तांग जुई चिंतित था। अगर सच में ऐसा था तो सु कियानक्सुन खतरे में हो सकती है।
जब सु कियानक्सुन सो कर उठी , उसका पूरा शरीर दर्द कर रहा था। उसकी नज़रे तुरंत ही मुरझा गई जब उसने याद किया कि एक दिन पहले क्या हुआ था।
हुआन हुआन अंदर आयी । जब उसने देखा कि सु कियानक्सुन जाग रही है , ऐसा दिखा कि वो कुछ कहने वाली थी , लेकिन आखिर तक कुछ नहीं कहा। अंत में , वो केवल अपनी जगह पर स्थिर सर नीचे करके खड़ी रही।
हुआन हुआन, क्या कुछ हुआ है ?" सु कियानक्सुन ने पूछा
"युवा मिस्ट्रेस , नौकर ने अभी आदेश दिया है कि तुम नौकरो के आवास में चली जाओ और अब से नौकर की तरह काम करो। " हुआन हुआन ने उसको थोड़ा चिंतित हो कर देखा।
सु कियानक्सुन एक पल के लिए थम गई। उसने फिर बैठने की ताक़त जुटाई और सपाट लहजे से कहा ,"मैं समझ गई। तुम पहले यहाँ से क्यों नहीं जाती ? मैं कपडे बदलने के बाद अपना सामान यहाँ से ले जाऊँगी। "
लेकिन यह कहने के बाद उसे तुरंत ही किसी चीज़ का अहसास हुआ। उसके पास कुछ भी यहाँ से ले जाने के लिए नहीं था , क्योकि इस कमरे में ऐसा कुछ भी नहीं था जो उसका था।
मैं कपड़े बदलने के बाद नीचे जाऊँगी। " सु कियानक्सुन ने हुआन हुआन को एक खुशदिल मुस्कान दी।
हुआन हुआन पूरी तरह से हक्की बक्की रह गई। उसने सु कियानक्सुन को यह खबर देने की हिम्मत के लिए अपना पूरा साहस जुटाया था। उसने सोचा कि युवा मिस्ट्रेस रोयेगी और आत्महत्या करने की धमकी देगी।
उसने विश्वास नहीं हो रहा था कि सु कियानक्सुन इतने आराम से इस बात को स्वीकार करेगी।
सु कियानक्सुन ने नौकर के कपड़े को बदलने के लिए अपने शरीर के दर्द को सहा। उसने बाथरूम में जा कर हाथ मुँह धोया। क्योकि उसने कल से कुछ खाया भी नहीं था और उसने उलटी भी की थी , उसने अपने पेट में अजीब सा अहसास हुआ। उसको महसूस हुआ कि वो बीमार है।
उसके होठों पर घाव पहले से ही खुजली से ग्रस्त थे और उसकी घाव पर बनी कुछ पपड़ी का रंग गहरा था बाकि पपड़ियो से। यह देखने में बड़ा घिनौना लग रहा था। सु कियानक्सुन ने जख्मो की परवाह नहीं की। वो मुड़ी और बाथ रूम से चली गई।
जब सु कियानक्सुन अध्ययन कक्ष के पास से गुजरी , लॉन्ग सिजु , तांग जुई और सी मंचेंग वहाँ के दरवाज़े से बाहर आ रहे थे। युवती तुरंत ही वहीं रुक गई। उसने अपना सर नीचे किया क्योकि वो उनके पहले जाने का इंतज़ार करने लगी | लॉन्ग सिजु भी चलते हुए रुक गया और उसको गंभीर नज़रो से देखा। लॉन्ग सिजु मुड़ा और उसने अपने पीछे आ रहे दो आदमियों को कहा ," तुम लोग चलो और मेरा नीचे इंतज़ार करो। "
तांग जुई वहाँ से चले गए। लॉन्ग सिजु पलटा और युवती की और चलने लगा , जो अध्ययन कक्ष के बगल में आज्ञा का पालन करते हुआ खड़ी थी। बिना जाने सु कियानक्सुन में कुछ कदम पीछे लिए ,लेकिन उसकी पीठ पहले से दीवार से लगी हुई थी और वहाँ पर हिलने के लिए और जगह नहीं थी।
सु कियानक्सुन ने अपने सर को नीचे ही रखा। दो लंबे, सीधे पैर और बेदाग जूते की एक जोड़ी ने उसकी नज़रों के सामने आ गए थे।
जैसे ही लॉन्ग सिजु ने छोटी सी युवती को देखा , जो हद से ज़्यादा चुपचाप खड़ी थी और एक भी शब्द उसके मुँह से नहीं निकला था , उसे किसी तरह से उत्तेजित महसूस हुआ। उसके सीने ने भी एक तेज़ दर्द हुआ।
उसने सु कियानक्सुन के हाथ को अचनाक से पकड़ा। कियानक्सुन ने अपने सर को उठाया और खुद को लॉन्ग सिजु की काली आँखों में देखते हुए पाया। उसने उसके दूसरे हाथ को भी पकड़ लिया , उसके दोनों हाथो को ऊपर उठाया और दीवार के साथ लगा दिया। उसने फिर अपने सर को नीचे कर के उसको चूमा।
सु कियानक्सुन को अचनाक महसूस हुआ कि उसे उलटी आएगी। वो तुरंत ही उसकी चुम्बन से बचने के लिए मुड़ गयी।
लॉन्ग सिजु का शरीर एक दम से स्थिर हो गया और वो उसके हाथों पर अपनी पकड़ को मजबूत करता रहा। उसके शरीर में गुस्सा था वो और भी ज़्यादा भयंकर होता गया। 'उसने वास्तव में मेरे चुम्बन से बचने की कोशिश की है !?
लेकिन कल ,उसने बड़े आराम से उस आदमी को उसे चूमने दिया था !'
लॉन्ग सिजु ने उसे अचनाक से जबरदस्ती अध्ययन कक्ष की और ले गया। सु कियानक्सुन के दिल ने एक पल के लिए धड़कना बंद कर दिया। उसने घबराते हुए कहा ," युवा मास्टर ,तांग जुई और सी मंचेंग आपका इंतज़ार कर है !"
जब लॉन्ग सिजु ने उसकी आवाज़ में आग्रह को सुना , तो उसका दिल ज़्यादा गुस्सा भर गया। ' मेरे जाने तक का इंतज़ार भी नहीं कर सकती ? या फिर , वो मुझे बिल्कुल देखना नहीं चाहती !
यह सोचते ही उसके सीने में गुस्सा और भी ज़्यादा भयंकर हो गया। जैसे ही वो अध्ययन कक्ष में पड़े मेज़ तक पहुंचा , उसने सु कियानक्सुन को उसके ऊपर पटक दिया।
सु कियानक्सुन के पेट का नीचे वाला हिस्सा अध्ययन मेज़ पर जा कर टकराया , जो कि मजबूत लकड़ी से बना हुआ। था वो अपने सीने बल मेज़ पर लेटी पड़ी थी। युवती उठने की कोशिश की , लेकिन बड़े से हाथों ने उसे दबा रखा था।
जिन गार्डन के नौकरों की पोशाक दो हिस्सों की थी। लॉन्ग सिजु ने उसकी पैंट को नीचे खींचा युवती को उसके पिछवाड़े में सर्द महसूस हुआ। उसने तुरंत ही अपने नीचे वाले होठ को काटा क्योकि वो उस आदमी के प्रचंड अपमान की पीड़ा को सह रही थी|