अब तक आपने पढ़ा ।
यह हम कहां पर हैं ? इनायत थोड़ा दर्द से कहराते हुए कहती है । वही अन्य जल्दी से चाहत के पास आता है और उसे शांत करते हुए , देखिए पहले आप शांत हो जाइए दरसल इसलिए मेरा घर है ।
अन्य की बात सुनकर इनायत थोड़ी सी शांत हो जाती है । तभी इनायत की नजर अपने ऊपर जाती है तो वह हैरानी से घबराते हुए , मेरे कपड़े ।
अरे मिस आप शांत हो जाइए आपके कपड़े मेरे घर के मेड ने बदला है । अन्य सपाट लफ्जों में कहता है ।
अन्य की बात सुनकर इनायत थोड़ी शांत हो जाती है ।
अब आगे ।
मिस क्या आप ठीक है ? अन्य इनायत की तरफ देखते हुए पूछता है तो इनायत हल्का सा अपना सर हमें हिलती है ।
वैसे आप बुरा ना माने तो क्या मैं पूछ सकता हूं । वह आदमी आपके पीछे क्यों पड़ा था । अन्य का सवाल सुनकर इनायत की आंखें नम हो जाती है ।
हमारे जिस्म को पाने के लिए , बार में नाचने वाली हर लड़की उनकी नजरों में तवायफ से कम नहीं लगती । इनायत की बात सुनकर अन्य की आंखें हैंरानी से बड़ी हो जाती है ।
हम जानते हैं अब आपकी नजरों में भी हम गिर गए हैं । आपने हमारी मदद की , हम आपके शुक्रगुजार रहेंगे हम चलते हैं यहां से वरना आपके दामन पर भी कहीं हमारी वजह से दाग न लग जाए । कहते हुए इनायत अपनी आंखों से आंसू को पोछती है और कंबल हटाकर बेड पर से नीचे उतर जाती है ।
इनायत अभी एक कदम आगे बढ़ती उससे पहले अन्य उसके सामने आकर खड़ा हो जाता है । मिस में एक आईपीएस ऑफिसर हूं । सिर्फ नाम के लिए नहीं मैं अपना फर्ज भी पूरे ईमानदारी से निभाता हूं और मेरी नजरों में हर एक नारी देवी है । बार में काम करना आपकी मजबूरी हो सकती है । लेकिन आपको एक अलग नाम देकर बुलाना किसी का हक नहीं है ये ।
अन्य की बात सुनकर इनायत हैरानी से उसका चेहरा देखने लगती है । आज पहली बार एक आदमी ने उसे देवी कहा है ।
आज हम बेहद खुश हैं आज पहली बार हमें किसी ने इतनी इज्जत दी है । आपकी सोच बहुत अच्छी है लेकिन सबकी सोच आप जैसी नहीं होती ।
हमारी मदद के लिए एक और बार शुक्रिया हम चलते हैं कहते हुए इनायत आने के बाजू से होते हुए आगे की तरफ बढ़ जाती है ।
रुकिए मिस अगर आप जाना ही इनायत हैं तो ठीक है आप अपने घर का पता बताइए मैं आपको छोड़ देता हूं , अन्य इनायत की तरफ मुड़ते हुए कहता है ।
अन्य की बात सुनकर इनायत के होठों पर एक दर्द भरी मुस्कान आ जाती है । हम जैसी लड़कियों का कोई घर नहीं होता । इतना कहकर इनायत फिर से अपने कदम बाहर की तरफ बढ़ती है ।
आप मां बनने वाली है । इस हालत में क्या आप अपने बच्चों को रोड पर रखेंगी । अन्य सपाट लफ्जों में कहता है । अन्य की बात सुनकर इनायत के बढ़ते हुए कदम रुक जाते हैं ।
इनायत अपने नम आंखों के साथ अन्य को देखने लगती है तो अन्य चाहत के सामने आ कर खड़ा हो जाता है ।
आप मां बनने वाली है । आपके हस्बैंड कहां पर है ।
भूल कर अपनी औकात मोहब्बत कर बैठे थे हम । छोड़कर अपनी जगह दिल में किसी और को जगह दे बैठे थे हम । इसलिए तन्हाइयों में आज अकेले मर रहे हैं हम । अन्य की बात सुनकर इनायत एक दर्द भरी मुस्कान के साथ एक शायरी बोलती है ।
चाहत की शायरी सुनकर अन्य कंफ्यूज हो जाता है उस कुछ भी समझ में नहीं आया था । आप कहना क्या इनायत हैं । अन्य थोड़ा कंफ्यूज होकर पूछता है ।
यही की ,खुशियां हमारी खफा हो गई है । मोहब्बत हमारी रुसवा हो गई है । भूल गए थे हम जैसी लड़कियों को मोहब्बत करने का हक नहीं है । इसलिए आज दगा खाकर बैठे हैं । नाहीं कोई हमदर्द है, नाही कोई हमसफ़र । अब बस तन्हाई है और तन्हाई के साथ हम ।
माफ करिएगा अभी भी मुझे आपकी बातें समझ में नहीं आई । क्या आपको किसी ने मोहब्बत में धोखा दिया है ? अन्य थोड़ा कंफ्यूज होकर इनायत की तरफ देखते हुए पूछता है , तभी इनायत एक फीकी मुस्कान के साथ ।
दगा मोहब्बत नहीं इंसान देते हैं हमारी मोहब्बत तो रुसवा है । इसलिए हमारे पास कभी आई ही नहीं । गलती हमारी थी हम दिल लगा बैठे थे । इस जमाने के हरकतों को भूल अच्छी जिंदगी की आस लगा बैठे थे ।
लगता है किसी ने आपको धोखा दिया है। इसीलिए दिल का दर्द शायरी बनकर बाहर आ रहा है । मैं नहीं जानता आपके पास्ट में क्या हुआ है । लेकिन इस देश का नागरिक होने के नाते एक ऐसी लड़की जो प्रेग्नेंट है और उसके पास घर ना हो मैं उसे ऐसा नहीं छोड़ सकता ।
आप कुछ दिनों तक मेरे घर में रुक जाइए फिर मैं आपके लिए घर ढूंढ देता हूं । तब तक मेरी मेड आपका ख्याल रखेगी प्लीज मना मत करिएगा क्योंकि आप मां बनने वाली है । अपना नहीं तो अपने बच्चों का ख्याल करिए ।
धोखा इस कदर खाया है । कि अब किसी पर विश्वास करने का दिल नहीं करता है । लेकिन आपने हमारी मदद की है । इसलिए हम आपकी बात मान रहे हैं ।
मेरी बात मानने के लिए थैंक यू आप फ्रेश हो नीचे आ जाइए । कहते हुए अन्य वहां से जाने लगता है फिर अचानक से रुक जाता है और इनायत की तरफ घूम कर , वैसे आपका नाम ?
माफ करिएगा हमने आपको बताया नहीं , हमारा नाम इनायत रि.....या..... कहते हुए इनायत रुक जाती है । अन्य हैरानी से उसके तरफ देखने लगता है ।
जी इनायत...इनायत नाम है मेरा , इनायत फिकी मुस्कान के साथ कहती है ।
ब्यूटीफुल नेम , कहते हुए अनेक कमरे से बाहर चला जाता है ।
प्लीज रीडर्स आप लोग मुझे सपोर्ट करिए कमेंट और रिव्यू भी दीजिए ।
आखिर क्या छुपा है इनायत के अतीत में ?
आखिर कौन सा ऐसा दर्द है जो इनायत को अंदर ही अंदर कर रहा है परेशान ?
Raza ki Inayat....
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