webnovel

chapter - 1 कृतिका का दर्द

अभी रात के 8 बज चुके थे एक लड़की जो अपने दोस्त आराधना और उसकी दोस्त की चोटी बहन आकृति के साथ थी वो लोग दिल्ली जा रहे थे और वो लड़की वह कार के खिड़की के बाहर देख रही थी और अपनी ही दुनिया में गुम थी उसके दोस्त बेफिकर हो कर सो रही थी ठंड का मौसम था उसने देखा आराधना थंड की वजह से सिकुड रही है तो उसने ड्राइवर से कह कर हिटर थोड़ा बढ़ाने को कहा और उसने कंबल घोडाया फिर थोड़ा देर बाद उसे नींद लग रही थी तो वो सो गई आधे घंटे बाद वो उठ गई फिर जब उसने अपनी दोस्त को देखी तो आराधना खांप रही थी उसने उसका माथा चेक किया तो देखा कि उसकी दोस्त को तो तेज बुखार है

लकड़ी,, aru (aradhana की निक नेम ) उठ न aru क्या हुआ तुझे उठ न।

आकृति ने जब उसकी आवाज सुनी कर उठी तो वो उस लड़की को पूछने लगी

आकृति_ कृति दी क्या हुआ आप ऐसे क्यों चिला रही हो

बोलते हुए उसने आराधना को देखा

कृति_ आंखें नहीं खोल रही है मैने इसे माना की थी की जादा ठंडी चीज मात खाओ पर ये मेरी बात सुने तब न

ड्राइवर ने जब सुना की aru की तबियत ठीक नहीं है तो वो बोला मैडम यह पास में एक हॉस्पिटल है क्या मैं वहा ले जाऊं

कृति_ हां हॉस्पिटल ले जाओ जल्दी इसे तेज बुखार है इसलिए ये बेहोश हो गई है (घबराते हुए बोली)

ड्राइवर_ठीक है मैडम 

फिर ड्राइवर ने हॉस्पिटल के तरफ गाड़ी बढ़ा दी जान हॉस्पिटल पोहंच गए तो ड्राइवर ने कहा

ड्राइवर_ मैडम हम हॉस्पिटल पोहंच गए मैं वर्ड बॉय को स्ट्रेचर लाने के लिए बुलाता हूं

जब ड्राइवर वर्ड बॉय के साथ आया तो 

कृति_aki चाल (akriti का निकनेम)

बोलते हुए ड्राइवर aki और कृति हॉस्पिटल के अंदर चले गए और डॉक्टर्स उसकी चेक अप करें लगे

Aki_ कृति दी मम्मी आपसे बात करना चाहती है आप बात कर लो मैं काफी लाने जा रही हूं(कृति हां में सर हिला दी)

और फोन में बात करने लगी

कृति_हेलो आंटी आप aru की चिंता मत कीजिए मैं यहां हूं मैं सब संभाल लूंगी उसे बस तेज बुखार है उसने जादा ठंडी चीज खा दी है इसलिए

Aru mom_ पर बेटा तुम अकेली कैसे संभालोगी मुझे aru की बोहुत चिंता हो रही है aki wo ठीक है ना प्लीज बेटा उन दोनो का खयाल रखना और अपना भी और घर जल्दी आ जाना अगर कुछ दिकात हो तो मुझे कॉल कर लेना बेटा टाइम टाइम पर मुझे कॉल करती रहना 

कृति_ ठीक है आंटी आप भी जाड़ा स्ट्रेस मात लेना 

थोड़ा बोहुत बात कर लेने के बाद उसने फोन रख दिया

तभी डॉक्टर रूम से बाहर आए और बोले

डॉक्टर आयुष_ आप उनकी क्या लगती है

कृति_ मैं उनकी दोस्त हूं

डॉक्टर आयुष_घबराने की कोई बात नई है पेशेंट अभी ठीक है शायद उन्होंने जादा ठंडी चीज खा दी थी इसलिए उन्हें तेज बुखार आ गया और वो बेहोश हो गई सुबह तक उन्हें होश आ जायेगी तब आप उन्हें घर ले जा सकते है

कृति_ थैंक यू डॉक्टर क्या हम उसे मिल सकते है

डॉक्टर ने हां में सार हिला कर उन्हे जाने का इशारा कर के वो वहा से चले गए 

कृति केबिन के अंदर चली गई फिर थोड़ी देर बाद aki भी काफी ले कर वापस आ गई 

एक घंटे बाद aru को होश आ गया अब तक aru थोड़ा ठीक हो गई थी सुबह aru की डिस्चार्ज होने के बाद वो तीनो घर के लिए निकल गए

सुबह के 9 बज चुके थे घर पोहंचने मैं अभी भी वक्त था कृति रात भर सो नहीं पाई थी तो उसे अब नींद आ रही थी और वो सोने ही वाली थी की तभी aru की आवाज आई

Aru_ ड्राइवर घर और कितना दूर है

ड्राइवर_ और एक घंटे में पोहंच जायेंगे मैडम

कृति_अब तू कैसी है अभी कैसा लग रहा है

Aru_ ठीक हूं थैंक यू यार मेरा इतना केयर करने के लिए

कृति_ थैंक यू किसलिए दोस्ती में नो सॉरी नो थैंक्स फिल्मी डायलॉग तो सुनी होगी न

Aru_ हां हां समझ गई

कृति_ मैंने तुम्हे माना किया था न जादा ice cream मात खाओ मेरी कोई बात तुम्हे समझ में कहा आती है वैसे भी ये विंटर सीजन है ठंड bohut जल्द पकड़ लेगी

Aki_ कृति दी इनको बोल के कुछ फायदा नही है ये जायेंगी तो फिर से ice cream खाना सुरु कर देंगी

Aru_ हां हां जादा मात बोल ठीक है

कृति_बस भी करो दोनो

ऐसे ही छोटे मोटे नोक झोंक मस्ती मजाक करते हुए ये लोग घर पोहंच गए

Rai mansion

राय मैंशन एक सुंदर सा घर था जितना बाहर से बोहुत खुशूरत दिखता था उसे जादा वोही के रहने वाले लोगों का दिल गाड़ी सीधा जा कर मेंशन के आगे रुकी तीनों घर के अंदर आ रहे थे कि तभी एक महिला ने उन्हें रोकते हुए कहा

"अरे रुको"

वो लोग वोही रुक गाय वो महिला उन्होंने बनारसी की साड़ी पहनी थी पैरों में पायल मांग में सिंदूर गले में मंगलसूत्र वो हाथों में आरती की थल ले कर आ रही थी

Aki_ मम्मा इसकी क्या जरूरत है 

(Ye hai Savita Rai aradhana aur akriti ki mom ye housewife hai ye apne pariwar apni bachiyon se bohut pyar karti hai aur vo aradhana se bhi bohut pyar karti hai vo usse apni badi beti ke jese pyar karti hai)

(Aradhana akriti se 2 saal badi hai)

आकृति कुछ बोलने वाली होती है की तभी उसकी मां उसे चुप करती हुई उनकी आरती उतारती है और बोलती है

सविता जी_ कैसी हो तुम सब( तीनो को बारी बारी गले लगाते हुए)

कृति_ हम सब ठीक है आंटी

Aru_ मम्मा क्या आप हमें यहीं खड़ी रखेंगी मम्मा मुझे तो बोहुत भूख लगी है 

Aru को ऐसा करता देख aki और kriti हंसने लगे सविता जी बोली

सविता जी_ अच्छा चलो तुम लोग जो जा कर फ्रेश हो जाओ मैं तुमलोग के लिए खाना बनाती हूं और ऊपर रूम में भेजवा देती हूं 

कृति_ ठीक है आंटी

Aki और aru_ okay मम्मा 

बोलकर तीनो ऊपर चला गए

वो तीनो खाना aki के रूम में कर रहे थे तीनों के रूम अलग अलग थे कृति यहां बोहुत बार आ चुकी है वो यह कभी कबर आती जाती रहती है इसलिए सविता जी ने उसके लिए एक कमरा तैयार करवा दिया था ताकि जब भी आए तो उसे यहां रहने में कोई परेशानी न हो और उसे प्यार की कमी महसूस न हो उसे वो अपनी बेटी जैसा प्यार करती थी

Aru और aki रेस्ट कर रही थी और कृति को दादा दादी से मिलने का मन कर रहा था इसीलिए वो उनके कमरे में गई पर वो वहा नही थी इसलिए वो वहा से अपने कमरे में आ गई और रेस्ट करने लगी

8 pm

अब तक के रात 8 बज चुके थे और सब कोई डिनर टेबल पर बैठे हुए थे दादा दादी जी को अब तक पता नहीं था की aru aki और कृति आई हुई है बोले क्यों की aru और aki ने ये बताने के लिए मना किया हुआ थे और तीनो अपने रूम के बाहर भी नही निकले थे

Dinner table

Dadi ji-  सविता बहु बचे कहा है वो अब तक नहीं आ रहे है आज आने वाले थे न वो लोग वो आए की नहीं मैंने तो उनकी आवाज भी नही सुनी

 

Savita ji- मां जी वो नही आ पाएंगे उनकी फ्लाइट नही है कुछ प्रोब्लम हो गया इसलिए

Dadi ji- फ्लाइट न सही गाड़ी में आ जाते मुझे बड़ा मन है उनको देखने का

Dada ji- हां बहु बहुत दिन हो गए है बच्चो को देखे हुए कब आयेंगे वो लोग

उसी वक्त पीछे से aki दादा जी को हग करती है और बोलती है

Aki- आई मिस्ड यू दादू सो मच

Dada ji_ अरे aki बेटा तुमलोग आ गए(खुश होते हुए दादा जी पीछे पलते)

तीनो दादाजी दादीजी और बाकी घरवालों से भी मिले

Introduction____

jatin rai(dadaji)Seema rai(dadiji) ye Ghar ke bade hai ab inki Umar ho gayi hai isliye ye Ghar par hi rehte hai ye bohut khushmizaz insan hai ye bohut saaf Dil ke h inke do bete hai bade bete ka naam agastya Rai hai or chote bete ka naam arjun rai hai

Agastya rai- ye hai rai family ke bade bete ye ab inke pita ke company sambhal rahe hai or inki company top 5 company me se ek hai inki love marriage huyi hai savita ji se inki do betiya hai jo inki ladli hai

Savita ji- housewife

Aradhana- jo agastya aur seema ji ki badi beti hai ye graduation kar Rahi hai or 2nd year me hai

Akriti- agastya aur Seema ji ki choti beti ye graduation kar Rahi hai or 1st year me hai

Arjun rai- jatin ji or Seema ji ke chote bete hai unki apni hi company hain vo londom me rehte hai or apni company sambhal rahe hai or unki love marriage huyi hai anjali ji se unke ek bete or ek beti hai dono twins hai 

Abhimanyu rai or shalini rai Jo ki av India me apni  padhayi Puri kr rhe hai or vo graduation 1st year me hai aki k sath

Aur ab aate hai hum apni pyari si kritika par jo iski lead actress hai kritika sharma Jo aru k sath av graduation kr rhi hai..kritika bohut hi pyari cute si ladki hai vo bohut khubsurat hai vo sbki parwah karti hai care krti h par uski koi parwah nhi krte uske ghar walon ne usse ghr se nikal diya kyu ki jb se uske bhaiya ki shadi huyi uski bhabhi ghr par aayi tb vo bohut khush thi uske pariwar Wale bohut khush the lekin jse dheere dheere din bita gaya uski bhabi kriti ke bare me bura bura khayal sb ke dimaag me dalti gayi..Kritika ko uski bhabi pasand nhi krti thi par ek din kch esa hua jise uske gharwale usse ghr se nikal dete hai

अब आगे..लिविंग रूम में

दादी जी_अरे kitu कैसी हो तुम मेरी बच्ची देखो तो कितनी दुबली हो गई हो खाना पीना ठीक से करो बेटा

कृति_ जी दादी

दादी जी_ अगर तुम लोग आ गए थे तो तुम मुझसे मिलने क्यों नही आई हां दादी को तुम भूल गई

कृति_ अगर मैं पहले आपसे मिल लेती तो अब जो आपके चेहरे में ये खुशी झलक रही है वो कैसे देख पाती मैं लेकिन दादी मां ये सब मेरा idea नहीं था ये सब इन दोनो का था मैं तो आपसे मिलने के लिए आपके कमरे में आई थी पर आप ही नही थी और जब आप आए तो मैं आ रहे थी आप से मिलने लेकिन इन दोनो ने तो मुझे कमरे से बाहर आने ही नही दिया

ये सब बोलते वक्त वो तो भूल ही गई थी की जिन के बारे में वो शिकायत कर रही है वो उसे घूर कर देख रहे है कृति आगे कुछ बोल रही थी की दोनो बहने उसका नाम लेती हुई चिलायी

Aru_kritiii

Aki_ कृति dii

कृति ने जा। उसके तरफ देखी तो वो हंसते हुए बोली

कृति_अरे aru aki तुमलोग इतना घुसा क्यों हो रहे हो मैं तो बस दादी को बता रही थी थी तुम दोनो कैसे मुझे उनसे मिलने से रोक रही थी सरप्राइज़ देने के लिए(स्माइली फेस के साथ)

उसी टाइम कृति ने दादी से लिपटती हुई बोली

कृति_ दादी मां देखो ना दोनो मुझे कैसे घूर रही हैं 

दादी_ दोनो ऐसे मेरी किटू को क्यों देख देख रही हो खबरदार अगर मेरी किटू को किसी ने भी कुछ कहा तो

Aru_ अरे दादी हम क्यों कृति को कुछ बोलेंगे हम तो इसका भरता बनाएंगे क्यों की इसके पेट में कुछ पछता ही नहीं है

बोल के कृति के पीछे पाड गई घर में आज पूरा चहल पहल थी थोड़ी देर बाद सब के साथ मस्ती मजाक करने के बाद  सब अपने अपने कमरे में चले गए पर कृति को नींद नहीं आ रही थी पर वो जैसे तैसे कर के सो गई 

एक हफ्ते बाद,

एक हफ्ते कैसे बीत गए उन्हें पता भी नही चला रात को 11 बजे कृति का फोन बजने लगा कृति फोन में कॉलर आईडी देख कर डर गई कॉल में बात करने के बाद बाद कृति उदास हो कर टेरेस पे बैठे रो रही थी की उसकी जिंदगी ऐसे क्यों है उसके परिवार वाले उसे क्यों प्यार नही करते क्यों उसे इतनी तकलीफ देते है तभी उसे किसी ने टोकते हुए कहा

Aru_ अरे यार kitu तू यहां है और मैं तुम्हे प्यार घर में ढूंढ रही हूं और तू यहां बैठी है ( कहते कहते रुक गई उसने देखा कि वो रो रही है)

सॉरी सॉरी मैंने तो aru का अच्छा से इंट्रोडक्शन तो दिया ही नहीं

(Aradhana rai Umar 19 saal jo kritika ki sabse achi dost ya kahe ki best friend aradhana h jo kritika ko ache se samjh sakti h unn dono me beheno jesa pyar hai vo usse har ek faisale me uske sath khadi rehti thi dikhne me aradhana ek cute si ladki chubby si usse khana bohut pasand hai vo ek foodie ladki thi isliye wo thoda chubby chubby thi)

Aru ने कृति को पूछा_ कृति tu रो क्यों रही है कुछ हुआ है क्या

कृति aru को देख ले उससे गले लगा ली और फुट फुट कर रोने लगी कृति को ऐसा रोते देख aru घबरा गई

Aru_ कृति क्या हुआ तू ऐसे रो क्यों रही है मुझे बता क्या हुआ है

कृति रोते हुए हकलाते हुए बोली_ aru वो..वो लोग का कॉल आया था पता नही उन्हें मेरा नंबर कहा से मिल गया उन्होंने मुझे घर आने के लिए बोला है उन्हे उस लॉकर से कुछ पेपर्स निकलना है वो उनके लिए बहुत इंपोर्टेंट है अगर मैं नही गई तो वो मुझे बर्बाद कर देंगे वो ऐसे कैसे बोल सकते है। बोल कर रोने लगी।

Aru_ कृति देख तू पहले शांत हो जा कुछ नही होगा ठीक है। Aru को बोहुत घुसा आ रहा था घुसे में उसकी आंखें लाल हो गई थी

कृति थोड़ा शांत हो गई थी तभी सविता जी उनके पास आ गई उन्होंने कृति के आंखों में आसूं देख कर पूछा तो aru ने उन्हें सब बता दिया सविता जी भी घुसे में लाल हो गई थी

सविता जी अपना घुसा शांत करते हुए बोली_ कृति बेटा तुम इसके बारे में चिंता मत करो में तुम्हारे अंकल को बोल दूंगी वो संभल लेंगे ठीक है

कृति_ नही आंटी आप अंकल को परेशान मत कीजिए मैं संभाल लूंगी

सविता जी_ पर बेटा तुम अकेले कैसे

कृति_ आंटी अगर उन्हें पता चला कि कृति मेरी दोस्त है अगस्त्य अंकल की बेटी है तो फिर से कुछ न कुछ ऐसा जरूर करेंगे जिस वजह से आप सभी को परेशानी होगी और में ये नही चाहती की मेरी वजह से आपको कोई परेशानी हो

कृति उन्हें इतना प्यार से बोली की सविता जी उसके मासूम चेहरे को देख कर पिघल गए और बोली

सविता जी_ अच्छा ठीक है पर अपना ध्यान रखना अगर कुछ भी जरूरत हो तो हमें बता देना अब जाओ जा कर तुमलोग सो जाओ ठीक है।

बोलकर दोनो को गले लगाया और तीनो अपने अपने रूम में चली गति

To be continued..

Chương tiếp theo