क्रिकेट का जन्मदाता इंग्लैंड को माना जाता हैं लेकिन जितना यह खेल इंग्लैंड में खेला जाता है उससे कई ज्यादा भारत में खेला जाता है भारत में जगह जगह पर गलियों गलियों में इस खेल को बड़ी धूमधाम से खेला जाता है भारत मे इस खेल को खेलने वाले 10 से 15 वर्ष तक के बच्चे यह सोचते हैं कि इसमें हमारा भविष्य हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं होता उन बच्चों में से कुछ बच्चे ही आगे बड़े स्तर पर खेल पाते हैं और बाकी के बच्चे परेशान होकर हताश होकर अन्य किसी क्षेत्र में अपना करियर ढूंढते हैं जैसे कि मैं भी क्रिकेटर बन्ना चाहता था किंतु तू तो नहीं बन सका अब मैंने 10th क्लास में साइंस मैथ लेकर आईआईटी करने का सोचा है लेकिन मैं और क्रिकेट खेलने वाले बच्चों को डिमोटिवेट नहीं कर रहा हूं यदि आप क्रिकेट खेल रहे हो और मेहनत करते हो तो आप अवश्य ही क्रिकेट में अपना करियर बना सकते हैं बस उसके लिए आप में एक चीज होनी चाहिए वह है क्रिकेट के लिए जुनून जुनून जुनून फिर ही आप क्रिकेटर बन सकता है यदि कोई व्यक्ति यह ठान ले कि मुझे इस काम को करना है तो वह इसे अवश्य कर सकता है वह कहा जाता है ना की यदि कोई व्यक्ति किसी चीज को सच्चे दिल से चाहे तो भगवान भी उसकी सहायता अवश्य करते हैं