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होटल तक ...

सब थके हुए थे अचानक रिया साइड मे खड़ी हो गई।

उसने अपना बेग पैक ओपन किया और सुबह का नाश्ता बहार निकाल के उसे खाने लगी।

उसे खाता देख दूसरी लड़की ने भी अपना बेग ओपन किया और उसमे से नाश्ता निकाला और सभी लड़कियों को दिया सब बड़े आराम से नाश्ता एंजॉय कर रहे थे उन सब को खाता हुआ देख बॉयज के मुंह मे भी पानी आ गया।

अक्षय ने रिया को कहा ।

" मुजे भी भूख लगी हे क्या तुम मुजे थोड़ा सा नाश्ता दोगी ?

ये सुन रिया ने बेशर्मी से कहा।

" अगर भूख लगी हे तो खुद बंदोबस्त करो ये हमारा नाश्ता हे हम किसी को नई देंगे "

उसकी बात सुन मोहित बोला ।

" ये क्या बात हुई अगर थोड़ा सा नाश्ता दे दोगी तो तुम्हारा क्या चला जाएगा चाहे तो पैसे ले लो जितना होगा उतना दे देंगे "

" सॉरी ये बिकाऊ नई हे " रिया बोली ।

उसकी बात सुन के सारी लड़कियां हँसने लगी पर किआ को बहोत गुस्सा आया उसने कहा।

" ये गलत हे रिया खाने पे सब का अधिकार होता हे अगर खाना ज्यादा हे तो देने मे हर्ज ही क्या हे तुम्हें "

तभी रिया बोली ।

" किआ तुम अच्छी हो पर मे नही इन लडको को अगर भूख लगी हे तो खुद जाके खाना ढूंढ ले "

इतना बोलके रिया बेशर्म की तरह खाने लगी सभी लड़कियों को उसका ऐशा बिहैव ठीक नई लगा पर किसिने कुछ नई कहा।

तभी दीपांश बोला।

" चलो आगे चलते हे आगे कुछ मिल जाये तो देखते हे " सभी बॉयज आगे जाने लगे तभी ऋषभ ने कहा ।

" इवॉल तुम इन सब के साथ रुको हम सब आगे जाते हे जेसे ही इनका नास्ता खतम हो जाए तुम इन सब के साथ आ जाना हम सब आगे खड़े हे "

बोलते हुए ऋषभ आगे जाने लगा ।

तभी एक आवाज आई " कोई जरूरत नई हे "

वोह आवाज रिया की थी ऋषभ ने मूड के देखा तो रिया बड़े आराम से चिप्स खा रही थी और खाते खाते उसने कहा।

" हमे प्रोटेकसन नई चाहिए हम सब खुद का ध्यान रख सकते हे हा मगर तुम्हें रुकना हे तो तुम रुक सकते हो हमे कोई दिक्कत नई हे " बोल के वोह हँसने लगी ।

उसे यूं हस्ता देख इवॉल गुस्से से कुछ बोलने ही वाला था की ऋषभ ने कहा ।

" चलो यहाँ से आज की नारी हे सब पे भारी जरूर होगी "

और ऋषभ की बात सुन के सब आगे जाने लगे तभी किआ जोर से रिया पे चिल्लाई ।

" क्या हुआ हे तुम्हें वोह इतने अच्छे से बात कर रहा और तुम हो की कब से उसकी इन्सल्ट किए जा रही "

ऋषभ और बाकी बॉयज आगे जाके रुके वहा उन्हे पानी का नल मिला जहाँ साइड मे लीक हो रहा था।

पीने का पानी देख सभी बॉयज वहा गए और अपनी अपनी पानी की बॉटल निकाल के बारी बारी से पानी भरने लगे।

" यार ये किआ युवराज की फ्रेंड कुछ ज्यादा ही घमंडी हे "

मोहित बोला ।

" हा यार बता नई किस बात की अकड़ हे " अक्षय बोला।

" अरे कोई ना अपना भाई हे ना दीपांश वोह बड़े आराम से उसकी अकड़ को ठिकाने लगा देगा "

रोहित ने अक्षय को कहा की सब हँसने लगे।

" अरे दीपांश से ज्यादा अकड़ू इस दुनिया मे कोई पैदा ही च नई हुआ भाई "

रोहित ने फिर से अपने टपोरी अंदाज मे कहा।

फिरसे सब लोग हँसने लगे उसकी बात सुन दीपांश को गुस्सा आया पर जब उसने ऋषभ को हस्ते हुए देखा तो उसका गुस्सा शांत हो गया।

सब वेइट कर रहे थे की तभी एक लड़की चिल्लाती हुई लड़कों के पास आई

" हेल्प हेल्प " सभी लड़के उस आवाज की तरफ देखने लगे।

वोह लड़की ऋषभ के पास आई " प्लीज हेल्प करो " वोह बहोत जोर से साँसे ले रही थी ऋषभ ने उसका डरा हुआ चेहरा देखा और बोला।

" शांत हो जाओ , हुआ क्या ? ये तो बताओ "

उस लड़की ने गहरी सांस ली और बताया।

" मेरा नाम अवनी है , आप सब के जाने के बाद कुछ बतमीज़ लड़के सराब के नसे मे जुमते हुए पास आए उन लड़कों को देख किआ को बहोत गुस्सा आया पर उसने कुछ नई कहा और साइड मे जाके खड़ी हो गई पर उस रिया ने एक लड़के को गुरते हुए वहा से जाने केलिए कहा पर लड़के ने उसके पास जाके उसका हाथ पकड़ लिया "

अविनी ने एक ही साँस मे सारा कुछ बोल दिया।

उसने इतना जल्दी सब बोल की आधा कुछ समझ मे ही नई आया पर जितना समझ आया उससे ये जरूर पता चल गया की लड़कियां सब मुसीबत मे हे तभी ऋषभ सोचने लगा की तभी इवॉल लड़कियों की तरफ जाने लगा अवनी काफी डरी हुई थी।

वोह बोली " मेने आज तक ऐसे शराबी नई देखे बड़े अजीब हे सब पागलों जैसी हरकतें कर रहे "

"कोई बात नई मेरा दोस्त देख लेगा " ऋषभ ने अवनी को शांत करते हुए कहा।

एक लड़का आगे जाके किआ को पकड़ के अपने साथ जबरदस्ती लेके जा रहा था तभी किआ ने उसके दोनों पैरों के बीच जोर में लात मारी और उस लड़के की चीख निकल गई ये देख दूसरे लड़के ने किआ के बालों को पीछे से पकड़ा और उसे जोर से दूसरी तरफ लेके जाने लगा ये देख रिया आगे जाके किआ की मदद करना चाहती थी पर तीसरे लड़के ने उसे घेर लिया सुनैना और नैना ने आगे जाके रिया को बचा ने की कोशिश और लडको को मारने लगी पर वोह सब हैरान थे की उन लड़कों पे उनकी मार का कोई फर्क ही नई पड़ रहा था।

उन्हे लगा की सायद सराब की वजह से ऐशा हे पर इतना ज्यादा नशा उन्हे अपनी आँखों पे भरोसा नई हो रहा था तभी किआ की चिल्लाने की आवाज आई दो लड़के उसके साथ जबरदस्ती कर रहे थे ये देख सभी लड़कियां डर गई रिया जोर से चिल्लाने लगी।

" हेल्प प्लीज कोई मदद करो मेरी फ्रेंड मुसीबत मे हे " चिल्लाते हुए रिया रोने लगी।

तभी उन दोनो मे से एक लड़का दूर रोड की साइड वाली दीवाल पे जा टकराया ये देख सभी लड़कियां हैरान थी वोह लड़का जो दीवाल से टकराया था वोह खड़ा हुआ और इधर उधर देखने लगा ।

मानो उसे अभी थोड़ी देर पहले क्या हुआ उसका कुछ पता ना हो वोह देख ही रहा था की अचानक जिस लड़के ने किआ का हाथ अभी तक पकड़ रखा था वोह लड़का सीधे दूसरे वाले लड़के पे जा गिरा।

वो लड़का अभी क्या हुआ उसके साथ वही सब सोच रहा था।

ये सब देख रिया और बाकी लड़कियों के साथ जो लड़के खड़े थे वोह आगे बढ़े। किआ ने जब अपने बाल ठीक किए और सामने देखा वोह दंग रेह गई सामने इवॉल खड़ा था ।

सब लड़कियां इवॉल को देख के खुश हो गई तभी दो लड़कों ने एक साथ इवॉल पे अटैक कर दिया और मौका मिलते ही नीचे गिरे हुए उन दो लड़कों ने भी इवॉल पे अटैक करने आगे आए पर इवॉल ने फुर्ती दिखाते हुए पहले आए दोनो लड़कों के गले के बीच जोर से अपने हाथ से पंच दे मारा दोनो की वही पे हवा निकल गई ।

तभी इवॉल को पीछे से बाकी बचे दो लड़कों ने पकड़ लिया और तभी उन दोनो लड़कों मे से एक लड़के ने अपनी जेब से चाकू निकाला ये देख किआ और बाकी लड़कियां चोक गई किआ इवॉल को कहने ही वाली थी की किआ ने देखा इवॉल ने फुर्ती से उँदोनों लड़कों का हाथ पकडा और जोर से बहार की तरफ मोड दिया जिससे उँदोनों लड़कों के हाथ की हड्डीया टूट गई और वोह दोनो लड़के जमीन पे गिर के चिल्लाने लगे।

उनकी चिल्लाने की आवाज इतनी ज्यादा थी की अंदाजा लगाया जा सकता था की इवॉल ने कितनी बुरी तरह से उँदोनों के हाथ की हड्डियाँ तोड़ी होगी की नशे की हालत मे भी उन्हें दर्द का अहसास हो रहा था।

किआ और बाकी सभी लड़कियां इवॉल की ताकत देख हैरान थी।

" आखिर ये मुस्किल से 20 साल का होगा पर इतनी ज्यादा ताकत ? आखिर एक नॉर्मल इंशान मे कैसे ? इतनी ताकत कभी होती हे क्या? " किआ खुद से अपने मन मे सवाल कर रही थी तभी सब ने देखा इवॉल वापिश जा रहा था।

उसे जाता देख सभी लड़कियां उन लड़कों को देखते हुए डर के मारे वहां से भागी और इवॉल के पीछे जाके चलने लगी थोड़ी देर मे इवॉल बाकी सब लड़कों के पास पहोच गया।

" अब ठीक हे ना ? " ऋषभ ने अवनी से पूछा।

अवनी ने स्माइल करते हुए अपना सर हा मे हिलाया ये देख सभी लड़के इवॉल के पीछे जो रिया खड़ी थी उसे देख के जोर से हँसने लगे।

सभी लड़कों को यूं उस पे हस्ता हुआ देख रिया को बहोत गुस्सा आया पर वोह कुछ बोलने की हालत मे नई थी खास कर अभी जब उसने थोड़ी देर पहले ऋषभ की इन्सल्ट कर के उसकी हेल्प को ठुकराया था।

सभी लड़के आगे जाने लगे पर दीपांश वही खड़ा होके रिया को देख रहा था सभी लड़कियां उसे यूं रिया को गुरुता हुआ देख डर गई किआ कुछ बोलने ही वाली थी की दीपांश अचानक से वहा से जाने लगा।

रिया को यूं दीपांश का उसे घूर ना अच्छा नई लगा पर अब क्या करे वोह , उसे खुद कुछ समझ नई आ रहा था।

तभी नैना बोली " ये दीपांश सिंघानिया हे ऋषभ का बड़ा भाई हालाँकि दोनो मे सिर्फ एक साल का फासला हे मे तुम्हें ये सब इसलिए बाता रही हु ताकि अगली बार ऋषभ की इन्सल्ट करने से पहले 100 बार तुम सोचो और तुम्हें दीपांश का खयाल आए ताकि तुम वोह गलती दुबारा ना करो जो तुमने थोड़ी देर पहले की थी "

नैना का इशारा साफ था की अगली बार रियाने ऐशा वैसा कुछ किया तो दीपांश उसे छोड़ेगा नई इस बात का खयाल आते ही रिया नीचे से लेके उपर तक कांप गई।

उसका डरा हुआ मुंह देख के किआ के साथ बाकी सब लड़कियां भी हँसने लगी उन सब को यूं उसपे हस्ता देख रिया को कही जाके डूब मरने का मन कर रहा था।

सभी लड़कियां बाते करने मे बिज़ी थी तभी ऋषभ ने कहा।

" तूने उन्हे कुछ ज्यादा ही जोर से नई मारा ? "

" नही " इवॉल ने ऋषभ की बात का जवाब दिया ।

" तुमने अपनी इतनी ताकत का इस्तेमाल किया हे यानी जरूर ये? "

" हाँ " इवॉल ने दीपांश की बात को बीच मे ही रोक के उसे जवाब दिया।

" बी.एच.एश– 7 " ऋषभ ने सोचते हुए दीपांश और इवॉल को कहा ।

" हा यार " इवॉल ने ऋषभ को देखते हुए कहा फिर इवॉल आगे बोला।

" मेने उनकी आंखे बड़े ध्यान से देखी थी पूरी तरह लाल थी बहोत ही ज्यादा और उन सब को मेने जो चोट दी थी उसका कोई फर्क ही नई पड़ रहा था इसी वजह से मुजे अपनी सॉल एनर्जी स्कील का ना चाहते हुए भी इस्तेमाल करना पड़ा "

" हम्म " ऋषभ ने कुछ सोचा ।

" जब से B.H.S – 6 फैल हुआ हे तब से कई और ड्रग्स मार्केट मे आई पर बी.एच.एश का मुकाबला नई कर पाई और अब फाइनली जब बी.एच.एश-7 मार्केट मे लॉन्च हुई हे तब से मार्केट मे आते ही उसने डाउन्टाउन और अंडरग्राउंड का पूरा मार्केट अपने हाथों मे ले लिया हे "

दीपांश ने कहा ।

" अभी इसे जाने दो अभी सही वक्त नई आया इन सब से निपटने का जब आयेगा तब अच्छे से स्वागत करेंगे बी.एच.एश-7 का " बोलते हुए ऋषभ मोबाइल खोलकर गेम खेलने लगा।

किआ भी अपने फोन मे गेम खेल रही थी। सभी लोग चलते चलते उनकी होटल पहोच गए रात के 2 बजे थे सभी बहोत ही ज्यादा थके हुए थे। सभी लड़के और लड़कियाँ होटल के रीसेप्शन पे पहोच गए पर उन्हे वहा कोई नई दिखा।

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आई होप मेरी दूसरी नॉवेल की तरह ये भी आपको पसंद आए ।

थैंक यू