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"इन्सेनली पैम्पर्ड वाइफ : डिवाइन डॉक्टर फिफ्थ यंग मिस "

वो एक सम्मानित जनरल के घर की पाँचवी यंग मिस थी, पर उसे बेकार कचरे से ज़्यादा कुछ नहीं समझा जाता था। स्वभाव से स्वच्छंद और इश्कबाज़, एक दिन वो जिस आदमी का पीछा कर रही थी, उसी के आदमियों द्वारा मार दी गई। वो एक प्रतिभावान लड़की थी जिस पर स्वर्ग के मालिक की असीम कृपा थी। लेकिन एक षडयंत्र के चलते उसकी मृत्यु हो गयी और उसके सारे वंशज भी मार दिए गए।उसने खून के बदले में खून की कसम खायी। जिस दिन उस प्रतिभावान लड़की ने अनजाने में उस बेकार लड़की के शरीर में प्रवेश किया और अपनी आँखें खोलीं, उस कचरे जैसी लड़की की किस्मत पूरी तरह से बदल गई!! क्या अमृत का संशोधन और हथियारों को पिघलाना इतना मुश्किल था? उसके लिए यह बाएं हाथ का खेल था। क्या जानवरों के संचालक दुर्लभ थे? उसने बड़ी आसानी से सम्राट जानवरों के संचालक का खिताब पा लिया! ज़बरदस्ती करवाई गई शादियाँ? क्या पुरुष इसलिए अभिमानी हो रहे थे क्योंकि वो अच्छे दिखते थे? वो अपना हाथ आगे बढ़ती है और बड़ी शातिरना ढंग से हसीन दिखने वाले पुरुषों को अपनी तरफ खींच लेती है। कुटिल नज़र, हल्की सी चमकती हुई हलचल, और वो आदमी अगले ही पल वहाँ से गायब हो जाता है। उसने पीछे मुड़ कर देखा, उसकी कुटिल मुस्कान बहुत कातिलाना है। “हमें अपनी बातचीत जारी रखनी चाहिए, क्यों न हमारा एक बच्चा हो”! प्रस्तुत है एक बेहद रोचक कहानी जो कि देहांतरण पर आधारित है और जिसके किरदार बहुत मज़ेदार हैं जो आपको गुदगुदा देंगे।

Shan Gumu · Fantasie
Zu wenig Bewertungen
60 Chs

“पुस्तक मंडप”

Translator: Providentia Translations Redakteur: Providentia Translations

"तुम पढ़ना चाहती हो?" सीमा ली चिल्ला के बोले। गले में भोजन फँसने से वह खाँसने लगा और घबराई हुई अभिव्यक्ति के साथ उसे देखने लगा। उनकी इस प्रतिक्रिया ने रसोई में मौजूद सबका ध्यान यंग मास्टर पर केंद्रित कर दिया, दिलचस्पी से अपनी गर्दन आगे कर जिज्ञासा से वे एक दूसरे को देखने लगे।

वास्तव में, उनकी प्रतिक्रियाओं के लिए उन्हें दोष नहीं दिया जा सकता था क्योंकि सीमा यू यूए का दूसरा नाम कचरा था और केवल दो दिनों के लिए एकेडमी में भाग लेने के बाद और कुछ शब्दों को पहचानने के अलावा, यंग मास्टर के नाजुक हाथ में कोई भी किताब कभी नहीं देखी गई थी। एक पूरी किताब पढ़ने का तो पूछो ही मत! 'पूरी किताब पढ़ने की इच्छा 'और पुस्तक मंडप में जाने' का अचानक उल्लेख वास्तव में चौंकाने वाली खबर थी।

खाँसते हुए सीमा ली ने अपने मनोदशा को संभाला और अपने सामान्य शांत व्यवहार पर लौट आए और बोले: "क्योंकि तुम एक नज़र डालना चाहते हो, चलो एक बार देख कर आते हैं।"

यह कह कर, वह बड़े कदम भरते हुए रसोई से बाहर चले गये और सीमा यू यूए जल्दी जल्दी उनके पीछे हो ली। वे एक बड़े आंगन में पहुंचे जहां एक तीन मंजिला इमारत खड़ी थी।

यह एक साधारण दिखने वाली इमारत थी जो एक सादे से दिखने वाले यार्ड के बीच में बनाई गई थी, कोई अनुमान नहीं कर सकता होगा कि यह अस्पष्ट सी दिखने वाली इमारत पुस्तक मंडप होगी।

"यह रहा तुम्हारा - पुस्तक मंडप।" सीमा ली ने अपना हाथ झटकते हुए कहा और एक बड़ी चाबी अचानक उनके हाथ में दिखाई दी। अंतरपठिका के घेर से चाबी प्राप्त करने के बाद, उन्होंने ताला खोल कर धीरे से दरवाज़े को धक्का देकर खोला, पुरानी किताबों की खुशबू ने उनका स्वागत किया।

यह पहली बार था जब वह यहाँ आई थी, हालांकि पुस्तक मंडप उसके आंगन और मुख्य प्रवेश द्वार के बीच में स्थित था, पहले वाली सीमा यू यूए ने कभी भी यहाँ का दौरा नहीं किया था।

"यह लो, यह चाबी तुम्हारी है।" सीमा ली ने लापरवाही से अपने हाथों को एक बार फिर से लहराया और एक और चाबी प्राप्त कर उसे सौंप दिया।

अन्य प्रत्येक सभी चार भाइयों के पास इस स्थान की चाबी थी, क्योंकि उसे पढ़ने में आनंद नहीं आता था, तो यह चाबी उसे कभी भी नहीं दी गई जिससे कि वह इसे खो न दे।

सीमा यू यूए ने चाबी ली और अपनी जेब में रख ली। वह साधना नहीं कर सकती थी और उसके पास कोई आध्यात्मिक शक्ति नहीं थी, इसलिए वह अंतरपठिका के घेर का उपयोग नहीं कर सकती थी।

"ठीक है, आगे बढ़ो और जो भी तुम चाहती हो पढ़ो। अपना समय लो, मेरा भी कुछ काम अभी बाकी है तो मैं अपने अध्ययन कक्ष में रहूँगा। यदि तुमको मेरी आवश्यकता पढ़े, तो तुम जानते हो कि मैं कहाँ मिलूंगा।" सीमा ली जाने के लिए मुड़ गए।

सीमा यू यूए ने सिर हिलाया और एक बार जब उसने जब उनको गायब होते हुए देखने के बाद, ही उसने कक्ष के नादार के हिस्से पर गौर किया।

हालाँकि वह जानती थी कि उसके वर्तमान शरीर के साथ कुछ समस्याएं थीं, फिर भी उसकी दुनिया और इस दुनिया की जड़ी-बूटियों और सामग्रियों के बीच कुछ अंतर था और वह उम्मीद कर रही थी की कि ये अंतर केवल नाम के थे। उसे गुणों में अंतर के बारे में और अधिक जानने की आवश्यकता थी और इन अध्ययनों के द्वारा वह स्वयं को ठीक करने और इस 'कचरा' लेबल से छुटकारा पाने में सक्षम होने के लिए आतुर थी।

सीमा यू यूए ने आश्चर्य से पुस्तक मंडप अंदर के हिस्से को देखा, किसने सोचा होगा कि बाहर से जो किसी आम इमारत की तरह दिखती थी उसका अंदरूनी भाग इतना अप्रत्याशित रूप से अलग होगा! जिस चीज ने उसका ध्यान सबसे ज्यादा आकर्षित किया, वह उस पुस्तक मंडप के ठीक बीच में, एक भव्य घुमावदार सीढ़ी थी, जो सभी चार मंजिलों से जुड़ी हुई थी, और प्रत्येक स्तर पर किताबें थीं जो छत तक पहुंचने वाली अलमारियों में रखी गई थीं। ऐसी भव्यता और विशालता!

इसके अलावा, इसका पैमाना पूरी तरह से अलग था! बाहर से यह उतना बड़ा नहीं दिखता था जितना कि वह अंदर में दिख रहा था। आश्चर्यजनक रूप से, पहली मंजिल का आकार एक फुटबॉल मैदान जितना बड़ा था। यद्यपि प्रत्येक स्तर छोटा होता जा रहा था, फिर भी सबसे ऊपरी मंजिल का आकार अभी भी बास्केटबॉल कोर्ट से बड़ा ही था!

"अरे वाह, यह कैसा जादू है?! यह बहुत रहस्यमई है!" सीमा यू यूए ताज्जुब करते हुए खुद को शांत करने की कोशिश करने लगी। इसने उसके तर्क और सामान्य ज्ञान को स्पष्ट रूप से परिभाषित कर दिया था जिसकी वह अब तक अभ्यस्त थी। जब से वह इस दुनिया में आई थी, तब से सब कुछ उसे हैरान कर रहा था। उसकी यादों की मदद से देखी' हुई चीजें अभी भी उसके लिए भिन्न थीं और उसे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे वह एक टेलीविजन से सब कुछ देख रही हो और उन्हें साक्षात अनुभव कर के उसके भीतर रोमांच की भावना जागृत हो गई और उसकी आंखें उत्साह से चमक उठीं। वह विशेष रूप से उस के बड़े पैमाने पर और भव्यता की विषमता से मोहित हो गई थी।

एक बार जब वो अपना मानसिक संतुलन वापस पाने के बाद, वह चिंतित हो गई। "इतनी सारी किताबों में, मुझे कहाँ देखना शुरू करना चाहिए? अगर मुझे पहले पता होता, तो मैं दादाजी से पूछ लेती।" अपने सामने किताबों के भव्य संग्रह को बेबसी से देखते हुए उसने अफसोस से आह भरी।

उसने अलमारियों पर रखी पुस्तकों को देखना शुरू किया और थोड़ी देर देखने के बाद, उसने पाया कि पुस्तकों को विभिन्न श्रेणियों के अनुसार व्यवस्थित किया गया था। यदि एक अलमारी में पुस्तकों एक श्रेणी में रखी हुई थीं, तो अगली दस पंक्तियाँ भी समान श्रेणी में थीं।

"हाहा, मिल गई!" वह राहत में चिल्लाई। पूरे दो घंटे तक खोजने के बाद, वह आखिरकार जिस श्रेणी के लिए आई थी, वह उसे मिल गई थी! जो किताबें उसे चाहिए थीं उन किताबों को उसने चिकित्सा संबंधी पुस्तकों वाली अलमारी में ध्यान से देखना शुरू कर दिया।

वह ढूँढती रही और आखिरकार उसे दवा के लिए विभिन्न जड़ी-बूटियों और सामग्रियों के बारे में एक पुस्तक मिली और उसने पाया कि इस पूरी अलमारी में पुस्तकों की एक ही शैली थी।

उसके पेट से गुड़गुड़ के आवाज आने लगी और उसने हार मानते हुए अपने पेट को छुआ। उसने जल्दी से कई किताबें निकालीं और उन्हें कस कर पकड़ा और पुस्तक मंडप से बाहर निकलते हुए सुरक्षित रूप से दरवाज़ा बंद कर दिया।

इस समय तक, दिन रात में बदल गया था और बाहर पूरी तरह से अंधेरा हो गया था। जब सीमा यू यूए अपने प्रांगण में वापस आई, यूं यूए और चुन जियाँ ने देखा कि उनके यंग मास्टर के हाथों में पुस्तकों का ढेर था। वे शीघ्रता से सहायता करने के लिए आगे बड़ीं, और पूछा: "यंग मास्टर, क्या आप अब रात का भोजन करना चाहेंगे?"

"हाँ, मुझे बहुत भूख लगी है। भोजन सीधे मेरे कमरे में लाओ। इसके अलावा, यू यूए कृपया दादाजी को मेरा संदेश दे दो कि अगले दो दिनों के लिए, मैं अपने कमरे में भोजन करूंगा और परिवार के साथ शामिल नहीं होऊंगा।"

सीमा यू यूए अपना पेट मलते हुए अपने कमरे की तरफ चल पड़ी।

चुन जियाँ तुरंत सीमा यू के लिए रात का खाना तैयार करने के लिए रसोई में चली गई, जबकि यूं यूए किताबों के ढेर को टेबल पर रखकर सिमा ली को संदेश देने चली गई।

सीमा यू यूए ने एक किताब उठाई और पढ़ना शुरू किया, इस समय उसने जिन किताबों का चयन किया था, वे सभी बहुत सामान्य थीं और इस दुनिया की जड़ी-बूटियों और सामग्रियों की मूल बातें का परिचय कराती थीं। यह विभिन्न जड़ी-बूटियों और सामग्रियों की पहचान करने में उसकी मदद करने के लिए एक अच्छी शुरुआत थी और उसे दोनों दुनियाओं के अंतर को समझने का मौका देती थी। उसकी पिछली दुनिया में, उसकी बुद्धिमत्ता सामान्य लोगों की तुलना में अधिक थी, इसलिए उसने जो भी अध्ययन किया उसमे केवल कुछ समय लगा। इसके अलावा, उसने मूल रूप से पारंपरिक चीनी चिकित्सा के अध्ययन में पढ़ाई की थी, इसलिए वह विभिन्न जड़ी-बूटियों और उनके गुणों से बहुत परिचित थीं। इसके अलावा, वह सिर्फ इन पहलुओं के अंतर को जानना चाहती थी इसलिए उसके पढ़ने की गति असाधारण रूप से तेज थी।

जब तक रात का खाना तैयार हुआ, तब तक वह पहली किताब को आधे से अधिक पढ़ चुकी थी। जब चुन जियाँ रात के खाने के साथ आई और उसने यंग मास्टर को पुस्तक के पन्ने इतने तेज़ ढंग से पलटते हुए देख पना सर झटक दिया। यह स्पष्ट था कि उसका यंग मास्टर इसे ठीक से नहीं पढ़ रहा था!

"यंग मास्टर, आपका डिनर तैयार है।" चुन जियाँ ने मेज पर धीरे से भोजन रख दिया।

सीमा यू यूए ने तुरंत किताब नीचे रख दी, और उसकी निगाहें मेज पर रखे व्यंजन पर टिकी गई। यह देखते हुए कि भाप निकलते हुए व्यंजन, जो साफ तौर से मोहक थे, पहले वाले भोजन के बिल्कुल उलट, उसने अपने होठों को चाटा और संतुष्टि से सिर हिला दिया, और कहा: " भोजन मैं इसे कहता हूँ!"

उसने अपने रात के खाने को फटाफट खा लिया और जैसे ही भोजन खत्म हुआ, उसने दोनों सेविकाओं को बुलाकर मेज़ साफ करने के लिए कहा और उसने अपना पढ़ना जारी रखा।

पहली पुस्तक को पढ़ने के बाद, उसे पता चला कि यहाँ, दवा के लिए सामग्री उसकी पिछली दुनिया के समान थी, लेकिन कुछ में थोड़े बारीक अंतर थे। उदाहरण के लिए, नाम अलग थे, या कुछ के समान गुण थे, लेकिन कुछ अपरिचित नाम भी थे जो उसके सामने आए।

हालाँकि उसे यह भी देखा कि किताबों का यह सेट जो वह लाई थी, उसी अलमारी में से था और यह आगे इसी तरह की सामग्री और गुणों के हिसाब से विभाजित किया हुआ था। यह समझते ही, वह जल्दी से प्रत्येक विशेष सामग्री और जड़ी बूटी के अनुसार किताब निकालती गई और उनका ध्यानपूर्वक अध्ययन करती रही।

"सौभाग्य से मैंने इन किताबों का अध्ययन पहले ही कर लिया! लगभग आधे नाम पहले से अलग हैं .."

सीमा यू यूए ने आलस्य भरी अंगड़ाई ली और जम्हाई को रोकने की कशिश करते हुए अपने लिखे हुए नुस्खे को देखा। तभी उसे एहसास हुआ कि जल्द ही भोर होने वाली थी।

क्योंकि वह पिछली रात अच्छी तरह सो नहीं पाई थी और उसने इस पूरी रात में कड़ी मेहनत की थी, अंगड़ाई लेने पर, उसे लगा कि उसकी पलकें भारी हो रहीं हैं। वह बिस्तर पर लेट गई और जैसे ही उसका सिर तकिये पर पड़ा, वह एक गहरी नींद में सो गई।

उस रात, उसको एक भी सपना नहीं आया, और जब तक वह जागी, तब तक दोपहर हो चुकी थी। जब उसने अपनी आँखें खोलीं, तो चारों तरफ अस्पष्टता से देखते हुए उसकी आँखें मच्छरदानी के प्राचीन पैटर्न पर केंद्रित हो गईं। एक पल के लिए उसे लगा कि वह सपना देख रही है।

"गुड़गुड़-"

जब भूखे पेट ने परेशान करना शुरू कर दिया, उसके दिमाग ने उसे याद दिलाया कि वह कहाँ है जिससे उसकी चेतना धीरे-धीरे वापस आ गई। उसने अपने माथे को छुआ, और उसने कहा: "तो यह एक सपना नहीं है।"

वह आखिर बिस्तर से बाहर निकली, मुँह धोया और कपड़े बदल लिए। चुन जियाँ ने जल्दी से दोपहर का भोजन तैयार किया और कमरे में ले आई। दोपहर के भोजन के बाद, उसने वो पर्ची उठाई जो उसने पिछली रात को बड़ी मुश्किल से लिखा था और सीमा ली के अध्ययन कक्ष की ओर चल पड़ी।

जब सीमा ली ने सीमा यू यूए को देखा, तो वह थोड़ा हैरान हो गये। क्या यह कल रात की ही बात नहीं थी जब उसने कहा था कि अगले दो दिन वह अपने कमरे में पढ़ने में व्यस्त होगी? वह इतनी जल्दी बाहर क्यों आ गई? वह दो दिनों के लिए भी स्थिर नहीं बैठ सकती है? या… कुछ हुआ?

"दादाजी, मुझे आपसे एक बात पूछनी है।" उसने अपनी पीठ को सीधा किया और उसे ईमानदारी से देखा।

"क्या बात है?" जब सीमा ली ने सीमा यू की गंभीर अवस्था को देखा, तो उन्होनें अपने हाथों को लहराया और अंगरक्षकों को बाहर निकलने के लिए संकेत दिया।

सीमा यू यूए ने एक कुर्सी खींची और उनकी मेज के सामने बैठ गई और कहा: "दादाजी, क्या आप जानते हैं कि मैं साधना क्यों नहीं हो सकती?"