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पुनर्जन्म

अर्जुन जिसने अभी अभी अपनी बीएससी की पढ़ाई खत्म की है। और वह आज अपनी पहलीं नौकरी के लिए इंटरवियू देने जा रहा हैं जिसके लिए उसने 1 हफ्ते पहले ऑनलाइन फॉर्म भरा था। और आज उसे एक फ़ोन आया कि उसे इंटरवियू के लिए सेलेक्ट कर लिया गया है।

जब अर्जुन अपने इंटरव्यू के पते पर पहुँचा तो उसने देखा कि एक 20 महले कि बिल्डिंग है। और उसको 19 महले पर इंटरवियू देने जाना है। अर्जुन अपनी घड़ी में टाइम देखता है तो सुबह 10.30 होने वाले थे और उसका इंटरव्यू का टाइम भी वही था। मुम्बई जैसे शहर में अगर आप लोकल ट्रेन में सफर कर रहे हो तो वो भी पीक ऑवर में तो आपको तो देर होनी ही है।

अर्जुन जल्दबाज़ी में फटाफट लिफ्ट का बटन दबाता है और लिफ्ट ओपन हो जाती है।

अर्जुन इतनी जल्दी में था कि उसने लिफ्ट के लिखे मैन्टेनस शब्द पे ध्यान नही दिया, और उसे लगा कि कोई और यहां है नही तो वो जल्दी से वो 19 वे महले पे पहुँच जाएगा, और लिफ्ट में उसने 19 वे महले के लिए बटन दबाया और लिफ्ट ऊपर जाने लगी और अर्जुन अपनी घड़ी में टाइम देख रहा था कि उसे देर हो रही है।

अचानक लिफ्ट रुक गयी और लिफ्ट की लाइट्स बंद हो गयी।अर्जुन डर गया लेकिन अब देर हो चुकी थी लिफ्ट को गुरुत्वाकर्षण बल पूरी तरह से अपने काबू में कर चुकी थी और अपनी ओर खींच रही थी। और धड़ाम की आवाज़ आती है, कुछ लोग वहाँ पहुचते है और देखते है लिफ्ट के तार टूटने की आवाज़ आयी है और लिफ्ट के दरवाजे से खून बाहर की तरफ बह रहा है।

अर्जुन को कुछ समझ मे नही आया कि उसे क्या हुआ है।और एक पल में उसके आखों के सामने अंधेरा छा गया, और अचानक एक सफेद और सुनहरे रंग की रोशनी उसको दिखने लगी उसकी सारी इंद्रिया शून्य हो चुकी थी ।और अर्जुन को वो रोशनी अपनी तरफ खिंची चली जा रही थी। अचानक वो रोशनी रुक जाती है और उसको अपनी तरफ बुलाती है अर्जुन देखता है कि एक बहुत की खूबसूरत सी लड़की जो एकदम से देवी स्वरूप दिख रही थी उसके सामने खड़ी है।

अर्जुन : तुम कौन हो और मैं कहाँ हूँ मैं तो अपने इंटरवियू के लिए जा रहा था और अचानक... कही मैं मर तो नही गया? अर्जुन हडबडा जाता है और सोचने लगता है।

सृष्टि : अर्जुन, तुम्हारी मृत्यु हो चुकी है, और मै तुम्हे एक नई दुनिया मे भेज रही हूँ, मुझे तुमपर दया आती है अर्जुन इसलिए मैं अपनी गलती की प्रयचित के लिए तुम्हे अपनी नई जिंदगी को फिर से जीने का मौका देने जा रही हूँ।