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maine kaha apne kapde utaro

और कुछ ही देर में,,,,,मिहिर उस मेंशन की फर्स्ट फ्लोर की छत पर था ,,,,,,और रूही,,,,मिहिर के पैरों में, गिरगिडाते हुए ,,,,,,,प्लीज ;मिहिर,,,,,,तुम्हें जो चाहिए ,,,,,मैं वह करने को तैयार हूं ,,,,,,बस मेरे dad को छोड़ दो,,,

और फिर वह अपने डैड की तरफ देखने लगती है ,,,,जो छत की रेलिंग पर खड़े छत से कूदने को तैयार थे

जिसे रुही ,,,,,अपने  में आंसू ले ,,,,,,अपने हाथ जोड़ते हुए,,,,,मेरे डैडी को रोक लो ,,,,,प्लीज मिहिर ,,,,,,और फिर उसके पैरों को पकड़,,,,,,,भीख मांगते हुए ,,,,,प्लीज मेरे डैडी को कुदने से रोक लो ,,,,,,और फिर अपना सर उठा मिहिर की तरफ से देखते हुए

तुम तुम यही चाहते हो ना ,,,,,कि मैं मैं जेल जाऊं,,,,,मैं जाने को तैयार हूं,,,,,,,मैं,,,,,में उन सब से मार भी खा लूगी,,,,,,,,, तुम जैसे चाहोगे,,,, में वैसे,,,,,,, reh lungi,,,,,

बस तुम,,,,मेरे डैडी को रोक दो ,,,,,,,प्लीज उन्हें ऐसा करने को मत कहो ,,,,,,मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हूं ,,,,,,या कहते हुए रूही की आंखों से लगातार आंसू बहे जा रहे थे,,,,,,आज उसके सामने एक ऐसा मोड़ था,,,,,,,जो वह सपने में भी कभी नहीं सोच सकती थी ,,,,आज उसके सामने ,,,,,उसकी डैड की जिंदगी और उसकी जिंदगी ki बोली लग रही थी

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अब आगे_________________________________________

की तभी मिहिर अपने पैरों को झटक,,,,,,,रूही को दूर कर देता है ,,,,,,जिससे रूही ;मुंह के बल ,,,,,जमीन पर गिरती है

और वही मिहिर ,,,,,चेयर से उठ,,,,,,धिरे कदमों से ,,,,,,,रूही के पास,,,,,अपने घुटनों के बल बैठ,,,,रूही को घूरते हुए ,,,,,,चू चू तकलीफ हो रही है ,,,,,,,अपने किसी को इस तरह मौत के मुंह में देखकर ,,,,,,,और फिर अपने दांत पीसते हुए,,,,,,,इसी तरह मुझे भी तकलीफ हुई थी ,,,,,,,आलिसा की मौत की खबर सुनकर, ,,,,,,,,

जब तुम्हें रहम नहीं आया ,,,,,,,आलिसा के साथ,,,,,,ऐसा करते हुए,,,,,,,,,,,,,,,,तो मुझे क्यों आएगा,,,,यह कहें ,,,,मिहिर ,,,,,रूही से दूर हो,,,,खड़ा हो जाता है,,,,,,और उसे घिन भरी नजरों से देखने लगता है

और वही रूही ,,,,,,मिहिर की बात सुन ,,,,,,एक झटके से मिहिर के पैरों को पकड़,,,,,,,,एक नजर अपने डैड की तरफ देख,,,,,फिर दोबारा मिहिर की तरफ देखते हुए,,,,,,नहीं नहीं मिहिर,,,,,तुम ऐसा नहीं कर सकते ,,,,,मैं सच में ,,,,,,तुम्हें कैसे यकीन कराऊ,,,,,,,,,की मैंने आलिसा को नहीं मारा

रूही की बात सुन ,,,,,,मिहिर रुही के पैरों को झटक ने लगता है ,,,,,,लेकिन रुही,,,,,,उसके पैरों पर,,,,,,,,अपनी पकड़ और टाइट कर देती है,,,,,,और बार-बार उसे अपने डैड को छोड़ने को कहती है

जिससे अब मिहिर रूही से ,,,,बहुत इरिटेट हो रहा था,,,,,,,जिससे मिहिर रुही के बाजू को पकड़ ,,,,,,,उसे खड़ा करते हुए,,,,,,,,अपने हाथ उसके मुंह पर लेजा दबाते हुए,,,,,,,

रो ,,,,,,,और रो ,,,,,गिड़ गिड़ाऊ  तरह गिडगिडाती रहो ,,,,,लेकिन मैं तुम्हें ,,,,,और तुम्हारी जिंदगी को नहीं बचाने वाला

तुम भी तडपो,,,,,,जिस तरह मेरी आलिसा और मैं तड़प रहा हूं ,,,,,,,तुम भी किसी,,,,अपने की मौत देखो ,,,,,जैसे मैंने आलिसा को देखा

यह कहते हुए ,,,,,,,,मिहिर ,,,,,,एक झटके में ;रूही को छोड़ देता है,,,,,,जिससे रुही,,,,संभाल नहीं पाती और जमीन पर गिर जाती है,,,,,जिससे उसके घुटनों में भी,,,,चोट लग जाती है

और वही रूही,,,,,,इस तरह जमीन पर गिरे,,,,,,,एक टक जमीन को घुरते हुए ,,,,,,अपने मन मे ,,,,,,आज मुझे खुद से नफरत हो रही है ,,,,,,,कि मैंने,,,,इस इंसान से ,,,,,क्यों मोहब्बत की ,,,,,,,,जिसने मेरी जिंदगी और मेरे परिवार को,,,,इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है

आखिर में मैंने इसकी जिंदगी क्यों बचाई ,,,,,,,,,जिसने मेरी जिंदगी तबाह कर दिया हैं

लेकिन अपने ख्यालों को झटक,,,,,,दोबारा हिम्मत करते हुए,,,,,अपना सर उठा महिर की तरफ देखती है ,,,,,,,,जो किसी राजा की तरह ,,,,,,दोबारा चेयर पर बैठ ,,,,,उसी की तरफ घुरी जा रहा था,,,,,,,या यूं कहें ,,,,,,उसकी बेबसी पर हंस रहा था,,,,

उसे इस तरह खुद की तरफ  देख रुही,,,,,,,,,,,अपनी हिम्मत बाटोर,,,,,,खड़े हो,,,,,मिहिर के ;पास जा,,,,,,,अपने दर्द को बर्दाश्त कर ,,,,,,घुटनों पर बैठते हुए, , ,,,,,,,, उसकी आंखों में आंखें डाल देखते हुए,,,,,,,मैंने तुम्हारी आलिसा ;को मारा है ,,,,,,,,toh तुम मुझे सजा दो ,,,,मेरी जान लो,,,,,पर मेरी डैड को बख्श दो

उसकी बात सुन मिहिर ताली बजाते हुए,,,,,,अपने फेस पर तंज भारी स्माइली ले,,,,,,अरे वह क्या बात कही है,,,,,,मेरी ex wife ने,,,,

और फिर हंसते हुए,,,,,एकदम से रूही के पास चला जाता है,,,,,और उसके जबड़ों को पकड़,,,,,अपने दांत पीसते हुए ,,,,,तो सुनो ,,,,,वह तो मैं तुम्हें दूंगा,,,,,,,वह भी ऐसी सजा,,,,,,जिसे तुम जिंदगी भर,,,,,,याद रखोगे ,,,,,,,,,,तड़पोगी,,,,,तुम दिन और रात,,,,,,तुम्हें भी तकलीफ होगी ,,,,,,,इस तरह,,,,,,जिस तरह मुझे हो रही है

यह कह मिहिर,, ,,,एक तरफ रुही का फेस झटक देता है ,,,,,,और फिर वनराज की तरफ देखते हुए,,,,,,,,,,,अरे ससुर जी,,,,,,,क्या आपके कूदने के लिए मुहूर्त निकलवाना पड़ेगा ,,,,

मिहिर की बात सुन ,,,,,,वनराज नहीं मिहिर मैं कुद रहा हूं,,,,,लेकिन तुम वादा करो,,,,,,कि मेरे कुदने के बाद,,,,,तुम मेरी बेटी का पीछा छोड़ दोगे

वनराज की बात सुन,,,,,,,,मिहिर अपने डेविल स्माइल करते हुए ,,,,सोचुगा ससुर जी ,,,,पहले कुदो तो सही,,,,,

जिसे सुन रही जोर-जोर से रोते हुए ,,,,,,,,,प्लीज प्लीज मेरे डैड को छोड़ दो मिहिर ,,,,,,,,तुम जैसा कहोगे मैं वैसा करूंगी ,,,,,,,तुम्हें बदला लेना ,,,,,,,,,मुझसे लो,,,,,,, तुम्हें जान लेनी है ना,,,,,,मेरी जान ले लो,,,,,,,, पर मेरे पापा को छोड़ दो

और फिर जल्दी से अपनी जगह से उठ,,,,,,,,,दोबारा मिहिर के पास जा,,,,,,,उसके पैर पकड़ते हुए ,,,,,,अपना सर ऊपर कर ,,,,,,,मिहिर की तरफ देखते हुए ,,,,,तुम्हें जो भी करना है,,,,,मेरे साथ करो,,,,,,,लेकिन मेरे डैड को बकक्ष दो,,,,,,,, देखो ,,,,,,,,देखो मैं तुम्हार ;साथ 6 महीने बताए है,,,,,,,,,उन दिनों का वास्ता ,,,,,,,तुम मेरे डैड को छोड़ दो ,,,,,तुम्हें मुझसे नफरत है ,,,,,,,क्योंकि मैंने अलीशा को मारा है ,,,,,तुम मुझे सजा दो,,,,,,,इन सब में मेरे डैड को बीच में मत लोओ

मिहिर जो कब से रुही के रोने धोने से इरिटेट हो चुका था ,,,,,,,लेकिन 6 महीने वाली बात सुन,,,,,,,,मिहिर अपना सर नीचे कर रूही को देखता है ,,,,,,,,,जो उसके पैरों में गिर गिड़गिड़ाते हुए,,,,,,,अपने डैड की जिंदगी की भीख मांग रही थी,,,,,,जिसे देख मिहिर रुही को बालो से पकड़ ,,,,,,उसे ऊपर उठाते हुए

अच्छा तु चाहती है,,,,,,,कि मैं तेरे बाप को बख्श दू,,,,,,,जिसके लिए तू,,,,,,उन महीने की कीमत लगा रही है ,,,,,,,,

तो ठीक है,,,,,,, अब मैं,सोच रहा हूं,,,,,,क्यों ना तेरे बाप को बकक्ष;दिया जाए,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर रूही को दूसरी तरफ धकेल देता है,,,,,,,,,जिससे रुही,,,,,,दुबारा जमीन पर गिर जाती है,,,,,,,रुही जो पहले से ही काफी जख्मी और कमजोर थी,,,,,,अब दोबारा उसके सर से खून बहने लगा था

और वही मिहिर,,,,,किसी राजा की तरह ,,,,,कुर्सी पर बैठ ,,,,,,रूही को ऊपर से नीचे घूमते हुए,,,,,, तो ठीक है ,,,,,,मैं तेरे बाप को बकश्रने;के लिए तैयार हूं,,,,,,,लेकिन तुझे उसके,,,,,बदले,,,,,अभी यहां ,,,,सब के सामने अपने कपड़े उतारे होंगे,,,,

और वहीं रुही,,,,,,जो अपना सर नीचे कर,,,,,,बस रोए जा रही थी ,,,,,मिहिर की बात सुन,,,,,,एक झटके में अपना सर ऊपर कर,,,,,,मिहिर की तरफ देखने  लगती है ,,,,,,आज उसे सच में मिहिर से ,,,,घिन आ रही थी,,,,उससे नफरत हो रही थी ,,,,

क्योंकि उसे सच में यकीन नहीं हो रहा था, ,,,,,कि मिहिर इस हद तक ,,,,उसे नीचा दिखाने के लिए गिर सकता है

और वहीं पास में खड़े सभी गर्ड ,,,,,,,मिहिर के मुंह से,,,,,यह सुन शौक हो जाते हैं ,,,,,क्योंकि,,,,उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि,,,,,,,, कि उनका बोस रुही के साथ,,,,,ऐसा कुछ भी कर सकता है ,,,,, जिसे उन्हें मिहिर पर बहुत गुस्सा आ रहा था ,,,,,,,लेकिन वह कर क्या सकते थे ,,,,आखिर थे तो ,,,,, बॉडीगार्ड्स ,,,,,,,जिससे वह अपना सर नीचे ;झुका लेते हैं

और वही वनराज जब मैहर के मुंह से,,,,,ऐसा सुनता है ,,,,तो वह चिखाते हुए,,,,,मिहिर तुम इतना घटिया और गिरी हुई हरकत कर सकते हो ,,,,,मैंने सोचा नहीं था

जिसे सुन मिहिर ,,,,,वनराज की तरफ देखते हुए,,,,,,,,अरे ससुर जी अब घटिया लोगों के सामने,,,,,,,घटिया बनना पड़ता है ,,,,,,यह कह मिहिर ,,,,,रुही की तरफ देखते हुए ,,,,,,मेरे पास इतना फालतू टाइम नहीं है,,,,,,,कि मैं तुम्हारा यह घटिया चेहरा देख सकूं ,,,,,,मैंने बस ,,,,तुम्हे, एक मौका दिया है,,,,,अगर तुम्हें अपने बाप की जान बचानी है ,,,तो ,,,,वह करो जो मैं कह रहा हूं ,,,,,,यह कहे उसके फेस पर डेविल स्माइल आ जाती है

जिसे सुन रुही,,,,,,,अपने नाम आंखों से खड़े हो जाती है ,,,,,,,और फिर वह ,,,,,,अपने विचारगी ;नजरों से मीहिर की तरफ देखने लगती है ,,,,,,, आज वह खुद को बहुत ही ज्यादा,,,,,,बेबस ;महसूस कर रही थी ,,,,,,क्योंकि आज उसकी इज्जत जो दाव पर लगी थी

और वहीं वनराज चिखाते हुए,,,,,नहीं बेटा,,,,,तुम ऐसा कुछ नहीं करोगी ,,,,,तुझे मेरी कसम,,,,,तुझे इस बूढ़े बाप की कसम

और फिर वही रुही,,,,,,अपनी आंखों में आंसू लिए,,,,,,,,मैहर की तरफ देखते हुए,,,,,अपनी फ्रॉक की जीप खोलने लगती है

और वही मिहिर अपने फेस पर खतरनाक स्माइली,, लिए,,,,,,,,एक तक रूही को देखी जा रहा था

और वहीं पास में खड़े सभी कार्ड रोहि को ,,,,,,ऐसा करता देख ,,,,,अपना सा नीचे कर लेते हैं,,,,,,,क्योंकि वह सभी गार्डस,,,,,,,,रुही के साथ 6 महीने रहे थे,,,,,,उन्हें रूही का नेचर बहुत अच्छा लगता था,,,,,,क्योंकि रूही बहुत ही चुलबुली मिजाज की थी

कि तभी सभी गार्डस को,,,,मिहिर की आवाज सुनाई देती है,,,,,अगर किसी का भी नज़रे नीचे हुई है ,,,,,तो मैं उसकी आंखें निकाल लूंगा ,,,

जिसे सुन सभी गर्डस,,,,अपने चेहरे पर लाचारी लिए ,,,,,अपना सर ऊपर उठा लेते हैं ,,,,,,आज सच में उन गार्डोंस को भी ,,,,,,,रुही पर तरस रहा था ,,,,,लेकिन वह ,,,,,चाहे कर भी,,,,ही के लिए कुछ नहीं कर सकते थे 

की तभी मिहिर वनराज की तरफ देखते हुए,,,,,,अरे ससुर जी ,,,,,आपके पास भी तो ऑप्शन है,,,,,,तो अपनी जान बचा लो ,,,,,या फिर अपनी बेटी की ,,,,,इज्जत बचा लो ,,,,,यह दोनों ऑप्शन आपके पास है ,,,,,,,तो देरी किस चीज की ,,,,,,कार्यक्रम शुरू किया जाए

और वही रूही जो अपनी फ्रॉक की  स्टाइप ,,,,,,धीरे-धीरे अपने कंधे से उतार रही थी,,,,,,कि तभी एक जोर के,,,,,,,चिख के साथ ,,,,,रोही के dad,,,,,उस छत से कूद जाते हैं,,,,,और वही रूही ;जो अपने डैड को बचाने के लिए ,,,,,,अपने कपड़े उतारने जा रही थी,,,,,यह देख,,,,,,वह भी एक चीख के साथ,,,,,अपने डैड की तरफ भागने लगती है 

आज के लिए बस इतना,,,

,तो देखते हैं ,,,,,,क्या मिहिर छोड़ देगा रुही ko ,,,,,और क्या हुआ रुही के डैडी को ,,,,,,या फिर,,,,,

आगे कि,,,,,उनकी जिंदगी जाने के लिए,,,,पढ़ते रहे

मेरे प्यारे रीडर जो भी यह नॉर्मल पढ़ रहा हो और अगर अच्छा लग रहा हो तो प्लीज मुझे फॉलो जरूर करें और अपना रिस्पांस भी जरूर करें ताकि मुझे भी पता चले कि आप सबको यह नॉवेल अच्छी लग रही है