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chapter 59

परी ने एक कार के इंजन की आवाज़ सुनी और एक्ससाइटमेंट से नीचे उतरने से पहले जल्दी से अपना नेकलेस दूर रख दिया।

यह उसके डैड नहीं बल्कि दो महिलाये है । वो उनमें से एक आलिया मेहरा को जानती है जो उसके डैड की बहन है.. मेहरा फैमिली की इकलौती बेटी.. उसके दोस्तों मे सभी अमीर और नोबल शामिल थे। वो हमेशा से एक फेमस पर्सनालिटी रही है, जिसकी दूसरे लोग चापलूसी करते हैं

उससे पहले उसके तीन बड़े भाई थे, इसलिए उसके माता-पिता ने उसे ज्यादा प्यार दिया तो फिर उसका अभिमानी और घमंडी होना नॉर्मल था

एक और महिला थी जिसे परी नहीं जानता थी , और वो थी तान्या ।

वो आज रात नीलामी चैरिटी डिनर में पागल हो रही थी जब नैंसी नाम की महिला ने उसकी लाइमलाइट चुरा ली।

वो इसकी शिकायत केवल अपनी बेस्टफ्रेंड से ही कर सकती है ।

अपनी बेस्ट फ्रेंड के लिए खेद महसूस करते हुए, आलिया.. तान्या को अर्जुन के विला में ले आई

वो जानती थी कि तान्या को अर्जुन पर क्रश है। जैसे ही दोनों विला में दाखिल हुए, उन्होंने देखा कि छोटी लड़की दूसरी मंजिल पर सीढ़ीयों पर खड़ी है।

पहली नज़र में, तान्या ने छोटी लड़की को घृणा की नज़रो से देखा।

वो नहीं जानती थी कि अर्जुन के विला में उस जैसी छोटी लड़की क्यों है.. फिर भी, उसे इसमें कुछ नहीं कहना था क्योंकि यह उसका घर नहीं था।

दूसरी ओर, आलिया ने कहा,

"तुम कौन हो? अर्जुन के घर में कर रही हो?"

परी ने प्यारी टोन में जवाब दिया

,"क्योंकि यह मेरे डैडी का घर है।"

यह सुनकर तान्या के दिल के तार टूट गए।

( डैडी ? अर्जुन की एक बेटी है ? यह कैसे हो सकता है? मैंने शायद गलत सुन लिया है )

आलिया के एक्सप्रेशन अचानक बदल गये । वो आगे बढ़ी और परी का हाथ पकड़ लिया।

"किस तरह की बकवास कर रही हो तुम.. कहाँ से आई हो, जंगली छोटी लड़की? अर्जुन की बेटी होने का नाटक करने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?"

परी सोच रही थी कि उसकी हथेली में छिपे हथियार का इस्तेमाल करके मैसेज किया जाए या नहीं। हालाँकि यह महिला डैडी की बहन है , लेकिन वो गुस्सैल और हिंसक लग रही है ।

उसने पीछे खड़ी दूसरी महिला के चेहरे पर चमकती एक ईविल मुस्कान भी पकड़ी।

वो महिला शायद अच्छी इंसान भी नहीं थी।

" मैं डैडी की बेटी हूं।"

परी हिचकिचायी और सोचा कि शायद यह उसके लिए बेहतर होगा कि वो अपने छिपे हुए हथियार का उपयोग करके मैसेज ट्रांसमिट करे, ऐसा न हो कि बाद मे उसे परेशानी हो।

आलिया ने नाक सिंकोरा

तान्या ने कहा,

"मुझे उससे बात करने दो।"

इसके साथ ही, वो परी को दूसरी मंजिल पर सीढ़ियों के बगल में एक छोटे से कमरे में ले गई।

आलिया आलस से सोफे पर बैठी थी।

तान्या.. परी के सामने आधी झुक गई, उसका हाथ धीरे से पकड़ लिया, और उसकी कमर पर चिमटी ली।

( इस छोटी लड़की में अर्जुन की बेटी होने का दावा करने की हिम्मत कैसे हुई , हुह? उसे सबक सिखाना होगा )

परी को उसकी कमर में तेज दर्द हुआ।

उसने तान्या की ओर देखा जिसकी आँखों में ईविल मुस्कान की चमक है ।

( इस लेडी को शायद डैडी पर क्रश है । वो उनके बिलकुल लायक नहीं है ? )

परी ने उससे वापस लड़ने की कोशिश की जब उसने दरवाजे पर एक लंबी आकृति को चलते हुए देखा तो वो रुख गयी

" डैडी आप आ गये !"

"डैडी?

आलिया ने पीछे मुड़कर देखा और चौंक गई जब उसने देखा कि अर्जुन उसे घूर रहा है।

वो उसका भाई हो सकता है, लेकिन वो अब भी कभी-कभी उससे डरती थी।

अर्जुन अपने बड़े भाई और दूसरे भाई की तरह सहज नहीं है.. वो बहुत कोल्ड है ।

अर्जुन अपने लंबे पैरों के साथ आगे बढ़ा।

तान्या ने अब तक छोटी बच्ची को छोड़ दिया था..उसने आगे बढ़कर अर्जुन को ग्रीट किया, लेकिन उसने उसे नज़रअंदाज़ कर दिया और अपना सारा ध्यान लिटिल गर्ल पर लगा दिया।

तान्या ने अपनी मुट्ठियाँ भींच ली.. अतीत में,अर्जुन कम से कम आलिया की खातिर उसकी तरफ अपना सिर हिलाते थे। अब ऐसा लग रहा था मानो उसने उसे एक्सेप्ट करने से भी इनकार कर दिया हो। क्या कुछ हुआ?

"तुम क्या कर रही हो?"

अर्जुन की आवाज इतनी कोल्ड थी कि किसी के भी शरीर में झुनझुनी हो सकती है

तान्या थोड़ी दोषी लग रही थी। अर्जुन ने शायद उसे उस छोटी लड़की को चिमटी लेते नहीं देखा , है ना?

आलिया आगे बढ़ी और अर्जुन का हाथ पकड़ लिया।

"अर्जुन , इस छोटी लड़की ने हमें बताया कि तुम इसके फादर हो.. और यह लड़की... "

"यह सच है,"

अर्जुन ने उदासीनता से कहा।

आलिया दंग रह गई, और तान्या भी।

( कैसे... यह कैसे हो सकता है? )

करीब से देखने के बाद, उसने देखा कि छोटी लड़की का चेहरा अर्जुन के जैसा है । उनके मुंह और नाक कुछ-कुछ एक जैसे लग रहे है

( ऐसा कैसे हो सकता है? अर्जुन की एक बेटी कैसे हुई? क्या इसका मतलब यह हुआ कि उसके पास अब कोई मौका नहीं है ? क्या उसका यह समय शुरू होने से पहले ही खत्म होने वाला है ? भाग्य उसके साथ इतना अन्याय क्यों कर रहा है?... क्या आलिया अब उसकी मदद नहीं कर सकती है ।)

"हुह?तुम्हारा बच्चा कब से हुआ, अर्जुन ? मुझे इसके बारे में क्यों नहीं पता? उसकी माँ कौन है?तुम्हारी शादी कब हुई?"

अर्जुन ने अपनी आँखें थोड़ी सी सिकोड़ लीं

"क्या तुम यहां घरेलू जांच पर हो ?"

आलिया का सिर सुन्न हो गया ।

"मैं तुम्हारी बहन हूँ। शादी और बच्चे जीवन में इम्पोर्टेन्ट चीजें हैं।तुम मुझे कैसे नहीं बता सकते?"

अर्जुन ने उदासीनता से जवाब दिया,

" तुम्हे इन चीजों को जानने की जरूरत नहीं है।.. मैं नहाने के लिए ऊपर जा रहा हूं। उसका नाम परी है उसे कोई परेशानी मत देना ।"

इतना कहकर, वो ऊपर चला गया।

आलिया ने छोटी लड़की को ऊपर से निचे तक देखा

"तुम्हारी माँ कौन है?"

परी ने उसकी नन्ही ठुड्डी को ऊपर उठाया

"मुझे नहीं पता कि मेरी माँ कौन है।"

वो अपने मोम -डैड की शादी से पहले अपनी मां की पहचान नहीं बता सकती है , कहीं ऐसा न हो कि यह दोनों उसकी मम्मी को परेशान करने लगे । उसे अपनी मम्मी की रक्षा करनी है

तान्या ने तुरंत उम्मीद वापस पा ली।

उसने थ्योरी दि कि अर्जुन शायद एक षडयंत्रकारी महिला के जाल में फंस गए थे।

आखिरकार, अर्जुन हाई सोसाइटी से है , शहर की सभी लड़कियां की यही चाह है की कैसे अर्जुन से शादी करे और मिसेज मेहरा बने

अर्जुन शायद किसी षडयंत्रकारी महिला के जाल में फंस गया है । अर्जुन को शायद पता भी नहीं था कि उनकी ऐसी बेटी भी है। उसने अपनी बेटी को केवल इसलिए एक्सेप्ट किया क्योंकि उसकी रगों में उनका खून बह रहा है , लेकिन इस बच्चे की माँ जैसी षडयंत्रकारी महिला कभी परिवार में शामिल नहीं होगी।

तान्या ने माना कि उसकी अटकलें सही और सटीक है ।

उसने सोचा कि अगर वो इस छोटी राजकुमारी को ठीक से मना सकती है, तो इसका फायदा उसे ही होगा.. अर्जुन इस छोटी सी बच्ची को काफी लाड़-प्यार करते नजर आए। उसने एक अलग भाव रखा और परी के सामने आधइ झुक गयी ।

"तुम क्या खाना चाहती हो? मैं तुम्हारे लिए खाना बनाती हूँ, ठीक है?"

नाखुश होकर आलिया ने उससे बोला ,

"तान्या , हमें इस छोटी लड़की को खुश करने की जरूरत नहीं है।"

तान्या ने अपने दिल में सोचा,

('तुम मेहरा फैमिली की बेटी हो, इसलिए अर्जुन तुमसे नाराज नहीं होंगे, भले ही तुम इस छोटी लड़की को एंटरटेन न करो । मैं तुम्हारी तुलना कैसे कर सकती हूं?)

तान्या ने कहा,

"आखिरकार वो अर्जुन की बेटी है। मुझे उसके प्रति दयालु होना होगा।"

आलिया ने अपनी आँखें घुमाई ।

"व्हॉटेवर (whatever ) लेकिन , मुझसे उसके जैसी छोटी लड़कियों को खुश करने की उम्मीद मत करना ।"

परी ने तान्या को देखा और में सोचा.. कुछ पल पहले उसने उसकी चिमटी ली थी, लेकिन जैसे ही उसे पता चला कि वो डैडी की बेटी है, उसने तुरंत उसका पक्ष लेने के लिए उस पर फिदा होना शुरू कर दिया।लेकिन , बहुत देर हो चुकी है । उस जैसी घटिया औरत उसकी माँ के जूते ढोने के काबिल भी नहीं है ।

"आंटी , मैं अपने कमरे में वापस जाना चाहती हूं और डैडी की तरह नहाना चाहती हूं। क्या आप मेरी मदद कर सकती हैं?"

तान्या के चेहरे पर हल्की मुस्कान है ।

"ठीक है ।"

इतना कहकर उसने परी का हाथ पकड़ कर कमरे में ले आई । जैसे ही उसने कमरा देखा, परी को जलन हुई।

यह पूरी सजावट के साथ एक राजकुमारी के कमरे की तरह लग रहा है ! यह क्लियर है कि अर्जुन इस छोटी बच्ची की बहुत परवाह करते है ।

किस्मत से, यह छोटी बच्ची इतनी समझदार नहीं है कि उसने चिमटी तोड़ने की घटना के बारे में नहीं बताया।

परी ने तान्या को बाथटब भरने और उसके कपड़े लाने का ऑर्डर दिया।

तान्या अपने दाँत अंदर से कुतर रही है । यह छोटी लड़की उसे कैसे ऑर्डर दे सकती है और उसके साथ ऐसा बेहेवियर कैसे कर सकती है ?

हालाँकि, अर्जुन पर एक अच्छी छाप छोड़ने के लिए, उसके पास अपने काम को लगन से करने के अलावा कोई चॉइस नहीं बचा है

अचानक छोटी बच्ची को फिसलते और जमीन पर गिरते देखा गया। इतना ही नहीं, आंखों में आंसू लिए लड़की ने आरोप लगाते हुए उसकी ओर इशारा भी किया।

"क्यों...आपने मुझे धक्का क्यों दिया, आंटी?"

तान्या अपने पीछे एक तेज टकटकी को महसूस कर सकती है , और जब वो मुड़ी, तो उसके पैर डर के मारे जेली में बदल गए।

अर्जुन दरवाजे पर खड़ा है , उसे अंधेरी और डराबनी निगाहों से देख रहे थे।

एक पल के लिए, उसे अपना बचाव करने के लिए एक ठोस एक्सप्लनेशन देना कठिन लगा।

"मैं.. मैंने उसे धक्का नहीं दिया।"

परी ने उसके दिल में सोचा

यह पहले उसे पिंच करने का बदला है वो देखना चाहती कि क्या यह महिला कि वो एक तरह उसके डैड के चेहरे पर और दूसरी तरह से उसके डैड के पीठ के पीछे कैसे एक्टिंग करती है

अर्जुन परी के पास गया, परी को धीरे से उठाया, और तान्या को सख्ती से देखा।

परी रो रही है ।

अर्जुन ने कोल्ड टोन में कहा ,

"मेरी बेटी से माफी मांगो।"

तान्या को इतना बुरा लगा जैसे उसने पहले कभी महसूस नहीं किया था ।

किसने सोचा होगा कि उसके जैसी छोटी लड़की इतनी कम उम्र में दूसरों को फ्रेम करना जानती है?

सुएर एनफ (sure enough ) , उसकी माँ एक अच्छी महिला नहीं है । षडयंत्रकारी महिला ने एक षडयंत्रकारी बेटी की परवरिश की है ।

दुर्भाग्य से अर्जुन उस लड़की के साथ एक राजकुमारी की तरह व्यवहार कर रहा है ।

वो जानती है कि अगर वो अपनी सफाई देगी तो अर्जुन उस पर बिलकुल विश्वास नहीं करेगा ,

अर्जुन की बाँहों में छोटी बच्ची बुरी तरह फूट फूट कर रो रही है , पूरी तरह से ड्रामा क्वीन की तरह लग रही है

उसने छोटी लड़की से कहा,

"आई एम सॉरी , मेरा मतलब यह नहीं था। मैंने आपको बस थोड़ा छुहा था... ।"

परी के आँसू बिना किसी चेतावनी के आ गए, जिससे वो दयनीय लग रही है.. उसकी बड़ी आँखों से उसके क्रिस्टल आँसू लुढ़क गए और उसने कहा

"भूल जाओ डैडी ..हो सकता है कि मेरे घुटने में बहुत दर्द हो रहा हो, लेकिन जब आंटी कह रही हैं कि उनका मतलब यह नहीं है , तो मुझे यकीन है कि उन्होंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। "

तान्या ने अपने दाँत पीस लिए।

( वेल.. वेल क्या तुम्हे इतनी कम उम्र में महान एक्ट्रेस नहीं बनना चाइए "

जब उसने अर्जुन को छोटी लड़की के लिए तरस खाते हुए देखा तो वो डर गयी

अर्जुन ने शांत और कोल्ड निगाहों से तान्या को देखा।

" तुम अभी भी किस लिए खड़ी हो ?"

तान्या अभी भी अपना पक्ष जीतने की उम्मीद कर रही है ।

"यह सच में एक एक्सीडेंट था ...मुझे शायद यही रहना चाहिए और उसकी देखभाल करनी चाहिए।"

" गेट आउट "

उस आदमी की आवाज इतनी कोल्ड थी कि तान्या का दिल उससे चिपक गया।

अब कुछ और कहने से डरते हुए, तान्या जल्दी में चली गई।

परी ने महिला के बैक को देखा और सोचा

( तुमने मुझे पिंच करने की हिम्मत की, हुह? तुम मेरे डैडी के साथ रहने की सोच रही हो , हुह.. अच्छा है , तुम सपने ही देखो !' )

अर्जुन ने परी की पर्सनल मैड को गहरी आवाज में बुलाया।

"आंटी रोज़, अब से आप परी की देखभाल करेंगी ..अगर कोई भविष्य में परी को परेशान करता है तो मुझे तुरंत कॉल करके बताना "

आंटी रोज़ ने जल्दी से सिर हिलाया।

"ओके मिस्टर मेहरा ।"