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तुम्हे बर्बाद कर दूंगा

एक आलीशान मेंशन के हाल में एक किंग साइज चेयर पर  लगभग 55 साल का आदमी किसी किंग की तरह बैठा हुआ रहता है । इस वक्त वो सक्स काफी गुस्से में नजर आ रहा  है और गुस्से से अपने हाथो की मुट्ठी बना कर कहता है ," कहा है वो ?  उसे जल्दी ले कर आओ "।  

उस आदमी की आवाज सुनते ही वहा पर 2 गार्ड्स अपने साथ एक सक्स को ले कर आते है जिसके आखों और मुंह पर पट्टी बंधी हुई है , जिस वजह से उसका चेहरा ठीक से दिख नही रहा है । लेकिन इसके बावजूद भी वो सक्स अपने आप को छुड़ाने की कोशिश कर रहा होता है ।

लेकिन उसके कोशिश का कोई फायदा नही होता है क्यों की वो दोनो गार्ड्स ने उस सक्स को मजबूती से पकड़ कर रखा हुआ है । तभी किंग साइज चेयर पर बैठा आदमी कहता है ," इसकी पट्टी खोलो " । ये सुनते ही वहा एक तीसरा गार्ड आता है और उस सक्स की आंखो से और मुंह से पट्टी को हटा साइड में जा कर खड़ा हो जाता है ।

उसकी पट्टी खुलने से ही वो सक्स अपने सामने बैठे आदमी को देख कहता है ," डैड , ये सब क्या है ? मैं आपका बेटा हूं आप मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकते है " । ये सुन चेयर पर बैठा आदमी गुस्से से कहता है," अगर तुम मेरी बात प्यार से मान जाते तो मुझे ये करने की जरूरत नही पड़ती, तो बताओ विवान क्या तुम अब भी मेरी बात नहीं मानना चाहते हो "। 

ये सुन विवान अपने आप को छुड़ाते हुए कहता है ," डैड मैने आपको पहले भी कहा है ना की मैं आपका बिजनेस नही संभालना चाहता , मैं अपने लाइफ को अपने तरीके से जीना चाहता हूं " । ये चेयर पर बैठा आदमी जो विवान का फादर है वो उसी अंदाज में कहता है ," तुम अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हो इस तरह ऐयाशी कर के " ।

"जब मैं तुम्हारी उम्र का था तो मैं अपने डैड की मदद करता था उनका बिजनेस सभलाने में और अब तुम 25 साल के हो गए हो तुम्हे बिजनेस सभलना होगा चाहे तुम्हारी मर्जी हो या न हो " ।

ये सुन विवान चिड़ते हुए कहता है ," डैड !!, अगर आप जिद्दी है तो मैं भी आपका ही बेटा हूं मैं महा जिद्दी हूं आप चाहे जो कर लीजिए लेकिन मैं आपकी बात नही मानने वाला हूं " । ये सुन उसके डैड कहते है ," ये तुम्हारा फाइनल डिसीजन है ?" । 

ये सुन विवान अपना सिर हा में हिलाता है तो ये देख कर उसके डैड कहते है ," गार्ड्स विवान को उसके कमरे में लोक कर दो और ये ध्यान रहे की वो अपने कमरे से बाहर नहीं आना चाहिए " । ये सुन गार्ड्स विवान को उसके कमरे की तरफ ले जाने लगते है और विवान बस डैड डैड चिलाते रहता है लेकिन उसके इतने चिलाने से भी उसके डैड को कोई फर्क नहीं पड़ रहा होता है ।

( ये है विवान मल्होत्रा , मल्होत्रा इंडस्ट्रीज का एक लौता वारिश जो दिखने में बहुत ही हॉट और हैंडसम है । वो दिखने में इतना चार्मिंग है की लड़किया उस पर अपना दिल हार बैठती है । विवान एक प्लेबॉय है और हर रात अलग अलग लकड़ियों के साथ बीतता है । उसे अपनी जिंदगी अपने मुताबिक जीना पसंद है लेकिन उसके डैड चाहते है की वो बिजनेस संभालने में उनकी मदद करे ।) 

वही दूसरी तरफ ,

आरव हॉस्पिटल के अंदर जा अपनी मां के कमरे का दरवाजा खोल अंदर जाते हुए मुस्कुराते हुए कहता है ," मां देखो मैं आपके मनपसंद फ्रूट्स लाया हूं वो भी बिलकुल फ्रेश " । इतना बोल जब वो अपनी मां के पास जाता है तो देखता है की उसकी मां लेटी हुई है और उसके बगल में डॉक्टर खड़े है ।

ये देख आरव परेशान हो जाता है और अपने हाथ में लिए फ्रूट बास्केट को बगल के टेबल पर रख कर डॉक्टर से कहता है ," क्या हुआ डॉक्टर , मां की तबियत अब कैसी है ?" । तभी डॉक्टर आरव के तरफ देख कहता है ," आरव केबिन चलो वहा जा कर बात करते है , मैने तुम्हारी मां को इंजेक्शन दिया है उन्हे आराम करने दो " ।

ये सुन आरव सिर्फ ठीक है में जवाब देता है और डॉक्टर के साथ उसके केबिन में चला जाता है । वहा जा कर डॉक्टर जैसे ही अपनी चेयर पर बैठता है और कुछ बोलने को होता है उससे पहले ही आरव टेंस आवाज में कहता है ," डॉक्टर मेरी मां ठीक हो जाएगी ना " ।

डॉक्टर आरव के तरफ देख कहता हैं," आरव तुम्हारी मां की कंडीशन बिगड़ते जा रही है और अब उनका ऑपरेशन करना होगा " । ये सुन आरव परेशान हो कहता है ," क्या ऑपरेशन ? " । तभी डॉक्टर कहता है," हा और वो भी आज ही करना होगा वरना उनकी कंडीशन खराब हो सकती है " ।

ये सुन कर तो आरव बहुत घबरा जाता है लेकिन फिर हिम्मत कर के कहता है ," ठीक है डॉक्टर आप उनका ऑपरेशन कर दीजिए  " । ये सुन डॉक्टर कहते है ," मैं ऑपरेशन की तैयारी करता हूं तुम शाम तक 10 लाख रुपए काउंटर में जाना कर देना " ।

10 लाख सुन के तो आरव के होश ही उड़ जाते है और उसे समझ नही आ रहा होता है की वो इतने पैसे कहा से लायेगा । फिर वो एक गहरी सास ले कर कहता है ," डॉक्टर आप ऑपरेशन की तैयारी शुरू कीजिए मैं शाम तक पैसे ले कर आ जाऊंगा " । 

ये सुन डॉक्टर ऑपरेशन की तैयारी शुरू करने लगते है और आरव डॉक्टर के केबिन से निकल कर बाहर आ जाता है और खुद से कहता है," मैने कह तो दिया की मैं 10 लाख का इंतजाम कर लूंगा लेकिन मैं करू कैसे , मैं जितने पार्ट टाइम जॉब करता हूं उससे तो कुछ नही होगा , अब मैं क्या करू "। 

आरव परेशान हो कर हॉस्पिटल से निकल कर थोड़ी ही दूर जा एक बेंच पर बैठ जाता है और सोचने लगता है की को क्या करे । तभी उसे कुछ याद आता है और वो खुद से ही कहता है ," अब शिर्फ वो ही मेरी मदद कर सकते है "।  इतना बोल वो अपने फोन में किसी को कॉल करता है ।

कई रिंग जाने के बाद भी कोई कॉल पिक नही करता है ये देख आरव अब परेशान होने लगता है लेकिन फिर भी वो हर नही मानता और कई बार कॉल लगता है । लेकिन एक बार भी उसका कॉल नही लगता है जिससे वो निराश हो कर खुद से ही कहता है ," एक अंकल ही मेरी उम्मीद थे लेकिन वो मेरा कॉल ही नहीं रिसीव कर रहे है अब मैं क्या करू" ।

आरव निराश हो कर उसी बेंच पर बैठा हुआ होता है और उसके आंखो से आशु निकलने लगता है । तभी अचानक से उसका फोन रिंग करता है और वो झट से कॉल पिक कर के रोते हुए कहता है ," हेलो अंकल , आप मेरा फोन क्यों नहीं उठा रहे थे , मैं कब से आपको कॉल लगा रह था ,  " ।

ये सुन दूसरी तरफ से आवाज आती है ," आरव ये क्या बोल रहे हो कुछ समझ नही आ रहा है और तुम रो क्यों रहे हो "।  ये सुन आरव कन्फ्यूज्ड हो जाता है और अपने फोन को चेक करता है तो उसमे कैफे ऑनर लिखा हुआ था । ये देख वो कहता है ," सॉरी सर , मैने सोचा मेरे अंकल का कॉल है , आप बताइए क्या कोई काम है मेरे लिए  " ।

ये सुन दूसरी तरफ से कैफे ऑनर कहता है ," आरव बेटा तुम ठीक हो ना , पहले तुम ये बताओ तुम रो क्यों रहे हो " । ये सुन शुरुवात में तो आरव बताने को तैयार नहीं होता है लेकिन कैफे ऑनर के बार बार पूछने पर वो उन्हें अपने मां के बारे में बता देता है। 

ये सुन कैफे ऑनर कहता है," आरव बेटा मेरे पास इतने पैसे नही है वरना मैं तुम्हारी मदद कर देता " । ये सुन आरव कहता है ," कोई बात नही सर मैं कोई न कोई रास्ता निकल ही लूंगा । तभी कैफे ऑनर कहता है," तुम एक काम करो मैं तुम्हे हमारे बॉस का  एड्रेस भेजता हूं तुम उनसे जा कर मिलो क्या पता वो तुम्हारी मदद कर दे इसमें " ।

ये सुन आरव को एक नई उम्मीद मिलती है और वो कहता है ," थैंक यू सो मच सर , मैं अभी आपके बॉस से मिलने जाता हूं " । इतना बोल वो कॉल कट कर देता है और उसके फोन में जो एड्रेस आता है वो वहा जाने के लिए निकल जाता है ।

वही दूसरी ओर ,

एक बड़े से बिल्डिंग पर बड़े अक्षरों में लिखा हुआ होता है V.A. industries । उस बिल्डिंग के टॉप फ्लोर पर वेदांत का केबिन है । वेदांत अपने केबिन में चेयर पर बैठ कर एक फाइल को रीड कर रहा होता है । इस वक्त उसका चेहरा काफी डरवाना लग रहा होता है उस फाइल को रीड करने पर ।

तभी वेदांत अपने कोल्ड वाइस में कहता है ," ये सारी इनफॉरमेशन सही है ना " । ये सुन उसका असिस्टेंट जो उसके सामने खड़ा था वो अपना सिर झुकाए कहता है ," yes sir , सारी इनफॉरमेशन सही है , आपके डैड इन लोगो से अक्सर मिला करते थे और साथ ही उनका खर्चा भी उठाते थे " ।

ये सुन वेदांत का चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है और वो उस फाइल में से एक फोटो को अपने हाथ में ले कर उस तस्वीर को देख गुस्से से कहता है," मैं तुम्हारी लाइफ हेल बना दूंगा , तुम्हारी वजह से मेरी मॉम को इतनी तकलीफ उठानी पड़ रही है और तुम जो वजह हो मेरे और मेरे डैड की दूरी का , तुम्हे में बर्बाद कर दूंगा " । 

क्या आरव अपने मां के ऑपरेशन के लिए पैसे का इंतजाम कर पायेगा ? आखिर किसे वेदांत बर्बाद करना चाहता है? कोन है उसके और उसके डैड के बीच की दूरी का कारण ? ये सब जानने के लिए पढ़ते रहिए,"Sinful Desire" ।

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