वापस उसी परिचित मैदान पर, फू जीऊ को अवर्णनीय एहसास हुआ। एक प्रसारण चल रहा था, लेकिन उसे पता नहीं था कि बाद में अभ्यास सभा होगी या नहीं ...
"ओह? वह सुंदर लड़का कौन है? क्या वह नया आया है? मैंने उसे पहले क्यूँ नहीं देखा?" वह लड़की अपने दोस्तों से बात कर रही थी, और उसने फू जीऊ की तरफ देखते हूए पूछा।
"वह मुझे देख कर अभी मुस्कराया! वे छोटे दाँत, इतने आकर्षक!"
"अरे रुको, वह बड़ा जाना पहचाना लग रहा है! क्या वह फू जीऊ है?!"
पास आकर देखने के बाद, कई लड़कियां पूरी तरह से निस्तब्ध रह गईं!
यह सुंदर आदमी कैसे वह नवाब, फू जीऊ, हो सकता है?
लेकिन वह वाकई में उन्हीं की कक्षा में आया था!
फू जीऊ ने अपना स्कूल बैग लकड़ी की मेज पर रखा, अपनी लंबी टाँगो को हल्का सा उठाया और बैठ गयी क्योंकि उसे अपना छोटा लैपटाप बाहर निकालना था।
और तभी उन्हें एक धमाका सुनाई दिया!
किसी ने उसके बगल वाली कुर्सी खींच कर बाहर निकाली और उसे खिन्नता पूर्ण देखते हुए कहा।
"अपना समान हटाओ। मैं एक सेकंड भी तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहता, तुम भ्रष्ट हो!"
यह फू जीऊ के साथ बैठने वाला, कक्षा द का सबसे सुंदर लड़का, जियांग फेयांग था। वह बास्केटबाल का अच्छा खिलाड़ी था, और लड़कियों के साथ भी काफी मज़े से रहता था।
पहले फू जीऊ खुद उसके पीछे पड़ी थी।
जब भी फू जीऊ को यह याद आता था उसके सर में दर्द शुरू हो जाता था।
पर वह उन लोगों में से नहीं थी जो किसी को भी अपने आगे हिंसक होने दे।
"तुम नहीं बैठना चाहते?" फू जीऊ की आवाज़ शुष्क थी, और उसने उपेक्षा से अपना हाथ चेहरे के एक तरफ रखा और उसकी तरफ देखा। "भाड़ में जाओ।"
"क्या कहा तुमने अभी!" जियांग फेयांग को गुस्सा आ गया और वह उसका कॉलर पकड़ कर उसे खींचना चाहता था!
अचानक जियांग फेयांग झपटा लेकिन चूक गया, और उसका पूरा शरीर मेज से टकराया। उसका जबड़ा इतनी बुरी तरह से दर्द कर रहा था।
फू जीऊ, जो एक तरफ खड़ी था, उसे देख कर मुस्करायी। "मुझे आजकल हिंसा बिलकुल भी पसंद नहीं आ रही है, तो सहपाठी जियांग, मिल कर रहने की कोशिश करते हैं। क्या कहते हो?"
सबको लगा कि वह दोनों भाइयों की तरह गुप्त बातें कर रहें हैं।
सिर्फ जियांग फेयांग को पता था कि उसकी बांह उसकी पीठ पर कितना दर्द भरा दबाव डाल रही थी। उसने दाँत इतनी ज़ोर से भींच रखे थे कि उसकी आँखें लाल हो गयी थीं। उसे यकीन नहीं हो रहा था कि एक कमजोर कायर उसे हरा सकता है।
"अजीब है। पहले तो फू जीऊ इतना शरमाता था जब जियांग फेयांग उससे बात करता था। आज वह इतना अलग क्यूँ लग रहा है?"
"उसमें कुछ अजीब नहीं है। फू जीऊ की नज़रें आजकल यंग मास्टर किन पर हैं, इसलिए अब उसे किसी और से फर्क नहीं पड़ता।"
"हह, इतनी दिलेरी, यंग मास्टर किन के सपने देखने की हिम्मत।"
"थोड़ा रुको, कोई न कोई उसे ठीक कर देगा।"
पीछे हो रहे शोर के कारण फू जीऊ ने अपनी आँखें झुका ली, और भौतिक विज्ञान की किताब खोल ली।
जियांग फेयांग ने अपनी बांह झुलाई और गला साफ किया। "ध्यान से सुनो। तुम ज्यादा दिन ज़िंदा नहीं रहोगे। यह बताने वाली बात नहीं कि यंग मास्टर किन न केवल खुद बल्कि उनके साथ रहने वाले स्कूल के पहरेदार ही तुम्हें मार देंगे।"
यह सुन कर फू जीऊ फिर से हंसी और भौतिक विज्ञान की किताब से अपनी नज़र ऊपर कर ली।
"मैं मरूँ या नहीं मरूँ, यह बाद की बात है। लेकिन अगर तुमने एक शब्द और कहा, तो मैं तुम्हारा जबड़ा उखाड़ दूँगा!"
जियांग फेयांग : "..."
उसे डर क्यूँ लगा?
उस छोटी कमज़ोर सी आँखें कितनी डरावनी थीं!
कक्षा की घंटी बाजी, और फू जीऊ को आखिर सोने के लिए थोड़ा शांत समय मिल गया।
हालाँकि, लंच टाइम पर परेशानी फिर आ खड़ी हुई।
लड़कियों के एक समूह ने जिन्होंने स्कर्ट पहन रखी थी फू जीऊ को बीच में घेर लिया, और जिस सुर में उन्होंने बात की उससे गहरा विरोध झलक रहा था।
"फू फ़ैमिली ने कैसे इस नवाब जैसे दिखने वाला गे पैदा किया है। कितना घिनौना है!"
भूखी फू जीऊ को वैसे ही रोक दिया गया, और उसकी आँखें कठोर हो गईं।
उनकी बातें सुनने के बाद, उसने सहसा अपना सर उठाया, धीरे से एक रूखी मुस्कुराहट उसके मुंह के कोनों पर फैल गयी।