Chapter -7 झुकना मंजूर नहीं
उस शख्स ने jasmine से कहा,"मिस Jasmine ,आपने मेरी छोटी बहन को बचाया है इसके लिए मैं आपका बहुत शुक्रगुजार हूं अगर आपको इन फ्यूचर किसी भी चीज की जरूरत हो तो आप इस Address पर आ सकती हैं ।"
कहकर उस आदमी ने एक कार्ड निकाला और उसे Jasmine की ओर बढ़ाया Jasmine ने कहा,"नो थैंक्स मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है ।"
Jasmine को मना करते देख उस आदमी ने कहा,"उम्म, मेरा नाम Parth vyas है आप जब कभी चाहे तो मेरी हेल्प ले सकती हैं , आपके लिए अब से मेरी सर्विस free है ।"
इतना कहकर उसने अपने मुंह पर हाथ रखा और बोला," ओह! Shit, survice, ये मैं क्या बोल रहा हूं , मिस jasmine को मेरी stupid बाते सुनकर गलत लग रहा होगा । ये सोचकर वो चुप हो गया , तभी उसने देखा की jasmine अपने सैंडल उतार रही है उसे लगा की Jasmine उसकी वाहियात बातें सुनकर उसे मारना चाहती है तो उसने जल्दी से कहा ," नहीं नहीं मेरा कोई गलत मतलब नहीं था मैं तो बस ये कहना चाह रहा था की मैं एक डॉक्टर होने के नाते आपकी help कर सकता हूं, और हां मैं already married हूं इसलिए मैं चाह कर भी आपको परेशान नहीं कर सकता ।
तभी उसकी बात सुनकर jasmine ने अपने आस पास के डरावने माहौल को देख कर कहा," आपने मुझे नहीं लेकिन यहां मौजूद बाकी सब को परेशान किया है। " उसके कहने का मतलब उन लोगो से था जिन्होने सभी crew member समेत director पर भी gun तानी हुई थी।
Jasmine की इस बात को सुन कर ईश्वरी ने कहा," सुंदर दीदी ने सब parth भईया ने नहीं बल्कि daddy ने किया है , और जब तक उनका गुस्सा ठंडा नहीं हो जाता वो यहां मौजूद किसी को नहीं छोड़ेंगे ।"
इतना कह कर उसने आस पास देखा और फिर अपना चेहरा झुकाते हुए कहा ," मगर आप चिंता मत करिए प्यारी दीदी मैं आपको कुछ नहीं होने दूंगी ।"
उस बच्ची को इतना शांत देख Jasmine को अंनदाजा लग गया था की वो बच्ची ऐसे माहौल की आदि होगी , इसकिए वो डर नहीं रही थी और ,शायद इसी माहौल से तंग आकर वो बच्ची भागी होगी ।
"Mis jasmine मैं uncle से प्रार्थना करुंगा की वो आपको कुछ ना करे । "
इतना कहकर parth वहां से चला गया और वो जाकर एक car में बैठ गया ।
फिर उसने उस बच्ची को देखते हुए पूछा," क्या डॉक्टर भईया आपको एक बार चेक करें "
ईश्वरी ने अपनी arms fold करते हुए मुंह बनाया और कहा,"नहीं बिल्कुल नहीं, मुझे बस बताओ की डैडी कहां हैं , मुझे डैडी से मिलना है ।"
Doctor Parth ने कहा," आपके डैडी बहुत ज्यादा गुस्सा है ,क्योंकि तुम बिना बताए यहां आ गई थी आज तुम्हें भी पनिशमेंट मिलने वाली है और मुझे भी । "
Doctor Parth की बात सुन ईश्वरी ने car से बाहर देखते हुए कहा,"कोई बात नहीं मैं डैडी से पनिशमेंट लेने के लिए तैयार हूं , और वैसे भी ये आपकी गलती है की आपने एक छोटी बच्ची को आसानी से भागने दिया , क्लास तो अब आपकी लगेगी बिग brother।"
Parth ने उसकी बात सुनकर एक आह भरते हुए कहा," मुझे पता है,, की गलती सिर्फ मेरी है ।"
फिर उसने अपने प्यारे से चेहरे पर एक devilish smile लाते हुए कहा," मुझे पता है डेड मेरी प्यारी आंखों को देखकर कभी मुझे पनिशमेंट दे ही नहीं सकते । " इतना कहकर वो Parth की लाचारगी पर हंसने लगी । काफी देर तक जब उसकी हसी नहीं रूकी तो Doctor Parth irritated हो गया तभी उसने देखा की इश्वरी अचानक से चुप हो गई और उसे हैरान होकर देखने लगी , उसके expressions में अचानक आए बदलाव को देख कर Doctor Parth ने पूछा," तुम्हे क्या हुआ , तुम्हारे चेहरे का अचानक रंग कैसे उतर गया? "
ईश्वरी ने हैरानी भरी आवाज में ही कहा," parth भईया आपके 3 हाथ हैं इसीलिए मैं काफी शौक हूं की पहले मैने आपके ये तीन हाथ क्यों नहीं देखे थे ।"
Parth ने कहा," what! ये तुम क्या कह रही हो ऐसा कुछ नहीं है । " इतना कहकर उसने मुड़ कर देखा तो सचमुच उसके कंधे पर किसी का हाथ था तभी पीछे से उसके कानो में एक डरावनी आवाज आई," क्या मेरी बेटी ठीक है ?"
अपने पीछे से आती ठंडक को मेहसूस कर parth ने अपने मुंह की लार को गटक लिया और हकलाते हुए कहा," हां -हां, ईश्वरी पूरी तरह से ठीक है , थैंक god उस actress ने बिना ये जाने की इश्वरी आपकी बेटी है उन्होंने उसकी अपनी जान पर खेलकर जान बचाई, उन्होंने हमारे उपर बहुत बड़ा एहसान किया है इसलिए मुझे ही जाकर उनका अच्छे से सुक्रिया अदा करना चाहिए । " फिर उसने कुछ देर रुक कर झिझकते हुए आगे कहा," आपने आज तक किसी को थैंक्स नहीं कहा तो मुझे ही ये करना होगा । " इतना कह कर parth वहां से निकलने लगा , तभी उस ठंडी आभा वाले आदमी ने parth के नाजुक कंधे पर हाथ रख कर उसे फिर से डरा दिया । Parth ने मदद की भीख मांगने के लिए ईश्वरी की ओर देखा मगर उसे वो car की sheet पर दिखाई ही नहीं दी , ईश्वरी के गायब होने पर Parth और घबरा गया ।
उसने डरते हुए कहा," ईश्वरी अब कहां गई?"
उसके पीछे खड़े शख्स ने ठंडी आवाज में कहा," क्या लगता है तुम्हे की वो मेरे यहां मौजूद होते हुए भी भाग सकती है ।"
अपने पिता अविनय कपूर की आवाज़ सुन कर car की sheet के नीचे छुपी ईश्वरी बाहर आई और उसने car से बाहर कदम रखते ही अपने पिता के पैर को पकड़ लिया ।और उसे मासूमियत से देखने लगी ।
अविनय कपूर ने अपनी बेटी को पैरो से लिपटे देख उसे गोद में लिया और उसके बालो मे हाथ फिरा कर कहा," मुझे किसी को थैंक्स कहने की जरूरत है ।"
ईश्वरी ने ना में सिर हिलाते हुए कहा," नो dad आप ने आज तक किसी से थैंक्स नहीं कहा है, इसलिए मैंने सुंदर दीदी को थैंक्स कर दिया है , और अब हमे यहां से चलना चाहिए । "
"चलना चाहिए , हम्मम ऐसा क्या , मगर आज तुम दोनों ही किसी की इतनी तारीफ कर रहे हो तो मुझे देखना होगा कि वो लड़की कौन है । " इतना कह कर वो मुस्कुराया ।
महीनों बाद अपने डरावने डैड के चेहरे पर मुस्कुराहट देख ईश्वरी डर गई उसने पहले ऐसी स्माइल तब देखी थी जब एक maid ने उसके कपड़ो पर जान बुझ कर juice गिरा दिया था , और फिर उस maid के साथ क्या हुआ था , वो वाक्या पूरे कपूर मेंशन को अच्छे से याद था।