webnovel

यंग मास्टर मो, आर यू डन किसिंग?

नया जन्म लेने के बाद वह अपने अत्यंत सुन्दर पति को नज़र भरकर देखती है और सोचती है कि क्या पिछले जन्म में उसका दिमाग बिलकुल ख़राब हो गया था - उसने खुद अपने पति से तलाक माँगा था, एक बार नहीं बार बार! उसकी पिछली ज़िंदगी में उसके रिश्तेदारों ने उसे धोखा दिया और उसकी दुखद मौत का कारण बने| दूसरी बार जीवन जीने के इस अवसर को मिलने के बाद वह अपने पति को बहुत प्यार देगी, हर तरह से| वह कसम कहती है की इस बार वह उन सब रिश्तेदारों से और खासकर उस औरत से बदला लेगी जिसने अपने मासूम चेहरे के पीछे उसके लिए जाल बुना था| वह अपनी ख़ुशी खुद हासिल करेगी| यह एक सुन्दर, प्यारी, लुभावनी सी प्रेम कथा है जिसमें एक बुद्धिमान महिला और आदर्श पुरुष नायक-नायिका के रूप में दर्शाए गए हैं|

Emerald Smiles · Urban
Not enough ratings
60 Chs

कहाँ गयी वो हिम्मत जो तुमने दिखाई थी जब कहा था मेरे कपड़े उतारोगी?

Editor: Providentia Translations

जी मेंगरान दरवाजे के ठीक बाहर खड़ी थी। जी नुआन वास्तव में अन्यमनस्क होने से खुद को रोक नहीं सकी।

"अगर हम जी मेंगरान को जाने के लिए नहीं कहेंगे, तो वह पूरी रात बाहर खड़ी रह सकती है," उसने धीरे से विरोध किया।

मो जिंगशेन के हाथ ने धीरे से उसके सिर को रगड़ा। वह दरवाजा खोलने के लिए उठा।

जी मेंगरान अभी भी दरवाजा खटखटा रही थी, लेकिन क्योंकि वह अपने पिता के जाग जाने से डर रही थी, इसलिए वह खटखटाते हुए धीरे से बोली। "क्या तुम लोग सो रहे हो? बड़ी बहन, तुम आमतौर पर इतनी जल्दी नहीं सोती ..."

उसने अभी तक बात खत्म नहीं की थी जब उसके सामने का दरवाजा अचानक खुल गया।

मो जिंगशेन को देखकर, जी मेंगरान की निगाहें उसकी शर्ट के उस हिस्से पर टिक गयी, जहाँ पहले के कुछ बटन खुले थे। उसने ऊपर देखते हुए कहा, "भाई जिंगशेन, मैं तुम दोनों के लिए खाना अंदर ले आती हूँ!"

मो जिंगशेन के लंबे शरीर ने उसे प्रवेश करने से रोक दिया, उसकी आवाज उदासीन थी, "इसे वापस ले जाओ। हम इसे नहीं खाएँगे।"

उसे इतने रूखे तरीके से व्यवहार करते देख, जी मेंगरान ने अपने होंठों को दबा दिया और कहा, "लेकिन, भाई जिंगशेन, तुम सारा दिन काम करने के बाद इतनी देर से आए हो। तुमने निश्चित रूप से खाना नहीं..."

"कोई जरुरत नहीं है।"

उसके शब्द अभी खत्म नहीं हुए थे जब उसने "धम" सुना। उसकी आँखों के ठीक सामने, दरवाजा सीधे बंद कर दिया गया था।

जी मेंगरान की आँखें फ़ैल गईं। वह उस दरवाजे की ओर अविश्वास से घूरने लगी जो बेरहमी से बंद कर दिया गया था।

जी नुआन को, जो कपड़े इकट्ठा करने के बाद बिस्तर पर बैठ गयी थी, उम्मीद नहीं थी कि बात इतनी जल्दी खत्म हो जाएगी। यद्यपि यह मो जिंगशेन का मामलों को संभालने का तरीका था, लेकिन यह स्थान जी परिवार का घर था। उसे जी परिवार की इज्जत का भी ख्याल रखना था।

हालाँकि, वह स्पष्ट रूप से जी मेंगरान को कोई इज्जत नहीं देना चाहता था।

सोचते हुए उसने सर उठाया और मो जिंगशेन को वापस आते देखा।

जैसे ही जी नुआन ने उसकी गहरी आँखों को देखा, उसने बिस्तर से छलांग लगा दी। उसने सफेद भालू उठा जिंगशेन की तरफ फेंक दिया और स्नानघर की ओर भागने के लिए मुड़ गई। "मैं नहाने जा रही हूँ!"

मो जिंगशेन ने फेंके हुए भालू को पकड़ लिया और फिर उसके भागते हुए मंज़र को देखा। उसने उस भालू को आँख के काँटे की तरह एक तरफ फेंक दिया और एक आह भरी मुस्कान दी। 

जी मेंगरान अभी भी दरवाजे पर दस्तक देना चाहती थी। हालाँकि, अंदर से कोई आवाज़ नहीं आ रही थी। उसने अपना हाथ उठाया और वापस पीछे खींच लिया। उसके जो हाथ कटोरी पकड़े हुए थे, अत्याधिक बल लगाने से, सफेद हो गए।

एक पल के बाद, उसने अपने दाँत पीस लिए और वापस अपने कमरे में जाने के लिए मुड़ गई। उसने सारा खाना कूड़ेदान में डाल दिया और फिर कटोरा भी फेंक दिया।

----

जी नुआन ने स्नानघर में आधे घंटे तक इंतज़ार कराया और आखिर तौलिया बाँधे हुए बाहर निकली।

जब वह बाहर निकली, उसने अपने गीले बालों को एक तौलिया के साथ रगड़ा, जबकि दूसरे तौलिया को अपने शरीर के चारों ओर लपेट रखा था। वह अवचेतन रूप से तौलिए के गिरने से डर रही थी। जब वह आगे चलकर आयी, उसकी नज़र मो जिंगशेन पर पड़ी, जो एक पुरानी फोटो एल्बम के साथ उसके बिस्तर पर बैठा हुआ था।

"तुम क्या देख रहे हो?" अपने बालों को तब तक रगड़ने के बाद जब तक उनसे पानी टपकना बंद नहीं हो गया, वह उसके पास चली गयी।

मो जिंगशेन ने एल्बम को नीचे रख दिया। जी नुआन ने अपनी आँखें नीची कर दस साल पहले ली गई उस परिवार के चार सदस्यों की फोटो देखी।

उस वक्त, शेन हेरु का उस परिवार में दाखल होना बाकी था। तब, जी परिवार खुशियों से भरा हुआ था। यह सुख का ठिकाना था।

"यह मेरी माँ है।" उसने केवल एक पल के लिए उस पर नज़र डाली। "वह बहुत सुंदर थी, है ना?"

मो जिंगशेन की आवाज़ धीमी, सुखद और चुंबकीय थी। "इस तस्वीर को देखते हुए ऐसा नहीं लगता कि तुम दोनों सगी बहने हो।"

"यह सच है। हालाँकि मेंगरान और मैं रक्त संबंधी बहनें हैं, हम वास्तव में एक जैसे नहीं दिखते हैं।" जी नुआन ने उसके होंठों को मोड़ा। "सिर्फ हम एक जैसे नहीं दिखते हैं, मैं अपनी माँ की तरह भी नहीं दिखती। यदि मेरे पिता ने हमेशा मुझे प्राथमिकता नहीं दी होती और मुझे सबसे ज्यादा प्यार नहीं करते, तो मुझे हमेशा शक होता कि मैं सच में उनकी बेटी हूँ या नहीं।"

मो जिंगशेन ने अचानक उसकी ओर देखा।

जी नुआन ने उसकी अस्पष्ट, गहरी आँखें देखी। मुस्कान की तरह दिखने वाली उसकी मुखाकृति ने उसे प्रभावित नहीं किया। अवचेतन रूप से, उसने अपने शरीर के चारों ओर लपेटे हुए तौलिए को देखा। ऐसा नहीं लग रहा था कि कुछ भी दिख रहा हो।

"उम ... मेरे बाल अभी भी गीले हैं, मैं इसे सुखा कर आती हूँ ..." यह कहकर वह मुड़ गयी।

उसने अभी दो कदम लिए ही थे जब उस आदमी ने आसानी से खींच कर वापस बिस्तर पर धकेल दिया।

जी नुआन ने बैठने की कोशिश की, लेकिन मो जिंगशेन का हाथ पहले से ही उसकी कमर को पकड़े हुए था। उसका बायाँ हाथ उसके बगल में बिस्तर पर दबाया हुआ था जिससे वह उसके नीचे फँस गयी थी।

उसकी धीमी आवाज लुभावनी थी। "तुमने क्या सोच था कि मैं तुम्हें बार-बार जाने दूंगा?"

उसके लंबे बाल थोड़े गीले थे। यह समुद्री शैवाल के जैसे, मोटे और नरम, बिस्तर पर फैले थे।

 जी नुआन का चेहरा लाल हो गया। उसके दिल की धड़कन भी उन्मत्त हो गई।

जी नुआन ने बोलने के लिए अपने होंठ हिलाए, "मो जिंग ..."

वह उसे एक और शब्द बोलने नहीं दिया और अपना सर नीचे कर उसे चूम लिया। जी नुआन अपने हाथ उठा कर उसके सीने से उसे धकेलना चाहती थी, लेकिन मो जिंगशेन के एक हाथ ने उसके दोनों हाथों को उसके सिर के ऊपर आसानी से दबा दिया।

यह मुद्रा ...

यह मुद्रा!

जी नुआन का चेहरा लाल पड़ गया।

"ऐ, तुम ... आह ... मत करो ... मेरे तौलिए को मत खींचो ..."

इससे पहले बड़ी मुश्किल से उसने अपने ऊपर इतने कसकर तौलिया लपेटा था!

"वहाँ मत छुओ ..."

"ऊऊ ... नहीं ..."

जी नुआन का चेहरा उस हद तक लाल था जैसे खून निकलने वाला हो। उसने कभी ऐसा कुछ अनुभव नहीं किया था। वह कुछ हद तक चूमे जाने और कसकर गले लगाने और यहाँ तक कि उसके संवेदनशील स्थान पर मले जाने की आदि थी। लेकिन, उसका तौलिया खींचे जाना जब वह बिस्तर पर लेटी हुई थी, सच में...

उसके हाथ उसके तौलिया के भी नीचे से घुस गए!

"बिना कपड़े लिए अंदर जाना और केवल एक तौलिया में बाहर आना, क्या यह सब इसलिए नहीं था ताकि इसे आसानी से हटाया जा सके? एन?"

उसकी आवाज़ सम्मोहक थी, जिससे जी नुआन के छोटी बच्ची जैसे दिल की हलचल और शर्मिंदगी को उजागर कर दिया।

वह मानती थी कि उसने आज रात भागने की योजना नहीं बनाई थी। हालाँकि, उसने इतना ज्यादा जुनून कभी नहीं देखा था। उसका दिमाग पूरी तरह से खाली था, और वह पूरी तरह से प्राकृतिक रूप से प्रतिक्रिया कर रही थी।

उसने महसूस किया कि मो जिंगशेन उसे पूरी तरह से दबा रहा था। उसका जलता हुआ चुंबन उसे सोचने से रोक रहा था।

वह उसके कान के पास झुक गया, जब वह फुसफुसाया तो उसकी गर्म साँसों से जी नुआन का पूरा शरीर काँपने लगा।

"क्या तुम्हारी उस हिम्मत को, जब तुमने मेरे कपड़े उतारने कि बात की थी, भालू खा गया? मैंने जी परिवार के घर तक पहुंचने के लिए २०० मील प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चलाई, फिर भी मुझे खुद कपड़े उतारने पड़ेंगे?"

उसने पहले ही सोचा था कि कंपनी चाहे कितने भी घर के करीब क्यों न हो, वह इतनी जल्दी नहीं आ सकता था। कौन जानता था कि वह वास्तव में २०० मील प्रति घंटे की रफ्तार से गाड़ी चलाकर आया था!

उसका जुनून उसे जिंदा निगलने वाला था। जी नुआन को उस हद तक छेड़ा गया जहाँ वह लगभग रो रही थी। "वहाँ स्पर्श न करो ... आह ... चूमो नहीं ..."

उसकी आवाज उत्साही और कोमल थी। उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि यह उसकी अपनी आवाज है।

अप्रत्याशित रूप से, इससे उसके ऊपर के व्यक्ति ने, जो पहले से ही अत्याधिक उत्तेजित था, नियंत्रण खो दिया। उसने अपना सर नीचे कर कठोरता से उसके होंठ चूम लिए।

उसने जी नुआन को नीचे दबाया, जबकि उनकी जीभ आपस में लिपटी हुई थी। उसके शरीर का तौलिया लंबे समय पहले उतार कर फेंक दिया गया था। वह पहले कभी इतनी उत्तेजित नहीं हुई थी, और उसका शरीर कभी भी बोध और उत्तेजना से इस तरह नहीं काँपा था, जैसे अभी हो रहा था।

उसने अब कुछ नहीं पहना हुआ था, लेकिन उसके ऊपर का आदमी अभी भी पूरी तरह से कपड़े पहने हुए था।

अचानक, उसने जी नुआन के हाथों को ऊपर उठाया। उसके द्वारा पहले से खोले गए बटनों की तरफ उसकी मुठ्ठी लाकर, बचे हुए बटनों को एक-एक करके खोलने के लिए उसे विवश कर दिया। उसने फिर उसके हाथों को अपनी बेल्ट पर सरका दिया ...

जी नुआन के हाथ बेल्ट के महंगे और उत्तम धातु के बकसुए पर दब गए। बर्फ-सी-ठंड की अनुभूति ने जी नुआन के मस्तिष्क को कई सेकंड के लिए शून्य कर दिया।

उसने केवल मो जिंगशेन कि कामुत्तेजक खुशामदी आवाज़ सुनी, "अच्छी बनो। इसे खोलो।"