स्कूल का पहला दिन था में स्कूल जाने के लिए उत्साहित था
में तैयार हो चुका था और घर से जाने के लिए निकल गया
रास्ते में दोस्त मिल गए और हम सब मस्ती करते हुए स्कूल पहुंच गए .....पर हम सब लेट हो गए थे । पर एक न्यू लड़की थी जो भी लेट हो गई थी और सर ने हम सबको सजा दी ।
सजा पाकर हम क्लास में चले गए...
फिर हमारी क्लास स्टार्ट हुई । फिर थोड़ी देर बाद लंच ब्रेक हो गया । पर जो लड़की को हमारे साथ सजा मिले थी वो मेरे पास आई और बोली । यहां सब से अच्छे तुम ही लगे
तो मैने पूछा कैसे वो बोली जब मुझे सजा मिले तो सब हस रहे थे और तुम नहीं । इसलिए तुम मुझे अच्छे लगे
क्या तुम मेरे दोस्त बनोगे । मेने कहा क्यों नहीं
फिर हम दोनो ने hand seck किया और हम दोनो अच्छे दोस्त बन गए
पर धीरे धीरे ये दोस्ती प्यार में बदल गई मैने नैना को प्रपोज कर दिया ।और उसने भी हां कर दिया ,,
पर हमारे प्यार के बारे में उसके घर वालो को पता चल गया
और उसके भाई ने मुझे बहोट मारा । पर में नैना से सच्चा प्यार करता था और वो भी
पर नैना का घर से आना जाना बिलकुल बंद हो गया
पर एक दिन में उसके घर पर चोरी छुपे गया पर उसके पापा ने देख लिया।
फिर सुबह होते ही वह लखनव के लिए निकल गए
पर रास्ते में ही उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया जिसमे उसका पूरा परिवार मार गया ।
में बहुत रोया और जिंदगी से खफा होके में भी जान दे दी!