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रहस्यमई किला

उन्होंने तय किया कि वे इस रहस्यमयी किले की सच्चाई को गांव वाले के सामने लाएंगे। एक दिन, अनुराग ने अपने सभी दोस्तों को वहां बुलाया और उनसे यह बात कही तो वह सब भी जाने को तैयार हो गए।  कि वे भूतिया किले के अंदर जायेंगे इस किले का राज जानने के लिए।

उन्होंने खुद को पूरी तरह से तैयार किया। उन सबने हर डर का सामना करने के लिए हिम्मत जुटाई और उस किले के रहस्य का पता करने के लिए रात के समय उस किले के पास पहुंच गए।

जैसे ही वे लोग किले के दरवाजे पर पहुँचे, उन्होंने कुछ अजीब सी आवाजें सुनीं। वे लोग रात्रि के अंधकार में उसी आवाज की ओर बढ़ने लगे, मगर उन्हें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था।

धीरे-धीरे, वे लोग रहस्यमई किले के अंदर आगे बढ़ते गए। जैसे जैसे वो लोग किले के अंदर जा रहे थे । वैसे वैसे ही किले के दीवारों पे रहस्य्मयी चित्र दिखाई दे रहे थे। उन्होंने महसूस किया कि वे किले के अंदर एक अलग ही दुनिया में पहुँच गए हैं, जहाँ सब कुछ रहस्यमय और अज्ञात था। लेकिन जो भी हो किला अंदर से और भी ज्यादा खूबसूरत था । किले के अंदर आज भी किसी भी चीज पर कोई धूल मिट्टी नहीं थी। ना कोई मकड़ी के जाले थे। ऐसा लगता था जैसे कोई अभी भी उस किले की देखभाल करता हो।

एक कमरे में पहुँचकर, उन्होंने विचित्र चीजों को देखा । जो देखने के बहुत ही ज्यादा डरावना था।

वे एक दीवार पर लटकी हुई छवि के पास पहुँचे और उसे ध्यान से देखने लगे। वह छवि किसी महारानी की लग रही थी, जिसका चेहरा अद्भुत था।

अचानक, उस छवि ने उनसे कहा .....

"तुम यहाँ इतने डरावने किले में आए हो, लगता है तुम्हें अपनी जान प्यारी नहीं है ।" उस चित्र को इस तरह से बोलते देखकर एक बार तो सब के सब डर गए । लेकिन रचित ने हिम्मत करके उससे कहा...

"हम इस किले का रहस्य जानकर रहेंगे के क्यों इस किले में जो भी आता है ,वह गायब हो जाता है। या इससे बड़ा और भी कोई रहस्य गड़ा हुआ है यहां।"

रचित की बात सुनकर चित्र के अंदर जो महारानी की छवि थी। वह व्यंग्य से मुस्कुराई और बोली ...

" बड़े साहसी बनते हो अभी तुमने यहां देखा ही क्या है और साहस की बात कर रहे हो। अगर तुम्हें यहां पर जो रहस्य है उसका 10% भी पता लग गया तो तुम्हारे दिल की धड़कनें रुक जाएगी। तुम्हारे हृदय की गति रुक जाएगी। और तुम में से यहां से कोई भी जीवित नहीं जा पाऐगा ।"

"तुम चाहे हमें जितना भी डरा लो लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं आज तो हम यहां के हर रहस्य से पर्दा उठा कर ही रहेंगे।"

की बार अनुराग उसे चित्र के अंदर जो छवि थी उसकी आंखों में आंखें डालकर बोला। तो उसे छवि ने उनसे कहा....

मै तुम्हारे साहस की परीक्षा लेना चाहती हूँ। मैं तुम्हें तीन चुनौतियों का सामना करवाऊंगी। अगर तुम उन्हें पार कर पाओगे, तो मै तुम्हे इस किले का रहस्य को जरूर बताउंगी जिसे जानने के लिए तुम लोग यहाँ तक आ गए हो।"

जारी है...