जॉन को वह दृश्य देखकर बहुत दुख लगा इतने साल बाद एक लड़की पसंद आई थी, वह भी एक शादी सुदा है, यह सोचकर जॉन और दुखी हो गया फिर वह शीशे के पास गया खुदसे बात करता है।
"उसे मैने पसंद किया था, तो क्या हुआ उसकी शादी हो गई, पर मैने उसके हाथ में कोई अंगूठी तो नहीं देखी, तो क्या हुआ वो उसकी दोस्त होगी, पर बॉयफ्रेंड हुआ तो, उसकी मर्जी, अब मैं किसी को पसंद नहीं कर पाऊंगा, कोई नही जॉन, मैं ऐसे ही रहूंगा कोई लड़की मेरी जिंदगी में नही आएगी।"
यह बोलकर वह अपने ऑफिस जाता हैं, ऐसे ही 4 से 5 दिन हो जाते है, जॉन स्कूल भी नहीं जाता ऑफिस में भी सही से काम नहीं कर रहा है, घर में बाहर कोई न कोई गलती कर रहा है, जॉन की मां(अमांडा) को जॉन बहुत अलग लग रहा है, जॉन की मां जॉन के ऑफिस जाकर पता करती हैं, तो उसे पता चलता है, कि वह ऑफिस में भी अच्छे से मन नहीं लगा रहा है। जॉन की मां को उसके लिए चिंता होती हैं, जॉन की मां जॉन के पास जाती हैं, उसके कमरे में जॉन कुछ काम कर रहा था। जॉन की मां अमांडा उसके दरवाजे को नॉक करती हैं। 'टक टक' जॉन देखता है।
जॉन "मां आइए, आप नॉक क्यों कर रहे हो आप सीधा अंदर आइए"
अंदर जाकर।
मां (अमांडा) " क्या करू जॉन अब बदल गया है, तो मुझे तो नॉक करना ही होगा"
जॉन "मैं बदल गया कहा मैं वहीं हू आपका बेटा जॉन"
मां "मेरा जॉन कहीं खो गया है, इतने दिनों से मुझसे बात नहीं कर रहे हो, बस काम–काम मेरे लिए समय ही नहीं पहले काम छोड़कर मेरे लिए समय निकालते थे, और अब क्या हुआ बेटा मुझे तुम्हारी चिंता होती हैं, मुझे बताओ क्या बात है।"
जॉन "कुछ भी तो नहीं मां (नजरे चुराते हुए) और आपको ऐसा क्यों लगता है।"
मां "मेरा बेटा झूठ भी बोलने लग गया है, मैं तेरी मां हूं, मुझे पता चल जाता हैं, हर काम के लिए मुझसे पूछ कर जाता है और अब कुछ दिनों से सही से बात भी नहीं करता।"
जॉन "मां क्या बताऊं, मैं बहुत दुविधा में हूं, उसकी अपनी जिंदगी हैं, मैं ऐसे कैसे अपनी फीलिंग्स बता सकता हूं।"
मां "मुझे तेरी ज्यादा बात समझ नहीं आई पर इतना लग रहा है, किसी लड़की को तू पसंद करता है, पर उसने तुझे छोड़ दिया"
जॉन "मैने उसे फीलिंग्स बताई नही"
मां "मतलब वो तेरे ऑफिस की लड़की है, कही वो असिटेंट तो नहीं"
जॉन "नहीं मां वो मेरे ऑफिस में काम ही नहीं करती"
मां "फिर तू मुझे शुरू से बता क्या बात है, मैं ध्यान से सुन रही हूं, ठीक है"
जॉन "ओके मां मैं बताता हू....(सारी बात विस्तार से बताता है) तो इसलिए मैने सोच लिया कि मैं उसे देखुंगा भी नहीं।"
जॉन की मां हंसने लगती हैं।
जॉन "क्या हुआ मां आप हंस क्यो रहे हो?"
मां "(हंसी कंट्रोल करके) हंसू ना तो क्या करू, तू बिल्कुल अपने पापा पे गया है, तेरे पापा भी ऐसे ही अपनी फीलिंग्स छुपाते थे, वो तो उनके दोस्त ने मुझे बताया तब पता चला।"
जॉन "पापा का मेरा कैसे कनेक्शन है?"
मां "इन सब चक्करो मे भी तू कभी नहीं पड़ा, बस पापा के बिजनेस को ही संभाला, वो छोड़ तूने बिना कुछ जाने ऐसे कैसे हार मानली उससे बात चीत कर उसके बारे में जान"
जॉन "पर मां मैं रोज रोज स्कूल कैसे जाऊं सब गलत समझेंगे उसकी भी तो इज्जत है ना"
मां "हां ये भी सही है, तेरी मां अभी जिंदा है, मैं कुछ सोचती हूं। (अमांडा कुछ देर सोचती हैं) हां तुम उस स्कूल में डोनेशन देते हो तो घर में एक पार्टी रखते हैं, और सब टीचर को इन्वाइट करते हैं, इससे तुम उससे मिल भी लेना और बात भी कर लेना"
जॉन "वाह मां क्या आइडिया है, पर वो बात नहीं हुई तो?"
मां "सब मुझ पर छोड़ दे, मैं हूं ना तेरे साथ"
जॉन "पर वो लड़का?"
मां "वो चाहे कोई भी हो, मैं भी उस लड़की से मिल लूंगी और उस के बारे में पता कर लूंगी, अब ठीक है।"
जॉन "(खुशी से) मुझे आप पर पूरा विश्वास है"
मां "तू खुश मैं भी खुश, अब बहुत सारी तैयारी करनी है, कल बहु की बारात आने वाली हैं"
ये सुनकर दोनो हंसते हैं।