रूल ये है कि सब साथ में मरेंगे? खुश हूँ कि मैं अभी भी ज़िंदा हूँ? किस्मत वाला हूं जो अभी भी ज़िंदा हूँ?
क्लेन कांपते हुए दरवाजे की तरफ भागा, और पुलिस वालों से प्रोटेक्शन के लिए पूछना चाहा।
लेकिन जैसे ही उसने दरवाजे का हैंडल पकड़ा, वो रुक गया।
उस ऑफिसर ने इस बारे में बात की, तो फिर उन्होंने मेरी रक्षा करने का क्यों नहीं सोचा, वो भी तब जब उन्हें पता है कि मैं एक ज़रूरी गवाह हूँ?
क्या ये बहुत लापरवाह नहीं है?
क्या वो सिर्फ मेरी जांच कर रहे थे ? या ये एक फंदा है ?
हर तरह के विचार क्लेन के दिमाग में घूम रहे थे; उसे शक हुआ कि पुलिस अभी भी उसे 'छुपकर' उसके रिएक्शन देख रही थी।
ये सोचकर वो शांत हुआ और घबराना बंद किया। उसने धीरे से दरवाजा खोला और सीढ़ियों से चिल्लाते हुए बोला, "आप लोग मेरी रक्षा करोगे ना?"
टप, टप, टप... पुलिस ऑफिसर्स की तरफ से कोई जवाब नहीं आया, और लेदर के जूतों की लकड़ी की सीढ़ियों पर चलने की आवाज़ अभी भी आ रही थी।
"मुझे पता है! आप लोग करोगे!" क्लेन ने फिर से चिल्लते हुए बोला, वो एक खतरे से जूझ रहे आम आदमी की तरफ बात कर रहा था। पैरों के चलने की आवाज़ धीरे-धीरे बंद हो गयी।
क्लेन ने हँसकर कहा, "इस तरह का जवाब नकली नहीं है! उनकी एक्टिंग स्किल्स ज़्यादा अच्छी नहीं है!"
वो उनके पीछे नहीं भागा। बल्कि वो कमरे की तरफ वापस गया और दरवाजा बंद कर दिया।
कुछ घंटे बाद, क्लेन ने वो सब अभिव्यक्त किया जो वो फूडोहोलिक एम्पायर, चाइना, में कहता था - बेचैनी, घबराहट, अनजान और वो उन शब्दों को बड़बड़ाने लगा जिनका उसे मतलब भी नहीं पता था। वो ऐसा इसलिए नहीं कर रहा था क्योंकि उसके आसपास कोई नहीं था।
इसे एक एक्टर का सेल्फ-कल्टीवेशन कहते हैं ! वो खुद पर मन ही मन हँसने लगा।
जब सूरज पश्चिम की ओर बढ़ा, तो बादलों का रंग लाल-नारंगी हो गया। अपार्टमेंट में रहने वाले किरायेदार एक-एक करके आने लगे; क्लेन ने अपना ध्यान कहीं और कर लिया।
"मेलिसा का स्कूल भी खत्म होने वाला होगा..." उसने स्टोव की तरफ देखा, केतली उठाई, कोयला हटाया और रिवॉल्वर निकाली।
बिना देरी किये, वोडबल-डेकबेड के नीचे बोर्ड के पीछे पहुंच गया जहाँ दस से भी ज़्यादा लकड़ी की पट्टियां हुई थीं।
लकड़ी की पट्टी और बोर्ड के एक टुकड़े के बीच बाएं पहिये को क्लिप करने के बाद, क्लेन ने थोड़ी देर इंतज़ार किया। उसे डर था कि पुलिस हाथ बंदूके लिए उसका दरवाजा तोड़ते हुए अंदर आ जाएगी।
अगर ये ऐज ऑफ़ स्टीम होती, तो उसे किसी ने भी ये सब करते हुए नहीं देखा होता। हालांकि, यहाँ कुछ अनोखी ताकतें हैं, जिन्हें उसने अपने एक्सपीरियंस से प्रूफ किया था।
कुछ मिनट इंतज़ार करने के बाद, दरवाजे की तरफ से कोई आवाज़ नहीं आ रही थी। सिर्फ दो किरायेदार आयरन क्रॉसस्ट्रीट पर किसी हार्ट ऑफ़ वाइल्ड बार जाने की बात कर रहे थे।
"फफफ..." क्लेन ने सांस बाहर छोड़ते हुए राहत महसूस की।
अब उसे सिर्फ मेलिसा के आने का इंतज़ार करना था और उसके साथ मिलकर मटर और स्टू मटन बनाना था!
जैसे ही क्लेन ने ये सोचा, उसके मुंह में इस डिश की ग्रेवी के फ्लेवर आने लगे; उसे याद था कि मेलिसा कैसे स्टू मटन के साथ मटर बनाती थी।
पहले, वो पानी उबालती थी और मटन को स्टिर-फ्राई करती थी। फिर, वो उसमें प्याज, नमक, थोड़ी सी काली मिर्च और पानी डालती थी। कुछ समय बाद, मटर और आलू डाले जाते थे, स्टू को ढककर 40 से 50 मिनट तक पकाया जाता था। "ये तो सच में बहुत आसान तरीका है... इसमें सिर्फ मीट का ही फ्लेवर होगा !" क्लेन ने सिर हिलाया।
लेकिन इसके अलावा और कोई तरीका नहीं था। आम लोगों के लिए तरह-तरह के तरीकों से पकवान बनाना मुश्किल था। वो सिंपल, प्रैक्टिकल और सस्ते तरीके से ही खाना बनाते थे। जब तक मीट जला या खराब ना हो, वो उसे किसी भी तरह से खाने के लिए तैयार रहते थे क्योंकि उन्हें मीट हफ्ते में एक या दो बार ही मिल पाता था।
क्लेन बहुत अच्छा खाना नहीं बनाता था और ज़्यादातर वो अपने लिए खाना बाहर से आर्डर करता था। लेकिन हफ्ते में तीन-चार बार खाना बनाने से, उसे थोड़ा बहुत खाना बनाना आ गया था, और उसे लगा की वो पाउंड भर मटन भी बना लेगा। "अगर मेलिसा वापस आकर खाना बनाती है तो फिर 7.30 बज जाएगा। उसे तब तक ज़ोरो की भूख लगी होगी... यही समय है जब उसे जान लेना चाहिए कि असली कुकिंग क्या होती है !" क्लेन ने अपने लिया बहाना बनाया। पहले, उसने आग जलाई, फिर पानी लेने बाथरूम गया, और मटन को धोया। फिर उसने मटन को छोटे-छोटे पीस में काटा।
अपनी पाक कला की सफाई देने के लिए, क्लेन ने सोचा कि इसका जिम्मेदार वो वेल्च मैकगवर्न की मौत को बनाएगा, जिसने ना सिर्फ एक अच्छा मिडसीशायरशेफ को रखा हुआ था, बल्कि वो कभी-कभी खुद से भी खाना बनाता था और दूसरों को खाने पर बुलाता था।
मरा हुआ इंसान मुझे झूठा नहीं ठहरा सकता है !
फिर भी, ये बियोंडर्स की दुनिया है; ज़रूरी नहीं मरे हुए लोग बोल पाएँ। इस बात का ध्यान रखते हुए, क्लेन को थोड़ा अपराधी जैसे महसूस हुआ।
उसने अपने विचारों को किनारे किया और सूप के कटोरे में मीट डाला। फिर उसने मसालों का डब्बा उठाया और एक चम्मच नमक डाला। इसके अलावा, उसने एक छोटी बोतल से थोड़ी-सी काली मिर्च और उसे अच्छे से मिक्स किया।
उसने सॉसपैन को स्टोव पर रखा, जब तक वो गर्म होता, तब तक क्लेन ने कल की गाजर ढूंढकर, उसे और आज लाये गए प्याज को छोटे टुकड़ों में काट लिया।
ये सारी तैयारियां करने के बाद, क्लेन ने कपबोर्ड से छोटा कैन निकाला और उसे खोला। उसमें बहुत ज़्यादा तेल नहीं था।
क्लेन ने एक चम्मच लिया और उसे पैन में डाल दिया। उसमें गाजर और प्याज मिलाकर कुछ समय तक चलाया। जैसे ही उसमें से खुशबू आने लगी, क्लेन ने सारा मटन उसमें डालकर ध्यान से फ्राई करने लगा।
वो ये डिश बनाते समय उसमें वाइन भी मिला सकता था। लेकिन मोरेती परिवार के पास इस तरह के सुख साधन नहीं थे और वो हफ्ते में एक बार सिर्फ एक गिलास बियर ही पी सकते थे। क्लेन को मौजूदा सामान से ही सब कुछ बनाना था इसलिए उसने डिश में थोड़ा उबला पानी डाल दिया।
20 मिनट पकाने के बाद ,उसने ढक्कन खोला, मटर और आलू डाले, और एक कप गर्म पानी और दो चम्मच नमक मिला दिया।
उसने ढक्कन बंद किया, गैस कम की, और आराम से बैठकर अपनी बहन के आने का इंतज़ार करने लगा। कुछ देर में ही, खाने की खुशबू पूरे कमरे में फैल गयी। मीट, आलू और प्याज की महक मिलकर और भी अच्छी लग रही थी। क्लेन के मुंह में बार-बार पानी आ रहा था और वो अपनी पॉकेट वॉच से समय देखता जा रहा था।
जब 40 मिनट से ज़्यादा था समय गुजर गया, तब कुछ कदमों की आवाज़ आने लगी। किसी ने चाबी लगाई, हैंडल घुमाया और दरवाजा खोला।
मेलिसा ने अंदर घुसने से पहले बोला, "खुशबू बहुत अच्छी आ रही है..."
उसका बैग हाथ में ही था, वो आगे बढ़ी और स्टोव को देखने लगी।
"ये तुमने बनाया?" मेलिसा ने अपनी हैट उतारते हुए, क्लेन को देखते हुए अचंभे से पूछा।
उसने खाने की खुशबू को और सूंघा। उसकी आंखों में चमक और कॉन्फिडेंस नज़र आ रहा था।
"ये तुमने बनाया?" उसने फिर से पूछा।
"क्या तुम्हें डर था कि मैं मटन खराब कर दूंगा?" क्लेन ने मुस्कुराते हुए सवाल पूछा। बिना जवाब का इंतज़ार किये, वो बोला, "फिक्र मत करो, मैंने खासतौर पर वेल्च से इस डिश को बनाना सीखा है। तुम्हें तो पता ही है, उसके यहाँ एक अच्छा कुक है।"
"पहली बार?" मेलिसा ने अपनी आईब्रोज़ ऊपर करके पूछा।
"देखा! मैं टैलेंटेड हूँ!" क्लेन हँसा। "ये लगभग पक चुकी है। अपनी किताबें और हैट रख दो। बाथरूम जाकर हाथ धो लो, और फिर इसे चखने के लिए तैयार हो जाओ। मुझे इसके स्वाद पर पूरा विश्वास है। "
जब उसने अपने भाई को ऐसी बातें करते सुना और उसके चेहरे पर शांत मुस्कान देखी, तो मेलिसा दरवाजे के पास खड़ी होकर उसे घूरती रही।
"क्या तुम्हें मटन ज़्यादा समय तक पका हुआ अच्छा लगता है?" क्लेन ने पूछा।
"हाँ, ठीक है !" मेलिसा अपने होश में वापस आयी। अपने हाथ में बैग और हैट लेकर, वो कमरे में गयी।
जैसे ही सॉसपैन का ढक्कन खुला, खाने की स्टीम क्लेन की आंखों के सामने छा गयी। रे ब्रेड के दो पीस मटन और मटर के बगल में रखे हुए थे, ताकि वो उसकी खुशबू और गर्माहट से नर्म हो जाएं।
जब तक मेलिसा अपना सामान रखकर, मुंह-हाथ धोकर, वापस आई, तब तक स्टू मटन के साथ मटर, आलू, गाजर और प्याज टेबल पर लग गया था। रे ब्रेड के दो पीस, जिनपर हल्की ग्रेवी लगी हुई थी, वो प्लेट पर थीं।
"आओ, चखकर देखो।" क्लेन ने बोला।
मेलिसा अभी भी थोड़ी कंफ्यूज़ थी। लेकिन उसने मना नहीं किया, उसने कांटे से आलू उठाया, मुंह में डाला और उसे धीरे से चबाया।
आलू का स्वाद और ग्रेवी की खुशबू उसके मुंह में फैल गयी। वो उसे इतना स्वादिष्ट लगा कि वो उसे तुरंत खा गयी।
"मटन ट्राई करो।" क्लेन ने प्लेट की तरफ इशारा किया।
क्लेन ने मटन को अभी चखा था, और उसके मुताबिक वो बहुत अच्छा नहीं बना था, लेकिन एक लड़की जिसे दुनिया में मौजूद तरह-तरह के स्वाद के बारे में पता ही ना हो उसके लिए ये काफी है। इसके अलावा, उसे मीट भी कभी-कभी ही खाने को मिलता है।
मेलिसा की आंखें उम्मीद से भरी हुई थीं और उसने ध्यान से मटन का एक पीस उठाया।
वो बहुत ही नर्म था, और जैसे ही मुंह में गया वो पिघल गया। मीट की खुशबू और उसके जूस मेलिसा के मुंह में फैल गए।
मेलिसा खुद को खाने से रोक नहीं पायी।
जब तक उसे इस बात का एहसास होता, तब तक वो मटन के काफी पीस खा चुकी थी।
"क्लेन, ये मुझे तुम्हारे लिए बनाना था..." मेलिसा ने शरमाते और हकलाते हुए बोला।
"मैं तो कुछ खाना अभी ही खा चुका हूँ। यही तो ख़ास बात है कुक होने की। " क्लेन ने अपनी बहन की तरफ मुस्कुराते हुए बोला। उसने अपना कांटा- चम्मच उठाया। कभी-कभी, वो सिर्फ मीट का पीस खाता तो कभी अपना मुँह सिर्फ मटर से भर लेता। और कभी वो रे ब्रेड को ग्रेवी में डुबाकर खाता।
मेलिसा, क्लेन के नॉर्मल बिहेवियर को देखकर रिलैक्स हुई और खाना मज़े लेकर खाने लगी।
"ये बहुत स्वादिष्ट है। ऐसा लग ही नहीं रहा है कि ये तुमने पहली बार बनाया है।" मेलिसा ने खाली प्लेट को देखकर, दिल से तारीफ की। ग्रेवी भी खत्म हो गई थी।
"ये वेल्च के शेफ की डिश के आगे कुछ नहीं है। जब मैं अमीर हो जाऊँगा, तो मैं तुम्हें और बेंसन को बाहर किसी रेस्टोरेंट में खाना खिलाने ले जाऊँगा!" क्लेन ने कहा।
"तुम्हारा इंटरव्यू....बर्प...." मेलिसा अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाई थी कि उसके मुंह से डकार निकल गई।
उसने अपना हाथ तुरंत मुंह पर रखा और वो थोड़ी शर्मिंदा दिखी।
गलती स्टूमटन और मटर की है ! वो इतना स्वादिष्ट जो था।
क्लेन धीरे से हंसा और उसने सोचा की वो अपनी बहन का मज़ाक नहीं बनाएगा। उसने खाली प्लेट की तरफ देखते हुए बोला, "अब ये तुम्हारा काम है। "
"ठीक है !" मेलिसा खड़ी हुई, बर्तन उठाये और दरवाजे के बाहर चली गयी।
जब वो वापस आई, तो वो कपबोर्ड खोलकर मसालों का डिब्बा और दूसरी चीजें चेक करने लगी।
"क्या ये तुमने इस्तेमाल किया था?" मेलिसा ने हाथ में काली मिर्च की बोतल और तेल का कैन पकड़कर, क्लेन से पूछा।
क्लेन ने अपने कंधे उचकाए और हंस दिया।
"थोड़ा-सा स्वादिष्ट खाना बनाने में इतना तो लगेगा ही।"
मेलिसा के एक्सप्रेशन बदलने लगे, और फिर उसने कहा, "अब आगे से मैं ही खाना बनाऊँगी।"
"अच्छा... अब जल्दी उठो और अपने इंटरव्यू की तैयारी करो। तुम्हें अपनी जॉब के बारे में सोचना चाहिए।"