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chapter -11 मिस्टर शेखावत का इंडिया वापस आना

विकी किचेन से निकल रहा था तो उसका फोन रिंग होने लगा तो कॉल पिक करते हुए बोला_ हां बोलो कुछ पता चला.. तो दूसरी तरफ से कुछ कहा गया जिसे सुन विकी बोला__ ठीक है मैं बॉस को केह दूंगा पर तुम्हें उन चारों पर नजर रखनी होगी और उनके बारे में जितना जल्दी हो सके सब पता करो..ये बोलकर वो वहा से चला गया।

पिलर के पीछे छिपे अफसाना और रूही ने ये सब देखा और सुना भी अनलोगो ने एक दूसरे को देखा रूही बोली__ विकी तो अब हमारे पीछे ही पड़ गया है अब हम क्या करेंगे अगर उन्हें हमारे बारे पता चला गया तो..अफसाना बोली__ऐसा कभी नहीं होगा..ये बोलकर अफसाना ने फोन निकाल और किसी को मैसेज कर देती है उसके बाद वहा से रूही और अफसाना गार्डन की और चल देते है।

उनके जाने के बाद जय जो रेलिंग के पास खड़ा सब देख रहा था

उसके बाद वो बोला__ स्वीटहार्ट बहुत जल्द तुम्हारा वो राज मेरे सामने होगा और तुम कुछ नही कर पाओगी। उसके बाद वो अपने रूम में चला गया।

दूसरी तरफ,

एक बंगले में स्टडी रूम में कुर्सी पर बैठा एक आदमी जो अभी इस वक्त बहुत गुस्से में दिख रहा था उसकी आंखें गुस्से से पूरा लाल हो चुका था उसके सामने सार झुकाए एक लड़की और दो लड़के खड़े हुए थे।

उस आदमी ने गुस्से में कहा__ मैने तुमलोग से कहा था की तुम्हे उसे हर तरीके से सेफ रखना है उसे प्रोटेक्ट करना है तो फिर तुम सब ऐसे गलती कैसे कर सकते हो अगर उसे कुछ हो जाता तो।

उसमे से एक लड़का जिसका नाम अनुज उसने कहा__ सर हमने उनका हर तरीके से सेफ रखना चाहा हम हमेशा उनके ऊपर नजर रखते थे पर वो हमेशा हमसे दो कदम आगे निकल जाती थी पता नही कैसे पर उन्हे हमारे हर स्टेप के बारे में पता रहता है और वो हमे चकमा दे कर निकल जाती थी।

उसके बाद वो लड़की जिसका नाम रिचा है वो बोल__ येस सर वो हमेशा हमारी आंखों के सामने से गायब हो जाती है ऐसा लगता है की हम उनपर नही बल्कि वो हमपार नजर रख रही है।

तो उस आदमी ने कहा__ये लड़की भी न क्यों मेरी बात नही मानती मैने कहा था उससे की संभाल कर रहे पर नही इनको तो मेरी बात सुनी ही नहीं है। तो तीसरे लड़के ने कहा जिसका नाम रुद्र था__ लगता है अफसाना के लिए खतरा और भी जाड़ा बढ़ गया है अगर सही टाइम पर मिस्टर जिंदल नही आते तो आज अफसाना..ये बोलते बोलते वो रुक गया उसकी आंखों में आसूं आ गए।

तभी वो आदमी बोला__ i think अफसाना अब मिस्टर जिंदल के पास है तो वो बिकुल सेफ है उसे वही रहने दो जब तक सब कुछ ठीक नहीं हो जाता।

तो रिचा ने कहा__ पर सर क्वीन का क्या उसका क्या करेंगे हम उसका पता लगाने का बहुत कोशिश कर रहे है पर उसका कुछ पता नहीं लग रहा है।

वो आदमी बोला__ ठीक है वो सब हम बाद में सोचेंगे पर सब से पहले कल मिस्टर जिंदल से मुझे मिलना है उनके पीए से बात करो।

रिचा बोली__ ओके सर। रुद्र बोला__ सर अब तक तो अफसाना को भी आपके आने के बारे में पता लग चुका होगा। वो आदमी बोला__ ऐसे कैसे अगर वो अफसाना है तो मैं भी उसका डेडा हूं समीर सेहखावत नाम है मेरा मैने उसको पता भी लगने नही दिया है।

ये बोलकर वो अपनी कॉलर ठीक करते हुए बोले तो रुद्र ने बड़बड़ाते हुए धीरे से बोला__ पता लगने नही दिया है अपने पर उसके लिए ये पता लगाना कोनसा बड़ी बात है अब तक तो उसने पता लगा भी लिया होगा। तभी मिस्टर शेखावत बोली__ अब तुम सब जा सकते हो अगर क्वीन का कोई अपडेट मिले तो तुरंत मुझे इनफॉर्म करना।

तीनों ने ओके सर कह कर वहा से निकल गए।मिस्टर सेखवात भी स्टडी टेबल के ड्रॉ से एक फोटो निकली और उसे देखते हुए बोले__ तुम्हारी बेटी बहुत जिद्दी है पता है मेरी कोई भी बात नही मानती बस अपनी मनमानी करती है इसमें भी कोई शक नही है की वो तुम्पर गई है

जैसे तुम कॉलेज के दिनों में रहा करते थे जिंदा दिल बेफिक्र हो कर अपनी जिंदगी जीते थे बिल्कुल वैसा ही।

वो मुझे बार बार तुम सबके बारे में पूछती है पर मैं उसे कुछ बताता नही हूं क्यों की मुझे पता है की अगर उसे मैने कुछ भी बताया तो जरूर किसी न किसी तरह से ये पता ही लगा लेगी और तुम सबसे मिलने चली जायेगी बिना अपना परवाह किए क्योंकि उसे पता है उसके घर में ही उसके दुश्मन छुपे बैठे है फिर वो वहा पांच जायेगी।

पर जब तुम्हे सच का पता चलेगा तो शायद तुम मुझसे और भी नाराज हो जाओ की मैने तुम्हे पहले क्यों नहीं बताया मैने तुम्हे बताने की बहुत कोशिश की पर तुमने मेरी बात नही मानी।.. ये बोलकर उनकी आंखों से आंसू बेह्ह निकले और वो बोले__ कब तक तू मुझसे ऐसे ही नाराज बैठा रहेगा यार। ये बोलकर वो रोने लगे

दूसरी तरफ,

जिंदल मेंशन में,,

श्रेया को किसी का कॉल आ रहा था तो वो वहा से जाने के लिए उठी तो रूही बोली__ ठीक है फिर तुम मुझे भी घर ड्रॉप करती जाना वो क्या है न मेरे काम अब भी बाकी है तो मैं वो कंप्लीट कर दूंगी और एग्जाम की डेट भी आ रही तो मैं अपनी सारे काम जल्दी खत्म करना चाहती हूं।

उसकी बात सुन श्रेया सांवी और अफसाना उसे आखें फाड़े देख रहे थे तो सांवी बोली__ क्या मैने वोही सुना जो तुमने अभी अभी बोला। रूही अपनी आंखें रोल करते हुए बोली__ जी मैडम अपने सही सुना.. ये बोलकर वो वहा से चली गई तीनों ने एक दूसरे को देखा और जोर से हंस पड़ी।

इधर श्रेया अपनी बैग अंदर ही छोड़ आई थी इसलिए वो तीनो अंदर गए सांवी को वेदांत का कॉल आया था तो वो ऊपर अपनी कमरे में चली गई

श्रेया भी अपनी बैग लेकर वहा से चली गई।लिविंग रूम में बस अफसाना थी वो वहा से जैसे ही जाने के लिए पीछे मुड़ती है तो सामने से जय और विकी सीढ़ियों से नीचे उतरते हुए देखा। जय ने भी अफसाना को देखा तो अफसाना अपनी नजरें नीचे करते हुए वहा से जाने लगी तो जय बोला__ तुम यह आधी रात को क्या कर रही हो।

अफसाना बोली__ वो श्रेया और रूही घर जा रहे थे तो मैं उन्हे छोड़ने आई थी। तो विकी बोला__ वो भी इतनी रात को वो लोग घर जा रहे है। तो अफसाना को कुछ समझ ही नही आ रहा था की वो की बोले तो उसने हकलाते हुए बोली__ हां वो..वो श्रेया को कुछ इमरजेंसी कॉल गया था उसे उसे जाना पड़ा और रूही को भी कुछ कम था तो वो भी उसके साथ चली गई।

तो विकी बोला__ काम वो भी इस वक्त अच्छा ये बताओ वो लोग कहा गए है मैं उनके लिए गार्ड्स भेज देता हूं.. तो अफसाना को सब याद आ गया की कैसे विकी ने श्रेया को धोका दिया उसके सामने श्रेया का रोना याद आ गया  ये सब याद करते ही उसके आंखें लाल हो गई पर तभी उसकी खुराफात दिमाग में कुछ आया और वो मुस्कुराते हुए बोली__ आपको उनकी फिकर करने की कोई जरूरत नहीं है वो क्या है न श्रेया के साथ पीटर भी जा रहा है तो वो श्रेया का अच्छा से ध्यान रखेगा i mean Shreya और रूही का so you don't worry गार्ड्स भी उनके साथ है।

ये बोलकर वो वो वहा से चली गई। विकी ने जा ये सुना की श्रेया किसी लड़के के साथ है तो उसकी आंखें गुस्से से लाल हो गई। जय जो एक टक अफसाना को जाते हुए देख रहा था उसने विकी से बोला__ तुम जाओ मुझे कुछ काम है मैं नही आ पाऊंगा। विकी भी कुछ नही कह सकता था इसलिए वो वहा से चला गया।

अफसाना अपने रूम में पोहंची और दरवाजा बंद करने ही वाली थी की तभी जय आ गया और एक झटके में दरवाजा बंद कर के अफसाना को दीवार पर सटा के उसे एक टक देखते हुए बोला__ क्या हुआ तुम्हे तुम मुझसे छिप क्यों रही थी मेरे सामने क्यों नहीं आ रही थी।

अफसाना जो उसे एक टक आंखें फाड़े देख रही थी सब कुछ इतना जल्दी हुआ की उसे कुछ समझ ही नही आया फिर उसने जय की आवाज सुनी और होश में आई और बोली__ आप मेरे कमरे में क्या कर रहे है वो भी आधी रात को और वो भी एक अकेली लड़की के कमरे में.. ये बोलकर वो उन्हे घूरते हुए बोली। तो जय धीरे धीरे अपनी एक हांथ उसके गले के पास ले जा रहा था।

ये देख अफसाना मन में सोची "ओह नो कही ये फिर से न मुझे किस कर ले जब देखो मुझे किस कर लेते है अब मैं क्या करूं क्या करूं कुछ सोच अफसाना कुछ सोच" ये बोलकर वो अचानक जय को ढाका दे कर बेड के ऊपर चढ़ जाती है और उसे ही देखती है। तो जय जो इस वक्त खड़ा एक टक अपनी अफसाना को देख रहा था फिर वो बोला__ ये क्या था?

अफसाना बोली__ क्या?..जय बोला__ मुझे ढाका क्यों दिया?..अफसाना बोली__ आप मुझे किस करने वाले थे इसलिए.., ये बोलकर वो रोने वाली सकल बना लेती है। तभी जय को समझ आता है और वो धीरे धीरे अफसाना के पास जाता है पर अफसाना बालकनी के तरफ भाग जाती है। जय भी उसके पीछे भागता है। दोनो ऐसे ही पकड़म पकड़ाई का खेल खेलते है पर जय देखता है की अफसाना जहा पर खड़ी है वहा रासी गिरा हुआ और अफसाना उसमे फंस कर कभी भी गिर सकती है।

अफसाना रेलिंग के अखरी में पांच गई है वो कभी भी रस्सी से फंस कर गिर सकती है और उसे चोट लग सकती है।

तो जय बोला__ अफसाना देखो मेरी बात सुनो।पर अफसाना उसकी बात नही मानती तभी अफसाना का पैर रासी में फंस जाता है और वो गिरने ही वाली होती है की तभी जय उसका हांथ पकड़ कर अपने तरफ खीच लेता है। जय अफसाना को गले लगा लेता है दोनो की हार्टबीट बहुत तेजी से धड़क रहे थे। जय को ऐसा लग रहा था की अगर आज अफसाना को कुछ हो जाता तो उसका क्या होता वो उसके बिना कैसे जी पता।

अफसाना डर कर जय को काश कर पकड़ी हुई थी। हाला की उसे मौत से डर नहीं लगता था क्योंकि वो बचपन से ही ऐसे कहती थी की " भगवान जी ने मेरे किस्मत में जो भी लिखा होगा कुछ अच्छा ही लिखा होगा सब इस दुनिया में किसी न किसी मकसद से आते है और जब तक हमारा मकसद पूरा नहीं होता है भगवान जी हमें उनके पास नही बुलाएंगे और मुझे पूरा यकीन है की मेरा मकसद बहुत बड़ा है और मुझे मेरे मकसद को पूरा करना है।"

कुछ देर दोनो एक दूसरे को गले लगाए खड़े रहे अफसाना थोड़ा नॉर्मल हुई और उसे एहसास हुआ की वो जय के गले लगी हुई है तो वो उसे दूर हो जाती है तो जय उसे घूर कर देखता है तो अफसाना बोलती है__ में अब ठीक हूं। तभी जय उसे चिला कर बोलता है__ पागल हो गई हो क्या तुम मैं मना कर रहा था न तो फिर तुम रुक क्यों नही रही थी अगर तुम्हे कुछ हो जाता तो। उसके चिकने से अफसाना थोड़ा सहम जाती है।

पर वो बोली__मैं ठीक हूं मैं बिल्कुल ठीक हूं मुझे कुछ नहीं हुआ है। है फिर से चिला कर बोला__ कुछ नही हुआ है पर अगर कुछ हो जाता तो अगर तुम्हे कुछ हो जाता तो मेरा..ये बोलते बोलते वो रुक गया अफसाना भी अपनी नजर ऊपर कर के जय को देखती है। तो अफसाना बोलती है__ मेरा क्या?? बोलिए आप जो बोलना चाहते थे।

वो आगे कुछ बोलती उससे पहले ही जय अफसाना को एक झटके में अपने पास खींच कर उसके होंठ अफसाना के होंठो से जोड़ लेता है। और उसे किस करने  लगता है उसके किस करने से अफसाना के होंठो पर दर्द महसूस हो रहे थे। ऐसा लग रहा था जैसे वो उसको खा ही जायेगा थोड़ी देर बाद जब जय को एहसास हुआ की अफसाना को सांस लेने में दिकत हो रही है तो वो उसे छोड़ देता है और उससे दूर हो जाता है।

अफसाना लंबी लंबी सांस लेने लगती है। थोड़ी देर बाद जब अफसाना नॉर्मल होती है तो वो जय को देखती है जो उसे एक टक उसे ही देख रहा था वो कुछ बोलती उससे पहले ही जय वहा से चला जाता है। अफसाना खुद से बोलती है__ ठीक है मत बोलिए मैं भी देखती हूं की कब तक आप नही बोलेंगे सच तो आपके मुंह से उगलवा के रहूंगी। ये बोलकर वो डेविल स्माइल करती है

अगले दिन,

आज से चारों दोस्त कॉलेज जाने वाले थे उनकी एग्जाम बहुत पास आ चुकी थी। सब डाइनिंग टेबल पर बैठे ब्रेकफास्ट कर रहे थे। जय भी आज जल्दी ही ऑफिस जा चुका था साम को उसे आउट ऑफ टाउन जाना था इसलिए वो आज जल्दी निकल गया। अफसाना आज चुप चाप बैठी ब्रेकफास्ट कर रही थी सब उसकी ये बात नोटिस कर रहे थे घरवालों ने उसे कई बार पूछा पर उसने एग्जाम का प्रेशर बोलकर बात को टाल दिया तो संजय जो कुछ फाइल्स लेने घर आया था तो काजल जी ने उसे ब्रेकफास्ट करने के लिए रोक लिया।

संजय ने सांवी से इशारों में पूछा पर किसी को कुछ नही पता। तो अफसाना अपनी ब्रेकफास्ट कंप्लीट कर के मैंशन के बाहर आ गई तो उसके पीछे पीछे आ गया तो आखिर कर संजय ने बोला__अफसाना आज तुम इतनी चुप चुप क्यों हो कोई परेशानी है क्या। तो अफसाना बोली__ नही जीजू बस वो एग्जाम आ रहे है न इसलिए। संजय बोला__ ऐसा क्या तो तुम अपनी नजरें क्यों चुरा रही हो.. संजय उसे घूरते हुए बोला__ सच सच बताओ क्या बात है। तो अफसाना उसे कल रात की सारी बात बता दी।

वो सब सुनने के बाद संजय तहक्का लगा कर हंस पड़ा और बोला__ मतलब..मतलब तुम इसलिए अपना मुंह लटकाए हुए इधर उधर भटक रही हो। तो अफसाना बोली__ और नही तो क्या मुझे रात को नींद भी नही आई मैने उन्हे सुबह भी उनसे पूछा पर उन्होंने ऐसे बिहेव किया जैसे मेरी बात वो सुने ही न हो मैने उन्हे कितनी बार कॉल मैसेज किए पर उन्होंने इग्नोर कर दिया।

संजय उसकी बात सुन और भी हंसने लगा तभी पीछे से हंसने की आवाज सुनाई दी संजय और अफसाना ने जब पीछे देखा तो श्रेया, सांवी, रूही तीनों हंस हंस कर लोट पोट हो रहे थे।

तो अफसाना बोली__ हंस लो हंस लो देख लूंगी तुमलोग को और जीजू आप बस घर जाओ फिर देखना दीदी कैसे आपकी बंद बजाएगी।

तो संजय की हंसी बंद हो गई और वो बोला__ अरे साली साहिबा मैं तो बस मजाक कर रहा था। अफसाना ने उसकी बात को इग्नोर कर वहा से चली गई तो संजय उसे रोकते हुए उसके आगे गया और बोला__ अच्छा अच्छा सॉरी कुछ हेल्प चाहिए तुम्हे।

उसकी ये बात सुन अफसाना स्माइल करते हुई सबको देख उन्हे प्लेन बताने लगी। सब लोग उसकी ये प्लान सुन खुश हो गए और संजय बोला__ ये तो बहुत अच्छा आइडिया है अब देखना मिस्टर जय जिंदल कैसे मैं तुम्हे सबक सिखाता हूं तुमने मुझे काम में इतना बीसी कर रखा है की मुझे मेरी बीवी से रोमांस करने का मोका भी नही मिलता।

उसकी ये बात सुन सब हंस पड़े। उसके सब अपनी अपनी मंजिल की और चल पड़े। और कब धीरे धीरे साम हो गई उसका पता भी नही चला साम को सबने रेस्टुरेंट में मिलने का प्लान बनाया वहा वेदांत और नक्श भी आने वाले थे।

साम के 7 बजे,

सब रेस्टुरेंट पोहांच चुके थे पर श्रेया को उसके डैड ने कुछ काम से बुलाया था तो उसे थोड़ा लेट हो गया।

Resturant,,

रूही बोली__ ये श्रेया और वेदांत भी न कब आयेंगे मुझे तभी से भूख लगी है पर नही उसे तो जल्दी आना ही नही है। सांवी बोली__ अरे उसे कॉल कर लो ना कहा पोहांचे है। नक्श वेदांत को कॉल करता है तो पता चलता है की वो नही आ पाएगा। संवी श्रेया को मैसेज करती है की वो जल्दी आ जाए। तो सब बैठे बातें करते है।

दूसरी तरफ

श्रेया वो फोन पर सांवी को मैसेज टाइप करती है को वो पोहंछ गई है वो अंदर आ रही है। तो उसने ध्यान ही नहीं दिया था की सामने से कोई आ रहा है और वो उस शक्स से टकरा गई और उस शाक्स के हांथ से गुल दस्ता गिर गया।

तो श्रेया ने देखा की वो गुल दस्ता गिर गया तो वो उठाया और देखा की हर्ट सेफ गुलाब का गुल दस्ता था और उसमे एक कार्ड भी था उसमे लिखा हुआ था "will you marry me"

उसने मुस्कुराते हुए अपनी नजर उनपार डाली तो सामने अनन्या और विकी खड़े थे उनको देख उसकी चेहरे पे जो स्माइल थी वो चली गई

फिर वो एक टक उस गुलदस्ते को देखे जा रही थी उसके आंखों में आसूं आ गए थे पर खुद को रोने से कंट्रोल करते हुए वो एक झूठी मुस्कान के साथ वो अनन्या के हाथों में गुलाब का गुल दस्ता देते हुए बोली_ I'm sorry वो मेरा ध्यान अपने फोन पर था तो मैंने देखा नही था

तो अनन्या बोली__ it's okay कोई बात नही।

वो कार्ड देख कर श्रेया का दिल टूट गया वो एक टक उस गुल दस्ता में रखा हुआ वो कार्ड को देख रही थी तो उसने उन्हे देख कर झूठी स्माइल करते हुए बोली__ थैंक्स..ये उसने विकी के तरफ देख कर कहा उसके आखों में आसूं थे। श्रेया बोली__ I'm sorry वो मुझे लेट हो रहा है मेरे दोस्त अंदर मेरा वैट कर रहे है। ये बोलकर वो वहा से चली गई।

श्रेया को जाते देख विकी समझ गया की वो क्या सोच रही है। वो उसके पीछे जाने वाला था पर अनन्या ने उसके हांथ को पकड़ उसे रोकते हुए थोड़ा कान के पास जाते हुए बोली__ऐसे गलती मत करो विकी तुम्हे पता है ना यह पर कोन कोन है किस किस की नजर है हमपर। तो विकी ने एक झूठी मुस्कान के साथ अपना सर हिलाया और उसकी कमर को पकड़ बाहर की और चल पड़ा।

जय के दिमाग में क्या चल रहा है क्या वो फोन जय ने ही विकी के पास ताकि अफसाना उसकी बात सुन कर कुछ ऐसा करे जैसे उसका वो राज बाहर आ जाए??

अगर जय का ये प्लान है तो क्या अफसाना उसकी ये प्लानिंग समझ पाएगी??

और क्या अफसाना जय के दिल में जो उसके लिए वो प्यार है उसके मुंह से वकालवा पाएगी??

और क्या श्रेया विकी और अनन्या की नजदीकियों को देख कर हो जायेगी उनकी लाइफ से दूर??

किसकी बात कर रही थी अनन्या??

क्या वजह रही जो विकी को छोड़ना पड़ा श्रेया का साथ??

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