जियान अपने पीछे उन तमाम लोगो के लिए एक संदेश छोड़ गया कि प्यार एक आंतरिक भावना है, प्यार का किसी लड़की और लड़के से कोई सम्बन्ध नहीं है, प्यार की सीमाएं तो अथाह है जो किसी को भी अपने समाहित कर सकतीं हैं ! क्यों रखना समाज का डर जब प्यार ईश्वर की देन है ! विद्यार्थी के द्वारा पुरे स्वान कबीले में ये बात फैल गई कि जियान ही सोवी का सोलमेट था! ये खबर स्वान वासियों के लिए बहुत दुखद थी उन्होने पहले ही अपने होने वाले कुल प्रमुख सोवी को खो दिया था अब जियान की मृत्यु उनके लिए बड़ी विपत्ति से कम नहीं थी! स्वान वासियों का मानना था कि कुलप्रमुख का सोलमेट स्वान कबीले के आने वाले भविष्य को तय करता है उनके लिए सोवी राजकुमार का सोलमेट किसी लड़की के रूप में होनी चाहिए थी ,लेकिन जियान की मौत ने स्वान कबीले के लोगो को विश्वास दिला दिया कि जियान चाहें लड़का हो या लड़की लेकिन वो हमेशा स्वान कबीले में सोवी का सोलमेट के रूप में जाना जाएगा। पूरा कबीला एक बार फिर जियान की अंतिम यात्रा में शामिल हुऐ सभी के आंखों में पहले सोवी और अब जियान को खोने का दुख था!
पुरे विधि विधान से जियान की को प्रकृति के हवाले कर दिया गया , शिन जुई बस एक मूक दर्शक बन कर रह गई! लेकिन उसे प्यार का सच्चा मतलब समझ आ गया था वो समझ गई थी कि प्यार एक एसी भावना है जिसमे त्याग होता है, जैसे सोवी ने जियान की जिन्दगी के लिए अपनी स्पिरिट का त्याग किया था, जिसमे कुछ भी खोने का डर नही होता है, जिसमे दो इन्सान एक दुसरे के लिए जीते हैं , तो क्या हुआ अगर प्यार की उम्र छोटी हुई, जितना वक्त प्यार के लिए मिलता है,प्यार उसे ही पूरी जिन्दगी मान लेता है, प्यार का मतलब एक दुसरे को पा लेना ही नहीं होता है एक दुसरे को पाने की चाहत रखना ही प्यार है, प्यार तो एक ऐसी भावना है जो इन्सान को लिंग के आधार पर नही मापता,तो क्या हुआ अगर एक लड़के को किसी लड़के से ही प्यार हो जाय, तो क्या हुआ अगर एक लड़का दुसरे लड़के को पसन्द करने लगे, प्यार कभी लड़का और लड़की देख कर नही होता बस एक एहसास ही दो लोगो को एक दुसरे से बांध देती हैं ! प्यार तो किसी के लिए भी हो सकता है माता पिता, भाई बहन, परिवार विश्व या फिर मानवता से ! आज शिन जुई के साथ साथ कबीले वाले भी समझ गए थे कि प्यार की दुनिया अपार है जिसमे हर व्यक्ती समाहित हो सकता है आज उनके लिए जियान एक संदेश छोड़ गया था कि समलैगिंक रिश्ते अपराध नही होते बल्कि किसी बहते हुए पानी की तरह पवित्र होते है ।
स्वान कबीले में शोक था स्वान वासी को पता चल चुका था कि जियान को जहर दिया गया था और जिसमे सोवी के पिता शामिल थे ,तो स्वान कबीले के लोगो ने विद्रोह कर दिया और विद्रोह के माध्यम से शिन जुई स्वान कबीले की अगली कुल प्रमुख बनाई गई ! आने वाले वर्षो में शिन जुई ने एक कुल प्रमुख की तरह स्वान कबीले के लोगो की सेवा की और हर वो कार्य लोगो की भलाई के लिए किया जो उसने सोवी से सीखा था ! शिन जुई ने जियान और सोवी के संघर्ष की कहानी लिखी और पुस्तक के रूप में और स्वान कबीले के प्राचीन पुस्तकालय में रखवा दिया ताकि आने वाली पीढ़ियों को पता चल सके कि कुछ ऐसे भी रिश्ते दुनिया में होते हैं जो बिल्कुल निस्वार्थ और पवित्र होते है!
सालो बीत गए आज शिन जुई स्वान कबीले में एक रानी की तरह शासन कर रही थी और स्वान कबीले के लोगो के सेवा में अपना सम्पूर्ण जीवन बिता दिया, स्वान कबीले की सेवा को वह अपने मास्टर से पाया हुआ कर्तव्य मानती थी।
आज स्वान कबीले का बच्चा, बच्चा, सोवी और जियान की कहानी को जानता था!
हालाकि ये इस कहानी का अंत नही है हजारों वर्ष बीत गए, कई सदियां निकल गई, कई सभ्यताएं जन्मी और समाप्त हो गई, न जानें कितनी बसंत निकल गए। समय प्राचीन काल से निकलते हुए मध्य काल से आधुकिन काल में प्रवेश कर चुका है आज प्रकृति को छोड़ कर प्रत्येक वस्तु परिवर्तित हो चुकी है समय एक क्रांतिक युग 21वी शाताब्दी के प्रवेश कर चुका है।
साल 2000 (सन् 2000) एक लीप वर्ष होने के साथ साथ शाताब्दी वर्ष भी है अब हम अगर भविष्यवक्ता मां के भविष्यवाणी को दोहराए तो अतीत के पन्नो से पता चलता है कि उन्होने कहा था जब लीप वर्ष होने के साथ शाताब्दी वर्ष होगा , उसी साल सोवी और जियान का जन्म होगा और भविष्यवाणी सच हुई! उन्ही प्राचीन कबीलो के ढांचे पर आज चीन के बड़े बड़े शहर शान से विकसित हो चुके हैं और इन्ही शहरो में से बीजिंग चीन का वो शहर है जहा दो अलग अलग जगह दो लोगो का जन्म हुआ जो भविष्य में एक डोर से बंधने वाले थे।
जन्म के 23 साल बाद यानि (2023) में एक बार फिर समय वही पहुंचने वाला था जहां से सब कुछ बिखर गया था, एक बार फिर ईश्वर ने जियान और सोवी की मुलाकात को तय कर दिया था वो बसंत फिर आने वाला था जिसका सपना कभी दो सोलमेट ने देखा था । समय सब कुछ परिवर्तित कर सकता है लेकिन प्रकृति के नियमो को नही । प्रकृति अपने नियमो के साथ उसी दिशा में प्रवाहित होती हैं । दो सोलमेट जिनकी पहली मुलाकात एक यूनिवर्सिटी में होने वाली थी और ये समय एक बार फिर सोवी और जियान की पहली मुलाकात की याद दिलाएगा।
सिंगुआ विश्विद्यालय न केवल बीजिंग का बल्कि विश्व के प्रसिद्ध विश्विद्यालय में से एक है। सिंघुआ विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह को यूनिवर्सिटी में बहुत आकर्षक रूप से मनाया जाता है जो कि कुछ दिनो मे ही होने वाला था , जिसमे सभी टीचर और स्टूडेंट के साथ साथ शहर के बड़े बड़े सगठनों और उद्योगपति , राजनेता की भागीदारी होती हैं।