तांग जुई ने उसे देखा और कहा ," जाओ और कटोरा लेकर आओ। "
गु मियां हैरान रह गई। उसे कोई अंदाज़ा नहीं था कि तांग जुई के दिमांग में क्या चल रहा था। वो इस हद तक पागल हो गया था कि गु मियां में विचार प्रक्रिया के आधार पर उसकी अगली हरकत के बारे में भविष्यवाणी करने की हिम्मत नहीं थी।
उसने तुरंत ही ऐसा किया जैसे उसे कहा गया था और कटोरा ले कर आ गयी। तांग जुई ने उसको देखते हुए अपने भौहो को ऊपर उठाया ," क्या तुम अपने हाथों के साथ खाने की सोच रही हो ?"
गु मियां चुप हो गई। वो तुरंत ही चमच्च लेने के लिए रसोई में गई। हालाँकि, वो नहीं जानती थी कि तांग जुई क्या करने की कोशिश कर रहा था।
जब वो डाइनिंग हॉल के पास वापिस आई , तांग जुई ने पहले से ही आधे से ज़्यादा पकोड़े खाली कटोरे में डाल रखे थे। गु मियां ने चम्मच कटोरे में रखा और अपनी जगह पर खड़ी रही , पर जानती नहीं थी कि उसे क्या करना चाहिए। वो नहीं जानती थी कि उसे यहाँ से जाना चाहिए के नहीं।
"बैठो जाओ और खाओ !यह मत कहना कि अब में तुम्हे खाना भी खिलाऊँ !?" तांग जुइ ने अपना सर उठा कर उस महिला को देखा जो एक बेवकूफ की तरह खड़ी थी।
"अहह ?ओह !" गु मियां आखिर कार समझी कि उसके कहने का क्या मतलब था। वो मुझे आधे से ज़्यादा पकौड़े खाने दे रहा है ?'
गु मियां बैठ गयी और कटोरा ले लिया। उसने फिर अपने सर को नीचे किया और खाना शरू कर दिया। जब भी तांग जुई की बात आती है क्योकि वो तांग जुई से काफी डरती थी , तो उसने चीज़ो के बारे में अंदाज़ा लगाने की हिम्मत नहीं की थी। इसके अलावा, उसे नहीं पता था कि उसके दिमाग में क्या चल रहा था।
तांग जुई ने थोड़ा सा खाया और पूछा ," जो पकौड़े में हमेशा खाता हूँ इसका स्वाद उसकी तुलना में थोड़ा अलग क्यों है ?"
गु मियां उसके अचनाक से पूछे इस सवाल से इतनी हैरान हो गई कि उसका खाना उसके गले में फंस गया था। उसने तुरंत ही कहा ," मैंने यह पकौड़े खुद बनाये है और इसे फ्रिज में रखा था। इसका स्वाद निश्चित रूप से बाहर मिलने वाले पकौड़ो की तुलना में थोड़ा अलग होगा। "
जब से तांग जुई ने उसे उस दिन खाना बनाने के लिए बुरी तरह से सज़ा दी थी , उसने फिर से सबके सामने खाना बनाने की हिम्मत नहीं की थी। इस तरह उसने चुपचाप पकौड़े बनाये और उसे फ्रीजर में रखे दिए थे ताकि तांग को जब भी भूख लगे तो वो उन में से कुछ बना सके।
तांग जुई एक पल के लिए चुप रहा। उसे याद आया की ये महिला वास्तव में खाना बनाना जानती थी , लेकिन उसने गु मियां को कभी खाना बनाते नहीं देखा था जबसे उस दिन उसने उसे खाना बनाने के लिए सज़ा दी थी।
"गु मियां , तुम याद रखना , जो मैने तुम्हे उस दिन कहा था ...अगर मुझे पता चला कि तुम मेरे पीछे से कुछ भी गलत कर रही हो , मैं तुम्हारी टांग तोड़ दूंगा !"
तांग जुई ने उसे घृणा की दृष्टि से देखा और उसे चेतावनी दी।
गु मियां को पता नहीं था कि क्या कहना है। 'मुझे पता था। यह बदमिज़ाज़ आदमी कुछ मिनटों से ज्यादा अच्छे मूड में नहीं रह सकेगा । '
" तुमने मेरी बात सुनी !? तांग जुई की नज़रो में खतरा झलक रहा था।
गु मियां ने अपना सर उठाया और गंभीरता से तांग जुई को देखा। " क्योकि मेरी तुम्हारे साथ शादी हो गई है , मैं एक अच्छी बीवी बनने की पूरी कोशिश करूंगी। मुझे पता है कि मुझे क्या करना चाहिए और क्या नहीं। अगर आप धोखा देने की बात कर रहे हैं, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। मैं ऐसा कुछ कभी नहीं करूंगी ! "
गु मियां की आवाज़ में उत्सुकता थी और वो वास्तव में सच कह रही थी।
वह सहज रूप से एक रूढ़िवादी महिला थी, और यही वजह थी कि तांग जुई द्वारा उसे बहुत चोट पहुंचाने के बाद भी, उसने फिर से अपने घर लौटने का रास्ता नहीं चुना था । वह मानती थी कि एक पत्नी के रूप में यह उसकी जिम्मेदारी थी।
तांग ज़ुई ने उसके छोटे, अति सुंदर चेहरे और काली आँखों को देखा।
फिर उसने उसे घृणा की नज़रो से देखा ," बेहतर होगा कि तुम अपनी बात पर टिकी रहो !"
जब गु मियां ने देखा कि तांग ने कुछ नहीं कहा, तो उसने राहत की सांस ली। उसने फिर अपने सर को नीचे किया और खाना खाना जारी रखा।
तांग जुई के खाना ख़तम करने के बाद , उसने अचानक से गु मियां को खींचा। गु मियां के मुँह में अभी भी पकौड़ा था। , गु मियां ने थोड़ा घबराते हुए उसको देखा ,जब तांग अपने होठो को उसके होठो के करीब लाकर , अपनी जीभ को उसके मुँह में अटका कर उसके मुँह से पकौड़े को अपने मुँह में लिया और खा लिया।
उसने फिर उसे छोड़ दिया , वहां से उठा और चला गया।
गु मियां तिलमिला कर कुर्सी पर बैठी थी।
तांग जुई का फ़ोन अचनाक से बजा। उसने तुरंत ही फोन उठाया। फ़ोन पर बात खतम करने के बाद , उसके चेहरे के भाव और भी ज़्यादा गंभीर हो गए थे।
गु मियां थोड़ी घबराई हुई थी , क्योकि वो डरी हुई थी कि तांग उसके साथ कुछ स्वार्थी हो सकता था। उसने जल्दी से बर्तनो को साफ किया और बैडरूम में सोने के लिए वापिस गई।
"तुम ... थोड़ी देर के लिए मेरे साथ बाहर आओ !" तांग जुई ने यह कहने के बाद, उसे हाथ से पकड़ लिया और उसे घर से बाहर खींच लिया।