क्लास खत्म हो गई और प्रोफेसर पड़ाकर अपनी दूसरी क्लास के लिए चला गया। सभी बच्चे अब धीरे धीरे कमरे से बाहर जाने लगे। लील सभी को अपने डेस्क से बाहर जाते देखने बैठा था। लील को एक लड़का बाहर जाता दिखा। एक झलक मे लील को उस लडके की पहचान याद आ गई। "मेरी क्लास मे कल बाला लडका भी है जिसने मुझे धक्का देकर गिरा दिया था।
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बाद मे वहां से भाग गया था। हम दोनो एक ही क्लास में पढ़ेंगे अब तो वो गया। लेकिन उसने मुझे पहचानने से मना कर दिया और मुझे किसी से पिटवा दिया तो? नही ऐसा कुछ नहीं होगा। मै ज्यादा ही सोच रहा हूं। मेरी दूसरी क्लास किस कमरे मे है? मुझे किसी से पूछना पड़ेगा।" लील दूसरी क्लास के लिए कॉलेज मे घूमने लगा। एक लड़की लील के सामने आ गई और रास्ता रोक कर खड़ी हो गई।
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"तुम्हे दिखता कम है शायद।" लड़की बोली। उस लड़की ने खिजने वाली आवाज मे कहा। "शायद तुम बेहरे भी हो। मैं तुमसे बात कर रही हूं। हैलो।" लड़की गंभीर भाव से बोली।
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"अभी मुझसे सोरी मांगो।" लड़की बोली । "क्यों? किस बात के लिए? और तुम हो कोन?" "मैं तुमसे किसके लिए सोरी माँगू।" लील बोला "मैं बही लड़की हूं। जिसे तुम सुबह क्लास के बाहर गिरा कर भाग गए थे।" "अच्छा तुम वो हो। तुमने अभी क्या कहा? मै तुम्हे गिरा कर भाग गया। मै तो वहां खड़ा था तुम ही कहीं से सामने आ गई।
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ये बात तो मुझे तुम्हे कहनी चाहिए की तुम मुझसे माफ़ी मांगो।" धक्का देने बाला लडका लील के बगल से निकला। लील उसे देख कर सोचने लग गया। "इसे रोकूं या नहीं। अगर यहां पर लड़ाई हो गई तो कॉलेज वाले मुझे बाहर निकाल देंगे। आज मेरा कॉलेज मे वैसे पहला ही दिन है।"
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"तू सुन भी रहा है? मैं तुझे बोल रही हूं।" मेरे पास तुम्हारे लिए समय नहीं है।" लील कन्फ्यूज हो गया था और लील अगली क्लास के लिए जाने लगा। "जब तक तू सोरी नहीं बोलेगा मैं तेरा पीछा नहीं छोडूंगी। वैसे तुझे बता दूं हम दोनो की क्लास एक ही जगह है। क्योंकि हम दोनो बीएससी के स्टूडेंट हैं।" लड़की ने बड़े मित्र और शांत स्वाभ मे कहा।
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लील अपनी क्लास ढूंढने मे इतना व्यस्थ है उसे कोमो की कोई भी बात सुनाई नहीं दे रही थी। "हां ये रहा नोटिस बोर्ड जिसपर सभी क्लासों के बारे मे लिखा होता है।" लील नोटिस बोर्ड पर लगे पेपर को ऊपर से नीचे देख रहा है। "इस नोटिस मे कहीं पर मेरी क्लास के बारे मे लिखा होगा। ये रहा, मेरी अगली क्लास B1 कमरे मे होगी।" मेरी ओर तेरी क्लास साथ ही है। तू मुझे इग्नोर क्यों कर रहा है।"
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,लड़की बोली। वो लड़की लील के पिछे खड़ी थी। लील ने उसे इस बार जान बूझ कर इग्नोर कर दिया। लील ने b1 कमरा ढूंढ कर, एक बेंच पर जाकर बैठ गया। वो लड़की भी लील के सामने आकर बैठ गई। "तुम कहीं और जाके बैठो। मै यहां पढ़ने आया हूं। तुमारे साथ लड़ने के लिए मेरे पास समय नहीं है।" लील ने उसे डराते हुए कहा।
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,"मुझे यहीं बैठना है।" लड़की फिर भी लील के साथ बेंच पर बैठ गई। "मेरा नाम कोमो है ओर तुम्हारा नाम क्या है?" लड़की ने हाथ मिलाने के लिए आगे किया। लील ने डर मे उस से हाथ मिला लिया। अंदर मन मे लील को डर है। हाथ ना मिलाने के लिए अब वो किसी मुश्किल मे ना फस जाए। "मेरा नाम लील है।" "नाम तो ठीक है पर हरकतें सही नहीं हैं।"
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प्रोफेसर भी आ गया और क्लास शुरू हो गई। चालीस मिनट बाद क्लास खत्म हो गई। लील बेंच से उठकर बाहर ग्राउंड में भागकर आकर बैठ गया। "लील तू यहां है? मैं तुझे पूरे कॉलेज में ढूंढ रही थी।" कोमो लील को ढूंढते ग्राउंड मे पोहोंच गई।
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"तू मुझे क्यूं ढूंढ रही थी। सोरी मेरी वजह से तू सुबह गिरी थी।" "मुझे तुझसे माफी मंगवानी थी। क्या तुमने अभी मुझे सारी कहा। तूने इतनी आसानी से माफी मांग ली। अब मुझे अच्छा लग रहा है।" कोमो लील से सोरी सुनकर खुश हो गई।