उसका असंतोष
आप कह सकते हैं कि चेन युएरू अपनी बेटी के इतने दुखी चेहरे को देखकर परेशान हो गयी।
"ठीक है, ठीक है," उसने अपनी बेटी का हाथ पकड़ रखा था, नाराज़ लेकिन अपने मतलब से, "यूवेई, मुझ पर भरोसा करो, बच्चे के जन्म तक इंतजार करो।" बच्चा उनका हुक्म का इक्का बनेगा। सबसे बुरे हालात के तहत, अगर उनका तलाक हो जाता है, यूवेई फिर भी खूब सारा पैसा ले पाएगी।
युवेई के होंठ फूल गए,उसकी मुट्ठी भिंच गई। इंतज़ार, इंतज़ार, इंतज़ार,उसे कितनी देर तक इंतजार करना चाहिए?
सीढ़ियों के नीचे एक काले ऊन के कोट में यिशुआन बड़े क़दमों से विला में आता है, बिना रिम वाले चश्मे की एक जोड़ी के नीचे अपनी गहरी-काली, साथ ही थकान भरी आँखों को छुपाते हुए। उसने अंदर जाने से पहले सिगरेट निकाली।
"यानयान ..."
उसने डायनिंग रूम में प्रवेश करते हुए नाम पुकारा,उसे एहसास नहीं था कि उसने अभी एक पाबंदी वाला नाम ले लिया।
नाम ने कमरे की हर महिला का ध्यान आकर्षित किया, सभी उसे हैरानी में देख रहे थे।
युवेई ने उसे घूरा, उसकी बाहों में खून की नसें उभरी हुई थीं। अगर उसकी मां यहां नहीं होती तो वह उससे गुस्से में भिड़ जाती और उसे अपनी ओर देखने के लिए मजबूर करती जब तक वह गलत नाम कभी नहीं कहेगा।
ली किन ने खराब होते माहौल से असहज होकर अपने बेटे की आस्तीन पकड़ ली और मुस्कुराने पर मजबूर हो गयी।
"यिशुआन, यहाँ आओ, यह युवेई की माँ है," उसने अपने बेटे का हाथ पकड़ा और उसे चेन युएरू की ओर इशारा किया।
चेन शिष्टाचार से उठकर खड़ी हो गयी और यिशुआन को ऊपर से नीचे तक देखा इससे पहले कि उसका चेहरा मुस्कराता हुआ दिखाई दिया मानो वह उस छोटी सी घटना को भूल गई हो।
"यिशुआन, आप भूखे होंगे। आइए और खाना खा लीजिए।" चेन ने अपने दामाद के लिए चावल से एक कटोरा भरा।
यिशुआन ने कटोरा लिया और एक अजीब सी मुस्कान बिखेरी, भाप अपनी गहरी आँखें भर रही थी और उसकी नज़र को धुंधला कर रही थी।
"धन्यवाद आंटी।"
"आंटी" सुनकर उसका दिल डूबा गया। उसकी बेटी, उसकी पत्नी, को बच्चा होने वाला था और फिर भी वह उसे माँ नहीं बुला रहा था।
हालाँकि, उसने नाराज़गी को अंदर ही अंदर दबाए रखा, और मुस्कराते हुए उसके कटोरे में कुछ मछली डालने के लिए आगे बढ़ी।
"यिशुआन, तुम हाल ही में बहुत व्यस्त हो गए हो। देखो तुम कितने पतले हो गए हो। तुम्हें इस तरह देखने से दर्द होता है।" चेन उस आदमी के कटोरे में ज्यादा खाना डालती रही।
ऐसा करते हुए वह अपनी बेटी की ओर इशारा करना नहीं भूली।
युवेई ने तुरंत अपनी मां के इशारे को समझ लिया और जैसे उसकी मर्ज़ी नहीं थी, उसके साथ नाटक जारी रखा। ठीक है, वह इंतजार करेगी।
"यिशुआन, क्या आप और ज्यादा रात के खाने के लिए घर आ सकते हैं? माँ और मैं जो खाना बनाते हैं वो हम दो लोगों के खाने से ज्यादा होता है और बाकी खाने को बाहर फेंकना बेकार होगा।" युवेई ने अपनी मुस्कुराहट बिखेरी और धीरे से कहा, हालांकि वह खाना पकाने वाले काम में शामिल नहीं थी क्योंकि ली किन ने उसे गर्भावस्था के दौरान रसोई में काम करने की इजाज़त नहीं दी थी।
यिशुआन ने सिर हिलाकर जवाब दिया और खाना खाता रहा, हालांकि वह मुंह में भोजन का स्वाद लेने के मूड में नहीं था।
रात के खाने के बाद, यूवेई ने अपनी मां को तीसरी मंजिल की लॉबी में खींच लिया और उन पर बरस पड़ी।
"आपने देखा ना, माँ। वह हमेशा इस तरह रहता है, सबसे दूर और बेपरवाह। मैंने सब कुछ करने की कोशिश की है," यूवेई ने कहा, जो अधिक परेशान हो गयी, उसकी आँखें आँसुओं से चमक रही थीं।
अपनी बेटी को देखते हुए, चेन ने जोर देकर कहा, "ठीक है, युवेई। मैं देख सकती हूं कि आपने अभी तक उसका दिल नहीं जीता है।हालांकि, यह काम करेगा।"
वह फिर अपनी बेटी के करीब गई और उसके कान में कुछ फुसफुसायी। अपनी माँ की बात सुनकर, यूवेई को पहले तो झटका लगा लेकिन जल्द ही वह हंसी की मुस्कुराहट में बदल गया। उसकी मुट्ठी भिंच गई, उसने एक ऐसा निर्णय लिया जो किसी की ओर बेरहम होने के लिए मजबूर करने वाला था।