webnovel

FRIENDZONED LOVE

A boy or girl can never be friends....is this statement is right or wrong.... Let's see while reading this story ... ...that what happens when anyone breaks the rule of friendship..which is NEVER FALL IN LOVE WITH YOUR FRIEND ... . THIS IS A.... STORY OF... 5 childhood friends (2 girls & 3 boys) who are totally different from each other in the way of thinking, their hobbies, their way of expressing and taking things... But the thing that United them as FRIENDS are their love and care for each other... Here you will see a unique diehard friendship, love, jealously, revenge, suspense, and so on... ...so tunned with me to see what will happen then.... WHEN a girl out of them fall in love with a boy in their friends group... let's see if the boy agreed to love her back or just break their friendship...

anjali_singh_8437 · Adolescente
Sin suficientes valoraciones
25 Chs

chapter 11 --emotional dosti

सुबह रोज की तरह जिया 5:30 बजे उठती है, इस वक्त वो उठ कर अपना काम निपटा कर, नहा कर सूर्य देवता को जल चढ़ाने जब अपनी बालकनी में जाती है तो आते वक्त उसकी नजर अपने फ्लैट के सामने वाली मॉल की बिल्डिंग पर पड़ती है तो, शॉक्ड हो जाती है और जोर से चिल्लाती है।

उसका फ्लैट का रूम काफी ऊंची फ्लोर पे था और वहा से उसे एक बड़े से मॉल की बिल्डिंग साफ नजर आती थी। लेकिन आज इस बिल्डिंग के वॉल पे मीरा की होल्डिंग लगी हुई थी। ये देख वो उसकी खुशी का ठिकाना नही रहा। वो ऐसा कुछ करना चाहती थी की उसे यकीन हो जाए की वो कोई सपना नही देख रही और इस लिए बार बार चिलाए जा रही थी, "aaaaaaaa, aaaaaa, aaaaaaaaaaaaaa...

oh my god meera, I am sooooooo happy today.... thankyou thankyou thankyou bhagwan ji"

आज जिया बहुत खुश थी, क्युकी इसकी दिन की शुरुआत ही कुछ ऐसी हुई थी।

जिया खुशी खुशी अपने लिए खाना बना कर टेबल पर रख कर खाने जाती है तो, उसकी door बज पड़ती है।

दरवाजे पर उसे राहुल दिखता है। राहुल अंदर आने बाद

बोलता है, "अरे वाह लखनवी पुलाव और मंचूरियन आज तो मजा आ गया।" और जिया का खुद के लिए निकाला हुआ खाना, खाने लगा। फिर जिया अपने दोनो हाथ कमर पर रख कर बोलती है, "क्या है ये। तू यह क्या कर रहा है।"

राहुल खाते हुए ही बोलता है, "क्यू मैं यह नहीं आ सकता क्या। "

जिया: "हा आ सकता है पर ऐसे अचानक कैसे।"

तो राहुल जिया को आगे बताता है, "यार वो मॉम और डैड पुणे गए हैं दादाजी के पास, उन्हे उनकी याद रही थी तो...

लेकिन मैं अब अकेला हूं। और रोज बाहर का खाना नही खा सकता, तो सोचा तुझे परेशान किया जाए।"

जिया: "ओह अच्छा, तो तू प्रिया के पास क्यू नही गया?" जिया को प्रिया की इवेंट पे कही बात याद आ गई। और jiya, प्रिया की राहुल को लेकर इनसिक्योरिटी को साफ समझ रही थी। तो जिया ने राहुल से साफ साफ शब्दों में पूछ लिया।

राहुल: "क्यू मैं वहा क्यू जाऊंगा? वैसे भी उसकी मॉम, मुझे हमेशा शादी के लिए पूछ पूछ कर तंग करती हैं। उनका बस चले तो,वो कल ही हमारी शादी करा दे।"

जिया पहले की बाते भूल कर हसने लगती है और राहुल की प्लेट से ही खाते हुए बोलती है, "हा अच्छा है, हममें से कोई तो शुरुआत करे शादी की।"

राहुल(चिढ़ते हुए): "अच्छा तो मेरी बली क्यू चढ़ा रही है, तू कर न... शुरुआत।"

जिया(थोड़े मजाकिया लफ्जो में): "यार मैं तो कब से बेताब हु शादी के लिए बस कोई मिले तो।"

इस पर राहुल, बिना किसी एक्सप्रेशन के कहता है, "मिला पड़ा है। बस तू ही ट्राई नही करती अपनी फीलिंग्स बताने की।"

जिया(थोड़े गुस्से और फिर उदास होते हुए): "shut up राहुल। I am really waiting for someone else to come in my life, ताकि मैं आर्यन को लेकर अपनी फीलिंग्स को पूरी तरह भूल सकू,"

इस पर राहुल उसे घूर कर देखने लगता है, फिर जिया मजाक में बोलना जारी रखते हुए आगे बोलती है, "यार लेकिन मेरे मम्मी पापा, लगता है मेरे पर ही डिपेंडेंट है, की मैं ही खोज कर दूंगी उन्हे उनका दामाद।"

और फिर वो और राहुल दोनो हसने लगते हैं।

दोनो खाना खा कर सोफे पर बैठ कर बाते करने लगते हैं, तभी जिया की मॉम का कॉल आ जाता है,

जिया बात करने बालकनी में जाती है और फिर जब थोड़ी देर में वापस आती है तो, थोड़ी उदास हो जाती है। पर अपनी fake smile से वो उदासी छुपाने की कोशिश करने लगती है। पर राहुल तो ठहरा जिया का बेस्ट फ्रेंड, उसे एक सेकंड नही लगता जिया की असली और नकली स्माइल पहचानने में।

वो जिया से उसकी उदासी का reason पूछता है, तो जिया उसे पहले तो मना करती है बोल उसके काफी पूछने पर थोड़े उदासी में ही कहती है, "ऐसा कुछ नही है, वो बस मेरी जॉब चली गई न.. लेकिन मैंने अभी मॉम को बताया नही है, तो बस उनसे झूठ बोलने पर थोड़ा बुरा लग रहा है।"

राहुल: "पक्का बस यही reason है?"

जिया: "हा बस और क्या होगा। वैसे मुझे एक जॉब की तलाश है, जहा मैं पार्ट टाइम कर सकू, क्युकी मुझे मेरे काम के लिए टाइम ज्यादा चाहिए बट अभी कोई पैसे नही मिलेंगे उस काम के मुझे। तो बस कुछ समझ नही आ रहा।"

राहुल: "बस इतनी सी बात? मतलब तुझे मेरी जैसी जॉब चाहिए। तो तू आर्यन से बोल न... वो तुझे अपनी कंपनी में किसी पोस्ट पर काम दे देगा और फिर तुझे जब भी छुट्टी लेनी होगी, तू आराम से ले सकती है।"

जिया: " तू पागल है? तुझे क्या लगता है, आर्यन ने तुझे ये जॉब और इतनी freedom क्यू दी है, क्युकी तू उसका दोस्त है? बिलकुल नहीं, उसने तुझे इस लिए जॉब और ऐसी फ्रीडम दी क्युकी तू उसके काबिल है। मैं अपनी दोस्ती का ऐसा फायदा नही उठा सकती।"

तभी राहुल जिया को समझाने की कोशिश में कुछ कहने को होता है। तभी पीछे से आर्यन ताली बजाते हुए एक गुस्से वाली स्माइल करते हुए अंदर आता है।

तभी जिया को याद आता है की राहुल के ऐसे अचानक इस वक्त उसके घर आने से जिया हैरान होने के चक्कर में और राहुल से रीजन पूछने के चलते गेट बंद करना भूल गई थी।

आर्यन अंदर आकर थोड़ा इमोशनली ब्लैकमेल करने के अंदाज में कहता है, "वाह जिया वाह, अच्छा सिला दिया तूने हमारी दोस्ती का, कितना सोचती है न....तू। मैं यहां पता नही क्या क्या सोचे जा रहा था की तेरी इस प्रोब्लम का सॉल्यूशन क्या होगा। लेकिन तूने मुझसे ये शेयर करना जरूरी नहीं समझा। की तुझे बस एक जॉब की जरूरत है। खैर शायद इस लिए मेरे दिमाग में भी ये idea नही आया। पर तेरा क्या तूने तो पल भर में पराया कर दिया।"

जिया आर्यन को समझाती हुई कहती है, "आर्यन, देख ऐसा नहीं है जो तू समझ रहा है। और मैं सच में नही चाहती की तू अपनी प्रोफेशनल लाइफ में पर्सनल लाइफ को किसी भी तरह हावी होने दे। वैसे भी मैं तेरी कंपनी में कोई काम करने की काबिलियत नही रखती। मैं तेरे किसी काम की नही ही। ऐसे में तेरा, मुझे जॉब देना सिर्फ बचपन की दोस्ती का फायदा उठाना होगा यार।"

आर्यन: "पता है तेरी प्रोब्लम क्या है? तू सोचती बहुत है, और सबसे बड़ी प्रोब्लम ये की, अपने हिस्से का तो सोचती ही है, साथ में दूसरो के हिस्से का भी सोच लेती है।"

ये सुन कर राहुल हसने लगता है, पर बिना आवाज निकाले, क्युकी वो अपनी हसी से इस ड्रामेटिक इमोशनल सीन को खराब नही करना चाहता था।

आर्यन अपनी बात जारी रखते हुए कहता है, "मुझे नही पता की तू मेरे अभी किस काम की, पर इतना पता है, की तू इतनी टैलेंटेड है की किसी न किसी काम तो जरूर आएगी। और कल तू मेरे ऑफिस आ। मुझे पूरा यकीन है की चार घंटे तुझे काम सीखा कर तुझसे चालीस हजार का काम निकलवा सकता हु।"

जिया आगे कुछ नहीं कहती और हा में सिर हिला कर, जवाब देती है।

.....

उधर, karan मीरा के घर पर था। दोनो वीडियो गेम खेल रहे थे। और खेलते हुए करन ने बोला, "तो मीरा क्या डिसाइड किया तूने? तेरे डैड की पार्टी क्या करना है?"

मीरा (उसी तरह गेम खेलते हुए), "मुझे फर्क नही पड़ता, उन्हे करनी है तो करे पार्टी हम अकेले ही करेंगे। मैने उन्हे माफ नही किया है। प्यार से गले क्या लग लिया, उन्हे लगा की सब भूल गई मैं।"

फिर गेम छोड़ कर थोड़ी इमोशनल होकर, उसकी आंखो में थोड़े आसू आ गए थे, और कहने लगी, "कैसे इतनी जल्दी भूल सकती हु? की कितनी इनसिक्योरिटी से गुजरना पड़ता था उन्हे। सारा टाइम यही सोचती रहती थी, की उनके हसबैंड कहा हैं, क्या कर रहे होंगे, सबसे इंपोर्टेंट किस के साथ होंगे। नही भूल सकती मैं करन।"

करन मीरा के मूड चेंज करने के लिए, बोला, "अच्छा तो ये फिक्स्ड हो गया, हम पांचों, मेरे होटल चलते हैं। वहा का सेपरेट हाल मैं अभी बुकिंग चेक कर लेता कही बुक्ड तो नही। और कल रात को वही तुम दोनो की सक्सेस पार्टी करेंगे। okk??"

मीरा और करन, दोनो पार्टी की लोकेशन और टाइमिंग फिक्स कर के सबको कॉल करने का सोचते हैं।

....