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रहस्यमय मुर्दा

रहस्यमय मुर्दा कहां से आया. वह स्वर्णा को क्यों उठा ले गया? राजकुमार ने कैसे उसका पता लगाया…. इसी उपन्यास से लेखक:- कैलाश कुमार शर्मा

DaoistwUAizj · Fantasy
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एक दिन पूरे राज्य में हा-हाकार मच गया क्योंकि राजकुमारी को रहस्यमय मुर्दा उठा ले गया था. यह मालूम नहीं हो सका कि यह मुर्दा कहाँ से आया. जितने मुँह उतनी बात. कोई कहता यह स्वर्ग लोक का दूत है जिस पर नाराज़ हो जाता है वहां ऐसा करता है, कोई कहता है यह एक देव था, ऋषि के शाप के कारण लकड़ी का बन गया. परंतु असलियत कोई नहीं जानता था. राजकुमारी के उठाए जाने की खबर चारों ओर फैल गई. राजा ने घोषणा करवाई कि जो राजकुमारी को लाएगा उसको आधा राज्य व स्वर्णा कुमारी भेंट में दूंगा. कई राजा, राजकुमार खोज में लग गए पर राजकुमारी किसी को नहीं मिली. पूरे राज्य में शोक छा गया.

राजा के राज्य से कुछ दूर एक छोटा सा राज्य था. वहां के राजकुमार ने जब सुना तो गुस्से से भड़क उठा और उसने प्रण किया वह जरूर इस काम को करेगा.

वह अपने गुरु के पास गया. गुरु ने आशीर्वाद देकर कहा:-

"मैं तुम्हें एक लाल मणि व जादू की तलवार देता हूँ. यह संकट के समय तुम्हारे काम आएगी. मणि तुम्हारी हर इच्छा पूरी करेगी."

राजकुमार वीर सिंह चल पड़ा. रास्ते में एक राक्षस का जंगल था. जंगल में एक तालाब था. फलदार पेड़ लगे थे. वह भूखा तो था ही तालाब में नहाकर फल खाने लगा. तभी वहां राक्षस आ पहुंचा उसका नाम दुदंभी था. राजकुमार को देखते हुए उसकी तरफ दौड़ा. दोनों में युद्ध होने लगा. राक्षस ने राजकुमार को उठाकर फेंक दिया. राजकुमार के गिरते-गिरते राक्षस का कान हाथ आ गया था. बस वह उसी के लटक गया. राक्षस दर्द से कराह उठा. राक्षस को एक ऋषि का श्राप था कि जो तेरा कान खींचे, तू उससे बैर मत रखना. उससे दोस्ती कर लेना नहीं तो तेरा नाश हो जायेगा. वह राक्षस राजकुमार से प्राणों की भीख मांगने लगा. राजकुमार ने उसे छोड़ दिया.

राक्षस ने राजकुमार को एक पीली मणि दी और कहा:-

"जब भी मेरी जरूरत पड़े, इसको घिस देना मैं तुरंत हाजिर हो जाऊंगा."

राजकुमार ने अपने आने का सारा हाल सुनाकर पूछा कि,

"रहस्यमय मुर्दा कहां रहता है?"

यह सुनकर वो बोला:-

"मानव पुत्र मैं इसका पता नहीं जानता परंतु यहां से कुछ दूर एक विचित्र झील है. उसमे जल की जगह सफेद मोती है. उनके बीचों बीच एक लाल पत्थर है, तुम उसे उठाकर देखना तुम्हे सुरंग दिखाई देगी. तुम सुरंग में चलते जाना. वहां एक शानदार महल दिखाई देगा. उसमें तीन चुड़ैल रहती हैं. उनकी आंख नहीं है. वे ही वहां का पता बता सकती है. तुम्हे यह मलहम देता हूँ, यह आँखों में लगाओगे तो तालाब दिखाई देगा. साधारण मनुष्य को यह पानी की झील दिखेगी."

यह सुनकर राजकुमार बड़ा खुश हुआ है. वह उत्तर के ओर घोड़ा दौड़ा ले जाने लगा.