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यंग मास्टर मो, आर यू डन किसिंग?

नया जन्म लेने के बाद वह अपने अत्यंत सुन्दर पति को नज़र भरकर देखती है और सोचती है कि क्या पिछले जन्म में उसका दिमाग बिलकुल ख़राब हो गया था - उसने खुद अपने पति से तलाक माँगा था, एक बार नहीं बार बार! उसकी पिछली ज़िंदगी में उसके रिश्तेदारों ने उसे धोखा दिया और उसकी दुखद मौत का कारण बने| दूसरी बार जीवन जीने के इस अवसर को मिलने के बाद वह अपने पति को बहुत प्यार देगी, हर तरह से| वह कसम कहती है की इस बार वह उन सब रिश्तेदारों से और खासकर उस औरत से बदला लेगी जिसने अपने मासूम चेहरे के पीछे उसके लिए जाल बुना था| वह अपनी ख़ुशी खुद हासिल करेगी| यह एक सुन्दर, प्यारी, लुभावनी सी प्रेम कथा है जिसमें एक बुद्धिमान महिला और आदर्श पुरुष नायक-नायिका के रूप में दर्शाए गए हैं|

Emerald Smiles · Urban
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क्या तुमने मो जिंगशेन के सामने फिर से मरने का अभिनय किया?

Editor: Providentia Translations

यू गार्डन से बाहर निकलते हुए जी मेंगरान के दिल में अभी भी कुछ संदेह था।

क्या ऐसा हो सकता है कि पिछले दिन जब उसने मो जिंगशेन के नशे में होने का फायदा उठाया और पतले कपड़े पहन लिए थे जिससे जी नुआन के मन में शंका आ गई है वरना उसके रवैये में इतना बदलाव क्यों आएगा?

यह सोचकर कि मो जिंगशेन ज्यादा दूर नहीं गया होगा, उसने अपने आस पास देखा। उससे बात करने के लिए उसने अपना फोन ऊपर उठाया।

चूंकि वह यहाँ कार चला कर नहीं आयी थी और जी परिवार का घर मो कॉर्पोरेशन के रास्ते में पड़ता था, अगर उसने मो जिंगशेन को उसे घर छोड़ने के लिए कहा तो मो जिंगशेन मना नहीं कर पाएगा।

अगर मो जिंगशेन की कार में बैठने का अवसर मिला तो उसे जी नुआन के बारे में अच्छी तरह से बात करने की जरूरत होगी

काफी देर तक फोन बजता रहा। जी मेंगरान ने हार नहीं मानी और फोन करना जारी रखा। अचानक से उसे अपने पीछे से किसी फोन के बजने की आवाज सुनायी देने लगी।

वह आश्चर्यचकित होकर पलटी और उसने जी नुआन को हाथ में मो जिंगशेन के काले सेलफोन को पकड़े बाहर निकलते हुए देखा।

उसका फोन वास्तव में जी नुआन के हाथों में था!

एक पल में जी मेंगरान की हतप्रभ होने वाली अभिव्यक्ति का कोई अंत नहीं था।

जब वह स्तंभित हो वहाँ खड़ी थी, जी नुआन ने लापरवाही से कहा, "तुम्हारे जीजा शायद कंपनी में जाने के लिए जाने बहुत जल्दबाजी में थे। वह अपना फोन भी नहीं ले गए। यह अच्छी बात है कि उनके पास एक से अधिक फोन हैं अन्यथा मुझे उसके सहायक से संपर्क करना पड़ता कि वह आए और इसे ले जाए।"

जी नुआन की आँखों में एक अबोधगम्य नि:स्नेह हँसी का संकेत देखकर, जी मेंगरान ने अपनी पीठ के नीचे तक एक अजीब सी कंपकंपी महसूस की।

"क्या पहले तुम फोन कर रही थी?"

"नहीं-नहीं मैं नहीं थी।" जी मेंगरान ने, जो यू गार्डन के प्रवेश द्वार के बाहर खड़ी थी, घबराए हुए तरीके से जवाब दिया।

"नहीं?" जी नुआन ने प्रदर्शित हो रहे मिस्ड कॉल को देखा। "हालाँकि यह नंबर सहेजा नहीं गया है, मैं इस नंबर से बहुत अच्छी तरह परिचित हूँ। क्या तुमने पहले गलती से फोन किया था?"

तो, मो जिंगशेन ने अपनी संपर्क सूची में उसका नंबर भी नहीं डाल रखा था?

जी मेंगरान का दिल धड़कने लगा, उसका चेहरा कुछ पीला पड़ गया। "मैंने शायद पहले अनजाने में गलत नंबर मिया दिया होगा।"

यह कहते हुए, जी मेंगरान एक और क्षण भी नहीं रुकी। वह बिना कुछ और कहे जल्दी से बाहर भागी इस डर से कि वह कुछ गलत कह देगी।

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जी नुआन ने सोचा था कि आंटी छें को कह कर शादी की सभी तस्वीरें बाहर निकालने के लिए कहेगी, तभी अचानक अस्पताल से फोन आया।

वह शीघ्र गाड़ी चलाकर है सिटी सेंट्रल अस्पताल के इकलौते ऑर्थोपेडिक्स वार्ड में भागकर पहुँची। जैसे ही दरवाजा खुला, सफेद चोगा पहने एक डॉक्टर बाहर निकला।

डॉक्टर ने नकाब पहना हुआ था जिससे केवल उसकी भौहें और आँखें दिखाई दे रही थीं, फिर भी जी नुआन ने उसे पहचान लिया।

उसने एक भी शब्द नहीं कहा। डॉक्टर ने उस पर एक भावशून्य नजर डालते हुए अपनी नजर लापरवाही से हटा ली।

"नुआन नुआन! तुम आ गयी? ओह ~ मैं दर्द से मरने वाली हूँ ~" अंदर एक युवा लड़की ने दयनीयता से रोते हुए कहा।

यह जी नुआन की सबसे महत्वपूर्ण मित्र, क्षीय तियाँ थी!

जब वह अंदर गई तो क्षीयतियाँ ने उसकी भाव भंगिमा को देखा और अपनी आँखों को गोल घूमने से रोक न सकी। "ये कैसी अभिव्यक्ति है? मैं एक कार दुर्घटना में थी, लेकिन यह केवल एक छोटा फ्रैक्चर है। ऐसा नहीं है कि मैं मर गई हूँ।"

जी नुआन की भाव-भंगिमा को देखकर, क्षीय तियाँ ने अपने होंठों को सिकोड़ते हुए कहा, "केंटकी फ्राइड चिकन कहाँ है? मैंने तुम्हें फोन पर थोड़ा लाने के लिए कहा था। मैंने पूरा दिन कुछ भी नहीं खाया है। मैं भूखी हूँ और दर्द में भी हूँ! डॉक्टर ने कहा है कि आज से मुझे हर दिन कम नमक और कम तेल के साथ सूअर की हड्डी का सूप पीना पड़ेगा! यह मेरा जीवन लेने के समान नहीं है? मैं तो ऐसी हूँ जो इस तरह के भोजन से बिल्कुल नफरत करती है। वह मुझे रोज यह पीने के लिए कैसे कह सकता है!"

उसने एक बार फिर अपना सिर झुका जी नुआन के खाली हाथों को देखा। "भगवान! यह नहीं हो सकता! तुम वास्तव में खाली हाथ आई..."

बेशक, वह खाली हाथ आई थी। पहले, जब उसने फोन पर बात की थी, तो उसने अपना फोन लगभग गिरा दिया था!

कोई जो एक बार पहले उसकी आंखों के सामने खून से लथपथ हो मर गई थी, अचानक एक अपकृत आवाज के साथ फोन करके कहती है कि उसके साथ एक कार दुर्घटना हो गई थी और वह चाहती थी कि वह बहुत सारा भुना हुआ मुर्गा खरीदे और अस्पताल ले आए...

उस समय, जी नुआन, कौन सी केंटकी-कौन सा मुर्गा, इसके बारे में कुछ भी कैसे याद रख सकती थी!

गति सीमा को पार करते हुए वह गाड़ी चला कर आयी थी। ऐसा लग रहा था जैसे वह उड़ कर वहाँ पहुंची हो।

क्षीय तियाँ अभी भी जिंदा थी! अभी, इस वक्त, उसे अभी उस कमीने के साथ मिलना बाकी था जिसने उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद कर दी।

"तुम्हारा पैर बहुत बुरी तरह से घायल है। बेकार का खाना बंद कर दो।" जी नुआन ने खुद को शांत किया और उसके बिस्तर के पास बैठने के लिए कुर्सी खींच ली। "पास में एक रेस्तरां है जहाँ बहुत अच्छा सूअर की हड्डी का सूप मिलता है। स्वाद बहुत अच्छा है। मैं बाद में तुम्हारे लिए थोड़ा खरीद लूँगी।"

क्षीय तियाँ ने अपने होंठ सिकोड़ लिए। "पे! केंटकी फ्राइड चिकन के बिना तुम्हारा मेरे लिए क्या उपयोग है!"

जी नुआन ने उससे कोई बहस नहीं की। वह केवल उसके बगल में बैठकर उसे देखती रही।

क्षीय तियाँ ने शायद ही कभी जी नुआन को इतना शांत और आज्ञाकारी देखा हो। "मैं कहती हूँ, क्या तुम मो जिंगशेन के सामने फिर से मरने का अभिनय कर रही हो? मैंने शुरू से ही कहा था कि तुम अपनी बहन के बहुत करीब ना रहा करो! उसके अच्छे इरादे नहीं हैं! मो जिंगशेन पहले से ही तुम्हारे साथ इतना अच्छा व्यवहार करता है; तुम कब तक उससे रूखा व्यवहार करती रहोगी? "

जो शब्द उसने लंबे समय से नहीं सुने थे, उन्हें सुनकर जी नुआन की नाक थोड़ी चढ़ गई। वह मुस्कुरा उठी।

"मुझे पता है। मुझे पता है कि कब रुकना है।" उसने अपने पुनर्जन्म के बारे में नहीं बताया, लेकिन उसे उम्मीद थी कि उसकी सहेली दोबारा वही गलती नहीं करेगी। "क्षीय तियाँ, तुम अस्पताल से छुट्टी दिए जाने के बाद उस आदमी के साथ किसी भी तरह के संपर्क में नहीं आना, जिसने तुम्हें चोट पहुंचाई! इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह किस तरह के मुआवजे की पेशकश करता है, तुम्हें उससे मिलने की अनुमति नहीं है! तुम्हें यह याद रखना होगा!"

यह कार दुर्घटना उसके पिछले जीवन में भी हुई थी। इस दुर्घटना के दौरान ही क्षीय तियाँ को उस आदमी के बारे में पता चला था जिसने उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद कर दी।

"कहाँ पता है कि कब रुकना है? मेरा सिर पता है!" जी नुआन के बाकी शब्दों को क्षीय तियाँ ने सुना भी नहीं। "मो जिंगशेन कहाँ अच्छा नहीं है? कितनी महिलाएँ उसके बिस्तर पर चढ़ने का सपना देखती हैं? केवल तुम, जी नुआन, इतनी जिद्दी हो!"

"ठीक है, ठीक है। मैं ज़िद्दी हूँ। अतीत में जो कुछ भी हुआ वह सब मेरी गलती थी!"

"देखा, देखा! जब भी मैं मो जिंगशेन की बात करती हूँ तो तुम अधीर हो जाती हो ..." क्षीय तियाँ ने शिकायत की। "मेरे अच्छे इरादों को तुम हमेशा कचरे की तरह मानती हो! मैं गुस्से से मरने वाली हूँ!"

जी नुआन कुछ नहीं बोली। उसने केवल जोर से कंबल पर रखे उसके हाथों को खींचा और अपने हाथों से कसकर उसके हाथ पकड़ लिए।

क्षीय तियाँ ने विद्रोह का चेहरा बना रखा था। "तुम इतना कसकर क्यों पकड़ रही हो? क्या तुम्हारी बहन ने तुम्हारा इतनी अच्छी तरह से मत परिवर्तन कर दिया है कि अब तुम्हें पुरुषों में कोई दिलचस्पी ही नहीं है? तुम्हें अब महिलाओं में दिलचस्पी है! बकवास, मैं ऐसा नहीं चाहती! तुम, जल्दी से मेरे हाथ छोड़ो… "

जी नुआन सिर्फ उसके हाथों को पकड़ना नहीं चाहती थी; वह उसे अच्छे से गले लगाना चाहती थी! उसे कस कर गले लगाना चाहती थी!

"अगले महीने तुम्हारे पिता का जन्मदिन है। क्या तुम सिटी एस में क्षीय परिवार में लौटने का अवसर लेना चाहती हो? अपने परिवार के साथ अपने रिश्ते को फिर से बनाने के लिए?" जी नुआन अचानक बोली।

उसे किसी ऐसे तरीके के बारे में सोचना होगा जिससे क्षीय तियाँ उस अवधि के दौरान दूर रहे जब वह है सिटी में उस कमीने के करीब आ गई थी। अगर इसका मतलब उसे वापस उस परिवार के पास धकेलना था, जिससे वह सबसे ज्यादा नफरत करती थी, तो भी ठीक।

वह निश्चित रूप से उसे पहले गर्भवती होते हुए और फिर गर्भपात से गुजर कर अंत में उस कमीने के हाथों मरते नहीं देखना चाहती थी!

"मैं वापस नहीं जा रही हूँ!" क्षीय तियाँ, जो अपने घर के बारे में कोई बात नहीं करना चाहती थी, झट एक अपकृत अभिव्यक्ति अपने चेहरे पर ले आयी। "नुआन नुआन, मुझे एक पूर्ण पारिवारिक डोलची की आवश्यकता नहीं है। बस मुर्गे दो पंख, क्या इतना चलेगा?"

"नहीं।" जी नुआन को पता था कि वह भूखी थी और वह खड़ी हो गयी। "तुम अच्छी बनो और वहीं लेट जाओ। मैं तुम्हारे लिए सूअर की हड्डी का सूप खरीदने जाती हूँ।"

"क्या मुझे मुर्गे का सिर्फ एक पंख नहीं मिल सकता?"

"नहीं।"

"बस एक?"

"नहीं!"

दरवाजा खुला और बंद हो गया। जी नुआन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

क्षीय तियाँ दर्द में डूब गयी। "यह किस प्रकार की दोस्ती है? उसका दिल में मेरे लिए बिल्कुल तड़प नहीं है ..."

एकाएक, वार्डरूम का दरवाजा एक बार फिर खुल गया। जी नुआन की आवाज़ ने बाहर से पुकारा, "मूल स्वाद, बिना मसालेवाला, क्या तुम वो खाओगी?"

"खाऊँगी, खाऊँगी! मैं खाऊँगी!" क्षीय तियाँ की असन्तुष्ट अभिव्यक्ति तुरंत बदल गई। उसके होंठों पर मुस्कान आ गई, जब उसने एक प्यारे कुत्ते की तरह अपने सिर को हिलाया।