अगले दिन राज कॉलेज आता है तो उसके सिर पे घाव देख कर उसके दोस्त कहते हैं "यार ये क्या हुआ तुझे?"
राज ने उन सबको देख कर मुसकुराते हुए कहा "कुछ नहीं यार कल बाइक से गिर गया था। तो थोड़ा सा लग गया है। और वैसे भी ये सब छोड़ो ये बताओ कल कॉलेज में क्या हुआ?"
"हां, पता किया है की कल कॉलेज में बहुत हॉट और अमीर लड़की आई है। कॉलेज के सारे लड़के उसी के पीछे लगे हुए हैं। तू भी देख ले हो सकता है तुझे भी पसंद आ जाए?"
"बकवास बंद करो तुम दोनो और चलो क्लास में।" कहकर जैसे ही राज आगे बढ़ता है उधर से सिमरन आ रही होती है।
दोनो की जोरदार टक्कर होती है राज कहता है "देखकर नहीं चल सकती?" "ओ हेलो मिस्टर, देखकर आप नहीं चल रहे थे और मेरा मोबाइल भी तोड़ दिया।"
सिमरन झुककर मोबाइल उठाकर देखने लगती है। राज कहता है "अब सामने से हटोगी या अपना मोबाइल यहीं ठीक कर लोगी।" "कितने बदतमीज हो तुम एक तो मेरा मोबाइल तोड़ दिया ऊपर से एटीट्यूड दिखा रहे हो?"
"अच्छा मोबाइल ये लो पैसे नया मोबाइल ले लेना तुम जैसी लड़कियां ऐसे ही लडको को लूटती हैं और फिर मजा करती हैं।"
"ओ हेलो तुमने मुझे ऐसी वैसी लड़की समझ रखा है क्या? ये अपने पैसे पकड़ो और अपना ये एटीट्यूड और अमीरी कहीं और जाके दिखाओ मैं भी जानती हूं तुम जैसे लडको के बारे में पैसे देकर अपना मतलब निकलवाते हो।"
अभी दोनो की लड़ाई और बढ़ती की दोनो के दोस्त उन दोनो को एक दूसरे से दूर ले गए "तुम तो किसी लड़की से बात करना पसंद नहीं करते फिर आज इस लड़की से लड़ाई कैसे कर रहे थे?" "अच्छा मैं लड़ाई कर रहा था? तुम दोनो ने देखा नहीं को वो कितनी बदतमीजी कर रही थी? मुझसे आज तक ऐसी बदतमीज लड़की मैने पहले कभी नही देखी।"
"चल यार ये सब छोड़ राज अब अपना मूड ठीक करले और क्लास में चल लेकिन क्लास में जाकर कोई तमाशा मत करना।" "तमाशा मतलब?" राज ने पूछा "हां राज वो लड़की अपने क्लास की है। "
"ओह नो...." राज ने कहा "अब रोज उसकी बेकार शकल देखना पड़ेगी?" "यार अब शकल को तो बेकार मत कह कितनी प्यारी तो है तो जा न उसी के पास जब थप्पड़ मार के भेजेगी तब मत आना मेरे पास रोते हुए।"
राज ने कहा वो तीनो क्लास में गए तो सामने सिमरन बैठी हुई थी "राज अब कुछ मत बोलना प्लीज।"
इधर रिया ने सिमरन से कहा "प्लीज सिमरन अब क्लास में कोई तमाशा मत करना वैसे भी टीचर आने वालें हैं और वो तो कॉलेज का टॉपर है और तुम्हारा अभी कल ही एडमिशन हुआ है। तुम्हारा ही नाम खराब होगा।"
तभी टीचर आ जाता है आते ही वो सबको बताते हैं की आज से 10 दिन बाद एग्जाम है इसलिए आप लोग एग्जाम की तैयारी शुरू कर दें एग्जाम का नाम सुनके रिया ने कहा "यार ये एग्जाम क्यों होता है में तो गई मेरी कोई तैयारी नहीं है अगर मैं फेल हुई तो पापा मुझे घर पे बैठा देंगे।"
सिमरन कहती है "तुम परेशान मत हो में तुम्हे पढ़ाऊंगी।"
रिया कहती है "सच में?" "हां बस तुम मुझे नोट्स बनाने में हेल्प कर देना क्योंकि मेरा कोर्स बहुत बाकी है ठीक है मैं तुम्हे अपने नोट्स दे दूंगी तो तुम पूरा कर लेना?" रिया ने सिमरन से कहा "रिया वैसे कल तुम किसी राज के बारे में बात कर रही थी की वो कॉलेज का टॉपर है?"
"तो मैं उससे नोट्स मांग लूंगी?" "अच्छा अब तुम उससे नोट्स मगोंगी और वो तुम्हे दे भी देगा?"
"क्यों नहीं देगा?" "क्या अभी कुछ देर पहले तुम जिससे लड़ कर आ रही हो वही है राज।"
"ओह तो वो पागल है राज मैं उससे खुदी ही ना मांगू नोट्स?" रिया ने कहा वैसे सिमरन एक बात बताओ हां पूछो तुम तो बहुत सुलझी हुई हो तो फिर राज से इतना कैसे लड़ पड़ी अच्छा तो मैं लड़ रही थी
एक तो वो देखकर नहीं चल रहा था ऊपर से मेरा मोबाइल तोड़ दिया फिर पैसा देके मुझे अपनी अमीरी दिखा रहा था अच्छा ठीक है ये बात यहीं खत्म करतें है रिया ने कहा रिया तुम मेरे साथ लाइब्रेरी चलो मुझे तुमसे कुछ नोट्स लेने है और तुम्हे भी कुछ जरूरी पॉइंट्स बता दूंगी जिसे तुम पढ़ लेना रिया कहती है ठीक है
सिमरन चलते हैं लेकिन पहले कैंटीन चल कर कुछ खा लेते है बहुत भूख लग रही है अच्छा ठीक है चलो पहले कैंटीन ही चलते है दोनो कैंटीन जाती हैं सिमरन सैंडविच और चाय मगाती है तभी रिया सिमरन से कहती हैं
तुम खाओ मैं आती हूं सिमरन समझ जाती है की रिया के पास पैसे नहीं है इसलिए वो बहाना कर रही है रिया कहां जा रही हो बैठो आज की पार्टी मेरी तरफ से क्या मतलब अरे यार हमारी दोस्ती के नाम की पार्टी अच्छा दोस्ती वाली पार्टी
तब तो मैं खूब खाऊंगी ठीक है जो तुम्हे खाना है वो सब मंगा लो तब रिया पिज्जा ऑर्डर करती है और दोनो खाने के बाद कैंटिन से बाहर निकल रही होती है की तभी फिर से राज और सिमरन एक दूसरे से टकरा जातें हैं अबकी बार टक्कर इतनी तेज होती है की सिमरन को मेज़ के कोने से चोट लग जाती है
और उसके खून निकलने लगता है। तभी खून देखकर राज को कुछ होने लगता है वो अपने आपको कंट्रोल नहीं कर पाता और वहां से चला जाता है। इस बात से सिमरन उससे और ज्यादा चिढ़ जाती है।
इधर राज के दोस्त उससे कहते हैं "तुझे हो क्या गया है? राज इस बार तेरी गलती थी और तूने उसे सॉरी भी नहीं बोला इस लड़की से तुझे इतना फर्क क्यों पड़ रहा है?"
राज गुस्से से बोला "मुझे कोई फर्क नही पड़ रहा उस लड़की से मैं तो बस नफरत करता हूं उससे।"
"यहीं तो हम कहना चाहते है राज आज तक तूने किसी लड़की से बात नही की और ना ही किसी लड़की को इतना भाव दिया है जितना इस लड़की को दे रहे हो इसके होने से तुम्हे इतना फर्क क्यों पड़ रहा है?"
"मुझे कोई फर्क नहीं पड़ रहा और मैं घर जा रहा हूं। तुम दोनो कों चलना है? तो चलो नहीं।"
"राज तू जा हमें कुछ काम हैं हम बाद में चले जायेंगे।"
"ठीक है फिर मैं जा रहा हूं।"
"ठीक है तू जा बाय,..."
राज के जाने के बाद दोनों सिमरन के पास गए और कहने लगे "सिमरन राज इतना बुरा नही है पता नहीं आज उसे क्या हो गया था? हम उसकी तरफ से माफी मांगते है प्लीज उसे माफ करदो।"
सिमरन कहती है "ठीक है पर अपने दोस्त से कहो की मुझसे दूर रहे ठीक है?" "हम उसे समझा देंगे। "
कह कर दोनो चले जातें है और सिमरन भी अपने घर चली जाती है।
क्या राज और सिमरन कभी दोस्त बन पाएंगे और वो कौनसा सीक्रेट है जो राज सबसे छुपा रहा है जानने के लिए जुड़े रहें।