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एक वादा A boylove story

जब इंसान ही इंसान का दुश्मन ,ज़मीन के टुकड़ो के लिए बन जाए और दुनिया को अपनी इच्छापुर्ति के लिए नर्क बना दे , ऐसे में किसी के दिल में प्यार केसव जन्म ले सकतक है , वो भी तब जब हालत इतने बेकाबू और खूंखार हो कि ज़िंदगी में आप फिर से शायद ही अपने प्यार को देख पाओ , तब क्या आपकी ज़िंदगी ,ज़िंदगी रह जायेगी । ऐसा ही जीवन जिने पर मजबूर है एक ऐसा फौजी , जो गलती से अपने ही दुश्मन देश में जा पहुंचा और अपने प्यार कि याद में पल पल तड़पता है । जी हा ये काहनी है दो लड़को कि जिसमे से एक सेना में धकेल दिया जाता है , जो शायद अपने प्यार का इज़हार भी नही कर पाता , जिसके दिल में वो प्यार अब एक नासूर बन गया है , जानने के लिए कि कैसे शमैथ्स अपना जीवन बितायेगा और कैसे होगा उसका अपने प्यार से सामना ।

birraj_kaur · History
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19 Chs

अलीशान घर

आज एक अरसे के बाद शमैथ्स को किसी ने इतने स्नेह और प्यार के साथ ,उसका हाथ पकड़ कर साथ चलने को कहा था ।

जो भावनाओ का अम्बार आज तक किसी मज़बूत किले के बाँध के पीछे छिपा बैठा था , आज उसमे इस बच्चे ने सेंध लगा दी थी।शमैथ्स की आँखों मे उसका वो दोस्त छा गया ,जो उसके लिए एक इतनी बड़ी टुकड़ी से जा भिड़ा था ।

इससे पहले की शमैथ्स फिर से अतीत के पन्नो की कहानी आगे बढ़ा पाता , बच्चे ने उसे साथ चलने को कहकर उसका भारी भरकम हाथ खींचना शुरु कर दिया।

सब हंसने लगे और घर के अंदर चल दिये ।

जनरल ने चलते - चलते शमैथ्स से अपनी नादानी और बदतमीज़ी के लिए माफ़ी मांगते हुए कहा " माफ़ करना नौजवान , हमे मालूम नही था और जब बात बच्चों पर आ जाए तो मा और बाप दोनो ही किसी से भी लड़ जाने को तैयार हो जाते है।इसलिए ज़रा सख्त हो गया मै , माफ़ करना उम्मीद है तुम ये सब भूल जाओगे "

अभी वो सब घर के मुख्य द्वार के अंदर आये ही थे ,कि शमैथ्स ने जनरल को आवाज़ दे कर रोक लिया और उससे बोला " शायद बच्चा आपको सच नहीं समझा पाया , उसका ख्याल रखिये , कुछ घटिया लड़के उसके साथ वहां ज़बरदस्ती कर रहे थे , उनकी मरम्मत कर दी है मैने उम्मीद है आप उन्हे छोड़ेंगे नहीं "

इस बात ने जनरल के होश फाखता कर दिये , वो वहीं खड़ा रह गया और सोच में डूब गया , तभी आगे आकर वो शमैथ्स से बोला " जगह बताओ " अब जनरल का रुख ऐसा हो चुका था ,जैसे वो उन मुजरिमो को बीच से फाड़ कर उनका खून पी जाएगा ।

शमैथ्स समझ सकता था ,इसलिए उसने जनरल को होंसला दिया , उसके समझाने के बाद जनरल ने खुद को शान्त किया और अपने परिवार के सामने पहले की तरह व्यवहार करने लगा ।

वो बच्चा भागता हुआ आया और आकर शमैथ्स के सामने खड़ा हो गया और बोला " देखो ये तुम्हारे कपड़े है , अब मेरे पीछे आओ " ऐसा कहकर वो बच्चा आगे आगे चल दिया , घर बहुत बड़ा था और ये घर का बीच का हीसा था जो गोलाकार था और वो बच्चा सामने बनी बड़ी सी सीढ़ियों पर ऊपर की ओर चढ़ने लगा , शमैथ्स ने हैरानी से औरत की तरफ देखा ,जो उसकी मा थी,उसने मुकुरा कर हाँ मे सर हिला दिया।

तभी शमैथ्स ने जनरल की तरफ देखा ,जनरल ने भी हाथ को अपने बच्चे की ओर करके उसे ,उसी तरफ जाने को कहा ।

शमथस उस बच्चे के पीछे अभी दो कदम ही चला था की सीढ़ियों पर आधे ऊपर तक पहुंच चुके बच्चे ने पीछे मुड़कर कहा " कितने slow हो ,देखो मै जीत जाऊंगा "और् फिर वो तेज़ी से ऊपर भागने लगा , शमैथ्स ने भी भागने और हार जाने का नकली नाटक बखूबी निभाया ।

अब शमैथ्स एक बड़े से बाथरूम के सामने खड़ा था ,उस ज़माने के हिसाब से एक luxury बाथरूम जिसमे गर्म पानी हर वक़्त मौजूद था ।

" देखो मै तो नहा लिया अब तुम्हारी बारी है और हाँ ये कपड़े फेंक देना "

ऐसा कहकर वो वहां से चला गया और शमैथ्स ने धीरे से वो दरवाज़ा खोला , सामने एक बड़ा सा आलिशान बाथरूम था ," ये तो आलिशान है ये है असली ज़िंदगी " ने जल्दी से कपड़े उतारे और जाकर उस गर्म पानी के बड़े से tub मे बैठे हुए बोला " आह मज़ा आ गया ,याद नही आख़री बार कब नहाने को मिला था इस तरह से "