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just shut up

वही दूसरी तरफ राजौरी में

परीक्षित अपना काम खत्म करके अपने रूम में आता है ।और वह फ्रेश होने के लिए अपने शर्ट के बटन खोलने ही वाला ही होता है। तभी उसकी फोन की रिंग बजती है।

वह फोन को अपने पैंट की पॉकेट से निकाल कर देखता है।और उस पर आरहे नंबर और नाम को देखता हैं।फिर वो  हल्की सी स्माइल करके फोन रिसीव करके  बोलने ही वाला होता है।तभी फोन की दूसरी तरफ से आती हुई ,तेज और प्यारी आवाज आती है।यह क्या बात हुई।भाई !आपने सब से बात की पर मुझसे बात नहीं की, मैं आपसे बहुत गुस्सा हूं । वो  झूठ - मुठ का गुस्सा होकर क्यूट से एक्सप्रेशन बनाती है। प्यारी आवाज चुप - चाप सुनकर परीक्षित के चेहरे पर हल्की सी स्माइल आ जाती है।

परीक्षित -: उसकी बात सुनकर वो हल्की सी स्माइल के साथ कहता हैं। अरे मेरी प्यारी मायरा! गुस्सा मत हो।मैंने बुआ जी से तुम्हारे बारे में पूछा था। तुम उस वक्त अपनी स्टडी में बिजी थी इसलिए मैंने तुम्हें डिस्टर्ब नहीं किया।

मायरा -: उसकी बात सुनकर झूठा - मुठ का गुस्सा होने का नाटक करते बोलती है। हां- हां !मैं मानती हूं। की उस वक्त मैं स्टडी में बिजी थी। लेकिन आप तो फिर से फोन सकते थे ना ।क्या आप मुझसे प्यार नहीं करते और बात करना नहीं चाहते? वो यह बात कह कर  बुरा सा मुंह बनाती हैं।

परीक्षित -: उसकी बात सुनकर हल्की सी स्माइल के साथ कहता है। ऐसी बात नहीं है ।कि मैं तुमसे बात नहीं करना चाहता हूं। और तुमने ऐसा कैसे सोच लिया। कि मैंने अपनी प्यारी बहन से प्यार नहीं करता हुं ।वह मैं फोन पर बात करने के बाद , मैं काम में बिज़ी हो गया था ।कर्नल राठौड़ ,मेजर जनरल नायक, कैप्टन अभिमन्यु और दो-तीन ऑफिसर के साथ मेरी मीटिंग थी। मीटिंग ज्यादा देर तक चल चलती रही ।और मैं अभी फ्री हुआ हूं। मैं अभी- अभी  रूम में आया हूं।और अभी ड्रेस भी चेंज नहीं किया है ।तब तक तुम्हारा फोन आ गया है।और मैं तुमसे बात करने लगा।

मायरा-: उसकी बात सुनकर क्यूट से एक्सप्रेशंस के साथ कहती हैं।अच्छा - अच्छा आप कह रहे हो तो ।मैं आपकी बात मान लेती हूं।

परिक्षित  -: उसकी क्यूट सी बातें सुनकर हंसते हुए कहते हैं ।कैसी है ? और स्टडी कैसी चल रही है। तुम्हारी!

मायरा-: उसका सवाल सुनकर वह चहकते हुए कहती है। मैं ठीक हूं ।भाई !और स्टडी बहुत अच्छी चल रही है। आपको एक गुड - न्यूज़ देनी हैं। उसने यह बात एक्साइटमेंट के साथ कहां।

परीक्षित -: उसकी गुड - न्यूज वाली बात सुनकर स्माइल के साथ नासमझी में कहता है। । गुड - न्यूज कौन सी गुड - न्यूज ?

मायरा -: वह चहेकते हुए कहती हैं ।अरे भाई! मेरी जॉब लग गई है। और वह भी इंदौर की जानी-मानी कंपनी "स्वस्तिका डायमंड एंड ज्वैलरी डिजाइनिंग कंपनी" में,वो भी पर्सनल असिस्टेंट की पोस्ट पर।

परीक्षित -: उसकी जॉब वाली बात सुनकर कहता है ।यह तो बहुत अच्छी न्यूज दी है। की तुम्हारी जॉब लग गई और वो भी अच्छी कंपनी में।पर तुम्हारी स्टडी का क्या होगा?  वैसे भी तुम्हारा तो लास्ट सेमेस्टर चल रहा हैं। तो तुम स्टडी और जॉब को कैसे मैनेज करोगी? कहीं तुम्हारी जॉब के चक्कर में ग्रेड्स पर असर न पड़े । उसने यह बात उसकी चिंता करते हुए कहा।

मायरा -: उसकी  चिंता भरी बात सुनकर स्माइल के साथ कहती है ।भाई !आप टेंशन मत लो । मैं स्टडी और जॉब को अच्छे से मैनेज कर लूंगी। और मेरे ग्रेड्स पर फर्क नहीं पड़ेगा। मुझे अपनी स्टडी के लिए प्रैक्टिकल नॉलेज चाहिए थी।और मेरा सपना था। कि मैं अपने आइडियल मिस्टर शौर्य बंसल जो "स्वस्तिका डायमंडऔर ज्वेलरी डिजाइनिंग "के सीईओ और प्रेसिडेंट है । उनकी कंपनी की तरफ से उनकी पर्सनल असिस्टेंट की जॉब निकली है। मैंने वो एड देखा , मुझे उनसे सीखने का यही सही मौका लगा। तो मैंने जॉब के लिए अप्लाई किया। और मैं सिलेक्ट हो गई।

परीक्षित -: उसकी बात सुनकर स्माइल के साथ  कहता है ।ओके कांग्रेचुलेशन ! मुझे अपनी बहन पर पूरा भरोसा है। की वो स्टडी और जॉब को अच्छे से मैनेज कर लेगी।

मायरा -: उसकी बात सुनकर स्माइल के साथ कहती हैं। थैंक यू भाई! वैसे आप कैसे हो? और आप कब इंदौर आरहे हो? 

परिक्षित -: इसका सवाल सुनकर इस्माइल के साथ कहता है ।ठीक हूं मैं और बहुत जल्द इन्दौर आ रहा हूं ।तुम सब से मिलने  और तुम सबके साथ टाइम स्पेंड करने के लिए

मायरा -: अरे भाई! मुझे आपकी बहुत याद आती हैं।आप जल्दी इंदौर आजाना हम सब के साथ टाइम स्पेंड करने।

परीक्षित -: उसकी बात सुनकर ओके में बहुत जल्द इन्दौर आने वाला हूं। तुम सब से मिलने और टाइम स्पेंड करने

मायरा -: उसकी बात को  सुनकर कुछ सोचते हुए हसकर कहती हैं।भाई! आपकी बहुत जल्द इन्दौर आने की खुशी में सब घर वाले खुश हैं। बाकी एक इंसान को छोड़कर।

परीक्षित -: उसकी बात सुनकर वो आईब्रो तान कर हैरानी से कहता है ।वह एक इंसान कौन हैं? जो मेरी बहुत जल्द इन्दौर आने की खबर सुनकर खुश नहीं है।

मायरा -: उनकी उसकी सवालों का जवाब देते हुए हंसकर कहती है ।ऐसी बात नहीं है। भाई ! वह खुश नहीं है। वह खुश हैं ।लेकिन उनकी हालत खराब खराब हो रही है। आप की बहुत जल्द इन्दौर आने की न्यूज सुनकर।

परीक्षित-: वो कौन हैं?उसने उस से सवाल करते हुए बोला।

मायरा -: उसके सवालों का जवाब देते हुए हंसते हुए कहती है ।शिवम भाई ! और कौन होगा? उनकी हालत खराब हो रही हैं।जब से उन्होंने आपकी इंदौर बहुत जल्द आने की न्यूज़ मिली है।

परीक्षित -:वो यह न्यूज़ सुनकर ,की उसका छोटा भाई की हालत खराब हो रही है। उसकी इंदौर बहुत जल्द आने की न्यूज़ सुनकर। तो वह हंसते हुए कहता है। मुझे पता था। की शिवम् ही होगा जो मेरे इन्दौर बहुत जल्द आने की खबर सुनकर उसी की हालत खराब हो रही होगी।

मायरा -: उस की बात सुनकर हंसने लगती है। तभी पीछे से

शिवम  -: उसकी रूम की डोर के पास खड़ा होकर उसकी सारी बात सुन लेता हैं। उसने अभी मायरा का शॉपिंग बैग जो उसके साथ गलती से उसका शॉपिंग बैग के साथ उसके रूम में चला गया था। वो उसके कमरे में उसका शॉपिंग बैग अपने हाथ में लेकर उसको देने के लिए कमरे में आकर ,वो अपनी घबराहट को कंट्रोल कर के पीछे से कहता है। मेरी हालत खराब नहीं हुई है । परीक भाई!  की इन्दौर आने की न्यूज़ सुनकर , वह यह बात कह कर वो उस के रूम में आकर कहता है।

मायरा -: उसकी आवाज सुनकर अपने फोन को कान पर लगा कर। वो पीछे मुड़कर उसको अपने रुम में देख कर कहती हैं। अरे शिवम भाई ! आप यहां कब आए?

शिवम् -: उसको उसका शौपिंग बैग देते हुए उसे घूर कर देखते हुए कहता हैं।जब तुम मेरा मजाक परीक के साथ फोन पर कर रही थी।वो यह बात कह कर उसे घूर कर देखता हैं।

मायरा -: उस से शॉपिंग बैग लेते हुए अजीब सी हस्ती हुई कहती हैं। अरे भाई! मैं आपका मजाक उनके साथ नही कर रही थी। मैं बस उन्हे बता रही थी। की आपकी हवा टाइट उनकी इंदौर आने की न्यूज सुनकर हो गई थी। बस ! वो यह बात कह कर मासूम सा चेहरा बनाती हैं।

शिवम् -: उसकी बात सुनकर उसे घूर कर देखते हुए कहता हैं। मैं परीक भाई से नही डरता और नाही उनके बहुत जल्द इन्दौर आने की खबर से मेरी हालत खराब हो रही हैं।समझी।तभी

परीक्षित -: शिवम् की आवाज सुनक ,वो मायरा से सवाल पुछने के लिए कहता हैं। शिवम् तुम्हारे रुम मे आया हैं। क्या? मुझे उसको आवाज सुनाई दे रही हैं।

मायरा -: उसकी बात शिवम् की तरफ देख कर अपनी हसी को कन्ट्रोल करके कहती हैं। हां भाई! शिवम् भाई आए हैं।मेरा शॉपिंग बैग देने। वो क्या हैं न? हम दोनो आज मॉल गए थे।शॉपिंग करने के लिए और जॉब मिलने की खुशी सेलिब्रेट करने के लिए। तो वो मुझे शॉपिंग बैग देने आए हैं।और वो हसने लगती हैं।

शिवम् उसके इस तरह से उस पर हसने से उसे घूर कर किलिंग लूक देकर चुप - चाप खड़ा रहता हैं।

परीक्षित - : उसकी बात को सूनकर वो स्माइल के साथ शिवम् के मजे लेने के लिए मायरा से अपने फोन के स्पीकर ऑन करने के लिए बोलता हैं।

मायरा - : उसके कहने पर स्पीकर ऑन कर के हस्ते हुए कहती हैं। भाई !मैंने स्पीकर ऑन कर दिया हैं। और अब आप के कुछ बोलने से ,शिवम् भाई!! की हालत खराब होने वाली हैं।

परिक्षित -: उसकी बात सुनकर वो हस्ते हुए कहता हैं।अच्छा! मेरे कुछ बोलने से उसकी हालत खराब होने वाली हैं।और वो उसके मजे लेने के लिए।वो  स्माइल के साथ कहता हैं। छोटे शहज़ादे !तुम्हारी शॉपिंग हो गई।

शिवम् -: उसकी आवाज सुनकर उसकी हालत खराब होती हैं। पर वो अपने चहरे पर हालत खराब होने वाले भाव को न लाकर। वो नॉर्मल एक्सप्रेशन के साथ स्माइल करके कहता हैं। हां भाई! मेरीशॉपिंग हो गई है ।यह मायरा की बच्ची झूठ बोल रही है ।कि मेरी आपके आने की खबर सुनकर मेरी हालत खराब हो रही है । इनफैक्ट ,मैं तो बहुत खुश हो रहा हूं । यह न्यूज सुनकर ,कि फाइनली मैं आपको पूरे 1 साल बाद देख पाऊंगा और मिलूंगा।वो यह बात कहते हुए स्माइल करता हैं।

परीक्षित -: उसकी बात सुनकर वो  अपनी हंसी कंट्रोल करके अपने रूम में रखे सोफे पर बैठ कर वो सीरियस एक्सप्रेशन के साथ कहता है। अच्छा मेरा छोटा भाई !मेरी बहुत जल्द इन्दौर आने की खबर सुनकर बहुत खुश हो रहा है। पर मुझे पता चला है। कि मेरी इंदौर आने की खबर सुनकर तुम्हारी हालत खराब हो रही है।वो यह बात उसकी टांग खिड़चाई करते हुए कहता हैं।

शिवम् -: उसकी बात सुनकर वह हकलाते हुए कहता है। नहीं - नहीं भाई ! मेरी हालत क्यों खराब होगी? आपके इंदौर आने की खबर सुनकर।मुझको कौन सा आप जेल में डालने वाले हो ।वो यह कह कर मायरा की तरफ घूर कर देखता हैं। जो उसकी हालत पर हसी जा रही थी।

परिक्षित -:उसकी हालत पर मंद - मंद हंसने लगता है । और उसकी और टांग- खिड़चाईं करने के लिए ,वो अपनी हंसी कंट्रोल करके सिरियस टोन में कहता है ।वैसे में सोच रहा हूं। की मैं! वहां आकर तुम्हे जेल में डाल दूं।और  बेड़ियां से बांधकर कर जेल में बंद कर दूं।वो यह बात कह कर वो मंद -मंद  हंसने लगता है।उस से फ़ोन करते वक्त सिरियस रहता हैं।

शिवम् -: उसकी जेल में डालने वाली बात सुनकर उसकी जान हलक में हो जाती हैं।फिर वो हकलाते हुए कहता हैं। जेल जेल क्यों क्या बिगाड़ा है आपका ? भाई!

परिक्षित -: उसकी हालत पर वो मंद  - मंद हंसते हुए ,उसकी और टांग खिंचाई करते हुए बहुत मजा आ रहा था।फिर वो अपनी हसी कंट्रोल करते हुए सीरियस टोन में  लिए हुए कहता है। बिगाड़ा है ना ! तुम मेरी बात नहीं मानते हो और पूरे दिन दोस्तो के साथ घूमना - फिरना,पार्टी करना,और गर्ल - फ्रेंड बनना यह सब करते हो। और अपने स्टडी पर फोकस नहीं करते हो। तो में सोच रहा हूं । की मैं वहां आकर तुम्हें इन्ही हरकतों को देख कर जेल में डाली ही दूं और वहा पर बेड़ियों से बांध कर उसमें बंद कर दूं।

शिवम् -:उसकी बात सुनकर वो घबराते हुए अजीब सी हसी हस्ते हुए कहता हैं।मैं आपकी सारी बात मानता हूं। भाई !आप जैसा कहते हो ।वैसे ही करता हूं।वो यह कह कर मासूम सा चेहरा बनाता हैं।

परीक्षित -: उसकी बात सुनकर उसकी आईब्रो तन जाती हैं।फिर अपनी एक आईब्रो पर उंगली से सह लाते हुए कहता हैं। अच्छा! तुमने कौन सी बात मानी हैं ? अब तक।

मायरा -: शिवम की खराब हालत को देख कर हस्ते हुए कहती हैं।भाई! शिवम् भाई की हालत आपकी बातो से हो रही हैं।और वो डर रहा हैं।आपकी जेल में डालने वाली बात सुनकर।

परीक्षित -: उसकी बात सुनकर हस्ते हुए कहता हैं।अच्छा,! मेरे छोटे शहज़ादे की हालत खराब हो रही हैं। और डर भी रहा हैं।

शिवम् -: को खुद का मजाक बनाते हुए ।वो मायरा को घूर कर देखते हुए खुद को नॉर्मल करते हुए कहता हैं।मैं नहीं डरता आपसे । भाई! मैं क्यों डरें ने लगू ।वो  तो आप मेरे बड़े भाई हैं। और मैं आपकी रिस्पेक्ट करता हूं। इसीलिए मैं आपकी हर बात और ऑडर को अच्छे से मानता हूं।इसका मतलब यह नहीं है। कि मैं आप से डरता हूं।

परिक्षित -: उसकी बचकानी बातों से कहता हैं। अच्छा जी !तुम मेरी इतनी रिस्पेक्ट करते हो।पर मुझे तो नहीं लगता ? की तुम मेरी रिस्पेक्ट करते हो और बात मानते हो।

शिवम् -: उसकी बात सुनकर चिड़ते हुए कहता हैं।भाई प्लीज ! आप मेरे पीछे हमेशा पड़े रहती हो । डांटते  रहते हो। कभी-कभी आप मुझसे प्यार से बात भी कर लिया करो।जब आपकी शादी हो जाएगी ।देखना- देखना मेरी प्यारी भाभी जब आएंगी ना तब मैं उनसे आपकी शिकायत करा करूंगा।की आप मुझे कितना परेशान करते रहते हो और पीछे पड़े रहते हो।।वही मुझे आपकी डांट से बचाएंगे । देखना मैं उन्हें पहले से ही अपनी साइट कर लूंगा।ताकि वो आप की साइड न ले सके।

परीक्षित -:उसके मुंह शादी की बात सुनकर वो थोड़ा उदास हो जाता हैं।फिर उस पर  गुस्सा होकर कहता हैं।" जस्ट शत उप शिवम् " मुझ से शादी की बात मत किया करो कितनी बार बोला हैं। तुम जानते हो न की मैं परी से कितना प्यार करता हूं।और मैंने अपने दिल को कसम दी हैं। की मेरे दिल में अगर किसी के लिए जगह हैं।वो है परी। उसके अलावा कोई और नहीं और जब तक वो दुबारा मेरे जिंदगी में वो  नही आ जाती। तब तक में शादी नहीं करूंगा।और मैं शादी करूंगा सिर्फ अपनी परी से और किसी से नहीं।समझे।

शिवम् -: उसको अपनी गलती का एहसास होता हैं। की उसने फ्लो -फ्लो में क्या कह दिया हैं? वो जल्दी कहता हैं।सॉरी भाई! मैंने आपका दिल दुखा दिया शादी की  बात कह कर।पर मुझे पता नहीं था । की आप अपनी परी से कितना प्यार करते हो और आप उसको ढूंढने की बहुत कोशिश कर रहे हो । उसका अपनी जिंदगी में दुबारा आने का वेट कर रहे हो। वो फिर से आई एम सॉरी बोलता है।

परीक्षित -: उसका सॉरी बोलने से वो नॉर्मल होकर कहता हैं इट्स ओके! इसमें तुम्हारी गलती नही हैं। तुझे क्या पता था को में परी को अभी भी प्यार करता हूं? और उसका इंतजार कर रहा हूं।और मैंने तुझे इस तरह से गुस्से होने  के लिए ।तुझे भी सॉरी।

शिवम् -:उसकी बात सुनकर हल्की सी स्माइल के साथ कहता हैं।भाई! मैं भगवान से दुआ करूंगा ।कि आपको आपका प्यार परी से जल्दी ही मुलाकात हो। मैं भी एक्साइटेड हूं आपकी परी को देखने के लिए।

मायरा -: भी बीच में बोलती है। भाई ! मैं भी एक्साइटेड हूं ।आपकी परी को देखने के लिए। मैं देखना चाहती हूं। की ऐसा क्या है? उस परी में जो मेरे भाई उसके प्यार में पड़ गए ।और अपने दिल को कसम दे दी कि वह शादी करेंगे उसी से करेंगे ।और उसी को प्यार करेंगे । मैं भगवान से प्रे करती हूं।की आपकी ज़िंदगी में आपकी परी दुबारा जल्द से वापस आ जाए।और वो आप से जल्दी शादी करके ,वो हम दोनो की भाभी बन जाए।

परीक्षित -:इन दोनो को बात सुनकर हल्की स्माइल करते हुए कहता है । मुझे अपने प्यार पर भरोसा हैं। मेरी जिंदगी में परी दुबारा जरुर आयेगी।और इस बार जब दुबारा मेरी जिंदगी में आयेगी तब मैं उसे अपनी ज़िन्दगी से नही जानें दूंगा।और तुम दोनो और भाई  को अपनी परी से ज़रूर मिलवायुंगा।तब तुम तीनो देख लेना मेरी परी को।वो यह बात अपने सच्चे प्यार पर भरोसे करते हुए कहता हैं।

मायरा -: उस के अपने प्यार की तरफ पॉजिटिव  बात सुनकर स्माइल करके कहती हैं। हां भाई! आपको आपका प्यार परी जरूर मिलेगी। और हां इस बार उसे कहीं मत जाने देना।क्योंकि में अपने भाई को खुश देखना चाहती हूं। जो परी के आने से मिलेगी।

शिवम् -: स्माइल करके कहता हैं। हां भाई! मैं चाहता हूं।की आपके जिंदगी में परी जरूर वापस आए।क्योंकि मुझे उनसे आपकी शिकायत जो जरूर करनी हैं।की आप मुझे कितना परेशान करते हो। इसीलिए जब तक परी भाभी नही मिल जाती। तब तक मैं आपकी सारी की हुए मुझ पर जुर्म सब नोट कर लेता हूं। ताकि वो जब मिले तो मैं आपकी शिकायत कर सकू।वो यह कह कर मासूम सा चेहरा बनाता हैं।

परिक्षित -: उसकी बात हस्ते हुए कहता हैं। बेटा ! उसके लिए परी का मिलना जरूरी हैं। और फिर स्माइल करके आगे कहता हैं।अच्छा तुम दोनों अपना ख्याल रखना ।मैं बहुत थक गया हूं ।मुझे नींद आ रही है। तो अभी बात खतम करता हूं।और शिवम जरा संभल के रहना ।मैं वहां नहीं हूं ।तो तुम्हारी हरकत का पता नहीं चलेगा। जब तक मैं नहीं आ जाता कोई कंप्लेन नहीं चाहिए। ओके! वो उसको वॉर्न करते हुए कहता है।

शिवम् -: उसकी बात सुनकर हल्की सी स्माइल के साथ कहता है। जी भाई! मैं आगे से ध्यान रखूंगा। आप भी अपना ध्यान रखना ।बाय द वे आई मिस यू ! आई मिस यू भाई ।मुझे आपके आने का इंतजार रहेगा और खुशी भी मिलेगी। मुझे भी आपकी डांट और आप मेरी तंग खिंचाई करके मुझे परेशान करते हो वगेरह - वगेरह वो सबकी आदत हो गई हैं। उसने यह बात इमोशनल होकर कहता हैं।

परीक्षित -: उसकी बात सुनकर स्माइल करके कहता हैं। आई मिस यू शिवम और हम बहुत जल्द मिलते हैं।

मायरा -: स्माइल करके कहती हैं। भाई ! आई मिस यू और हम भी वेट कर रहे हैं आपके इंदौर आने का और बाय द वे भाई! गुड नाईट।

परीक्षित -: स्माइल करके कहती हैं। आई मिस यू बोथ एन गुड - नाइट बोथ ऑफ यू।

परिक्षित फोन रख कर अपने कंफर्टेबल कपड़े अलमीरा से निकाल कर बाथरूम में फ्रेश होने चला जाता हैं।

सो  रीडर्स आज का पार्ट इतना ही । अगला पार्ट हम कल पब्लिश करेंगे।तब तक आज का पर पढ़के मेरी स्टोरी कॉमेंट करके बताएगा की आपको स्टोरी कैसी लगी ।