webnovel

Drink

इंदर बाथरूम मे नहाने चला जाता है ।इधर संजू खुद मे सिमटी हुई है ।के उसने ये क्या कर दिया पापा के धोखे मे इंदर के कंधे पर् सर रख दिया।क्या कर दिया ये मैने।

संजू ये सोच रही होती है ,के उसके दरवाजे पर नॉक होता हैं ।बाहर से आवाज आती हैं ।नीलू की(नीलू घर की केयर टेकर हैं) आवाज आती है ।नीलू-भाभी भाई ,दादी बुला रही है पूजा के लिए ।

संजू- अभी आते है ।

नीलू-भाभी दरवाजा खोलकर ये साडी और गहने ले लीजिये। ये आपको नहाकर पहनना है ।

संजू दरवाजा खोलकर समान ले लेती है ।

अब इंदर बाथरूम से नहाकर आ जाता है ।

इंदर-अब् आप जाइये नहा लीजिये और निचे आ जाइये।

संजू -ok  

ये कह कर इंदर निचे चला जाता है ।

अब संजू बाथ् रूम मे नहाने चली जाती है।

इंदर निचे आ चुका है ।

उर्मिला जी-इन्दु बेटा संजू नहीं आई।

इंदर-वो त्यार हो रही है ।दादी।

श्रावणी- इंदर कैसी रही रात।

ये सुनकर इंदर मुस्कुरा देता है ।

नक्ष-ओहओओ.....भाई देखो कैसे शर्मा रहे है ।

फिर इंदर अपनी पॉकेट में हाथ डालता है ।उस का फोन नहीं था ।सायद जल्दवाजि मे फोन ऊपर हि रह गया ।

इंदर ऊपर गया उसे याद हि नहीं रहा कि उसकी शादी हो चुकी है।वो बेखबर अपने बाथरूम मे चलता चला गया।

उधर संजना अपने ब्लाउज़ के बैक हुक नहीं लगा पा रही होती है ।बार बार कोशिश के बाद भी नहीं लगा पा रही होती है ।

जैसे ही इंदर बाथरूम मे इंटर होता है ।वैसे हि  ओह shit ।।। इंदर के मुह से निकलता है (क्यूंकि संजना ने  इस वक़्त पेटीकोट और ब्लाउज़ पहना था वो भी ब्लाउज के हुक ना लगने की बजह से उसकी आधी पीठ दिख रही थी।)इंदर तुरंत बाहर निकल गया ।लेकिन उसे ये नजारा बार बार याद आ रहा था।संजू की गोरी गोरी पीठ देख उसे मन मे गुदगुदी हो रही थी ।।संजू-कौन् है वहाँ

इंदर-जि मै 

संजू-इन्द्रेश् जी ।आप 

इंदर - क्या मेरा फोन अंदर बाथरूम मे है ।सायेद मै वहीं भूल गया हूँ ।इंदर मन मे सोचता है अच्छा हुआ मुझें संजना ने बाथरूम मे नहीं देखा नहीं तो पता नहीं क्या सोचती मेरे बारे मे वो।

उधर संजना सोचती है कि यह बैक हुक किस से लगवाऔ। चलो इंदर से ही लगवा लेती हु नहीं तो पूजा में देर हो जाएगी।

इंद्रेशजी क्या आप अभी है वहाँ।

इंदर-जि संजना जी

संजना - जी जी वोजी जी वह मेरा बैक हुक लगा देंगे क्या ।

इंदर को अपने कानो पर विस्वास नहीं हुआ और वो बोला क्या??

संजू-जि वो मेरा बैक हुक नहीं लग रहा है ।और ये साडी दादी ने पूजा मे पहनने के लिए बोला है ।

इंदर क्या आ जाऊ?

संजू-जी आइये।

इंदर बाथरूम मे आया संजना पीठ करके उसकी तरफ खड़ी थी।उसकी पीठ बालो से ढकी थी।

         संजू -लगाइये आप खड़े क्या है ।

ये सुन इंदर बोलता है जी कैसे?आपके बाल 

संजू-बालो को हटा लीजिये।

तभी इंदर अपने हाथो से संजू के बालो को हटाता है तो उसे फिर गोरी सी पीठ दिखती हैं ।वो इसी बहाने संजू की पीठ छूता है ।

फिर इंदर संजू की गर्दन को छूता है  इससे संजू की आंखे बंद हो जाती है ।उसे भी प्यारा सा एहसास होता है ।पता नहीं इंदर को क्या हो जाता है ।वो संजू के गर्दन पर अपने होंठ रख देता है अब तो संजू मदहोश हो कर इंदर की बाहो मे आ जाति है ।

इंदर भी संजू को कसके पकड़कर गले लगा लेता है।उसके मुह से अचानक निकलता है ।

"i love u "संजू मुझे तुमसे पहली बार में ही प्यार हो गया था, अगर तुम मुझे छोड़ कर चली गई तो मै तो जैसे मर ही जाऊगा।

यह शब्द संजना के कानों से पहुंचकर दिल तक उतर रहे थे । अचानक से इंदौर का फोन बज उठा फिर इंदर और संजू को होश आया कि हम क्या कर रहे है संजना गुस्से में इंद्र से कहती है आप क्या कर रहे हैं।

मौके का फायदा उठा रहे हैं ।

इंदर - मैं तो मैं तो बस .....

संजना साड़ी पहनने चली जाती है और इनदर फोन लेकर नीचे चला जाता है।और इंदर फोन लेकर नीचे चला जाता है।

 अब तो संजना को इंदर की बातें ही याद आ रही थी कि वो कितना प्यार करता है मुझसे।लेकिन मै भी क्या करू ।मुझे प्यार नहीं करना इस बड़ी उम्र के आदमी से। मैं जल्द से जल्द इंदर से बात करके तलाक के पेपर तैयार कर आती हूं। संजना साड़ी पहनकर और मेकअप कर कर तैयार हो जाती है।                इधर पूजा के स्थान पर

उर्मिलाजी - इंदु बेटा ऊपर जाकर संजना को बुला ला।

इंदर- दादी।।,  नीलू को भेज दीजियेगा।

अब जो हसीन हादसा ऊपर रूम मे हुआ ।उससे इंदर संजू को कैसे फेस करेगा ।अब उर्मिलजी

 दोबारा इंदर को आवाज लगाती है इंदु बेटा इस पूजा में तू और संजू जोड़े से बैठेंगे इसिलये तुझे ही संजू को बुलाकर लाना होगा।

अब इंदर दादी की बात तो टाल् नहीं सकता था ।इसीलिए धीरे कदमो से ऊपर जाने लगा।

रूम में पहुंच कर नओक करता है।

संजना जी क्या तैयार हो गई आप।

संजना तैयार होकर बहुत सुंदर लग रही थी।रेड कलर की साड़ी और स्लीवलेस ब्लाउज और गहने एकदम किसी मॉडल की तरह लग रही थी। संजना का यह रूप देख कर इंदर उसे देखता ही रह गया।संजना को भी इस हादसे की वजह से झेप लग रही थी।इंदर से बिना नजर मिलाए बोली चले नीचे. ।।संजना की बातो से इंदर को ध्यान आया।और बोला चलिए नीचे ।चले दादी बहुत देर से इंतजार कर रहे हैं पूजा में सभी लोग आ चुके थेे।अब सीढ़ियों पर सबकी नजर इन्दर और संजनापर थी ।दोनों की जोड़ी बहुत सुंदर लग रही थी।40 की उम्र होने पर भी इंदर ने खुद को बहुत मेंटेन करके रखाथा ब्लैक सूट और पेंट और पिंक शर्ट मे इंदर एक स्मार्ट बिजनेसमेंन लग रहा था ।ए संजू रेड कलर की हेवी बनारसी साडी और फ्री पल्ला के साथ बहुत सुंदर लगरही थी।उसकी ख़ूबसूरती देखने वाली थी।

श्रावणीजी-आओ बेटा आरती की थाली तुम दोनो थामो और आज की आरती करो।

संजू -पर चाची मुझे तो थोड़ी थोड़ी आरती आती 

है ।

नीलेशजी-कोइ ना हमारे इंदर को आती है।

अब संजू इंदर का चेहरा देख रही थी। तभी दादी ऑरेंज कलर की चुन्नी लाकर संजू को उड़ाती है ।

उर्मिलाजी-नजर् ना लगे मेरे बच्चो को ।चलो बच्चो जगदीश भगवान की आरती करो।

इंदर् आरती करता है ।