हर बार कि तरह मै अपने आप को कोश रहा था । क्योंकि आज फिर मै ने ओफ़िस मे अपनी presentation file जिस्मे ओफ़िस के कुछ important profit के बारे मे लिखा था । लेट जमा करा । बोस का गुस्सा होना भी जायज था। ये सब भूल के फिर से मै अपने घर बापस आ गया । घर आकर मैंने अपना डिनर किया और फिर अपने Bad पर सो गया । 😫😫😫😫 मै फिर जोर से चिल्ला कर उथा । बोहि हुआ जिसका डर था जो हर बार होता है ।😰😰😰 फिर से बोही सपना । ये कोइ सपना नही था वो मेरी नीन्द मे रोज आता है । वो कोई और नहीं मेरा सबसे अच्छा दोस्त था । वो दिन आज भी मैं भूला नहीं पाया हूं। मेरी एक गलती की वजह से आज वो मेरे साथ नहीं है। मैं उससे माफी मांगना चाहता हूं। शायद वो मुझे कभी भी माफ नहीं कर पाएगा मेरी इस गलती की सजा वो मुझे दें कर ही रहेगा मैं उससे माफी मांगना चाहता हू। मरने के बाद भी उसकी साया जिंदा है जो जो उस दिन मेरे साथ था उन सभी को उसने मार कर वो अपना बदला पूरा कार रहा है। अब मेरी बारी है। वो मुझे इतनी आसानी से नहीं मारेगा वो मुझे रोज डराता है वह मुझे धरा धरा कर मारना चाहता है। मैं रोज इस डर से लड़ता हू। उसकी आत्मा को शांति नहीं मिल सकती मैं कहीं भी चला जाऊं वो मेरा पीछा नहीं छोड़ता। इन बातों को याद करते करते सुबह हो गई मैं अपने बिस्तर से उठा मैंने देखा मेरे सारे शरीर पर खून ही खून लगा हुआ था मैं चौक कर उठा और जोर जोर से सांस लेने लगा । मैं तेजी से बाथरूम की और भागा और अपने कपड़े उतारे। शाबर चालू करके मैंने नहाया और नए कपड़े पहने और ऑफिस जाने के लिए जैसे ही मैं अपने दरवाजे पर पहुंचा वहां पर एक चिट्ठी परी थी। यह चिट्ठी मेरे ऑफिस से आई थी जिसमें लिखा था की मुझे कंपनी ने सस्पेंड कर दिया है। मैं काफी दुखी था मैंने अपनी कार निकाली और चलाने लग गया एक सुनसान सड़क पर मैं अपनी कार में बैठा अकेले कहीं दूर जा रहा था। 🚘🚘🚘 अचानक से वो मेरे सामने आ गया मैंने तेजी से ब्रेक लगाया और वो गायब हो गया पहले उसकी आत्मा सिर्फ मुझे रात को ही डराती थी अब वो मुझे दिन मे भी सताने लगा मैं डरा हुआ था अपनी कार एक जंगल के पास रोकी और अपने कार में आराम से बैठ गया। अचानक से मेरा फोन बजने लगा फिर से उसी का कॉल था लगभग 1 साल हो गय मैंने उससे बात नहीं की वो रोज मुझे कॉल करती है ,मैसेज करती है। और न मैं उसका कॉल उठाता हूं और न कोई रिप्लाई देता हूं। समझ नहीं आता की मैं उसे कैसे बताऊं की उसके भाई की मौत का जिम्मेदार मैं हूं। मैं उससे बहुत प्यार करता हूं और वो भी मुझे बहुत प्यार करती है। उसे लगता है उसके भाई की मृत्यु एक एक्सीडेंट है। ये बजह नहीं है की मैं उससे बात नहीं करना चाहता , उससे मिलना नहीं चाहता उसके भाई की मौत के कारण मैं उससे आँखें नहीं मिला सकता। मैंने उसका फोन कात दीया। और अपनी कार लेकर उससे मिलने चल पड़ा।
To Be Continued....
Writter : Sachin Kumar.
Feeling & imotions : Atul kumar
Story Desiner : Ahemad Faraz Ali
Biography : Atul Kumar
Story Part 2 Coming soon
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