कुछ देर बाद में चंदन का पेड़ ढूंढने लगा. पर सोने की पत्ती और चांदी की टहनी के पेड़ों के अलावा उसे चंदन का पेड़ नहीं दिखा. बीच से कुछ पेड़ों का झुरमुट था. राजकुमार वहां गया तो खुशी से उछल पड़ा. वहां एक चंदन का पेड़ था. उसकी शाखा पर भयानक सर्प लटके थे. एक ऊपरी डाल पर पिंजरा लटक रहा था जिसमें तोता था.
राजकुमार पिंजरा हथियाने की तरकीब सोचने लगा. कुछ देर बाद उसके दिमाग में एक तरकीब आई. चंदन के पेड़ के पास ही तालाब था. राजकुमार ने तालाब से कुछ मेंढक पकड़े और उसे एक सर्प की तरफ फेंक दिया. एक सर्प मेंढक को खाने लगा, उसे खाते देखकर कई सर्प पेड़ से नीचे आ गए. राजकुमार ने और मेंढक पटक दिए. उन्हें खाने सारे सर्प नीचे उतर आए. राजकुमार ने सारे मेंढक फेंक दिए. कुछ मेंढक भागने लगे, सर्प उनका पीछा करते दौड़ने लगे.
राजकुमार ने पेड़ पर चढ़कर पिंजरा उठा लिया. उसके उठाते ही पेड़ गायब हो गया. वहां एक सुरंग दिखाई दी. वह बड़ी साफ़ थी. वह सीधी जादूगर के शयनकक्ष में जाती थी. राजकुमार उसमें चल पड़ा.