पहने  हैं।।

संजू ने ब्लैक कलर की फ्री पल्ला साड़ी स्लीवलैस ब्लाउज और गोल्ड कलर की ज्वेलरी पहनी होती है।।

संजू के एक हाथ में वॉच और एक हाथ में डायमंड के कंगन होते हैं।। बाल खुले होते है क्योंकि ब्लाउज का गला बहुत डीप है।। संजना अपने रूम से बाहर आती हैं । ब्लैक साड़ी में संजू बहुत ही खूबसूरत लग रही थी।इंदर संजू को देखते ही रह जाता हैं ।

पार्टी एक 5 star होटल मे है ।

वहाँ पर इंदर के फ्रेंड्स ऋषभ अनिल सचिन प्रयाग होते हैं ।इन सभी के अलावा इनकी वाइफस भी है ।।ये पार्टी सिर्फ फ्रेंड्स की है इसलिए कोई और नहीं था।

श्रुति- ऋषभ  की वाइफ

नीमा-अनिल् की वाइफ

तान्या- सचिन की वाईफ

प्रयाग् की शादी नहीं हुई है। वो 30 साल का है।

इन सभी फ्रेंड्स मे ये ही सबसे छोटा हैं ।

अब इंदर और संजू की इंट्री होती है सभी दोनो को देखते रह जाते हैं ।