"फिर तुमने पता किया कौन है वे दोनों।" लू टिंग को ऐसा लग रहा था जैसे अभी सामने आ जाए तो गोली मार दे दोनों को।
" माफ करिए भाई पर मैंने पूरी कोशिश की उन दोनों का नाम पता करने की पर कर नहीं पाया। अब मैं उनके अगले कदम का इंतज़ार कर रहा हूँ तभी कुछ पता पड़ेगा।"
पर लू टिंग इतना इंतज़ार नहीं कर सकता| क्या वह चाहता है कि कोई अगला कदम भी उठाए?
उसने तुरंत एक फोन किया, "हैलो चेंग फेंग दो आदमियों का पता लगाने में मेरी मदद करो। उसका स्वर बर्फ से भी ज्यादा ठंडा था।
यह देख लू जींगली सोचने लगा, "ओह तो अब आप अपने जिन यी वीं की मदद लेंगे।"
लू जींगली के नेटवर्क और भाई के जासूसी नेटवर्क में जमीन आसमान का अंतर था| एक छोटे से सबूत से भाई का नेटवर्क किसी के भी अतीत को दुनिया के किसी भी कोने से खोजकर ले आ सकता था।
" भाई मैंने आपसे पहले भी कहा था, निंग क्षी का अतीत उतना सादा नहीं जितना आप समझते हैं| आप चेंग फेंग को बोलो कि निंग क्षी के अतीत के बारे में भी पूरी जानकारी ले के आए।"
" उसकी कोई ज़रूरत नहीं है। हर किसी के अतीत में कुछ ऐसे राज़ होते है जिन्हें वह सबको नहीं बताना चाहता| अगर निंग क्षी को जरूरी लगेगा कि मुझे कुछ जानना चाहिए तो वह मुझे खुद ही बता देगी और जो उसे लगता है मुझे नहीं जानना चाहिए वह मैं कभी जानने की कोशिश भी नहीं करूँगा।
6 बजे तक शूटिंग खत्म हो गयी।
हालाँकि आज के सारे सीन मुख्य कलाकारों के ही थे, निंग क्षी के लायक कुछ ज्यादा काम नहीं था पर हर सीन मे उसकी मौजूदगी ज़रूरी थी| भारी-भरकम कपड़ों से निंग क्षी की गर्दन झुक गयी थी| शरीर में दर्द होने लगा था| कहीं-कहीं लाल निशान भी हो गए थे।
कपड़े बदलने और मेकअप उतारने के बाद उसने चेहरे पर एक नकाब लगा लिया था| वह सब वे से घर जाने वाली थी| वह इतनी मशहूर भी नहीं थी अभी तक तो सब वे से जाने से घर जल्दी पहुँच जाएगी| वह स्टेशन की तरफ मुड़ने ही वाली थी कि एक काले रंग की मासेराती कार उसके पास आकर रुक गयी।
कार की खिड्कियों के शीशे नीचे होते ही सु यान दिखाई दिया | सु यान ने मुस्कुराकर निंग क्षी से कहा, " क्या मैं तुम्हें घर तक छोड़ दूँ?"
" फिर से एक और पूर्व प्रेमी। ये लोग मुझे शांति से जीने क्यूँ नहीं देते।"
" कोई जरूरत नहीं है," बोल निंग क्षी आगे निकल गयी।
सु यान भी अपनी जिद पर अड़ा था | कार को उसके पीछे ले गया, " निंग क्षी एक मिनिट सुनो तो, क्या हम बात कर सकते हैं?"
निंग क्षी ने गुस्से मे पूछा, " क्या रह गया है बात करने को? आज जितनी भी घटनाएँ हुई क्या काफी नहीं है जो तुम भी आ गए? कोई देख लेगा हमें साथ में और फोटो खींचकर एक नई और बड़ी खबर बना देगा| क्या तुम्हें इसका अंदाजा है?"
सु यान भी अब थोड़ा खीज गया निंग क्षी के इस जवाब से| कहाँ यह लड़की पहले उसकी हर बात मानती थी कभी और कहाँ आज कुछ सुनने तक को तैयार नहीं। फिर अदब से बोला, " तुम मुझे गलत समझ रही हो, कृपा करके मेरी बात तो सुनो एक बार, मुझे वाकई तुमसे कुछ जरूरी बात करनी है।"
निंग क्षी को अब डर लगने लगा कि सड़क पर कुछ और देर तक ये बहस चलती रही तो वाकई कोई उन दोनों की फोटो खींच लेगा क्योंकि इन महाशय की कार कुछ ज्यादा ही आकर्षक थीं। निंग क्षी ने इधर उधर देखा कि कोई देख तो नहीं रहा, फिर कार में बैठ गयी।
आधे घंटे में वो दोनों एक अच्छे से रेस्टोरेंट मे पहुँच गए| सु यान ने मेनू कार्ड में से कई सारी खाने-पीने की चीज़े बुलवाई, सारी की सारी निंग क्षी की पसंद की। फिर कहा, " क्षिओ सी हम काफी समय से नहीं मिले इसीलिए नहीं जानता कि तुम्हारी पसंद आज भी वैसी है या बदल गयी। विदेश में कैसी थी तुम्हारी जिंदगी? मैंने कुछ पैसे भेजे थे तुम्हें पर तुमने लौटा दिये थे| बाद मे बैंक का खाता नंबर भी बदल दिया था।"
" काम की बात करो सु यान। " निंग क्षी ने झल्ला कर कहा और लिटिल को मैंसेज करने लगी कि उसे देर हो जाएगी घर आने में।
सु यान ने उसे एक चेक निकाल कर दिया।
निंग क्षी ने देखा कि टेबल पर रखा चेक 8 मिलीयन युआन का था जिसे देख वह हैरान रह गयी और पूछा, "ये क्या है? इसका क्या मतलब है?"
"क्षियाओ सी ऐसा कुछ मत करो जिसके लिए तुम्हें बाद में पछताना पड़े।"
निंग क्षी ने अपना फोन किनारे पर रखा और सु यान की आंखो मे आँखें डाल कर पूछा " तो तुम बताओ मैंने ऐसा क्या किया है?"
"तुम मुझे बताओ पहले कि यह रोल तुम्हें आखिर मिला कैसे?"सु यान ने अपनी बात पर ज़ोर दे कर पूछा|