"इन ... इन छात्रों में ...?"
कोको और फैटी कुछ कर नहीं सकते थे सिवाय एक दूसरे को देखने के। उनकी आंखें ताजुब्ब से भर गयीं!
सबसे पहले, वो छह छात्र बेहद साधारण थे।
उनमें से एक समलैंगिक था जो सीईओ किन का पीछा करता था।
क्या इस तरह का व्यक्ति स्पेड ज़ेड हो सकता है?
किन मो ने आँखें उठाईं। धुंध के धुएं में वह खूबसूरत चेहरा दमक रहा था। "तुम आश्चर्यचकित क्यों हैं? क्या मैंने पहले नहीं कहा था कि स्पेड ज़ेड एक छात्र है?"
"लेकिन सीईओ किन, आपको इतना यकीन क्यों है कि इन छह लोगों में से ही एक स्पेड ज़ेड है?" फैटी को अभी भी कुछ समझ नहीं आया ।
किन मो ने समाचार पृष्ठ पर नज़र डाली और एक वाक्य के साथ सीधे निशाने पर पहुंच गया। "क्योंकि केवल एक पीड़ित ही न्याय की माँग करेगा।"
फैटी स्तब्ध था और अचानक उसको सब समझ आया!
यदि स्पेड ज़ेड उनमें से एक था, तो उनकी खोज का दायरा बहुत सिमट गया था।
क्योंकि उन छात्रों में से केवल चार ही लड़के थे।
स्पेड ज़ेड ने अपना लिंग दर्ज नहीं किया था।
लेकिन चीजों को करने की उसकी शैली से, सम्भावना थी कि वो लड़का ही होगा ...
उस रात फू निवास पर।
फू जीऊ ने यूएसबी निकाला। जैसे ही वह नीचे गई, उसने फोन पर ही हांगहुआ को सुना। वह बहुत चिल्ला रही थी और किसी से बहस करती दिख रही थी।
जाहिर है, परिणाम बहुत संतोषजनक नहीं था।
वरना, ही हांगहुआ एकदम से यूँ सन्न नहीं होती और ना ही एक ही दिशा में टकटकी लगा कर नहीं देखती रहती।
फू जीऊ को अपनी तरफ आते हुए देखकर, हाँगहुआ ने अपने चेहरे पर ज़बरदस्ती की मुस्कराहट लायी । "आओ, बैठो। माँ ने आपके लिए, आपके पसंदीदा सूअर के पैरों को पकाया है , और मैंने उसमेँ मिर्च और आलू भी डालें हैं।"
"मैडम ने सुबह 3 बजे उठकर यंग मास्टर के लिए खाना बनाया है, धीरे-धीरे इसे कम आंच पर उबाला।" नौकरानी चाय लेकर आयी। "आप थोड़ी देर में इसे खा सकते हैं, यह बहुत स्वादिष्ट और कोमल होना चाहिए।"
यह सुनकर, फू जीऊ ने अपनी बाँहें हांगहुआ के कंधे पर रख दिया। "धन्यवाद माँ।"
"इसके लिए अपनी अपनी माँ को धन्यवाद देने की ज़रूरत नहीं है।" ही हाँगुआ शरमा गयी। "चलो, अब तुम अपनी मम्मी को इस तरह गले लगाने के लिए अब बहुत बड़े हो गए हो!" हालाँकि वह बस कह रही थी पर वह अपनी खुशी छिपा नहीं सकती थी।
हालाँकि, उसी क्षण कॉफी टेबल पर फोन बार- बार बजना शुरू हो गया। फ़ोन की लगातार आवाज़ बहुत खिजाने वाली थी।
ही होंग्हुआ ने आने वाली कॉल को देखा और उसकी मुस्कान फीकी पड़ गयी। वो फू जीऊ को वो कॉल देखने से रोकना चाहती थी।
फू जीऊ एक चतुर लड़की थी। वो ही हाँगुआ से पूछने का इंतज़ार नहीं करती। उसने तुरंत समझ लिया कि क्या चल रहा था और उनको एक कप चाय दी। उसने धीमी आवाज़ में कहा, "माँ, फ़ोन का जवाब दो। चाहे कुछ भी हो, मैं आपके साथ यहाँ रहूँगी।"
अपनी ही बेटी के शब्दों से हिम्मत मिलने पर, ही होंहुआ को अपने अंदर एक अज्ञात शक्ति की वृद्धि महसूस हुई। उसने अपना हाथ उठाया और फोन स्वाइप किया। "नमस्कार। तुम उन्हें बता दो कि मेरा, हांगहुआ,का पिछले वर्ष का उन पर कुछ भी बकाया नहीं था। अब जब गेमिंग प्रतियोगिता आ रही है, तो वे छोड़ना चाहते हैं? क्या उनकी कोई अंतरात्मा है भी? 100,000 प्रति व्यक्ति?" डू ज़ी, तुम सच में बहुत लालची जानवर की तरह बात कर रहे हो।
"बॉस ही , मैं आपसे इतने शांतिपूर्ण तरीके से बात कर रहा था। अब आप देखिए, आप कैसे बात कर रही हैं ?" डू ज़ी ऐसे बोल रहा था, जैसे वह जानबूझकर गुस्सा दिला रहा था। "सौभाग्य से, मैंने बहुत पहले छोड़ दिया और सिस्टर किंग का पालन किया। एक देहाती , देहाती ही होता है । वास्तव में, आप कभी भी दूर की नहीं सोचती। बॉस ही, मैं डू जी, आपको एक सलाह देता हूँ। क्यूंकि आपने एक बार मेरी मदद की है, जितनी जल्दी हो सके, बॉस फू से आप तलाक़ ले लीजिये ? आप गाँव की मोटी आंटी, किस योग्यता के साथ सिस्टर किंग के साथ बराबरी करेंगी।
ठाँ
ही होंग्हुआ ने फ़ोन काट दिया और उसे दूर फेंक दिया। उसकी छाती ज़ोर ज़ोर से ऊपर, नीचे हो रही थी, और उसकी आंखों में भावनाओं का सैलाब था।
वह क्रोधित और उदास दोनों थी; उसके रोष को शांत करना मुश्किल था।
उसके बाद, उसने महसूस किया कि फू जीऊ उसे देख रही थी, इसलिए उसने तुरंत कहा, "सुअर के पैर तैयार हो गए होंगे, में तुम्हारे लिए लेकर आती हूँ ।"
फू जीऊ ने ही हांगहुआ की बांह पकड़ ली। उसकी आवाज गहरी थी। "माँ, कंपनी में क्या हुआ?"