<p>"मुझे फर्क नही पड़ता है जीह कि वो इंसान हैं मुझे फर्क नहीं पड़ता कि मेरी मंगनी हो चुकी है .मुझे फर्क नहीं पड़ता है कि आसमानी दुनियां के हिसाब से क्या सही ,क्या गलत है, ड्रैगन किंग ने गुस्से में बोल रहा था, जीह डर गया था उसने पहली बार ड्रैगन किंग को इतने गुस्से में नही देखा था, वो डरते हुए बोला "मालिक शांत हो जाइए , ड्रैगन किंग के गुस्से से आसमान में तूफानी माहौल बन गया था बिजली कड़कड़ाने के साथ तेज हवाएं भी चलने लगी मानो आसमानी दुनियां में आज तूफान आने वाला हो ड्रैगन किंग का रूप एक विशाल काय सांप में बदलने वाला ही था की जीह ने शान्त होने के लिए कहा ।<br/> जीह समझ चुका था की ड्रैगन किंग बहुत गुस्से में है उसने वहा से उस समय जाना बेहतर समझा । जीह जाने के लिए मुड़ा और बोला " मालिक आप आराम करिए ।<br/><br/> ड्रैगन किंग बोल पड़ा " रुको जीह मेरे साथ रहो, मालिक की आवाज सुन कर जीह रुक गया।<br/>जीह पूरे आसमानी दुनियां में एक ऐसा था जो ड्रैगन किंग के के लिए वफादार था वो अपने मलिक के लिए जान भी दे सकता था ।<br/><br/>ड्रैगन किंग ने आगे कहा """जीह क्या वो लङकी भी मुझे याद कर रही होगी? <br/>जीह ने मुस्कुराते हुए कहा ""जरूर मालिक ,ड्रैगन किंग ने मुस्कुरा कर अपनी आंखों को बंद करके जिया के खयालों मे खो गया।<br/><br/>इधर जिया अपनी बीती रात के किस्से मियाउनी को बता रहीं थीं बादल के बदलते रंग और तूफानी गड़गड़ाहट सुन कर मियाउनी हंसने लगी और बोली की शायद तुम्हारे ड्रैगन किंग को उस लड़के के बारे में सुन कर बुरा लग गया।<br/><br/>जिया बोली """मजाक करना बस भी करिए राजकुमारी , मुझे नही पता है कि ड्रैगन किंग होते है या नही! मैंने उनके बारे मे बस किस्से और कहानियों में सुना है या फिर किताबो मे पढा है।<br/>लेकिन उस लड़के को मैं सच में मिली हू वो लड़का एक हकीकत है.जिया उसे बताते बताते उन्ही बीती रातों में खो गई। मियाउनी जिया को देख कर हंसने लगी तभी जिया को याद आया कि उस लड़के ने आते समय एक पत्ता जिया के हाथ में दिया था जिया ने जल्दबाजी में कहा राजकुमारी आप खाना खा चुकी है रात बहुत हो चुकी है आप सो जाइए सुबह बाकी काम कर लेना और वो राजकुमारी को सुला कर जल्दी जल्दी अपने कमरे में गई और वो किताब उठाने लगी जिस में उसने वो पत्ता रख दिया था लेकिन के पास वो किताब नहीं थी। जिया घबरा कर बोली "अरे ये क्या...?किताब तो मैने यही रखी थी ,कहाँ चली गई..?जिया घबराहट में इधर उधर देखने लगी रात भी बहुत हो चुकी थी वो थक गई थी उसे नींद भी आ रही थी लेकिन वो उस पत्ते को देखना चाहती थी तभी उसे वो किताब मिल गईं जिया झट से किताब उठा कर वही बैठ कर वो पत्ता देखने लगी .पत्ते को उसने गौर से देखा वो खाली नहीं था उसमे कुछ लिखा था!<br/> उसमे लिखा था कि ये हमारी आखिरी मुलाकात नहीं है हम फिर मिलेंगे ,जब भी तुम मुझे दिल से याद करोगी मैं तब तब तुम्हारे सामने आ जाऊंगा उम्मीद करता हूं हम जल्दी मिलेंगे।<br/><br/>ऐसा भी होता है क्या ?जिया खुद से बोली ये तो जादुई बात हुई कि मै जब जब याद करूंगी तुम मेरे सामने आ जाओगे ,ऐसा तो मैने बस किताबो में पढ़ा है ये तो बहुत रूहानी बात हुई .फिर वो बोली हां मैं तुम्हें याद कर रही हू आ जाओ मेरे सामने मुझे तुम्हे धन्यवाद बोलना है । <br/><br/>आसमानी दुनियां में ड्रैगन किंग को ये पता चल गया कि जिया उसे याद कर रही है वो जल्दी से उठ कर बोला देखा जीह उसने मुझे याद किया मुझे पता था की वो मुझे याद करेगी मुझे अभी जाना होगा।<br/><br/>जीह ने कहा ""लेकिन मालिक ये समय आपके बाहर निकलने का नही है बाहर खतरा भी हो सकता है जीह को सुन कर ड्रैगन किंग ने गुस्से में उसकी तरफ देखा। जीह चुप हो गया।<br/><br/>देखा मुझे पता था तुम नही आओगे ये ऐसी जादुई बाते सिर्फ किताबों में अच्छी लगती हैं जिया मुंह बनाते हुए बोली, फिर पत्ता किताब में रख दी। अरे बारिश होने लगीं राजकुमारी की नई पोशाक बाहर है उस पर रंग चढ़ गया होगा कही बारिश से भीग न जाय....?जिया जल्दी से उठ कर बाहर गई और राजमहल के सबसे ऊपरी छोर पर जहा सभी राजकुमारियो के कपड़े बनते थे वहा पहुंच गईं वो पुरा भीग चुकी थी ।अरे नहीं ये तो कपड़े का रंग उड़ गया है पानी से भीग कर ,अब मै क्या करू? कल राजकुमारी को क्या जवाब दूँगी <br/> आपने मुझे याद किया जिया के कानो में ये आवाज सरसराहट की तरह आई वो जल्दी से पीछे मुड़ी तो वही लड़का उसके सामने खड़ा था।</p>