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परफेक्ट सीक्रेट लव : द बेड न्यू वाइफ इस अ लिटिल स्वीट

“सी येहान की पसंद कितनी घटिया है? वह मुझे इस तरह भी चाहता है? ”उठने के बाद, उसने शीशे में अपने आप को देखा - भयानक विग, टैटू और दानव जैसा दिखने वाला मेकअप। अगर कोई सामान्य इंसान उसे एक सेकंड से ज़्यादा के लिए देख लेता तो शर्तिया उसकी आँखें जल जाती। अपने पुनर्जन्म से पहले, वह दूसरे आदमी से प्यार करती थी, इसलिए अब वो बस सी येहान से बच निकालना चाहती थी और वो उससे तहे दिल से नफरत करती थी क्योंकि सी येहान ने उसे कैद कर लिया था। अपने पुनर्जन्म के बाद, वह उसे अलग नज़र से देखने लगी, उसे यह लगाने लगा कि शायद उसने उसे बेहतर बनाने के लिए बदल दिया था? अतीत में, वो बहुत उलझी हुई थी। उसने अपने तेजस्वी पति को खो दिया था, एक बदमाश से दुखी हुई था और उसने धोखा खाया था पर सबसे ज़्यादा, उसकी सबसे प्रिय सहेली ने ही उसको गुमराह किया था। अंत में, वह बिलकुल अकेली थी। उसके वर्तमान जीवन में, दुष्ट लोग उसके खिलाफ घाट लगाए हुए हैं और बेसब्री से उसके पतन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। माफ करना, लेकिन यह लड़की दुबारा उसी झांसे में आने वाली नहीं है!

Jiong Jiong You Yao · 现代言情
分數不夠
130 Chs

मीठे खरबूजे का सेवन

編輯: Providentia Translations

ये वानवन ने पहली बार सी येहान के बेडरूम में प्रवेश किया । 

पहला कदम उठाते ही उसे एक प्रकार का दबाव महसूस हुआ । 

कमरे में निराशात्मक रंगों का इस्तेमाल किया गया था और जहाँ तक वह देख सकती थी वहाँ एक बेहतर ऑडियो सिस्टम था जिस पर एक मधुर धीमा संगीत बज रहा था । पर्दे पूरी तरह से खिंचे हुए थे और पूरा कमरा बंद सा महसूस हो रहा था ।

कमरे में शराब की बहुतायत थी - कैबिनेट में तरह -तरह की शराब को एक पंक्ति में बड़े करीने से रखा गया था।

सी येहान के अलावा, कमरे में कोई और भी था।

सी येहान के सम्मोहनकर्ता।

ऐसा लग रहा था कि सी येहान सोने की तैयारी कर रहा था।

वाह! बस सोने के लिए इतना दिखावा ...

शायद पिछली 3 रातों की नींद की कमी के कारण ही वह कल रात काफ़ी अच्छी तरह सो पाया था ।

जैसे ही ये वानवान ने प्रवेश किया, सम्मोहनकर्ता वहाँ से चला गया ।

ये वानवान के सिर के ऊपर हल्की रोशनी थी, सी येहान वहाँ से चलकर बार तक गया, और बैठकर अपने लिए लाल वाइन का एक गिलास बनाया "बोलो"।

ये वानवान ने पहले से ही एक रूपरेखा तैयार कर ली थी, इसलिए उसने संकोच नहीं किया और सीधे अपनी बात पर आ गई, "मैं, हम दोनों के रिश्ते के बारे में बात करना चाहती हूँ"।

सी येहान को बात अच्छी लगी और उसने अपनी भौंहें ऊपर उठा कर पूछा "हमारा रिश्ता"?

ये वानवन ने सिर हिलाया और गंभीर लहजे में कहा, "हां। सी येहान, तुम्हारा हमारे मौजूदा रिश्ते के बारे में क्या विचार है"?

सी येहान: "तुम मेरी हो"। 

ये वानवान: "..."

ये वानवान ने स्पष्ट कर दिया कि जो बात अभी अभी शुरू हुई थी उसको वो आगे नहीं बड़ा सकती थे।

यह उस सवाल की तरह था जो उसने सी येहान से पहले भी पूछा था कि वह व्यक्ति मैं ही क्यों होनी चाहिए और उसने उत्तर दिया, "क्योंकि तुम्हें ही होना चाहिए"।

वह उसके किसी भी जवाब को समझ नहीं सकी।

ये वानवान उस आदमी के जवाब को ज़बरदस्ती नजरअंदाज किया और आगे कहा "सी येहान, अब तक, मुझे समझ में नहीं आया है कि तुम्हें मैं ही क्यों पसंद हूँ? तुम अपने रुतबे के बल पर जिस लड़की को चाहते, उसे प्राप्त कर सकते थे। अगर तुम्हें कोई मोटी या अजीब लड़की भी पसंद हों तो बहुत सी लड़कियां हैं जो तुम्हारी इच्छाओं को पूरा करना चाहेंगी।

कोई फर्क नहीं पड़ता कि असली कारण क्या था, क्योंकि हम उसे तो अब बदल नहीं सकते, तो हम अपने रिश्ते को बदलने की कोशिश क्यों नहीं करते?

"तुम हमेशा इतने गुस्से में रहते हो, इस कारण बार-बार मैं भागती रही, पर यह केवल इसलिए था क्योंकि किसी को भी हमेशा किसी के नियंत्रण में रहना, निगरानी में रहना, या उसकी आज़ादी छिन जाना पसंद नहीं होता। जितना अधिक तुम मुझे नियंत्रित करने और मजबूर करने की कोशिश करते हो, उतना ही मैं भागने की कोशिश करती हूँ। जैसा कि कहा जाता है, ' अगर खरबूजे को बेल से (समय से पहले) तोड़ दिया जाता है तो वह कभी मीठा नहीं हो पाता।' मुझे यकीन है कि तुम इस सिद्धांत को जानते होगे।"

जब तक वो बोलती रही वो चुपचाप सुनता रहा। वह अपने हाथ पर अपना सिर रखकर आराम कर रहा था और दूसरे हाथ में शराब का गिलास झूल रहा था। उसने जवाब दिया, किसने कहा कि मुझे मीठे खरबूजे पसंद हैं?"

ये वानवान: "..."

इस आदमी के साथ ठीक से बात करने का कोई तरीका नहीं है!

वह समझ गई थी कि सी येहन का क्या मतलब है। जब तक वह उसकी "संपत्ति" थी, तब तक इस "संपत्ति" की अपनी इच्छाओं का कोई महत्व नहीं था। 

चूंकि बातचीत यहाँ तक पहुंच गई थी, इसलिए अब और बात करने का कोई मतलब नहीं था।

धीरे धीरे समय बीतता गया…

पता नहीं वे दोनों कब तक चुप रहे, अचानक ये वानवान उठकर उसकी ओर बढ़ी।

सी येहान ने एक शब्द भी नहीं कहा और जब तक वह उसके करीब पहुंचीं तब भी वो उसकी तरफ बेपरवाही से देखता रहा।

आखिर में ये वानवन उस आदमी के सामने खड़ी हो गई ।वह अचानक उसकी ओर झुकी और अपने नरम होंठों से उस आदमी के थोड़े ठंडे होंठों को चूम लिया।

"तुम्हे....यकीन है?"

लड़की की चतुराई से उसकी मीठी आवाज उसके होंठों पर चिपक गई। उसने इतनी मासूमियत से कहा की वो बेहद आकर्षक लग रही थी -"क्या तुमको यकीन है... तुमको मीठे खरबूजे पसंद नहीं हैं?"