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सुहानी की कहानी

सुहानी ने 12th पास कर लिया था अब आगे उसे अपना करियर बनाने घर से बाहर दूसरे शहर जाना था। सुहानी बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहती थी उसका मां बाप ने उसे बाहर भेजने का फैसला कर ही लिया। और अब सुहानी चलदी एक नई जिंदगी की शुरुआत करने। वो बहुत खुश थी नए शहर में पढ़ने के लिए आंखों में सफलता के सपने लेकर वो आ गई दूसरे शहर।

उसके साथ उसकी एक दोस्त भी आई थी जो पहले उसके साथ स्कूल में पढ़ी थी उसे लगा था उसका अकेलापन दूर होगा दो दोस्त साथ में रहेंगे तो।

अब वो कोचिंग संस्थान में एडमिशन ले चुकी थी । हॉस्टल में शिफ्ट हो चुकी थी अपनी दोस्त के साथ उसकी दोस्त का कमरा सुहानी के कमरे के बगल ही था।

क्लासेस जाना शुरू हुआ कुछ दिन निकले पहला टैस्ट आया जिसमे सुहानी ने बहुत कम स्कोर किया। सुहानी बहुत परेशान थी अपनी परफॉर्मेंस को लेकर क्योंकि उसके मेहनत की थी लेकिन उस मेहनत का फल उसे तब मिला ही नहीं। उसकी दोस्त जिसका नाम सोनिया है उसका स्कोर अच्छा रहा। सुहानी इस बात से खुश थी की उसके ही न सही उसकी दोस्त के तो अच्छे मार्क्स आए । सोनिया भी खुश थी लेकिन उसके खुश होने का कारण था सुहानी के काम मार्क्स आना तब ये बात सुहानी समझ नही पाई। कुछ दिन और निकले अगला टैस्ट हुआ वहां भी पहले जैसा हाल था। अपने मार्क्स काम आने की वजह सुहानी जानती थी लेकिन वो उस बात को स्वीकार करने से कतरा रही थी।

To Be Continued...

क्या लगता है क्या हो सकती है सुहानी के काम मार्क्स की वजह?

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