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Time travel of 2023 to 2003

Hello Friends 🥰🥰

अगली सुबह विराट की नींद खुलती है । उठने के बाद वो देखता है , की वो किसी नई जगह पर है । दिमाग़ पर जोर देने के बाद उसे याद आता है , की वो अभी उसी जगह पर है जहाँ रात को वो पुनर्जन्म के बाद उस लड़की के साथ था ।

ये बात याद आते ही उसे उसकी मौत और फिर दूसरे जन्म के बारे में भी सब कुछ याद आने लगता है । इस वक़्त विराट के सामने दो जन्मों की कहानी किसी टीवी स्क्रीन की तरह शो हो रही थी , जिसे देखने के बाद विराट एक बार फिर से अपना सर पकड़ लेता है ।

तभी उसे कमरे से बाहर से  कुछ गिरने की आवाज़ सुनाई देती है । ये आवाज़ सुन कर विराट अपनी सोच से बाहर आता है और फिर जमीन पर पड़ा अपना पैंट उठा कर पहन लेता है और फिर कमरे से बाहर जाता है । कमरे से बाहर जाने के बाद वो देखता है , की बाहर हॉल में एक खूबसूरत लड़की एक ढीली टीशर्ट पहने हुए किचन में कुछ काम कर रही थी ।

जैसे ही उस लड़की की नजर विराट पर पड़ी तो उसने एक हलकी सी स्माइल के साथ उसके तरफ देखी और फिर अपने काम में लग गयी ।

उस लड़की को ऐसे स्माइल करते देख कर विराट ने उससे कहा , " तुम यही पर हो , जाना नहीं है क्या तुम्हे ?

विराट की बात सुन कर उस लड़की ने तिरछी नज़रो से उसे घूरते हुए बोली , " यार विराट ! तेरा नशा अभी भी नहीं उतरा क्या ? कल रात को भी तू ऐसे ही अजीब से हरकत कर रहा था  और अभी मुझे ही मेरे फ्लैट से जाने को बोल रहा है ? जबकि ये बात मुझे तुझसे कहनी चाहिए थी , की क्या तुझे यहाँ से अपने घर नहीं जाना है ?

उस लड़की की बात सुन कर विराट सन्न रह गया और फिर अपने दिमाग़ पर जोर देते हुए अपने इस जन्म के यादो को अपने दिमाग़ में ढूंढने की कोशिश करने लगा । कुछ ही देर में विराट को याद आया की वो अभी जहा पर है , वो उस लड़की का ही फ्लैट है और कल रात को अधिक शराब पी लेने के कारण वो यही पर रुक गया था और फिर शराब के नशे में ही उनका वो one नाईट स्टैंड भी हो गया था ।

ये सब याद आते ही उसने अपने सामने खड़ी लड़की जिसका नाम काव्या था , उसे देखते हुए एक हलकी सी स्माइल पास की और फिर अपनी बात सँभालते हुए बोला , " अरे काव्या ! मै ये कहना चाह रहा था , की क्या तुम आज ऑफिस नहीं जाने वाली हो क्या ?

विराट की ये बात सुन कर काव्या ने भी ज्यादा ना सोचते हुए अपना सर हिलाया और फिर बोली , "  नहीं ! बस ब्रेकफास्ट तैयार कर लू , उसके बाद जाउंगी ।

काव्या की बात सुन कर विराट ने अपना सर हिलाया और फिर वापस कमरे में चला गया । कमरे में जाने के बाद विराट वाशरूम में जा कर फ्रेस हुआ और फिर अपने कपड़े पहन का बाहर आ गया । बाहर आने के बाद वो काव्या को बाय बोल कर उसके फ्लैट से निकल गया ।

काव्या के फ्लैट से निकालने के बाद विराट ने अपने पैकेट से फ़ोन निकाला । जब उसने फ़ोन में आज की तारीख देखी तो उसकी आँखे बाहर होने को हो गयी । वो हैरानी से अपनी फ़ोन की तरफ देखने लगा ।

दरअसल इस वक़्त विराट की हाथ में जो फ़ोन था , वो एक कीपैड वाला नोकिया का फ़ोन था , जो साल 2003 के आस पास बहुत ट्रेंड में था । और उससे भी बड़ी हैरानी वाली बात ये थी , की उस फ़ोन में जो डेट शो हो रहा था , वो कुछ इस प्रकार था  -   28 दिसंबर 2003 ।

ये डेट देख कर विराट मन ही मन बोला , इसका मतलब मै दूसरे जन्म में साल 2028 से सीधे साल 2003 में आ चूका हुँ ? इसका मतलब मै पुरे 25 साल पीछे आ गया हुँ ।

ये सोचते वक़्त ही विराट के अंदर एक अजीब सी सिरहन दौर गयी । फिर जैसे तैसे उसने अपने चेहरे के भावो को ठीक किया और फिर वो फ़ोन को वापस अपने पैकेट में रख कर आगे बढ़ने लगा ।

काव्या का फ्लैट साउथ दिल्ली के एक नये बिल्डिंग में था । उस बिल्डिंग से निकल कर विराट पैदल ही सडक पर चलने लगा । चलते चलते ही वो सडक के किनारे बने पत्थर के चेयर पर बैठ गया और फिर अपने इस नये जन्म में खुद से जुड़े रिश्तो और प्रोफेशन के बारे में सोचने लगा ।

विराट करीब आधे घंटे से यही सब सोच रहा था , की तभी उसे सामने की सडक से एक कबाड़ी वाला आते हुए दिखा । उस कबाड़ी वाले को देख कर विराट अपना सर दूसरी तरफ घुमाने ही वाला था , की तभी उसे उस कबाड़ी वाले के ठेले से कुछ चमकता हुआ नजर आया ।

ये देख कर विराट ने उस कबाड़ी वाले को अपने पास आने का इशारा किया । जब उस कबाड़ी वाले ने विराट को खुद के पास बुलाते हुए देखा तो वो जल्दी से उसके पास अपना ठेला ले कर पंहुचा और बोला , " जल्दी बोलो बाबूजी ! कुछ बेचना है या लेना है ? जो भी हो जल्दी बोलो , धंधे का टाइम है ।

उस कबाड़ी वाले की जल्दबाज़ी देख कर विराट ने अपना सर हिलाया और फिर ध्यान से उस कबाड़ी वाले के ठेले की कुछ चीज़ो को देखने लगा । 

जब उस ठेले वाले ने देखा की विराट बस उसकी ठेले में रखे सामानो को बस देख ही रहा है , तो उस ठेले वाले ने थोड़े  गुस्से में बोला , " अरे बाबूजी ! कुछ लेना है , तो जल्दी लीजिये । नहीं तो मै चला यहाँ से ....  इतना कह कर जैसे ही वो आगे बढ़ने को हुआ की तभी विराट ने उसे रोकते हुए उसके ठेले से तीन चीजे उठाई और फिर उसे दिखाते हुए बोला , " ये कितने का दोगे ?

जब उस ठेले वाले ने विराट के हाथों में वो तीनो चीजे देखी तो उसने एक नजर विराट को घुरा और फिर अपनी उंगलियों पर कुछ देर गिनने के बाद बोला , " 140 रूपए के है ये तीनो , अगर लेना हो तो लीजिये ..... नहीं तो मै चला यहाँ  से !

उस ठेले वाले की बात सुन कर विराट ने अपने पैकेट में हाथ लगाया और कुछ देर के बाद एक सौ का नोट उस ठेले वाले को वो पकड़ाते हुए बोला , " सौ में ये देना है तो दे या नहीं तो यहाँ से जा !

विराट की बात सुन कर वो ठेला वाला थोड़ी देर के लिए झेप गया और फिर कुछ देर सोचने के बाद उसने वो सौ का नोट विराट के हाथों से ले कर उसे वो तीनो चीजे थमा दी । और फिर वहा से तेज़ी से चला गया ।

उसके जाने के बाद विराट ने अपने हाथ में पड़े उन तीनो चीजों को ध्यान से देखने लगा । उन तीनो चीजों से एक अलग प्रकार की सुनहरी रौशनी निकल रही थी , जो विराट के मन में अलग अलग प्रकार के भाव उत्पन्न कर रही थी ।

कुछ देर तक उन तीनो चीजों को देखने के बाद विराट ने एक ऑटो रोका और फिर उसे अपना एड्रेस बताते हुए वहा से निकल गया । कैब बीस मिनट के बाद वो साउथ दिल्ली के ही एक कम पापुलेशन वाले इलाके में पहुंच गया । वहा पर बहुत कम घर ही बने हुए थे और आस पास की जमीने ऐसे ही खाली पड़ी थी ।

उस सीन को देखने के बाद विराट ने मन ही मन कहा , " बताओ तो , आने वाले बीस साल बाद यहाँ पर इतनी पापुलेशन हो जाएगी , की किसी के खड़े होने भर की भी जगह नहीं बचेगी और अभी यहाँ पर कोई दिख ही नहीं रहा है !

यही सब सोचते हुए वो ऑटो से निकल कर ऑटो वाले को पैसे दिए और फिर सामने बनी एक दो मंजिला घर की तरफ बढ़ गया । उस घर में जाने के बाद उसने घर के दरवाजे को अपने पैंट की पैकेट से एक चाभी निकाल कर खोला और फिर उसके अंदर चला गया । अंदर जाने के बाद उसने अपने हाथ में ली वो तीनो चीजों को अंदर के एक टेबल पर रख दिया ।

उसके बाद विराट अपने कमरे की तरफ चला गया । कमरे में जाने के बाद वो सीधे बाथरूम में नहाने चला गया , क्योंकि रात के इंसिडेंट के बाद से उसे कुछ अंइजीनेस फील हो रहा था । इसलिए वो नहाने चला गया ।

नहाने के बाद उसने कपड़े पहने और फिर घर से निकल कर नुक्कड़ पर छोले भटोरे खाने चला गया । नुक्कड़ के एक छोटे से रेस्टोरेंट पर पहुंचने के बाद उसने वहा ब्रेकफास्ट किया और फिर रेस्टोरेंट वाले को पैसे दे कर जैसे ही वापस घर जाने को हुआ , की तभी पीछे से किसी ने उसे आवाज़ लगा कर रोका , " अरे विराट जरा रुकना तो  " !

ये आवाज़ जैसे ही विराट के कानो में पड़ी तो वो पीछे मुड़ कर उस आवाज़ की तरफ देखने लगा । कुछ ही पल पर उसे एक अपनी ही उम्र का थोड़ा मोटा लड़का नज़र आया । उस लड़के को देख कर अचानक से विराट के दिमाग़ में उसकी पहचान आ गयी और फिर वो उसकी तरफ देखते हुए बोला , " अरे नितीश ! तुम यहाँ ?

विराट का सवाल सुन कर उस वो लड़का जिसका नाम नितीश था ... वो बोला , " हाँ भाई ! पापा किसी काम से बाहर गए हुए है , इसलिए आज मै खुद ही रेस्टोरेंट आ गया ।

नितीश की बात सुन कर विराट ने अपना सर  हिलाया । दरअसल जिस छोटे से रेस्टोरेंट में वीराट ने अभी ब्रेकफास्ट किया था , वो रेस्टोरेंट नितीश के पापा का ही था ।

फिर कुछ देर तक नितीश से बात करने के बाद विराट उसे बाय बोल कर अपने घर की तरफ निकल गया ।

घर जाते समय ही विराट ने एक  दुकान से जंग छुड़ाने और शीशे को साफ करने वाले कुछ सामान लिए और फिर घर चला गया ।

घर में पहुंचने के बाद उसने अपने साथ लाये सामान को उन्ही सामान के साथ टेबल पर रख दिया , जिसे उसने सुबह उस कबाड़ी से ली थी ।

विराट ने उस कबाड़ी वाले से क्या क्या लिया था ? कबाड़ी वाले के उन तीनो सामानो से सुनहरी रौशनी क्यों निकल रही थी ? समर्थ ने जंग छुड़ाने और शीशे को साफ करने वाले सामान क्यों खरीदा है ?

जानेंगे अगले chapter में .....

To be continued  .....