webnovel

एक वादा A boylove story

जब इंसान ही इंसान का दुश्मन ,ज़मीन के टुकड़ो के लिए बन जाए और दुनिया को अपनी इच्छापुर्ति के लिए नर्क बना दे , ऐसे में किसी के दिल में प्यार केसव जन्म ले सकतक है , वो भी तब जब हालत इतने बेकाबू और खूंखार हो कि ज़िंदगी में आप फिर से शायद ही अपने प्यार को देख पाओ , तब क्या आपकी ज़िंदगी ,ज़िंदगी रह जायेगी । ऐसा ही जीवन जिने पर मजबूर है एक ऐसा फौजी , जो गलती से अपने ही दुश्मन देश में जा पहुंचा और अपने प्यार कि याद में पल पल तड़पता है । जी हा ये काहनी है दो लड़को कि जिसमे से एक सेना में धकेल दिया जाता है , जो शायद अपने प्यार का इज़हार भी नही कर पाता , जिसके दिल में वो प्यार अब एक नासूर बन गया है , जानने के लिए कि कैसे शमैथ्स अपना जीवन बितायेगा और कैसे होगा उसका अपने प्यार से सामना ।

birraj_kaur · History
Not enough ratings
18 Chs

काम या नाम

चारो तरफ कमरे मे झाँकते और पैनी नज़र दौड़ाता शमेथस समझने की कोशिश ही कर रहा था की तभी , फिर से वो रौबदार आदमी उसके आगे आया और उससे बोला " बैठो खड़े क्यो हो , अभी चाई बस आती ही होगी "

अब शमेथस को शक हो चला था कि उससे ज़रूर कोई ऐसा काम करवाया जाएगा ,जो ये लोग नही कर पाए , शेमथस जैसा की स्वभाव से अखड़ था वो उस आदमी से बोला " इस मेहरबानी की वजह पर ,चाय आने से पहले बात हो जाए तो ,मेरे और आपके ,दोनो के समय के लिए बेहतर होगा ।

इस बात पर वो आदमी हँसा और बोला " काफी शातिर हो और तेज़ दिमाग भी " फिर वो आदमी उठा और हाथ मिलाते हुए ,शमेथस से बोला " मेरा नाम कप्तान ज़ेरीच है "

इस ओर शमेथ्स् ने हाथ मिलाया और बोला " बात अब भी वही है ,और जब आपने मुझे यहां तक लाने मे इतनी मेहनत की है ,तो ज़ाहिर सी बात है नाम भी जानते ही होंगे

क्यों बुलाया गया था शमेथस को यहाँ ?

birraj_kaurcreators' thoughts