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Shraddha again in hospital

अब तक

         यह बोलकर वह अपना फोन निकलता है और कॉल करके कहता है आप जल्द से जल्द ऑपरेशन की तैयारी कीजिए मैं 2 दिन में ही वहां पहुंच रहा हूं यह कहकर वह अपना फोन रख देता है और जाने लगता है तभी उसके फोन पर एक और कॉल आती है, वह फोन उठाता है तो सामने से कोई कुछ कहता है जिसे सुनकर उसके चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ जाती है। सिद्धार्थ मुस्कुरा कर कहता है मैं बस अभी पहुंच रहा हूं यह कहकर वह कहीं निकल जाता है।

अब आगे

            श्रद्धा वहां से निकल जाती है थोड़ी देर बाद वो और सोनम दोनों गाड़ी में होती हैं सोनम ड्राइव कर रही होती और श्रद्धा को देख रही होती है जो एक तक अपना सर विंडो से लगाए हुए बाहर देख रही थी सोनम उससे कुछ पूछना चाहती थी लेकिन उसे लग रहा था कि अगर वह कुछ भी पूछे कि तो उसके दर्द को और भी हरा कर देंगी इसलिए वह कुछ नहीं पूछती और शांति से कार चलती रहती है, श्रद्धा बैठे-बैठे पर सिद्धार्थ के कहे हुए शब्दों को याद कर रही थी कितना तरसे थी वह इतने सालों से सिद्धार्थ के मुंह से वह तीन लब्ज सुनने के लिए और आज जब उसने सुना था उसे खुशी की जगह एक ऐसा दर्द महसूस हुआ जो उसके सीने से दिल को खींच के निकलने जैसा था।

श्रद्धा को समझ में नहीं आ रहा था कि सिद्धार्थ ऐसा क्यों कर रहा है एक तरफ जहां वह माया से प्यार करता है उसके साथ रहता है राते भी उसके साथ गुजरता है यही नहीं वो तो उसके बच्चे की मां भी बनने वाली है और उसके लिए उसने इतना सब किया इतने पैसे खर्च किए हैं उसे सपोर्ट करने के लिए इतना बड़ा रिस्क लिया है तो वह आज उसे आई लव यू क्यों कह रहा है क्योंकि अब तो उसने सब कुछ उसे वापस कर दिया है, उसके पास उससे रेलेटेड कुछ भी नहीं है।

ये सब याद करके श्रद्धा का सर दर्द करने लगता है, सोनम की नज़र जब श्रद्धा पर पड़ती है तो समझ जाती है कि श्रद्धा की तबीयत कुछ ठीक नहीं है वह तुरंत अपनी गाड़ी को अस्पताल की तरफ मोड़ देती है अस्पताल में पहुंचकर उसने गाड़ी पार्क की आवश्यकता की तरफ का दरवाजा खोलकर निकलने लगी उसे लेकिन श्रद्धा अब तक बेहोश हो चुके थे उसे समझ में नहीं आया था कि वह क्या करें वह जाकर किसी को बुलाए हेल्प के लिए तभी उसे किसी की आवाज आती है होमवर्क कर देती है तो उसके सामने एक आदमी खड़ा होता है उसे आदमी की नजर जब श्रद्धा पर पढ़ती है तो वह उसके पास आता है उसे उठाने की कोशिश करने लगता है सोनम अभी भी उसे इंसान को हैरानी से देख रही थी।

सनम के सामने खड़ा हुआ शख्स कोई और नहीं बल्कि करणवीर था, करणवीर ने सनम की और देखा होगा इसे क्या हुआ उसके बाद पर सनम अपने ख्यालों से बाहर आई और का पता नहीं क्या हुआ अचानक से बेहोश हो गई, करणवीर ने तुरंत श्रद्धा को अपने गोद में उठाया और अस्पताल के लिए निकल गया सनम भी उसके पीछे-पीछे जा रही थी।

इसी अस्पताल की एक डॉक्टर के केबिन में सिद्धार्थ बैठा हुआ था उसके हाथ में कुछ रिपोर्ट थी उसके चेहरे पर एक खुशी की लहर दिखाई दे रही थी, डॉक्टर क्यों सिद्धार्थ ने देखकर कहा डॉक्टर आप सही कह रहे हैं इस रिपोर्ट में जो है वह सच है वह ठीक हो गई है अब उसे कोई प्रॉब्लम नहीं है, डॉक्टर ने सिद्धार्थ किया देखा और कहा जी हां मिस्टर ओबराई अब वो बिलकुल ठीक है, उनके इंजरी पूरी तरह से रिकवर हो चुकी है अब उन्हें कोई भी प्रॉब्लम नहीं होगी हां थोड़ी बहुत प्रॉब्लम होंगी  जो आमतौर पर सब पर होती है लेकिन रिकवरी पॉइंट ज्यादा है।

उनकी पसंद का सिद्धार्थ खुश हो जाता है और डॉक्टर की ओर एक चेक बढ़ाता है और डॉक्टर से कहता है इसमें आप जो भी अमाउंट भरना चाहते हैं भर सकते हैं डॉक्टर सिद्धार्थ की ओर देखा है कहता है देखिए मैं डॉक्टर हूं मैं अपना काम किया में से कुछ नहीं पैसे लूंगा जितने मेरे पीछे उसे ज्यादा लेना मेरे पेशे की बेइज्जती होंगी जॉ मैं नहीं कर सकता, उनकी बात सुनकर सिद्धार्थ खुश होकर उन्हें थैंक्स कह कर बाहर आता है।

हो वहां से जा हीं रहा होता है कि उसकी नजर किसी पर पड़ती है तो वह वहीं ठहर जाता है।वह देखता है कि एक वार्ड के बाहर सोनम परेशान सी  घूम रही होती है, वहीं पास में करणवीर भी होता है सिद्धार्थ का पहले समझ में ही नहीं आता कि यह दोनों यहां पर क्या कर रहे हैं लेकिन फिर वह एक नर्स को देखता है जो उसका कमरे से बाहर आ रही होती है जिसके बाहर वह दोनों खड़े थे।

थॉट्स नर्स को रोक कर पूछता है की नस यह दोनों यहां पर क्या कर रहे हैं और उसके अंदर उस कमरे के अंदर कौन है, उसके बाद पर ऑनर्स रहती है सर उनके अंदर उनकी एक फ्रेंड है मैं भी उनका नाम श्रद्धा है उन्हें वही एडमिट है, श्रद्धा का नाम सुनकर सिद्धार्थ एक पल के लिए शॉक हो जाता है वह तुरंत दौड़कर वहां सनम के पास जाता है और उसे देखकर उसे पकड़ कर हिलाते हुए कहता है क्या हुआ श्रद्धा को वह अस्पताल में कैसे हैं।

सोनम धक्का देखकर सरदार को खुद से दूर करती है और कहती है यह तुम पूछ रहे हो कि वह यहां कैसे पहुंची जो कि उसके साथ आज तक जो भी बुरा हुआ उसके जिम्मेदारी से तुम हो तुम हो यह तो तुम्हें बताना होगा ना कि आखिर ऐसा तुमने क्या कहा  तुमने मेरी फ्रेंड से की उसकी ऐसी हालत हो गई वह क्यों इतनी टेंशन डेली किस बात को इतना सोच सोच कर वह बेहोश होकर आया हॉस्पिटल में पहुंच गई। प्लीज इस तरह से प्रिटेंड करना बंद करोगे तुम्हें उसकी बहुत परवाह है तुम्हारे लिए तो अच्छा ही होगा अगर उससे कुछ हो जाए तो वह मर जाएगी या उसे कुछ हो जाएगा तो तुम्हारे और तुम्हारी उस माया का रास्ता तो खाली हो जाएगा ना तुम दोनों आराम से अपनी जिंदगी में ऐस करना लेकिन एक बात मैं तुम्हें बता रही हूं मेरी फ्रेंड को अगर कुछ भी हुआ ना तो  ना मैं तुम्हें  जिन्दा छोडूंगी ना ही तुम्हारी उस माया को यह कह कर वह सिद्धार्थ को धक्का दे देती है।

सिद्धार्थ कुछ कहता तभी उसके कंधे पर किसी ने हाथ रखा हुआ मुड़कर देखा है तो करण भी उसे देखकर कहता है तूने ऐसा क्या कह दिया श्रद्धा को की उसकी ऐसी हालत हो गई वह यहां अस्पताल में एडमिट हो गई तुझे पता है डॉक्टर ने कहा कि वह डिप्रेशन में जा रही है उसकी हालत दिन पर दिन बत्तर होती जा रही है अगर ऐसा ही चलता रहा तो उसकी मेंटल हेल्थ पर बहुत प्रभाव पड़ सकता है। अगर तुझे उसके साथ जिंदगी नहीं जीनी है तो उसके साथ नहीं रहना चाहता तो तुझे छोड़ क्यों नहीं देता क्यों उसको अपने साथ बांध के इस तरह से परेशान कर रहा है, अरे गलती क्या है उसकी गुनाह क्या है उसे लड़की का।

आखिर क्या करेगा सिद्धार्थ अब जानने के लिए

To be continued ♥️♥️♥️♥️

राधे राधे

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