Hello, "I am the king and I am a monster, yes, you read it right. I came from the future, 1000 years behind humans, spent some time in the 90s era. But now, I have grown fond of the people here. I don't feel like leaving this time behind anymore, and now I live among these humans as one of them. I lead a luxurious life with daily new girlfriends and parties; this has become my life. However, crime has also increased significantly here. To combat it, I have come from the future with the Monster Academy, along with the entire monster team. But it seems maybe my family didn't approve of this work, and then what, they started following me! Know my entire story only on Web Novel - The Monster Academy." In Hindi
ज़िंदगी काफ़ी क़ीमती होती है और ये मुझे अब पता चला है जब मेरे सामने मौत खड़ी है।अंधेरी रात ,तेज बारिश ,जंगल से बाहर सेहर की और लंगड़ा कर बढ़ता हुआ एक लड़का जिसके कपड़े पूरे फट चुके थे ।उस लड़के के शरीर के हर जगहा से खून बाहर आ रहा था।
"मिस्टर इस्मिथ घुटने के बल बैठ जाओ ।" उस लड़के के नाम इस्मिथ था उसके सामने कम से कम एक हज़ार आर्मी अपने बंदूक़ को ताने खड़े थे। इस्मिथ घुटने के बल बैठ जाता है और आसमान की और देखने लगता है ।
"ये अंत नहीं शुरुवात है , मुझे मारने से वो लोग नहीं रुकेगे। " इस्मित अपने मन मैं बोलता है ।
उसका चेहरे बुरी तरह फट चुके था।
"इस्मिथ , इस्मिथ।" इस्मिथ का नाम पुकारते हुए एक लड़की उसकी और भागी आ रही थी ।
वो इस्मिथ की गर्ल फ्रेंड थी ,लेकिन इससे पहेले की वो इस्मिथ तक पहुच पाती आर्मी का एक ऑफिसर इस्मिथ पर गोली चला देता है और वो गोली इस्मिथ के दिल को चीरते हुए बाहर निकल जाती है और फिर इस्मिथ का शरीर नीचे ज़मीन पर गिर जाता है और फिर वो सभी आर्मी ऑफिसर एक साथ इस्मिथ और उसकी गर्लफ्रेंड पर गोली चलाने लगते है ।
"मिशन Complet ख़तरा टल चुका है वो लड़का मारा गया। " आर्मी का एक ऑफिसर अपने बोकि टॉकी से बोलता है और फिर सभी आर्मी वहाँ से धीरे-धीरे करके जाने लगते है ।
साल 2024,
"तो रोबिन कैसा रहा स्कूल मैं आज तुम्हारा पेहला दिन ?"
रॉबिन अपने स्कूल बैग को फेक कर सीधा अपने माँ को गले लगा कर रोने लगता है।
"क्या हुआ बेटा ?"रोबिन की माँ रोबिन को गले लगाती है।
"मम्मी मुझे भइया की याद आती है। सभी बच्चे स्कूल मैं मुझे परेशान करते है भइया रेहते थे तो कोई मुझे छूने की हिम्मत भी नहीं करता था।"
"पर तुम्हारा तो कोई भई ही नहीं है बेटा। ज़रूर तुमने सपना देखा होगा जाओ अब ज़ल्दी से हाथ मुँह धो कर आओ मैं खाना लगाती हूँ ।" माँ बोली।
रॉबिन को कुछ याद आता है और फिर वो अपने आँख से आंसू को पोछ कर अंदर कमरे मैं चला जाता है। रॉबिन की माँ की यादास एक कार एक्सीडेंट मैं जा चुकी थी ,और अपने बड़े बेटे की मौत के बाद वे लोग सबसे दूर आ गए थे। रॉबिन फिर अपने कमरे मैं आता है और फ्रेश होकर खाना खा कर खेलने चला जाता है। रॉबिन मुश्किल से अभी बारह साल का होगा बस ,कुछ समय बाद रॉबिन और उसके फ़्रेंड्स रॉबिन के घर पे आते है ।
"माँ मैं और मेरे फ़्रेंड्स अंदर रूम मैं खेलने जा रहे है हमे disturb मत करना। " सीढ़ियों पे भागते हुए रॉबिन कहता है ।
"ठीक है बाबा , आराम से जाओ , दोड़ो मत। मुझे थोड़ा टाइम चाहिए मैं जल्द ही तुमसे मिलने घर आऊँगा अभी काम मैं Busy हूँ ज़रा। "कॉल पे रॉबिन की माँ रोबिन के पापा से बात कर रही थी ।
"रॉबिन चलो गेम खेलते है। "
"हाँ चलो।" सभी लोग गेम खेलना शुरू कर देते है कुछ समय बाद साम हो जाती है और सभी बच्चे खेल कर अपने-अपने घर जाने लगते है ।
"खाना तो खा लो बच्चों फिर जाना तुम सब। "
"नहीं आंटी घर मैं चिकन बना है। " और फिर सभी बच्चे अपने साइकिल लेकर रॉबिन के घर से चले जाते है।
रॉबिन का एक दोस्त था सौरव ,सौरव अपने घर के बाहर साइकिल को लगाता है और अपने घर के अंदर चला जाता है।
"सौरव आ जाओ खाना खा लो। " सौरव के पापा स्माइल देते हुए बोलते है।
लेकिन सौरव अपने पापा के तरफ़ ध्यान भी नहीं देता है और अंदर अपने कमरे मैं चला जाता है।
"बहुत बिगड़ गया है ये इसकी पॉकेट मनी बंद कर दो।" ग़ुस्सा करते हुए सौरव के पापा बोलते है ।सौरव की माँ टेबल पे खाना लगा रही थी।
"रुको पापा मैं देखती हूँ ।" तभी सौरव की दीदी डाइनिंग टेबल से उठ कर सौरव के कमरे की तरफ़ जाती है।
"रॉबिन के बच्चे बड़ा डायरी को सबसे छुपाता रेहता था । मेरे भइया की डायरी है ,इसे किसी को नहीं दिखाऊँगा ,पर अब तो मैंने इसे चुरा लिया है रॉबिन अब इसे मैं पढ़ूँगा ,आख़िर क्या है इस डायरी मैं जो तू सबसे छुपाता है ।" बैग से डायरी निकलते हुए सौरव कहता है।
तभी सौरव की दीदी पीछे से उसके हाथ से डायरी ले लेती है ,"दीदी ये मुझे दो। "
नैन्सी उस डायरी को हाथ मैं लिए देख रही थी , उस पर लिखा था
The monster acadmey
"नहीं मिलेगी तुम्हें और ये चोरी करने की गंदी आदत तुम्हारे अंदर कब से आगई ?"
"मुझे मेरी डायरी दो। "
"तुम्हारी डायरी चुप-चाप खाना खा कर सो जाओ मैं ये डायरी कल रॉबिन को वापस कर दूँगी और अगर तुम मेरी बात नहीं सुनोगे तो मैं पापा को बोल दूँगी की तुम चोरी करते हो।" अपनी बेहन की बात सुनकर सौरव काफ़ी डर जाता है ।
"ठीक है दीदी आप जैसा बोलोगे वैसा ही करूँगा प्लीज़ पापा को मत बोलना। " और फिर सौरव कमरे से बाहर चला जाता है और सभी लोग खाना खा कर अपने अपने कमरे मैं सोने चले जाते है ।
इधर सौरव की बेहन नैन्सी कमरे मैं आती है और दरवाज़ा लॉक कर लेती है। वैसे ये रॉबिन का परिवार है तो काफ़ि अजीब ,
रॉबिन अकेला रेहता है । उसके पापा को आज तक किसी ने आते जाते नहीं देखा रॉबिन की माँ भी घर से जादा निकलती नहीं है और उनका एक बड़ा बेटा भी है ये तो कभी उन्होंने बताया भी नहीं ।
नैन्सी कुछ सोचती है और फिर डायरी खोलने लगती है ।
"ये ग़लत होगा नैन्सी। " तभी नैन्सी के मन से एक आवाज़ आती है और उसके हाथ बीच मैं ही रुक जाते है।
लेकिन नैन्सी फिर कुछ सोचने लगती है ।
"छोड़ बस डायरी ही तो पढ़ रही हूँ कौनसा मैं कोई गुन्हा कर रही हूँ। " मन ही मन नैन्सी बोलती है और फिर वो डायरी को खोल देती है और उसमे लिखी लाइन को पढ़ने लगती है ।
"आज मेरी नौकरी लगी है मैं काफ़ी ख़ुस हूँ मेरा सपना था cid ऑफिसर बनना मेरे परिवार वाले भी काफ़ी ख़ुस है इस खबर को सुनकर। मैं अपने जॉब मिलने की ख़ुसी मनाने अपने परिवार के पास जाने ही वाला था कि तभी मुझे एक केस मिलता है मैं काफ़ी ख़ुस था अपने पेहले केस पर काम करने के लिए लेकिन उस केस के साथ मेरी ज़िंदगी मैं एक और शक्स आया जिसने मेरी पूरी ज़िंदगी बदल कर रख दी ।"
मुझे आज भी वो दिन याद 4 aug 2018 मेरे पास एक Muder केस आया था ।