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कुछ सुहानी यादें -2

दरवाजा खोला तो देखा कि सामने ज्योति खड़ी थी मैं सीधा अपने कमरे में आ गया सुषमा भाभी की इच्छा तो काफी हद तक पूरी हो गई थी मगर मैं अभी भी उत्तेजना और कामवासना से भरा हुआ था धीरे धीरे रात हो गई और नींद मेरी आंखों से कोसों दूर थी मैं अपने कमरे में लेटा हुआ करवटें बदल रहा था तभी मुझे कुछ आवाज सुनाई दी यह सुषमा भाभी के उठने की आवाज रात के 1 बजे का वक्त था वह अपने कमरे से निकलकर बाथरूम जा रही थी मैंने उठकर कमरे की लाइट जला दी भाभी चौक गई उन्हें शायद उम्मीद नहीं थी मेरे जागने की वह सीधे मेरे कमरे में आ गई और मुस्कुरा कर बड़े ईठलाते हुए बोली क्या हुआ नींद नहीं आई अभी तक मैंने कहा मेरी नींद आप ने चुरा ली हैं शाम से तड़प रहा हूं अब और मत तड़पाओ और जल्दी से मेरी प्यास बुझाओ इतना कहकर मैंने उनका हाथ पकड़ा और सीधे अपने लोड़े पर रख दिया जो अभी अभी उनको देखकर उत्तेजित हो गया इस वक्त भाभी ने एक नाइट गाउन पहना हुआ था जिसमें उनके जिस्म के हर एक उभार साफ नजर आ रहे थे उन्होंने नीचे कुछ भी पहना नहीं था जैसे ही मैंने उनका हाथ पकड़ कर अपने लोड़े पर रखा तो वो शर्मा गई और तुरंत अपना हाथ पीछे खींच लिया मैंने बिना देर करें आगे बढ़कर उन्हें अपने जिस्म से सटा दिया और अपना लौड़ा सीधे उनकी योनि से सटा दिया और उनकी गुलाब की पंखुड़ी जैसे होठों को अपने होंठों में भरकर चूसते हुए लोड़ा उनकी योनि से रगड़ने लगा आखिरकार मेरी मेहनत ने रंग लाना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे भाभी भी अपने गोल सुडोल वक्ष स्थलों को मेरी छातियों पर रगड़ने लगी धीरे धीरे हम दोनों भी उत्तेजित होने लगे और एक दूसरे को खुलकर सहयोग करने लगे मैंने भाभी को अपनी बाहों में उठा कर कमरे के अंदर ले आया और दरवाजा बंद कर दिया भाभी की आंखों में वासना के लाल डोरे साफ नजर आ रहे थे वह भी कामाग्नि से पूरी तरह प्रभावित हो चुकी थी मैंने आगे बढ़ कर उनके कपड़ों को उनके जिस्म से अलग कर दिया सुषमा कुछ शर्मा रही थी और वह आकर मेरे से लिपट गई और मुझे भी अपने कपड़े उतारने के लिए कहने लगी मुझे शरारत सूझी मैंने कहा मुझे आपके जिस्म को देखना था इसलिए मैंने आपके उतार लिए अपना तो मैं रोज देखता हूं अपने उतार कर क्या करूंगा आपको देखना है तो आप बताओ उन्होंने मुझे गुस्से की नजरों से देखा और फिर आगे बढ़ते मेरी टीशर्ट उतार दी अब वह मेरे शॉर्ट की तरफ देखते हुए मुस्कुरा रही थी क्योंकि मेरा तना हुआ लोड़ा साफ नजर आ रहा था फिर उन्होंने मेरे शॉर्ट को भी खींच कर नीचे कर दिया जैसे ही मेरा लौड़ा बाहर आया सीधा उनके होठों से जा टकराया उन्होंने हाथ में पकड़ कर मेरे लोड़े को सहलाना शुरू कर दिया और अपने होठों पर लगाते हुए उसे अपने मुंह में ले लिया मैं तो सातवें आसमान पर उड़ने लगा था इतना आनंद आ रहा था कि उसे शब्दों में बयान करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है और फिर थोड़ी देर चूसने के बाद उन्होंने लेटकर अपनी टांगों को फैलाकर अपनी योनि को सहलाते हुए मुझे सेक्स निमंत्रण दिया और मैंने भी बिना तेल लगाएं सीधा अपना लौड़ा उनकी योनि से सटा दिया और धीरे-धीरे मेरा लौड़ा उनकी योनि में प्रवेश करने लगा जैसे-जैसे मेरा लोड़ा अंदर जा रहा था उनके मुंह से सिसकारियां निकलने लगी धीरे धीरे मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी भाभी अब उत्तेजना के शिखर पर थी मेरा लौड़ा उनकी योनि को कुचलते हुए हम दोनों को चरमोत्कर्ष पर ले जा रहा था हम दोनों पसीने से लथपथ एक दूसरे में समा जाने के लिए बेताब थे और हम दोनों तेजी से वासना के शिखर को पाने के लिए बेताब थे आखिर में वह समय भी आ गया जब भाभी ने मुझे अपनी बाहों में जकड़ लिया उनकी टांगों ने मेरी टांगों को और वह अपने मुंह से सिसकारियां निकालते हुए संखलित हो गई थी मुझे अभी मंजिल की तलाश थी अभी मैं चरमोत्कर्ष से थोड़ी दूर था और अपने लोड़े से उनकी योनि को चोदता हुआ मंजिल की तरफ सरपट दौड़ रहा था तभी अचानक मेरे अंदर से उत्तेजना का लावा फुटकर उनकी योनि में सैलाब ला चुका था और भाभी मुझे अपनी बाहों में भर कर बेतहाशा चूमने लगी थी हम दोनों एक दूसरे से लिपटे हुए अपनी सांसों को संभाल रहे थे जैसे ही मैं उनके ऊपर से उतर कर उनके बराबर में लेटा भाभी ने उठकर मेरे लोड़े को थोड़ी देर तक निहारते हुए बोली बहुत खुशकिस्मत होगी वह लड़की जो आपकी पत्नी बनेगी और इतना कहकर उन्होंने मेरे लोड़े को चाटना शुरू कर दिया मानो अपने किसी पसंदीदा लॉलीपॉप को चूस रही हो काफी देर तक चूसने के बाद वह मेरे पास आकर मुझसे लिपट कर लेट गई थोड़ी देर इधर-उधर की बातें करने के बाद भाभी ने फिर से मेरे लोड़े को चूसना शुरू कर दिया आप जैसे ही मेरा लोड़ा तैयार हुआ उन्होंने ऊपर आकर मेरे लोड़े को अपने चूत में डाल कर अपनी कमर को हिलाते हुए चूदाई शुरू कर दी और जी भर कर मेरे लोड़े को अपनी योनि की सैर कराई जब वह थक गई तो पूछने लगी अभी और कितनी देर लगेगी मैं मुस्कुरा कर बोला अभी तो शुरुआत है मेरी जान अभी तो पूरी रात बाकी है इतना कहकर मैंने उन्हें अपनी बाहों में भर लिया और उन्हें अपनी गोद में लेकर खड़ा हो गया मेरे खड़े होते ही मेरा पूरा लौड़ा उनकी योनि के आखरी छोर तक समा गया और जैसे ही मैंने धक्के लगाने शुरू किए भाभी की आंखों में एक अजीब सा डर नजर आने लगा लोड़ा चिकनी योनि की जबरदस्त चूदाई कर रहा था उनके मुंह से अब अजीब अजीब आवाज निकलने लगी थी और वह मुझे नीचे उतारने के लिए कह रही थी मगर मैं उनकी बातों को अनसुना करके अपना पूरा फोकस उन की चूदाई पर लगा रखा था थोड़ी देर के बाद उन्हें भी मजा आना शुरु हो गया और अब वह खुद अपने चूतड़ों को उछाल उछाल कर अपनी योनि मेरे लोड़े पर पटक रही थी काफी देर की चूदाई के बाद आखिरकार मेरे लोड़े एक बार फिर उनकी योनि में अपने वीर्य की बारिश कर दी थी और उनकी योनि को काम सुख से भर दिया था उसके बाद रात में दो बार और कामसूत्र के अलग-अलग आसनों का उपयोग करते हुए मेरे लोड़े हैं उनकी योनि को चूदाई के एक अलग ही अंदाज़ का आनंद दिया था उसके बाद 2 साल तक मैंने और सुषमा भाभी ने अकसर रातों को यही दोहराया

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